मानवाधिकार (human rights) वे नैतिक सिद्धान्त हैं जो मानव व्यवहार से सम्बन्धित कुछ निश्चित मानक स्थापित करता है। ये मानवाधिकार स्थानीय तथा अन्तरराष्ट्रीय कानूनों द्वारा नियमित रूप से रक्षित होते हैं।
मानवाधिकार कितने होते हैं?
मानव अधिकारों के प्रकार
इस घोषणापत्र में कुल 30 अनुच्छेद हैं, जिनमें उल्लिखित मानवाधिकारों को सामान्य तौर पर नागरिक-राजनीतिक और आर्थिक-सामाजिक-सांस्कृतिक श्रेणियों में बाँटा गया है। इसके अनुच्छेद-3 में व्यक्ति की स्वतंत्रता एवं सुरक्षा के अधिकारों की बात कही गई है जो अन्य सभी अधिकारों के उपभोग के लिये ज़रूरी हैं।
प्रमुख मानव अधिकार कौन कौन से हैं?
क) नागरिक और राजनीतिक अधिकार, ख) आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकार, भारत में कानून एजेंसियों द्वारा आम जनता के गिरफ्तारी और बल का क्रूर प्रयोग प्रमुख चिंता का विषय रहा है।
मानवाधिकार का अर्थ क्या है?
मानवाधिकार क्या है? एक वाक्य में कहें तो मानवाधिकार हर व्यक्ति का नैसर्गिक या प्राकृतिक अधिकार है। इसके दायरे में जीवन, आज़ादी, बराबरी और सम्मान का अधिकार आता है। इसके अलावा गरिमामय जीवन जीने का अधिकार, राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक अधिकार भी इसमें शामिल हैं।
13 मानव अधिकार क्या है?
अनुच्छेद 13
प्रत्येक व्यक्ति को प्रत्येक देश की सीमाओं के अन्दर स्वतन्त्रतापूर्वक आने, जाने और बसने का अधिकार है। 2. प्रत्येक व्यक्ति को अपने या पराए किसी भी देश को छोड़ने और अपने देश वापस आने का अधिकार है।
भारत के 6 मौलिक अधिकार कौन कौन से हैं?
- समानता का अधिकार : अनुच्छेद 14 से 18 तक।
- स्वतंत्रता का अधिकार : अनुच्छेद 19 से 22 तक।
- शोषण के विरुध अधिकार : अनुच्छेद 23 से 24 तक।
- धार्मिक स्वतंत्रता क अधिकार : अनुच्छेद 25 से 28 तक।
- सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बंधित अधिकार : अनुच्छेद 29 से 30 तक।
- संवैधानिक उपचारों का अधिकार : अनुच्छेद 32.
एक इंसान के रूप में मेरे अधिकार क्या हैं?
मानव अधिकारों में जीवन और स्वतंत्रता का अधिकार, गुलामी और यातना से मुक्ति, राय और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, काम और शिक्षा का अधिकार , और बहुत कुछ शामिल हैं। इन अधिकारों पर बिना किसी भेदभाव के सभी को अधिकार है।
4 मानव अधिकार क्या है?
मानवाधिकार क्या हैं? मानवाधिकार वे अधिकार हैं जो किसी भी व्यक्ति को जन्म के साथ ही मिल जाते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो किसी भी व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता और प्रतिष्ठा का अधिकार ही मानव अधिकार है।
5 मानव अधिकार क्या है?
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने सामान्य मानव अधिकारों को तैयार किया है जो स्वतंत्रता का अधिकार, गुलामी और यातना से मुक्ति, राय और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, काम और शिक्षा का अधिकार और कई अन्य हैं।
दो बच्चों का कानून क्या है?
किन-किन राज्यों में लागू है दो–बच्चों की नीति
मध्य प्रदेश सिविल सर्विस नियमों के मुताबिक, अगर 26 जनवरी 2001 से पहले किसी के तीसरे बच्चे का जन्म हुआ है तो वह सरकारी नौकरी में नहीं जा सकता. उच्च न्यायिक सेवाओं में भी यह नियम लागू है.
बच्चों को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 324 (जख्मी करना), 325 (गंभीर जख्म पहुंचाना) के तहत भी मामला दर्ज हो सकता है. धारा-325 तहत आरोप सिद्ध होने पर 7 साल तक की जेल का प्रावधान है. अगर बच्चे पर जानलेवा हमला किया गया हो तो फिर धारा-307 लगाया जा सकता है इसमें अधिकतम 10 साल या फिर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है.
रिट जारी कौन करता है?
सर्वोच्च न्यायालय (अनुच्छेद 32 के तहत) एवं उच्च न्यायालय (अनुच्छेद 226 के तहत) रिट जारी कर सकते हैं। इसके अंतर्गत गिरफ्तारी का आदेश जारी करने वाले अधिकारी को आदेश देता है कि वह बंदी को न्यायाधीश के सामने उपस्थिति दर्ज करें और उसके कैद करने की वजह बताए।
आर्टिकल 19 1 क्या है?
अनुच्छेद 19 (1) (a): बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, प्रत्येक नागरिक को भाषण द्वारा लेखन, मुद्रण, चित्र या किसी अन्य तरीके से स्वतंत्र रूप से किसी के विचारों और विश्वासों को व्यक्त करने का अधिकार प्रदान करती है।
6 अधिकार कौन कौन से हैं?
- समानता का अधिकार : अनुच्छेद 14 से 18 तक।
- स्वतंत्रता का अधिकार : अनुच्छेद 19 से 22 तक।
- शोषण के विरुध अधिकार : अनुच्छेद 23 से 24 तक।
- धार्मिक स्वतंत्रता क अधिकार : अनुच्छेद 25 से 28 तक।
- सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बंधित अधिकार : अनुच्छेद 29 से 30 तक।
- संवैधानिक उपचारों का अधिकार : अनुच्छेद 32.
आर्टिकल 21 में क्या है?
भारतीय संविधान में जीवन का अधिकार
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 कहता है कि “किसी भी व्यक्ति को विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अतिरिक्त उसके जीवन और वैयक्तिक स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है”।
मानव अधिकार कितने होते हैं?
मानव अधिकारों के प्रकार
इस घोषणापत्र में कुल 30 अनुच्छेद हैं, जिनमें उल्लिखित मानवाधिकारों को सामान्य तौर पर नागरिक-राजनीतिक और आर्थिक-सामाजिक-सांस्कृतिक श्रेणियों में बाँटा गया है।
मनुष्य के कितने अधिकार होते हैं?
मानव अधिकारों के प्रकार
इस घोषणापत्र में कुल 30 अनुच्छेद हैं, जिनमें उल्लिखित मानवाधिकारों को सामान्य तौर पर नागरिक-राजनीतिक और आर्थिक-सामाजिक-सांस्कृतिक श्रेणियों में बाँटा गया है। इसके अनुच्छेद-3 में व्यक्ति की स्वतंत्रता एवं सुरक्षा के अधिकारों की बात कही गई है जो अन्य सभी अधिकारों के उपभोग के लिये ज़रूरी हैं।
11 वीं कक्षा से अधिकार कहां से आते हैं?
पुरुषों के अधिकार प्राकृतिक कानून से प्राप्त हुए थे । इसका मतलब यह था कि अधिकार किसी शासक या समाज द्वारा प्रदान नहीं किए जाते, बल्कि हम उनके साथ पैदा होते हैं। इस प्रकार ये अधिकार अविच्छेद्य हैं और इन्हें हमसे कोई नहीं छीन सकता है। उन्होंने मनुष्य के तीन प्राकृतिक अधिकारों की पहचान की: जीवन, स्वतंत्रता और संपत्ति का अधिकार।
10 नागरिक अधिकार क्या हैं?
नागरिक अधिकारों के उदाहरणों में मतदान का अधिकार, निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार, सरकारी सेवाओं का अधिकार, सार्वजनिक शिक्षा का अधिकार, लाभकारी रोजगार का अधिकार, आवास का अधिकार, सार्वजनिक सुविधाओं का उपयोग करने का अधिकार, धर्म।
सरकारी नौकरी के लिए कितने बच्चे होने चाहिए?
सरकारी नियम है कि यदि आपके तीन बच्चे हैं तो आप सरकारी नौकरी नहीं कर सकते हैं।
बच्चे को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा : इस पर आईपीसी की धारा 323 लग सकती है। यह मामला मारपीट की श्रेणी में आता है। सजा : एक साल की जेल संभव है। शिक्षक अगर करते हैं : सर या मैडम बच्चे के नाजुक अंगों पर चोट पहुंचाते हैं, और इससे अंग-भंग हो जाता है तो यह कृत्य गंभीर है।
2 मर्डर करने पर कितने साल की सजा होती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के अनुसार, जो भी कोई किसी व्यक्ति की हत्या करता है, तो उसे मृत्यु दंड या आजीवन कारावास और साथ ही आर्थिक दंड से दंडित किया जाएगा। यह एक गैर-जमानती, संज्ञेय अपराध है और सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है। यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।
महिला को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 294 के अनुसार किसी के साथ गाली गलौज करना एक दंडनीय अपराध है। इस धारा के अंतर्गत किसी व्यक्ति को गाली देने पर करीब तीन महीने तक की सजा हो सकती है।
आर्टिकल 32 में क्या है?
अनुच्छेद 32 का उद्देश्य मूल अधिकारों के संरक्षण हेतु गारंटी, प्रभावी, सुलभ और संक्षेप उपचारों की व्यवस्था है। इसके अंतर्गत केवल मूल अधिकारों की गारंटी दी गई है अन्य अधिकारों की नहीं, जैसे- गैर मूल संवैधानिक अधिकार, असंवैधानिक लौकिक अधिकार आदि।
7 मौलिक अधिकार कौन कौन से हैं?
- समानता का अधिकार : अनुच्छेद 14 से 18 तक।
- स्वतंत्रता का अधिकार : अनुच्छेद 19 से 22 तक।
- शोषण के विरुध अधिकार : अनुच्छेद 23 से 24 तक।
- धार्मिक स्वतंत्रता क अधिकार : अनुच्छेद 25 से 28 तक।
- सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बंधित अधिकार : अनुच्छेद 29 से 30 तक।
- संवैधानिक उपचारों का अधिकार : अनुच्छेद 32.
आर्टिकल 22 में क्या है?
अनुच्छेद 22(1) गिरफ्तार किए गए किसी भी व्यक्ति को ऐसी गिरफ्तारी के कारणों के बारे में यथाशीघ्र सूचित किए बिना हिरासत में नहीं रखा जाएगा और न ही उसे अपने कानूनी व्यवसायी से परामर्श करने और बचाव करने के अधिकार से वंचित किया जाएगा।
संविधान की धारा 15 क्या है?
अनुच्छेद 15: भेदभाव का निषेध-अनुच्छेद 15 के अनुसार राज्य अपने किसी नागरिक के साथ केवल धर्म, जाति, लिंग, नस्ल और जन्म स्थान या इनमें से किसी भी आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा। इसका सीधा अर्थ है की राज्य एक धर्म ज्यादा और दूसरे धर्म के लोगों को कम महत्व नहीं दे सकता दोनों को एक समान रखना होगा।
आर्टिकल 45 में क्या है?
Article 45 In Hindi
राज्य इस संविधान के प्रारंभ से दस वर्ष की अवधि के भीतर सभी बच्चों को चौदह वर्ष की आयु पूरी करने तक निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करेगा।
बच्चों के चार अधिकार कौन कौन से हैं?
बच्चों के क्या अधिकार हैं? बाल अधिकार के अंतर्गत बच्चों को जीवन का अधिकार, भोजन पोषण, स्वास्थ्य, विकास, शिक्षा, पहचान, नाम, राष्ट्रीयता, परिवार, मनोरंजन, सुरक्षा और बच्चों का गैर कानूनी व्यापार शामिल है।
बच्चों के पांच अधिकार कौन से हैं?
बच्चे की परिभाषा, कोई भेदभाव नहीं, बाल हितों की रक्षा, अधिकारों को लागू करना, मां बाप की जिम्मेदारियों का मार्गदर्शन, जिंदा रहना व विकसित होना, नाम और राष्ट्रीयता,पहचान का संरक्षण, मां बाप के साथ रहना, पारिवारिक एकता, अपहरण से बचाव, बच्चों के विचार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, वैचारिक एवं धार्मिक स्वतंत्रता, मिलने जुलने …
6 मौलिक अधिकार कौन से हैं?
मौलिक अधिकारों का वर्गीकरण
समानता का अधिकार : अनुच्छेद 14 से 18 तक। स्वतंत्रता का अधिकार : अनुच्छेद 19 से 22 तक। शोषण के विरुध अधिकार : अनुच्छेद 23 से 24 तक। धार्मिक स्वतंत्रता क अधिकार : अनुच्छेद 25 से 28 तक।
धारा 1955 क्या है?
[स्पष्टीकरण-इस धारा के प्रयोजनों के लिए, कोई निर्योग्यता लागू करना” के अन्तर्गत अस्पृश्यता” के आधार पर विभेद करना है ।] [वह कम से कम एक मास और अधिक से अधिक छह मास की अवधि के कारावास से और ऐसे जुर्माने से भी, जो कम से कम एक सौ रुपए और अधिक से अधिक पांच सौ रुपए तक का हो सकेगा, दण्डनीय होगा ।]
सबसे आसान सरकारी नौकरी कौन सी है?
आरआरबी ग्रुप डी
यह सबसे आसान सरकारी नौकरी में से एक है, जो रेलवे की ग्रुप डी पद, जैसे कि केबिनमैन, फिटर, हेल्पर, गैंगमैन आदि के लिए कैंडीडेट की भर्ती करती है. इस एग्जाम में केवल दो चरण होते हैं.
टीचर की नौकरी कितने साल की होती है?
जिस तरह से सेना में चार साल की नियुक्ति का पैमाना रखा गया है, उसी तरह अब शिक्षकों की दस साल की नौकरी होगी. इस नियमावली को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल चुकी है.
अगर कोई बच्चा मर्डर कर दे तो उसे क्या सजा मिलेगी?
पहले उपरोक्त उम्र के किशोर कोई अपराध करते थे तो उनके केसों की सुनवाई में ज्यादा से ज्यादा तीन साल तक की सजा देने का प्रावधान रखा गया था, लेकिन अब जस्टिस जुवेनाइल एक्ट 2015 में संशोधन हो चुका है और नाबालिग अपराधी को उम्रकैद तक की सजा सुनाई जा सकेगी।
हाफ मर्डर क्या है?
उत्तर : हाफ मर्डर शब्द किसी भी कानून की किताब में कहीं नहीं लिखा है। लेकिन लोग लोकप्रिय रूप से ‘हत्या के प्रयास’ के अपराध को हाफ मर्डर (Half Murder) कहते हैं। इस अपराध के लिए केवल एक धारा है। यह आईपीसी की धारा 307 है।
हाफ मर्डर करने पर कितने साल की सजा है?
हत्या के आरोपी व्यक्तियों पर धारा 302 के तहत कोर्ट में मुकदमा चलाया जाता है। इसके अलावा, हत्या के मामले में आरोपी को दोषी पाए जाने पर धारा 302 के तहत सजा दी जाती है। धारा 302 के अनुसार आरोपी को या तो आजीवन कारावास या मृत्युदंड (हत्या की गंभीरता के आधार पर) के साथ – साथ जुर्माने की सजा दी जाती है।
अगर कोई मारने की धमकी दे तो क्या करना चाहिए?
अगर कोई देता है जान से मारने की धमकी
आप धमकी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवा सकती हैं। इसके बाद मजिस्ट्रेट को इस मामले की कॉपी दी जाती है और फिर धमकी देने वाले व्यक्ति के ऊपर मुकदमा चलाया जाता है।
पांच रिट कौन जारी करता है?
सर्वोच्च न्यायालय (अनुच्छेद 32 के तहत) एवं उच्च न्यायालय (अनुच्छेद 226 के तहत) रिट जारी कर सकते हैं।
संविधान में कितने रिट?
Detailed Solution. पांच प्रकार के रिट हैं – बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश रिट, प्रतिषेध रिट, उत्प्रेषण लेख और अधिकार पृच्छा , जो अनुच्छेद 32 के तहत सर्वोच्च न्यायालय द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
भारतीय संविधान की आत्मा कौन सी है?
भारतीय संविधान के किस भाग को संविधान का हृदय और आत्मा कहा जाता है? भारतीय संविधान के निर्माता, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के अनुसार, संवैधानिक उपचारों का अधिकार , संविधान के दिल और आत्मा के रूप में जाना जाता है।