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हमारी पोशाक ही प्रायः समाज में मनुष्य का क्या निश्चित करती है?

प्राय: पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्जा निश्चित करती है। वह हमारे लिए अनेक बंद दरवाजे खोल देती है, परंतु कभी ऐसी भी परिस्थिति आ जाती है कि हम ज़रा नीचे झुककर समाज की निचली श्रेणियों को अनुभूति को समझना चाहते हैं। उस समय यह पोशाक ही बंधन और अड़चन बन जाती है।

मनुष्य एक कौन सा प्राणी है?

Expert-Verified Answer
  • Answer: समाज दो प्रकार के होते हैं:-
  • 1) आर्य समाज
  • 2) ब्रह्मो समाज
  • Explanation :
  • आर्य समाज:- आर्य समाज की स्थापना स्वामी दयानंद सरस्वती ने मुंबई में 1875 में की थीl आर्य समाज के लोगों का मानना ​​है कि ईश्वर सत्य-चैतन्य ,निराकार, सर्वव्यापी, न्यायी, दयालु, अजन्मा, अनंत, अपरिवर्तनीय है |

रोज रोज रोने से क्या होता है?

  • कपड़े और एक्सेसरीज़
  • लड़कियाँ
  • टॉप्स और टीज़
  • ड्रेसेस और जंपसूट्स
  • जीन्स
  • पैंट
  • स्कर्ट्स और शॉर्ट्स
  • ट्रेडिशनल वियर
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