सही रूप में स्वतंत्रता का अर्थ है मनुष्य को अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए पर्याप्त सुअवसर या परिस्थितियाँ प्रदान करना। ये अवसर या सुविधाएं राज्य ही प्रदान कर सकता हैं, अएएव सकारात्मक स्वतंत्रता राज्य में ही संभव हैं। ऐसी स्वतंत्रता सीमित होती हैं, न कि असीमित।
स्वतंत्र जीवन का अर्थ क्या है?
स्वतंत्र जीवन का अर्थ है विकल्पों की जांच करने और सूचित निर्णय लेने और स्वयं के जीवन को निर्देशित करने की क्षमता । इस क्षमता के लिए सूचना, वित्तीय संसाधनों और सहकर्मी समूह सहायता प्रणालियों की उपलब्धता की आवश्यकता होती है।
स्वतंत्रता हमारे जीवन में क्या महत्व है?
स्वतंत्रता सर्वोपरि होता है। स्वतंत्र व्यक्ति अपनी इच्छा से अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकता है, खा-पी सकता है, कहीं घूम – फिर सकता है तथा विचारों को अभिव्यक्त कर सकता है। गुलामी का जीवन कष्टमय होता है। हमें अंग्रेजों ने दो सौ वर्षों तक गुलाम बनाकर रखा जिसमें हमें काफ़ी यातनाएँ झेलनी पड़ी।
स्वतंत्र व्यक्ति कैसा होता है?
मानहानि। यह वह व्यक्ति है जो पैसे, मदद या भावनात्मक आश्वासन के लिए अन्य लोगों पर निर्भर नहीं रहता है । यह ध्वनि आत्मसम्मान और स्वयं की स्वस्थ भावना वाला व्यक्ति है। इसका मतलब है कि उन्हें निर्णय लेने और अपने बारे में अच्छा महसूस करने के लिए दूसरों के सत्यापन की आवश्यकता नहीं है।
भारत की आजादी कैसे हुई?
1757 से लेकर 1947 तक अंग्रेजों का गुलाम रहा भारत
इससे पहले, 1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी का कंट्रोल था. देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और बलिदान के आगे आखिरकार अंग्रेजों ने घुटने टेक दिए और करीब 200 साल तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन आजादी मिली.
हमें किसी की भी स्वतंत्र क्यों नहीं पीनी चाहिए?
हमें किसी की भी स्वतंत्रता नहीं चीनी चाहिए क्योंकि यह मानव धर्म के प्रतिकूल है। ईश्वर ने सभी को स्वतंत्र रहने का अधिकार दिया है, तो हमें ईश्वर के बनाए गए नियमों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।
मनुष्य स्वतंत्र पैदा होता है लेकिन वह हर जगह जंजीरों में जकड़ा होता है किसका कथन है?
दरअसल रूसो ‘सोशल कान्ट्रैक्ट’ के शुरुआत में ही लिखते हैं, “मनुष्य स्वतंत्र पैदा होता है, किंतु वह सर्वत्र जंजीरों से जकड़ा हुआ है.”
स्वतंत्र जीवन क्या है?
स्वतन्त्रता की उचित परिभाषा करते हुए कहा जा सकता है कि “स्वतन्त्रता जीवन की ऐसी व्यवस्था का नाम है जिसमें व्यक्ति के जीवन पर न्यूनतम प्रतिबन्ध हों, विशेषाधिकार का नितान्त अभाव हो और व्यक्तियों को अपने व्यक्तित्व के विकास हेतु अधिकतम सुविधाएँ प्राप्त हों।” इसी प्रकार समानता को सही रूप से परिभाषित करते हुए कहा जा सकता है …
अगर भारत आजाद नहीं होता तो क्या होता?
अगर हमारा देश आजाद नहीं होता तो आज भी हम अंग्रेजों की गुलामी करते रहते और देश इतना आगे बढ़ ही नहीं पाता। आज हम जिस तरह जिंदगी जी रहे है, उस तरह कभी नहीं जी पाते। छोटी-छोटी चीजों के लिए तरसना पड़ता। अपनी मर्जी से हम कुछ भी नहीं कर पाते।
भारत गुलाम कैसे हुआ था?
विस्तार: यद्दपि भारत की गुलामी की शुरुआत 1600 ई. से हो गई थी जिसमें डच, फ्रांस, पुर्तगाल, ईस्ट इंडिया कंपनी, ब्रिटिश राज सभी ने भारत के अलग अलग हिस्सों पर राज किया परन्तु केवल ब्रिटिश राज ही सम्पूर्ण भारत को गुलाम बनाने में सक्षम हुआ जो कि वर्ष 1857 से 1947 तक रहा।
भगवान हमें आजादी क्यों देते हैं?
स्वतंत्रता हमें अपने कार्यों को चुनने की अनुमति देती है और हमें यह साबित करती है कि हम अपने जीवन के लिए किसी पूर्व निर्धारित योजना से बंधे नहीं हैं। परमेश्वर ने हमें यह उपहार उस गरिमा के हिस्से के रूप में प्रदान किया है जो उसने मनुष्य को अपने स्वयं के कार्यों के स्वामी बनने में सक्षम होने के लिए प्रदान की है ।
भारत ने 75 साल में क्या हासिल किया?
Azadi Ka Amrit Mahotsav: आजादी के 75 साल में भारत ने हासिल की नई ऊंचाइयां, 10 बड़ी उपलब्धियों पर एक नजर Azadi Ka Amrit Mahotsav आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी को याद करने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है।
एक स्वतंत्र व्यक्ति कैसे बनें?
क्षमा करें और भूल जाएँ: खुद को अपनाने और अपने बीते हुए पल को भुला देने के लिए, ऐसा करना बहुत ज़रूरी है। जब आप के मन में कोई द्वेष ही नहीं होगा और आप इन सारी बातों को व्यक्तिगत तौर पर भी नहीं लेते, तो आप अपने एक नये रूप में पहुँच जाएँगे – भावनात्मक रूप से स्वतंत्र व्यक्ति के रूप में। और इस तरह से आप और भी खुश हो जाएँगे!
स्वतंत्र व्यक्ति क्या कर सकता है?
भारत में सभी नागरिकों को इस बात की स्वतंत्रता है कि वे अपनी आजीविका के लिए कोई भी पेशा, व्यापार या कारोबार कर सकते हैं. राज्य साधारणतया व्यक्ति को न तो कोई विशेष नौकरी, व्यापार या व्यवसाय करने के लिए बाध्य करेगा और न ही उसके इस प्रकार के कार्य में बाधा डालेगा.
निम्नलिखित कथन किसका है मनुष्य स्वतंत्र उत्पन्न हुआ?
Solution : प्रसिद्ध फ्रांसीसी विचारक रूसो ने अपनी पुस्तक सोशल कॉन्ट्रैक्ट. में कहा था कि “मनुष्य स्वतंत्र पैदा होता है, किंतु वह सदा जंजीरों में बंधा रहता है।” रूसो के अनुसार, सामूहिक इच्छा से बने राज्य का यह अनिवार्य तथा सार्वभौम कर्तव्य है कि वह सारे समाज को सर्वोपरि मानते हुए कार्य को संचालित करे।
मनुष्य की जन्मजात स्वतंत्र कौन सी है?
मनुष्य की जन्मजात स्वतंत्रता को मान्यता प्रदान की गई है, स्वतंत्र जीवनयापन के अधिकार और मनुष्यों की समानता को स्वीकार किया है। आज ये सब विचार मानव जीवन और दर्शन के अविभाज्य अंग हैं। आधुनिक संविधान निर्माताओं ने नागरिक के इन मूलअधिकारों को संविधान में घोषित किया है।
भारत के 7 नाम क्या है?
प्राचीनकाल से भारतभूमि के अलग-अलग नाम रहे हैं मसलन जम्बूद्वीप, भारतखण्ड, हिमवर्ष, अजनाभवर्ष, भारतवर्ष, आर्यावर्त, हिन्द, हिन्दुस्तान और इंडिया.
पूरी दुनिया में कितने देश हैं?
विश्व में मान्यता प्राप्त कुल देशो की संख्या 195 है। हांलकि पृथ्वी पर कुल 240 देश है लेकिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा केवल 195 देशों को ही मान्यता प्रदान की गई है।
कौन देश गुलाम नहीं था?
भारत का एक और पड़ोसी मुल्क है, जो कभी गुलाम नहीं रहा है. इस देश का नाम नेपाल है.
भारत को आजाद कराने वाला कौन था?
महात्मा गांधी ने 1942 में शुरू किया था भारत छोड़ो आंदोलन
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 8 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बॉम्बे सत्र में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई, इस आंदोलन को अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है.
अंग्रेज भारत में क्यों आए थे?
अंग्रेजो का भारतीय उपमहाद्वीप में आगमन
24 अगस्त, 1608 को व्यापार के उद्देश्य से भारत के सूरत बंदरगाह पर अंग्रेजो का आगमन हुआ था, लेकिन 7 वर्षों के बाद सर थॉमस रो (जेम्स प्रथम के राजदूत) की अगवाई में अंग्रेजों को सूरत में कारखाना स्थापित करने के लिए शाही फरमान प्राप्त हुआ।
स्वतंत्रता से क्या सही है?
लिबर्टी शब्द लैटिन भाषा के शब्द ‘लिबर’ (Liber) से निकला है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है ‘बंधनों का अभाव’ अर्थात् पूर्ण स्वतंत्रता अथवा किसी प्रकार के बंधनों का न होना। इस प्रकार स्वतंत्रता का अर्थ हुआ कि व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार कार्य करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए और उस पर कोई बंधन नहीं होना चाहिए।
मनुष्य की जन्मजात स्वतंत्र क्या है?
मनुष्य की जन्मजात स्वतंत्रता को मान्यता प्रदान की गई है, स्वतंत्र जीवनयापन के अधिकार और मनुष्यों की समानता को स्वीकार किया है। आज ये सब विचार मानव जीवन और दर्शन के अविभाज्य अंग हैं। आधुनिक संविधान निर्माताओं ने नागरिक के इन मूलअधिकारों को संविधान में घोषित किया है।
अंग्रेज भारत क्यों आये थे?
अंग्रेजो का भारतीय उपमहाद्वीप में आगमन
24 अगस्त, 1608 को व्यापार के उद्देश्य से भारत के सूरत बंदरगाह पर अंग्रेजो का आगमन हुआ था, लेकिन 7 वर्षों के बाद सर थॉमस रो (जेम्स प्रथम के राजदूत) की अगवाई में अंग्रेजों को सूरत में कारखाना स्थापित करने के लिए शाही फरमान प्राप्त हुआ।
अंग्रेज भारत छोड़कर कब गए थे?
नौ अगस्त 1942 को मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान में महात्मा गांधी ने अंग्रेज़ों से तुरंत भारत छोड़ने को कहा और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे शक्तिशाली आंदोलन की शुरूआत की.
भारत कितने साल गुलाम था?
मुगल राजवंश का महत्त्व: मुगल राज–वंश का भारतीय इतिहास में बहुत बड़ा महत्त्व है। इस राज–वंश ने लगभग २०० वर्षों तक भारत में शासन किया। बाबर ने १५२६ ई० में दिल्ली में मुगल–साम्राज्य की स्थापना की थी और इस वंश का अन्तिम शासक बहादुर शाह १८५८ ई० में दिल्ली के सिंहासन से हटाया गया था।
भारत की फुल फॉर्म क्या है?
इंडिया के ये भी नाम
हालांकि बहुत से लोगों द्वारा माना जाता हैं कि INDIA का फुल फॉर्म (India Full Form) “Independent National Democratic Intelligent Area” तथा “Independent Nation Declared In August” भी होता हैं।
इंडिया का फुल फॉर्म क्या है?
भारत, आधिकारिक तौर पर भारत गणराज्य (हिंदी: भारत गणराज्य), दक्षिण एशिया का एक देश है। यह क्षेत्रफल के हिसाब से सातवां सबसे बड़ा देश, दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश और दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है।
दुनिया का सबसे अमीर देश कौन सा है?
- ब्रुनेई दक्षिण पूर्वी एशिया का छोटा सा देश ब्रुनेई इस सूची में दसवां सबसे अमीर देश है. ग्लोबल फाइनेंस ने सबसे अमीर देशों की लिस्ट तैयार की है. …
- अमेरिका इस सूची में अमेरिका दुनिया का नौवां सबसे अमीर देश है. …
- नॉर्वे
- संयुक्त अरब अमीरात
- स्विट्जरलैंड
- मकाऊ
- कतर
- आयरलैंड
दुनिया में नंबर 1 कौन सा देश है?
संयुक्त राज्य अमेरिका । संयुक्त राज्य अमेरिका एक उत्तरी अमेरिकी राष्ट्र है जो दुनिया की सबसे प्रमुख आर्थिक और सैन्य शक्ति है।
भारत सबसे पहले किसका गुलाम था?
विस्तार: यद्दपि भारत की गुलामी की शुरुआत 1600 ई. से हो गई थी जिसमें डच, फ्रांस, पुर्तगाल, ईस्ट इंडिया कंपनी, ब्रिटिश राज सभी ने भारत के अलग अलग हिस्सों पर राज किया परन्तु केवल ब्रिटिश राज ही सम्पूर्ण भारत को गुलाम बनाने में सक्षम हुआ जो कि वर्ष 1857 से 1947 तक रहा।
हमारा देश गुलाम क्यों हुआ?
अंग्रेजों ने भारत के राजा महराजाओं को भ्रष्ट करके भारत को गुलाम बनाया। उसके बाद उन्होने योजनाबद्ध तरीके से भारत में भ्रष्टाचार को बढावा दिया और भ्रष्टाचार को गुलाम बनाये रखने के प्रभावी हथियार की तरह इस्तेमाल किया।
अंग्रेजों का धर्म क्या है?
अंग्रेज़ इंग्लैण्ड मूल अंग्रेज़ी भाषी लोगों को कहा जाता है। पारम्परिक रूप से आंग्ल चर्चवाद लेकिन गैर नैष्ठिक भी और रोमन कैथोलिक; इसी तरह अन्य धर्मों में भी।