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सोने से पहले कौन सी प्रार्थना करनी चाहिए?

जागने के बाद जिस प्रकार से हम परमात्‍मा को याद करके अपने दिन की शुरुआत करते हैं उसी प्रकार से सोने जाने से पहले भी हमें भगवान की प्रार्थना करके बिस्‍तर पर लेटना चाहिए और ईष्ट देवों को भी ध्यान करना चाहिए

सोने से पहले मुझे क्या प्रार्थना करनी चाहिए?

हमारे घर और सोने के लिए जगह और खाने के लिए अच्छा खाना देने के लिए धन्यवाद। हमें अच्छी तरह से आराम करने में मदद करें, हमें शांतिपूर्ण सपने दें, और रात भर हमारी रक्षा करने के लिए अपने स्वर्गदूतों को हमारे घर के चारों ओर भेजें। हमें आप पर भरोसा करना और आपको अधिक से अधिक प्यार करना सिखाएं। आप अच्छे हैं; आप महान हैं; और हे परमेश्वर, तू विश्वासयोग्य है।

रात में प्रार्थना करने का सही समय क्या है?

रात की प्रार्थना पारंपरिक रूप से आपके दिन के अंत से ठीक पहले की जाती है – इससे पहले कि आप सो जाएं । चाहे आप रात 9:30 बजे या 1:00 बजे बिस्तर पर जाएं, आप हमेशा रात की प्रार्थना कर सकते हैं। आप इसे अपने बिस्तर के पास घुटने टेक कर कर सकते हैं या जब आप पहले से ही सोने के लिए लेटे हों।

प्रार्थना करने के लिए कुछ अच्छी प्रार्थनाएं कौन सी हैं?

मैं आपके सामने आता हूं, हे भगवान, और शांति के इस क्षण में पीता हूं, ताकि मैं आज अपने दिल में आपकी आशा, प्रेम और आनंद को ले जा सकूं। हे प्रभु, जब मैं इस दिन से गुजर रहा हूं तो मुझे दृढ़ विजयी साहस प्रदान करें। जब मैं हार मानने के लिए ललचाऊं, तो मुझे चलते रहने में मदद करें। जब चीजें मेरे अनुकूल न हों तो मुझे एक प्रफुल्लित आत्मा प्रदान करें।

भगवान से प्रार्थना कैसे करनी चाहिए?

प्रार्थना सरल और साफ तरीके से की जानी चाहिए और आसानी से बोली जाने वाली प्रार्थना करनी चाहिए. – शांत वातावरण में प्रार्थना करना सबसे बढ़िया होता है. – खासतौर पर मध्य रात्रि में प्रार्थना जल्दी स्वीकार हो जाती है. – प्रार्थना को रोज़ एक ही समय पर करना अच्छा होता है.

रात को सोते समय क्या बोलना चाहिए?

-ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। -राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें.

सुबह उठकर कौन सी प्रार्थना करनी चाहिए?

गुरूश्च शुक्रः शनि राहु केतवः कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।। शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्नाभं सुरेशं। विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्णं शुभांगम्।। लक्ष्मीकान्तं कमल नयनं योगिभिः ध्यानगम्यं।

सच्चे मन से प्रार्थना कैसे करें?

प्रार्थना सरल और साफ तरीके से की जानी चाहिए और आसानी से बोली जाने वाली प्रार्थना करनी चाहिए. – शांत वातावरण में प्रार्थना करना सबसे बढ़िया होता है. – खासतौर पर मध्य रात्रि में प्रार्थना जल्दी स्वीकार हो जाती है. – प्रार्थना को रोज़ एक ही समय पर करना अच्छा होता है.

भगवान कब सुनते हैं?

सारी वासनाओं से उठकर जब हम सिर्फ उस परमानंद को पाने की मानस चेष्टा करते हैं, प्रार्थना हमारे भीतर गूंजने लगती है। प्रार्थना, मंत्रों का उच्चारण मात्र नहीं है, मन की आवाज है, जो परमात्मा तक पहुंचनी है। अगर मन से नहीं है, तो वो मात्र शब्द और छंद भर हैं। प्रार्थना का उत्स हृदय है।

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भगवान हमारी कब सुनता है?

प्रार्थना आत्मा की पुकार होती है। प्रार्थना तब होती है जब आप कृतज्ञता महसूस कर रहे होते हैं या आप अत्यंत निस्सहाय या निर्बल महसूस कर रहे होते हैं। इन दोनों ही परिस्थितियों में आपकी प्रार्थना की पुकार सुनी जाएगी। जब आप निःस्सहाय होते हैं तो प्रार्थना अपने आप ही निकलती है।

भगवान के सामने रोने से क्या होता है?

भगवान के पास रोने का ये मतलब है

ऐसा लगता है कि उस व्यक्ति पर भगवान की कृपा बरस रही है। इतना ही नहीं भगवान भी इस संकट की स्थिति में अपने भक्तों की रक्षा के लिए नंगे पैर दौड़ते हैं।

रात को सोते समय क्या प्रार्थना करनी चाहिए?

सोने से पहले करें ईश्‍वर का ध्‍यान

जागने के बाद जिस प्रकार से हम परमात्‍मा को याद करके अपने दिन की शुरुआत करते हैं उसी प्रकार से सोने जाने से पहले भी हमें भगवान की प्रार्थना करके बिस्‍तर पर लेटना चाहिए और ईष्ट देवों को भी ध्यान करना चाहिए

सुबह उठकर भगवान का नाम कैसे लेना चाहिए?

तो अच्छा होता है इसके अलावा अगर आप सुबह उठकर माता सरस्वती, मां लक्ष्मी , गणेश, श्री कृष्ण, ब्रह्मा, विष्णु, महेश आदि सारे नाम अगर अपने मन में स्मरण करते हैं तो या आपके लिए लाभकारी होता है आपका पूरा दिन अच्छा जाता है।

कैसे पता करें कि भगवान हमारे साथ है या नहीं?

अगर आपको रात में नींद के दौरान बार-बार सपने आते हैं और सपनों में मंदिर, भगवान की मूर्ति या फोटो दिखाई देती हैं तो इसका मतलब है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी चीज को लेने के लिए आगे बढ़ते हैं, लेकिन लेते वक्त आपके मन में उसे लेकर कुछ संशय आ जाता है।

हमें कैसे पता चलेगा कि भगवान हमारे साथ है?

अगर आपको रात में नींद के दौरान बार-बार सपने आते हैं और सपनों में मंदिर, भगवान की मूर्ति या फोटो दिखाई देती हैं तो इसका मतलब है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी चीज को लेने के लिए आगे बढ़ते हैं, लेकिन लेते वक्त आपके मन में उसे लेकर कुछ संशय आ जाता है।

बिस्तर में सोने से पहले क्या करना चाहिए?

हमेशा रात का भोजन सोने से 2 घंटे पहले कर लेना चाहिए. कोशिश करें रात का भोजन सादा और हल्का हो. उसके बाद वज्रासन में बैठें फिर भ्रामरी प्राणायाम और अंत में शवासन करते हुए सो जाना चाहिए.

बिस्तर में ज्यादा देर तक कैसे रहें?

  1. इसे धीमी गति से लें अगर आप चाहते हैं कि आपका पार्टनर बिस्तर पर लंबे समय तक टिक पाए, तो उसे धीमी गति से शुरू करने के लिए कहें। …
  2. इसे बार-बार करें …
  3. पैल्विक फ्लोर व्यायाम का प्रयास करें …
  4. कंडोम का प्रयोग करें …
  5. पोजीशन बदलें

सीने पर हाथ रख कर सोने से क्या होता है?

ऐसा कहा जाता है कि सीने पर हाथ रखकर सोने से शरीर पर तनाव पड़ता है। यहां ये बात याद रखने की है कि जब हम सोते हैं तो शरीर में सोता है। इस दौरान शरीर के हृदय, फेफड़े और मस्तिष्क बेहद ही न्यूनतम स्तर पर काम करते हैं। ऐसे में उन्हें हल्का सा भी तनाव परेशान कर सकता है।

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रात को सोते समय हमें क्या करना चाहिए?

हमेशा रात का भोजन सोने से 2 घंटे पहले कर लेना चाहिए. कोशिश करें रात का भोजन सादा और हल्का हो. उसके बाद वज्रासन में बैठें फिर भ्रामरी प्राणायाम और अंत में शवासन करते हुए सो जाना चाहिए.

सोते समय कौन सा भगवान का नाम लेना चाहिए?

-ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। -राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें.

सोते समय कौन से भगवान को याद करना चाहिए?

भगवान गणेश जी को विध्नहर्ता कहते है इसलिए रात में सोने से पहले गणेश मंत्र ” ऊं गन गणपतये नम:” का जाप करें। रात को सोते समय हर तरह की समस्या का निदान करने के लिए यह सबसे अच्छा मंत्र है।

सुबह उठते ही किसका चेहरा देखना चाहिए?

कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आईने में अपना नहीं तो किसका चेहरा देखना चाहिए। इस सवाल का जवाब है कि व्यक्ति को सुबह उठकर अपने ईष्ट देव का चेहरा देखना चाहिए क्योंकि सुबह सोकर उठने के वक्त हर व्यक्ति के चेहरे पर अलग-अलग भाव होते हैं। ऐसे में जब किसी का चेहरा देखकर हमारे अंदर भी उसकी नकारात्मकता आ सकती है।

क्या संकेत हैं कि भगवान आपके साथ है?

मधुर स्वभाव और विनम्र लोगों का साथ भी ईश्वर कभी नहीं छोड़ते हैं। अगर सपने में लगातार मंदिर या फिर भगवान की छवि दिखाई दे तो माना जाता है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। अगर किसी महत्वपूर्ण कार्य में गलत निर्णय लेने से पहले मन में कुछ संशय आ जाए और आपको निर्णय लेने से रोक ले तो समझो ईश्वर आपके साथ हैं

गूगल आपको भगवान कौन है?

भगवान को ईश्‍वरतुल्य माना गया है इसीलिए इस शब्द को ईश्वर, परमात्मा या परमेश्वर के रूप में भी उपयोग किया जाता है, लेकिन यह उचित नहीं है। ब्रह्मा, विष्णु, महेष, राम, कृष्ण और बुद्ध आदि सभी ईश्वर नहीं है। भगवान शब्द का उपयोग विष्णु और शिव के अवतारों के लिए किया जाता है।

भगवान की पूजा कब नहीं करनी चाहिए?

यदि हम ज्योतिष के नियमों की मानें तो दोपहर 12 से 3 बजे का समय देवताओं के आराम का समय माना जाता है और इस समय यदि पूजन किया जाता है तो पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसके साथ ही, इस समय को अभिजीत मुहूर्त कहा जाता है और ये पितरों का समय माना जाता है। इस वजह से इस विशेष समय अवधि में देवताओं की पूजा का विधान नहीं है।

गूगल हमें भगवान क्यों नहीं दिखते?

ठीक इसी तरह ईश्वर भी कण-कण में हैं, लेकिन हम उन्हें देख नहीं सकते, सिर्फ महसूस कर सकते हैं। जिस तरह पानी को गर्म करने का बाद नमक के कण दिखाई दिए, ठीक उसी तरह जब हम ध्यान, भक्ति और तप करते हैं, तब हमें भगवान के दर्शन हो सकते हैं। इसके लिए हमें हमारी बुराइयों को छोड़ना पड़ता है, तभी हम ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं।

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पति और पत्नी एक साथ क्यों सोते हैं?

पति पत्नी के सोने का सही तरीका

वास्तुविज्ञान में कहा गया है कि दाम्पत्य जीवन में आपसी प्रेम और तालमेल के लिए पत्नी को पति के बायीं ओर सोना चाहिए। इसके पीछे एक कारण यह है कि पत्नी को पति का बायां अंग माना गया है। जबकि पति को पत्नी का दायां हिस्सा माना गया है। इससे पारिवारिक जीवन में संतुलन बना रहता है।

रात में कितने बजे सो जाना चाहिए?

– एडल्ट्स को रात 10:00 बजे से 11:00 बजे के बीच सोने की कोशिश करनी चाहिए। 1) 0 से 3 महीने- दिन में करीब 14 से 17 घंटे सोना चाहिए, जिसमें छोटी झपकी भी शामिल है। 2) 4 से 11 महीने- 12 से 15 घंटे सोना चाहिए, जिसमें छोटी झपकी भी शामिल है।

स्त्री को सबसे ज्यादा मजा कब आता है?

महिलाओं को कब पसंद है सेक्स करना

लेकिन महिलाओं का मानना था कि सुबह के समय उन्हें सेक्स करने में ज्यादा आनंद आता है। जब वह सुबह के समय यौन संबंध बनाती हैं तो उन्हें जल्दी ही संतुष्टि प्राप्त हो पाती है। यही कारण है कि ज्यादातर महिलाएं सुबह के समय सेक्स करना ज्यादा पसंद करती हैं।

महिला की कितनी उम्र से सम्बन्ध बनाने की इच्छा होती हैं?

वैसे तो 55 से 60 की उम्र तक महिलाओं में संबंध बनाने की इच्छा होती है, लेकिन 45 से 52 साल की उम्र में शरीर में अचानक से बढ़ती हुई बीमारीओं के कारन महिलाओं की सेक्स लाइफ को काफी प्रभावित करते हैं

सुबह उठते ही कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?

करमूले तू ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्।। “ अर्थात् हथेलियों के अग्रभाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में विद्यादात्री सरस्वती और मूल भाग में भगवान गोविन्द (ब्रह्मा) का निवास है। प्रभात यानि (सुबह का समय) में मैं इनका दर्शन करता हूं।

सिर के पास फोन रख कर सोने से क्या होता है?

फोन साइड में रखकर सोना है खतरनाक

मोबाइल फोन हानिकारक रेडिएशन का निकलते हैं, जो आपके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिससे आप सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं।

सुबह सुबह कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?

सुबह उठकर भगवान का नाम लेना चाहिए यह हम सभी जानते हैं। लेकिन एक रामचरित मानस के अंश सुंदरकांड में स्वयं भगवान हनुमान का एक कथन है, जिसमें वह कहते हैं कि सुबह उठते ही उनका नाम नहीं लेना चाहिए। तुलसीदासजी हनुमानजी के कथन में लिखते हैं – ‘प्रात: लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा।।

महिलाओं को सुबह कितने बजे उठना चाहिए?

सुबह इस बीच जागने की कोशिश करें

इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में जागना हो सकता है उनके लिए मुमकिन न हो। डॉ. भवसार कहती हैं कि ऐसे में सुबह 6:30 बजे से 7 बजे के बीच जागने की कोशिश करनी चाहिए