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सूरदास के रुपए किसने और क्यों लिए?

Answer: जगधर जब भैरों के घर यह पता करने पहुँचा कि सूरदास के घर आग किसने लगवाई है, तो उसे पता लगा कि भैरों ने ही सूरदास के घर आग लगवाई थी। इसके साथ ही उसने सूरदास की पूरे जीवन की जमापूँजी भी हथिया ली है। यह राशि पाँच सौ रुपए से अधिक की थी

सूरदास ने रुपयों को अपना मानने से क्यों इंकार किया?

उसे ईर्ष्या इस बात की थी कि सूरदास चैन से रहता है, खाता- पीता है, उसके चेहरे पर निराशा नहीं झलकती, जबकि जगधर को खाने-कमाने के लाले पड़े हुए हैं। भैरों की बहुरिया सुभागी पर जगधर नज़र भी रखता था। सूरदास और सुभागी के संबंधों की चर्चा पूरे मुहल्ले में इतनी हुई कि भैरों अपने अपमान और बदनामी का बदला लेने की सोच बैठा।

सूरदास की पोटली में कितने सिक्के थे?

उस पोटली में सूरदास ने पांच सौ रूपए से अधिक इकट्ठे किए हुए थेसूरदास ने उन पैसों से गया जाकर पितरों को पिंड देना, मिठुआ की सगाई करने की सोची थी।

सूरदास को किस चीज का दुख था और क्यों तथा उसे क्या सोचते सोचते रोना आ गया स्पष्ट करे?

सूरदास को इस बात का दुख था कि वह अपनी अभिलाषायें पूरी नहीं कर पाया। भैरों द्वारा उसकी झोपड़ी जला देने के कारण उसकी सारी अभिलाषायें जैसे उसकी झोपड़ी में जल गई थीं। सूरदास एक अंधा भिखारी था और भीख मांग कर अपना जीवन यापन करता था

सूरदास ने कितने रुपए जमा किए थे?

उसे दोबारा इतनी जल्दी जमा कर पाना संभव नहीं था। उसमें 500 सौ रुपए थे। उस पूँजी से उसे बहुत-सी अभिलाषाएँ थी। वह गाँववालों के लिए कुँआ बनवाना चाहता था, अपने बेटे की शादी करवाना चाहता था तथा अपने पितरों का पिंडदान करवाना चाहता था।

पहले के जमाने में कौन से सिक्के चलते थे?

इस तरह फूटी कौड़ी से कौड़ी, कौड़ी से दमड़ी, दमड़ी से धेला, धेला से पाई, पाई से पैसा, पैसा से आना और आना से रुपया बनता था। आरबीआई ने भारतीय मुद्रा में 50 पैसे और इससे कम के सिक्के बंद कर दिये हैं। पहले 1, 2, 3, 5, 10, 20, 25, 50 पैसे के सिक्के चलते थे

सूरदास के रुपए किसने और क्यों लिए?

Answer: जगधर जब भैरों के घर यह पता करने पहुँचा कि सूरदास के घर आग किसने लगवाई है, तो उसे पता लगा कि भैरों ने ही सूरदास के घर आग लगवाई थी। इसके साथ ही उसने सूरदास की पूरे जीवन की जमापूँजी भी हथिया ली है। यह राशि पाँच सौ रुपए से अधिक की थी।

सूरदास जगधर से अपनी आरती खाने को गुप्त क्यों रखना चाहता था?

वह स्वयं को समाज के आगे लज्जित नहीं करना चाहता था। वह जानता था कि कोई उसकी गरीबी का मजाक नहीं उड़ाएगा। लोगों को यह पता लगा कि उसके पास इतना धन था, तो वह लोगों को इसका जवाब नहीं दे पाएगा। अतः वह जगधर से अपनी आर्थिक हानि को गुप्त रखना चाहता था

सूरदास का मन कहां और क्यों नहीं लगता?

सूरदास ने कहा है कि उनके मन को श्रीकृष्ण की शरण के अतिरिक्त और कहीं सुख नहीं मिल सकता। Explanation: सूरदास ने कहा है कि उनके मन को श्रीकृष्ण की शरण के अतिरिक्त और कहीं सुख नहीं मिल सकता। अपने इस कथन को सिद्ध करते हुए सर्वप्रथम वह समुद्र में स्थित जहाज पर बैठे पक्षी का उदाहरण देते हैं।

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भारत का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है?

हम जिस सिक्के की बात कर रहे है वो 1942 का होना चाहिए और उसमे छठे किंग सम्राट जार्ज की तस्वीर होनी चाहिए. इस पुराने सिक्के को 10 लाख रूपए में नीलामी हुई थी. दुनिया में ऐसे कई लोग है जो पुराने सिक्के और नोट की बिक्री कर रहे है. यदि आपके पास भी ऐसा सिक्का है तो आपका मालामाल होंना तय है.

कृष्ण माता से क्या पूछ रहे हैं?

कृष्ण माता यशोदा से क्या पूछ रहे हैं ? Answer: श्रीकृष्ण यशोदा से पूछते हैं कि मेरी चोटी कब बड़ी होगी। मैं काफी दिनों से दूध पी रहा हूँ, फिर वह छोटी की छोटी ही है।

माँ यशोदा ने कच्चा दूध पिलाने के लिए क्या क्या लालच दिया?

तब एक दिन माता यशोदा ने प्रलोभन दिया कि कान्हा ! तू नित्य कच्चा दूध पिया कर, इससे तेरी चोटी दाऊ (बलराम) जैसी मोटी व लंबी हो जाएगी। मैया के कहने पर कान्हा दूध पीने लगे। अधिक समय बीतने पर श्रीकृष्ण अपने बालपन के कारण माता से अनुनय-विनय करते हैं कि तुम्हारे कहने पर मैंने दूध पिया पर फिर भी मेरी चोटी नहीं बढ़ रही।

सूरदास की झोपड़ी में कौन आग लगा देता है *?

जगधर जब भैरों के घर यह पता करने पहुँचा कि सूरदास के घर आग किसने लगवाई है, तो उसे पता लगा कि भैरों ने ही सूरदास के घर आग लगवाई थी। इसके साथ ही उसने सूरदास की पूरे जीवन की जमापूँजी भी हथिया ली है।

सूरदास की झोपड़ी में आग कैसे लगी?

सूरदास की झोपड़ी में आग भैरों ने लगाई थी क्योंकि वह सूरदास से बेहद नाराज था। ✎… भैरों सूरदास से बहुत पहले से ही नाराज था। जब एक बार भैरों और उसकी पत्नी के बीच झगड़ा हो गया तो उसकी सुभागी नाराज होकर सूरदास के घर रहने चली गई।

सूरदास ने किसकी बाल?

कवि सूरदास ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर व मोहक वर्णन किया है।

सूरदास किसकी पूजा करते थे?

भगवद भक्ति में लीन रहने वाले सूरदास ने अपने को पूरी तरह से कृष्ण भक्ति में समर्पित कर दिया था. मान्यता है कि कृष्णभक्ति के चलते उन्होंने महज 6 साल की उम्र में अपने पिता की आज्ञा लेकर घर छोड़ दिया था.

सूरदास की कृष्ण भक्ति क्या है?

सूरदास की रचनाओं में कृष्ण के प्रति अटूट प्रेम और भक्ति का वर्णन मिलता है. इन रचनाओं में वात्सल्य रस, शांत रस, और श्रंगार रस शामिल है. सूरदास ने अपनी कल्पना के माध्यम से कृष्ण के अदभुत बाल्य स्वरूप, उनके सुंदर रुप, उनकी दिव्यता वर्णन किया है.

भक्ति भाव कैसे प्राप्त करें?

भक्ति करने के लिए घर छोड़ने या व्यापार छोड़ने की आवश्यकता नहीं। केवल अपने लिए ही कार्य करो, यह पाप है। घर के मनुष्यों के लिए काम करो, यह व्यवहार है और परमात्मा के लिए काम करो यह भक्ति है। कार्य तो एक ही है परंतु इसके पीछे रही भावना में बहुत फर्क है।

सूरदास जी ने कौन सा रस दिया है?

उत्तर- सूरदास के काव्य में वात्सल्य रस प्रमुख है.

कौन सा सिक्का 10 करोड़ में बिका?

पुराने सिक्कों की वैल्यू इन दिनों काफी बढ़ गई है. 10 करोड़ रुपये में नीलाम होने वाला एक रुपये का भारतीय सिक्का मामूली नहीं था. अगर आपके पास अंग्रेजों के जमाने का सिक्का है और उस पर सन 1885 मुद्रण है. तो तो आपको उसके लिए 10 करोड़ रुपये मिल सकते हैं.

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कृष्ण की मृत्यु के बाद क्या होता है?

श्रीकृष्ण के जाने के बाद रुक्मिणी और जांबवती ने भी देह त्याग दिया। बलरामजी की पत्नी रेवती ने भी देह त्याग कर दिया। इसके बाद दुखी मन से अर्जुन द्वारिका से सभी बचे हुए लोगों को अपने साथ लेकर लौट पड़े और अर्जुन के द्वारिका से जाते हुए समुद्र ने द्वारिका नगरी को डुबो दिया। इसके साथ ही कलियुग भी धरती पर आ पहुंचा।

कृष्ण जी की मृत्यु क्यों हुई?

जीरू नामक शिकारी ने उस मछली को पकड़ा और उसके शरीर से निकले धातु के टुकड़े को नुकीला कर तीर का निर्माण किया। कृष्ण वन में बैठे ध्यान में लीन थे। जीरू को लगा वह कोई हिरण है, उसने कृष्ण पर तीर चला दिया जिससे श्रीकृष्ण की मृत्यु हुई

यशोदा कृष्ण को बार बार क्या पिलाती है?

उत्तर:- माता यशोदा ने श्रीकृष्ण को बताया की दूध पीने से उनकी चोटी बलराम भैया की तरह हो जाएगी। श्रीकृष्ण अपनी चोटी बलराम जी की चोटी की तरह मोटी और बड़ी करना चाहते थे इस लोभ के कारण वे दूध पीने के लिए तैयार हुए।

बच्चे को मां का दूध ना मिलने पर किसका दूध दिया जाता है?

पिला सकते हैं बकरी का दूध

शिशु को 6 महीने तक मां का दूध ही पिलाया जाता है और इसके बाद शिशु को गाय या भैंस का दूध दिया जाता है. इसके अलावा अन्‍य पशुओं का दूध बच्‍चों का कम ही पिलाया जाता है जबकि ऐसा नहीं है कि उनमें पोषण की मात्रा कम होती है.

मिठुआ कौन है?

ड़) सूरदास के बेटे का नाम मिठुआ था

सूरदास की झोपड़ी में कितने रुपए थे?

उसमें 500 सौ रुपए थे। उस पूँजी से उसे बहुत-सी अभिलाषाएँ थी। वह गाँववालों के लिए कुँआ बनवाना चाहता था, अपने बेटे की शादी करवाना चाहता था तथा अपने पितरों का पिंडदान करवाना चाहता था। झोपड़ी के साथ ही पूँजी के जल जाने से अब उसकी कोई भी अभिलाषा पूरी नहीं हो सकती थी।

वीरों ने सूरदास की झोपड़ी क्यों जलाई?

Solution : (i) अपमान का बदला – भैरों का मानना था कि सूरदास ने सुभागी को उसके हाथों बचाकर उसका अपमान किया है। साथ ही बिरादरी में भी उसका अपमान हुआ है। अत: उसने सूरदास से बदला लेने के लिए उसकी झोंपड़ी जलाई

यशोदा बार बार नंद को क्यों बुलाती है?

(ग) यशोदा बारबार नंद को क्यों बुलाती है? उत्तर: कृष्ण की बाल अवस्था को देख यशोदा को अत्यंत आनंद एवं सुख मिलता है और अपने नंद को गोदी में उठाने के लिए यशोदा बारबार नंद को बुलाती है।

बाल कृष्ण के मुख पर किसका लेप किया हुआ है?

उत्तर : बालकृष्ण के मुख पर मक्खन का लेप किया हुआ है।

वैष्णो देवी के सिक्के की कीमत क्या है?

वैष्णो देवी वाला सिक्का

आज हम आपको एक खास 2 रुपये के सिक्के के बारे में बताते हैं, जिसके बदले में आपको पूरे 5 लाख रुपये मिल सकते हैं. 1 रुपये, 2 रुपये, वैष्णो देवी के फोटो वाले सिक्के की बाजार में खूब डिमांड है तो अगर आपके पास भी वैष्णो देवी का एक या फिर 2 रुपये वाला सिक्का है तो आपको ये पैसे मिल सकते हैं.

सबसे अच्छी भक्ति किसकी है?

मीराबाई (1498-1546) वैष्णव-भक्ति-आन्दोलन की महानतम कवयित्री हैं।

सबसे श्रेष्ठ भक्ति कौन सी है?

सख्य: ईश्वर को ही अपना परम मित्र समझकर अपना सर्वस्व उसे समर्पण कर देना तथा सच्चे भाव से अपने पाप पुण्य का निवेदन करना। आत्मनिवेदन: अपने आपको भगवान के चरणों में सदा के लिए समर्पण कर देना और कुछ भी अपनी स्वतंत्र सत्ता न रखना। यह भक्ति की सबसे उत्तम अवस्था मानी गई हैं।

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₹ 5 का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है?

पर इसमें से जो सबसे कीमती Expensive coin सिक्का है वह है 2004 का हैदराबाद टकसाल मिंट से जारी हुआ सिक्का अगर आपको इस तरह का कोई सिक्का coin बिल्कुल नई कंडीशन में मिल जाता है तो आपको इसके साथ सो 5000 से 8000 तक की कीमत मिल सकती है।

पुराने सिक्के कौन खरीदता है उसका मोबाइल नंबर?

हम लोग पुराने सिक्के खरीदने वाले हैं। सभी प्रकार के पुराने सिक्के का खरीदार नंबर (+91-8240611870) यहाँ से लेकर आप कांटेक्ट कर सकते हैं। इसलिए कृपया याद रखें कि कोई भी ग्राहक जो अपना पुराना सिक्का (ओल्ड कॉइन) या नोट बेचना चाहता है, कृपया पुराने सिक्के खरीदने व बेचने वाले व्हाट्सएप नंबर (6290213981) पर संपर्क करें।

पुराने ₹ 2 के सिक्के की कीमत क्या है?

2 रुपये का यह सिक्का सन 1994 का बना है। इस सिक्के के पीछे भारत का झंडा बना हुआ है। कमर्शियल वेबसाइट पर इन दुर्लभ सिक्कों की कीमत 5 लाख रुपये लगाई गई है। इसी तरह अंग्रेजों के शासनकाल में क्वीन विक्टोरिया के एक रुपये के सिल्वर के सिक्के का मूल्य दो लाख रुपये हैं।

वैष्णो देवी के सिक्के की क्या कीमत है?

वैष्णो देवी वाला सिक्का

आज हम आपको एक खास 2 रुपये के सिक्के के बारे में बताते हैं, जिसके बदले में आपको पूरे 5 लाख रुपये मिल सकते हैं.

₹ 1 का सबसे महंगा सिक्का कौन सा है?

आपको बता दें कि दुनिया का सबसे कीमती और महंगा सिक्का एक अमेरिकी सिक्का है। इस सिक्के का नाम 1933 डबल ईगल गोल्ड कॉइन है।

मरने के बाद आत्मा कितने दिन तक घर में रहती है?

इसलिए ही गुरुड़ पुराण में बताया गया है जब किसी मनुष्य की मृत्यु हो जाती है तो उसकी आत्मा 13 दिनों तक अपने परिजनों के पास घर में भटकती रहती है और उसके बाद आत्मा मृत लोक से यमलोक की ओर निकल पड़ती है जिसे पूरा करने के लिए उसे 12 महीने यानि कि 1 साल का वक्त लगता है इतना ही नहीं मान्यता के अनुसार 13 दिनों तक मृतक के नाम का …

भगवान श्री कृष्ण की आयु कितनी थी?

125 साल तक धरती पर रहे थे भगवान श्रीकृष्ण

पौराणिक शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण द्वापर के अंत में धरती पर 125 वर्ष तक रहे थे। उनकी इस आयु 5117 वर्ष को जोड़ दिया जाए तो भगवान श्रीकृष्ण इस साल धरती पर अपने जीवन काल का 5249 वां वर्ष पूर्ण कर लेंगे।

राधा पिछले जन्म में क्या थी?

देवी राधा को देवी लक्ष्मी का अवतार बताया गया है। सुदामा और श्रीदामा को श्रीकृष्ण के गोलोक का साथी कहा गया है। लेकिन महाभागवत पुराण में श्रीकृष्ण और देवी राधा के अवतार की जो कथा है वह अद्भुत है।

कृष्ण किससे बंधे थे?

जैसा कि चित्र में दिखाया गया है, यशोदा ने एक भारी चूने से रस्सियों को बांधकर उसे रोकने की कोशिश की। एक जोरदार टक्कर सुनकर, उसने पाया कि उसने मोर्टार को दो पेड़ों के बीच खींच लिया था और उन्हें गिरा दिया था। कुछ संस्करणों में, कृष्ण की कार्रवाई इन पेड़ों में कैद दो आदमियों को रिहा करती है।