Skip to content
Home » साथी हाथ बढ़ाना गीत में हमें क्या सीख मिलती है?

साथी हाथ बढ़ाना गीत में हमें क्या सीख मिलती है?

इस गीत से हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें प्रत्येक कार्य मिल-जुलकर करना चाहिए, परिश्रम से कभी घबराना नहीं चाहिए। और सभी के सुख-दुख में सहयोग देना चाहिए। यह कविता हमें एकता और संगठन की शक्ति के बारे में भी बताती है।

साथी हाथ बढ़ाना कविता से आपको क्या सीख मिली अपने शब्दों में लिखें?

Expert-verified answer

इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा मिल जुलकर काम करना चाहिए इससे हमारा काम आसान हो जाता है और हमेशा मुश्किल वक्त में दूसरों की मदद करनी चाहिए। इस कविता में यह भी बताया गया है कि हमारे भीतर अपार शक्ति है जिसका प्रयोग हमें लोगों के साथ मिलकर एवम् लोगो के हित के लिए करना चाहिए।

साथी हाथ बढ़ाने का क्या अर्थ है?

साथी हाथ बढ़ाना। भावार्थ- इन पंक्तियों में कवि कहते हैं कि जिस प्रकार बूँद-बूँद से समुद्र का निर्माण हो सकता है, छोटे-छोटे कण मिलकर रेगिस्तान का निर्माण कर सकते हैं, एक-एक राई मिलकर पूरा पर्वत बना सक्ति है उसी प्रकार यदि हर इंसान मिल जाए तो अपनी किस्मत को भी वश में किया जा सकता है। अर्थात् हम जो चाहें कर सकते हैं।

साथी हाथ बढ़ाना गीत के गीतकार कौन हैं तथा इस गीत से हमें क्या संदेश मिलता है?

Answer: इस गीत के रचयिता हैं-साहिर लुधियानवी। मिलकर मेहनत करने से क्या संभव है? Answer: मिलकर बोझ उठाने से काम आसान हो जाता है अकेला व्यक्ति थक जाता है। इसलिए मिलकर भार उठाना चाहिए।

साथी हाथ बढ़ाना गीत में हाथ बढ़ाने की बात क्यों कही गई है?

साथी हाथ बढाना। उपर्युक्त पंक्तियों को हम अपने आसपास के श्रमिक वर्ग की ज़िंदगी में घटते हुए देख सकते हैं। गीत की इन पंक्तियों में कवि बताते है कि अकेला व्यक्ति अगर कुछ पाने का प्रयास करे तो थक जाता है परंतु अगर सब मिल-जुलकर के कार्य करे तो बड़े से बड़े लक्ष्य तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

हमारी मंजिल क्या है और हमारा रास्ता कैसा है?

प्रश्न: हमारी मंजिल क्या है और हमारा रास्ता कैसा है? उत्तर: हमारी मंजिल सच की मंजिल है और हमारा रास्ता भलाई का रास्ता है।

चट्टानों में भी कौन लोग रास्ता बना लेते हैं?

उत्तर- मेहनत करने वाले लोग चट्टानों में रास्ता बना देते हैं। प्रश्न 6.

गीत में सीने और बाहों को फैला दी क्यों कहा गया है?

4. गीत में सीने और बाँह को फ़ौलादी क्यों कहा गया है? उत्तर:- मजबूत इच्छाशक्ति के लिए मजबूत सीना आवश्यक है और इन कार्यों को पूरा करने के लिए मजबूत हाथ आवश्यक है। इसलिए कवि ने इस गीत में मजदूर के सीने और बाँह को फ़ौलादी कहा है।

मिल जुलकर काम करने से कहाँ रास्ते बनाए जा सकते हैं?

प्रश्न: मिलजुलकर काम करने से कहाँ रस्ते बनाए जा सकते हैं?
  • मैदानों में
  • चट्टानों पर
  • खेतों में
  • बाग-बगीचों में

एक से एक मिले तो राई क्या बन सकती है?

उत्तर एक से एक मिले तो राई बन सकती है परबत” इन पंक्तियों के द्वारा कवि कहना चाहता है की अगर एकता हो तो राई आपस में मिलकर पहाड़ बना देती है ।

किसका बोझ उठाना चाहिए?

Answer: मिलकर बोझ उठाने से काम आसान हो जाता है अकेला व्यक्ति थक जाता है। इसलिए मिलकर भार उठाना चाहिए

इंसान चाहे तो क्या कर सकते हैं?

इंसान चाहे तो कुछ भी कर सकता है लेकिन क्या परिवार वालों का साथ होना जरूरी है? – Quora. इंसान जो चाहे, वह कर सकता है, इसमें कोई दोराय नहीं। अगर अपने लक्ष्य की पूर्ति में उसे परिवार वालों का साथ भी मिल जाए, तो सोने में सुहागा। अगर परिवार का साथ न मिले, तो उसे अपने लक्ष्य पर पुनर्विचार करना चाहिए।

शायद तुम पसंद करोगे  पुस्तक को अंग्रेजी में क्या बोलेंगे?

मेहनत करने वालों के हाथ कैसे हो जाते हैं?

Answer: मेहनत करने वालों के हाथ rukhe और बेकार हो जाते हैं। पर उनकी मेहनत कभी रुखी और बेकार नहीं जाती ।

लोग चाहे तो कहाँ रास्ता पैदा कर सकते हैं?

प्रश्न 4. हम अगर चाहें तो कहाँ राहें पैदा कर सकते हैं? उत्तर: हम अगर चाहें तो चट्टानों में राहे पैदा कर सकते है।

दुनिया की सबसे पुरानी चट्टान कौन सी है?

आग्नेय चट्टानें –
  • पृथ्वी की उत्पत्ति के बाद सबसे पहले इन्हीं चट्टानों का निर्माण हुआ है !
  • इसलिए इन्हें प्राथमिक चट्टान कहा जाता है !
  • आग्नेय चट्टानों का निर्माण मेग्मा तथा लावा के ठण्डे होकर जमा होने से होता है !
  • आग्नेय चट्टानों मे परतों (Layers) का अभाव पाया जाता है !

साथी हाथ बढ़ाना का क्या मतलब है?

साथी हाथ बढ़ानासाथी हाथ बढ़ाना । भावार्थ- इन पंक्तियों में कवि एक प्रकार से मजदूरों को संबोधित करते हुये उन्हे एक दूसरे के काम में हाथ बंटाने को कहते हैं। वे कहते हैं कि एक इंसान अकेला ही बोझ उठाएगा तो थक जाएगा लेकिन यदि उसी बोझ को हम सब मिलकर उठाएंगे तो वह किसी के लिए भी बोझ नहीं रह जाएगा।

ग क्या वे एक दूसरे का हाथ बँटाते हैं?

<br> () क्या वे एकदूसरे का हाथ बँटाते हैं ? Solution : (क) हम घर में माता-पिता और भाई-बहिन आदि के साथ उनके कामों में हाथ बँटाकर इस बात का ध्यान रख सकते हैं। <br> (ख) पापा का काम, नौकरी या रोजगार पर जाना है, धन कमाना और बाजार से सामान लाना है। माँ का काम घर सँभालना, खाना पकाना और साफ-सफाई करना आदि है।

हमें मिलकर क्यों रखना चाहिए?

हमें मिल जुल कर रहना चाहिए क्योंकि मिलजुल कर रहने से प्रेम और अपनापन बढ़ता है हमें एक दूसरे के सुख-दुख की जानकारी होती है और चारों-ओर खुशी और उल्लास का वातावरण हो जाता है। 2. ‘आत्मा में शुद्धता देना’ का तात्पर्य है – आत्मा को बुराइयों से मुक्त करना, आत्मा को शुद्ध करना पवित्र करना।

मिलकर रहने में क्या लाभ है?

दूसरों के साथ मिल जुलकर रहने से आप जब भी किसी परेशानी में हो, तो अपने आस पास के लोग तथा अपने मित्रों से सहायता ले सकते है । दूसरों के साथ मिलकर रहने से आप सभी के बीच प्यार भी बढ़ेगा । इसलिए हमे सभी के साथ मिल जुलकर रहना चाहिए । उम्मीद है यह उत्तर आपकी सहायता करेगा ।

राई पीने से क्या होता है?

राई देखने में भले ही छोटी होते हैं लेकिन इसके इस्तेमाल से कई बीमारियां दूर हो जाती हैं.
  • राई के फायदे:
  • अगर आपको बहुत अधिक घबराहट होती है तो राई को पीसकर प्रयोग में लाना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा. …
  • राई में मायरोसीन, सिनिग्रिन जैसे तत्व पाए जाते हैं. …
  • राई में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है.

राई खाने से क्या फायदा?

यह अपच, भूख की कमी, बवासीर और गठिया में भी लाभदायक होता है। राई मूत्र रोग में भी उपयोग होता है। इतना ही नहीं, काली राई त्रिदोष को ठीक करने वाला और बवासीर में फायदेमंद होता है। यह सांसों की बीमारी, अपच, दर्द, गठिया आदि में भी लाभदायक होता है।

शायद तुम पसंद करोगे  भारत में कितने जूट कारखाने हैं?

7 क्या निराश हुआ जाए?

लेखक ने इस लेख का शीर्षक ‘क्या निराश हुआ जाए‘ उचित रखा है। आजकल हम अराजकता की जो घटनाऍ अपने आसपास घटते देखते रहते हैं। जिससे हमारे मन में निराशा भर जाती है। लेकिन लेखक हमें उस समय समाज के मानवीय गुणों से भरे लोगों को और उनके कार्यों को याद करने कहा हैं जिससे हम निराश न हो।

बोझ कैसे उठाना चाहिए उत्तर बोझ मिलकर उठाना चाहिए?

उत्तर: एक अकेला, थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना। साथी हाथ बढाना । मेहनत अपने लेख, की रेखा, मेहनत से क्या डरना।

सही मिलन कीजिए :
  • हाथ बढाना – नए मार्ग ढूँढना
  • बोझ उठाना – आगे निकलना
  • कदम बढाना सहयोग देना / मदद करना।
  • राहें पैदा करना – छोटी – छोटी बातों में बडा परिणाम निकलना
  • राई का पहाड / परबत बनना – जिम्मेदारी लेना परबत बनना

सबकी नजरों में अच्छा कैसे बने?

एक अच्छा इंसान बनने के लिए आप कभी भी किसी दूसरे किसी के बारे में बुरा न सोचे और न ही आप किसी दूसरे किसी की बात को बुरा मानें। आप न ही किसी को बुरा कहे और अगर आपको कोई दूसरा बुरा कहे तो आप उसका बुरा भी न माने। तभी आप एक अच्छा इंसान बन सकते है। यह आदत एक अच्छे इंसान की पहचान होती है।

अच्छे लोगों की पहचान क्या है?

अच्‍छे कर्म, अच्‍छा व्‍यवहार, सकारात्‍मक सोच आदि कुछ बातें हैं जो एक अच्‍छे इनसान में होती हैं, अगर आप भी अच्‍छे इनसान हैं तो आपके अंदर इस तरह के लक्षण जरूर होंगे।

मेरी हथेलियां इतनी खुरदरी क्यों हैं?

ज्यादातर मामलों में, शुष्क हाथ पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण होते हैं। मौसम, उदाहरण के लिए, शुष्क हाथ पैदा कर सकता है। बार-बार हाथ धोना, रसायनों के संपर्क में आना और कुछ चिकित्सकीय स्थितियाँ भी आपके हाथों की त्वचा को शुष्क कर सकती हैं। उस ने कहा, आपकी प्यासी त्वचा को हाइड्रेटेड रखने के कई तरीके हैं, चाहे कोई भी कारण हो।

मेहनत का फल कब मिलता है?

इस संसार में बिना मेहनत के कुछ भी नहीं प्राप्त हो सकता। बैठे-बैठे केवल सपने बुनने से या ख्याली पुलाव पकाने से कार्य की सिद्धि नहीं होती। बल्कि उसके लिए हमें हाथ पैर हिलाने पढ़ते हैं कठोर परिश्रम करना पड़ता है। तब ही हमें उसका फल प्राप्त होता है।

ऐसा कौन सा देश है जहां 2 बच्चे होने पर सजा दी जाती है?

2004 में पारिवारिक छुट्टियों को उदार बनाया गया था जिसके तहत डेढ़ साल तक पूरी तनख्वाह के साथ छुट्टी दी जाती है. 2017 में एस्टोनिया ने बच्चे के लिए मासिक लाभ योजना शुरू की. पहले बच्चे के लिए 60 यूरो, दूसरे बच्चे के लिए 60 यूरो और तीसरे बच्चे के लिए 100 यूरो प्रति माह.

एक से एक मिलने का परिणाम क्या होगा?

उत्तर: राई एक से एक मिले तो परबत बन सकती है।

हमारी मंजिल क्या है class 6?

प्रश्न: हमारी मंजिल क्या है और हमारा रास्ता कैसा है? उत्तर: हमारी मंजिल सच की मंजिल है और हमारा रास्ता भलाई का रास्ता है।

5 मशीनी युग से बदलू के जीवन में क्या बदलाव आया कहानी से आगे?

उत्तर:- मशीनी युग से बदलू के जीवन में यह बदलाव आया की बदलू का व्यवसाय बंद हो गया। वह बेरोजगार हो गया। काम न करने से उसका शरीर भी ढल गया, उसके हाथों-माथे पर नसें उभर आईं।

शायद तुम पसंद करोगे  क्या किताबें पढ़ने से दिमाग शांत होता है?

व्यथा की ओर संकेत किया है बदलू के मन में ऐसी कौन सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी?

बदलू के मन में ऐसी कौनसी व्यथा थी, जो लेखक से छिपी न रह सकी? उत्तर:बदलू लाख की चूड़ियाँ बेचा करता था परन्तु जैसे-जैसे काँच की चूडियों का प्रचलन बढ़ता गया उसका व्यवसाय ठप पड़ने लगा। अपने व्यवसाय की यह दुर्दशा बदलू को मन ही मन कचौटती थी

हार किसका बना होता है?

हार किसका बना होता है? उत्तर 1. हार फूलों बना होता है।

कौन जीवन में पीछे रह जाता है?

जो धीरे चलता है। जो बिना सोचे तेज़ चलता है। जो परिश्रम के समय इन्कार करता है।

हमें एक दूसरे से मिलकर क्यों रखना चाहिए?

मिल जुलकर रहने से हम सारि मुसीबत का सामना कर पाते हैं लेकिन अगर हम मिलकर कोई काम न करें तो काम के वक्त आने वाली मुसीबतों का सामना हम नही कर पाते । मिल जुलकर रहने से हम अपना ओर अपनो का ध्यान रखते हैं । कोई भी मुसीबत आने पर उसका मिलकर सामना करते हैं । इसलिए हमें मिलकर रहना चाहिए

अगर हम आपस में मिल जाए तो क्या कर सकते हैं?

Answer: अगर हम आपस में मिल-जुलकर रहें तो किस्मत को भी वश में कर सकते हैं

राई को भारत में क्या कहते हैं?

सरसों, राई, सरसों के बीज क्या है? छोटे-छोटे सरसों के बीज, जिन्हें अकसर तड़के में डाला जाता है, जो भारतीय खाने को मज़ेदार स्वाद, शानदार स्वाद और बेहतरीन खुशबु प्रदान करता है। सरसों के बीज सरसों के पेड़ से उत्पन्न होते हैं, जो क्रुसीफेरस पेड़ है जिसका संबंध ब्रॉकली, ब्रुसल स्प्राउट्स और पत्तागोभी से होता है।

घर में राई डालने से क्या होता है?

राई को ज्योतिष शास्त्र में बहुत असरदार माना जाता है। इसके प्रयोग से व्यक्ति आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा सकता है। साथ ही अपने जीवन में आ रही मुसीबतों से भी बच सकता है। अगर रविवार के दिन इसके कुछ खास उपाय किए जाए तो आपको दोगुना लाभ हो सकता है।

1 क्या निराश हुआ जाए?

हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित ‘क्या निराश हुआ जाए‘ एक श्रेष्ठ निबंध है। इस पाठ के द्वारा लेखक देश में उपजी सामाजिक बुराइयों के साथ-साथ अच्छाइयों को भी उजागर करने के लिए कहते है। वे कहते है समाचार पत्रों को पढ़कर लगता है सच्चाई और ईमानदारी ख़त्म हो गई है। आज आदमी गुणी कम और दोषी अधिक दिख रहा है।

जुगनू से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

जुगनू आकर-प्रकार में बहुत ही छोटा होता है। फिर भी हमें रोशनी थोड़ा-थोड़ा करके ही सही, देने से कभी पीछे नहीं हटता है। इस प्रकार वह अंधकार को दूर करके हमें प्रकाश देने में लगा रहता है। फलस्वरूप हमें उससे यह सीख मिलती है कि परोपकार करने के लिए बड़े-छोटे का महत्त्व नहीं होता है।

एक अच्छे व्यक्ति की पहचान कैसे करें?

ये 8 लक्षण बतायें कि आप हैं एक अच्‍छे इंसान
  1. ‘मिस्टर नाइस’ की पहचान 1/9. …
  2. वादे न करना 2/9. …
  3. झूठ बोलना नहीं आता 3/9. …
  4. बेइमानी नहीं करता 4/9. …
  5. पीठ पीछे बुराई न करना 5/9. …
  6. छुपाता भी नहीं 6/9. …
  7. फ्लर्ट करना नहीं आता 7/9. …
  8. लोगों का विश्‍वास होता है 8/9.