१. शिक्षा का अधिकार :- धारा २१(A) के अनुसार यह कहा गया है कि राज्य 6 -14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के लिए नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा राज्य द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। 2. छोटे बच्चों की देखभाल तथा शिक्षा-धारा 45 में राज्य प्रारंभिक अवस्था में बच्चों की देखभाल तथा शिक्षा के लिए विशेष कार्य करने का प्रयास करेगा।
शिक्षा की धारा का अर्थ क्या है?
इसका अर्थ एक ही कक्षा में विभिन्न प्रकार के बच्चे हैं। स्पष्ट करने के लिए, इसका मतलब है कि जो छात्र विशेष शिक्षा कक्षा का हिस्सा हैं, वे निश्चित समय पर नियमित शिक्षा कक्षा में शामिल होंगे जो विशेष शिक्षा के छात्र के लिए उपयुक्त हैं।
शिक्षा का अधिकार कानून क्या है?
संविधान के 86 में संशोधन अधिनियम 2002 द्वारा 21(A) जोड़ा गया जो यह प्रावधान करता है कि राज्य विधि बनाकर 6 से 14 वर्ष के सभी बालकों के लिए निशुल्क शिक्षा अनिवार्य के लिए अपबंद करेगा। इस अधिकार को व्यवहारिक रूप देने के लिए संसद में निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम 2009 पारित किया। जो 1 अप्रैल 2010 से लागू हुआ ।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 25 क्या है?
छात्र-शिक्षक अनुपात की व्यवस्था धारा 25 में है। प्राथमिक कक्षा में 30 विद्यार्थियों पर 1 शिक्षक होना अनिवार्य है। उच्च प्राथमिक कक्षा में 35 विद्यार्थियों पर 1 शिक्षक होना अनिवार्य है। अगर प्राइमरी कक्षा में 200 से अधिक विद्यार्थी है, तो वहाँ पर छात्र-शिक्षक का अनुपात 40: 1 होगा।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 24 क्या है?
धारा 24 के बारे में (1) के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा बच्चों के अधिकार (आरटीई) अधिनियम 2009 की
शिक्षा के प्रकार कौन कौन से हैं?
- औपचारिक शिक्षा वह शिक्षा जो विद्यालयों, महाद्यालयों और विश्वविद्यालयों में चलती हैं, औपचारिक शिक्षा कही जाती है। …
- निरौपचारिक शिक्षा वह शिक्षा जो औपचारिक शिक्षा की भाँति विद्यालय, महाविद्यालय, और विश्वविद्यालयों की सीमा में नहीं बाँधी जाती है। …
- अनौपचारिक शिक्षा (Informal Education)
धारा को हिंदी में क्या बोलते हैं?
प्रवाह; धार; जलधारा; लहर 3. नदी 4. नदी के जल का बहाव 5.
भारत में शिक्षा का अधिकार कब लागू हुआ?
शिक्षा का अधिकार अधिनियम
2 दिसंबर, 2002 को संविधान में 86वाँ संशोधन किया गया था और इसके अनुच्छेद 21A के तहत शिक्षा को मौलिक अधिकार बना दिया गया। इस मूल अधिकार के क्रियान्वयन हेतु वर्ष 2009 में नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (Right of Children to Free and Compulsory Education-RTE Act) बनाया गया।
महिलाओं को शिक्षा का अधिकार कब मिला?
शिक्षा का अधिकार अधिनियम क्या है? बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम या शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई), 4 अगस्त 2009 को लागू भारत की संसद का एक अधिनियम है, जिसमें 6 और 6 वर्ष के बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा के महत्व के तौर-तरीकों का वर्णन है।
देश में शिक्षा का अधिकार कब लागू हुआ?
सही उत्तर 2010 है। 86 वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम, 2002 ने भारत के संविधान में अनुच्छेद 21-ए को छह से चौदह वर्ष की आयु के सभी बच्चों को एक मौलिक अधिकार के रूप में नि: शुल्क और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने के लिए इस तरह से लागू किया है, जैसा कि कानून द्वारा राज्य निर्धारित कर सकते हैं।
शिक्षा किसका अंग है?
शिक्षा की प्रक्रिया में शिक्षक के दो कार्य है – (1) वातावरण का महत्वपूर्ण अंग होने के नाते वह अपने व्यक्तित्व के प्रभाव से बालक के व्यक्तित्व को प्रभावित करता है तथा (2) वातावरण का निर्माता होने के नाते उसे ऐसी परिस्थितियों का निर्माण करना पड़ता है जिनमें रहते हुए बालक उन क्रियाशीलनों तथा अनुभवों का ज्ञान प्राप्त कर …
कुल कितने धारा है?
- भारतीय दंड संहिता में कुल 511 धाराएं हैं ।
- कुछ प्रमुख धाराओं के बारे में जानकारी—-
- धारा 307 = हत्या की कोशिश
- धारा 302 =हत्या का दंड
- धारा 376 = बलात्कार
- धारा 395 = डकैती
- धारा 377= अप्राकृतिक कृत्य
- धारा 396= डकैती के दौरान हत्या
धारा कौन लगाता है?
धारा लागू करने के लिए इलाके के जिलाधिकारी द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। सीआरपीसी की धारा 144 शांति कायम करने या किसी आपात स्थिति से बचने के लिए लगाई जाती है। किसी तरह के सुरक्षा, स्वास्थ्य संबंधी खतरे या दंगे की आशंका हो। धारा 144 जहां लगती है, उस इलाके में 5 या उससे ज्यादा आदमी एक साथ जमा नहीं हो सकते।
बच्चे पर पहला अधिकार किसका होता है?
इस कानून के मुताबिक अगर बच्चा 5 साल से नीचे का है तो उसकी कस्टडी मां को दी जाती है। बच्चा अगर 9 साल से ऊपर का है तो वह कोर्ट में अपनी बात रख सकता है कि वह मां या पिता किसके पास जाना चाहता है। बच्चा अगर बड़ा हो गया है तो उसकी कस्टडी अकसर पिता को मिलती है। मामला बेटी का हो तो उसकी कस्टडी मां को मिलती है।
बच्चों के चार अधिकार क्या क्या है?
बच्चों के क्या अधिकार हैं? बाल अधिकार के अंतर्गत बच्चों को जीवन का अधिकार, भोजन पोषण, स्वास्थ्य, विकास, शिक्षा, पहचान, नाम, राष्ट्रीयता, परिवार, मनोरंजन, सुरक्षा और बच्चों का गैर कानूनी व्यापार शामिल है।
अच्छी शिक्षा क्या करती है?
अच्छी शिक्षा जीवन में बहुत से उद्देश्यों को प्रदान करती है जैसे व्यक्तिगत उन्नति को बढ़ावा, सामाजिक स्तर में बढ़ावा, सामाजिक स्वास्थ्य में सुधार, आर्थिक प्रगति, राष्ट्र की सफलता, जीवन में लक्ष्यों को निर्धारित करना, हमें सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक करना और पर्यावरण समस्याओं को सुलझाने के लिए हल प्रदान करना और …
शिक्षा के बिना क्या होगा?
शिक्षा के बिना व्यक्ति का विकास संभव नहीं है हमारी भागवतगीता में हमें इस बात का बारंबार उपदेश मिलता है कि हमें निरंतर कर्म करते रहना चाहिए कर्म स्वभावतः ही सत – असत से मिश्रित होता है हम ऐसा कोभी कर्म नहीं कर सकते जिससे कहीं कुछ भला ना हो और ऐसा भी कोई कर्म नहीं है जिसमें कहीं ना कहीं कुछ हानि ना हो हमारे कर्म हमारे …
बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?
अध्यापक सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित ना रहें बल्कि बच्चों के सर्वांगिण विकास की जिम्मेदारी लें ताकि बच्चे हर क्षेत्र में अपना जौहर दिखा सकें। स्कूलों में बच्चों को शिक्षा के साथ साथ हर विपत्तियों से निपटने में निपुण बनाना चाहिए।
भारत के 6 मौलिक अधिकार कौन कौन से हैं?
- समानता का अधिकार : अनुच्छेद 14 से 18 तक।
- स्वतंत्रता का अधिकार : अनुच्छेद 19 से 22 तक।
- शोषण के विरुध अधिकार : अनुच्छेद 23 से 24 तक।
- धार्मिक स्वतंत्रता क अधिकार : अनुच्छेद 25 से 28 तक।
- सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बंधित अधिकार : अनुच्छेद 29 से 30 तक।
- संवैधानिक उपचारों का अधिकार : अनुच्छेद 32.
सही शिक्षा क्या है?
शिक्षा ज्ञान, उचित आचरण, तकनीकी दक्षता, विद्या आदि को प्राप्त करने की प्रक्रिया को कहते हैं। शिक्षा में ज्ञान, उचित आचरण और तकनीकी दक्षता, शिक्षण और विद्या प्राप्ति आदि समाविष्ट हैं। इस प्रकार यह कौशलों (skills), व्यापारों या व्यवसायों एवं मानसिक, नैतिक और सौन्दर्यविषयक के उत्कर्ष पर केंद्रित है।
शिक्षक की पहचान क्या है?
शिक्षक के द्वारा व्यक्ति के भविष्य को बनाया जाता है एवं शिक्षक ही वह सुधार लाने वाला व्यक्ति होता है। प्राचीन भारतीय मान्यताओं के अनुसार शिक्षक का स्थान भगवान से भी ऊँचा माना जाता है क्योंकि शिक्षक ही हमें सही या गलत के मार्ग का चयन करना सिखाता है।
शिक्षा कितने हैं?
एक तो औपचारिक शिक्षा और दूसरी अनौपचारिक शिक्षा यानी फॉर्मल ओर इनफॉरमल एजुकेशन। अगर औपचारिक शिक्षा की बात की जाए तो सिया विद्यालय तक ही सीमित है यानी एक निश्चित समय निश्चित स्थान और निश्चित लोगों द्वारा दी जाने वाली शिक्षा औपचारिक शिक्षा कहलाती है जो विद्यालय बाउंड्री के अंदर ही मुख्यतया दी जाती है।
महिला को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
इंडियन पेनड कोड की धारा 498 ए शादीशुदा महिला के साथ ससुराल में क्रूरता के मामले में लगाई जाती है। दहेज उत्पीड़न और दहेज के लिए हत्याओं के मामलों को देखते हुए 1983 में आईपीसी में धारा 498ए शामिल की गई थी। ये एक गैरजमानती धारा है।
किसी को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 294 के अनुसार किसी के साथ गाली गलौज करना एक दंडनीय अपराध है। इस धारा के अंतर्गत किसी व्यक्ति को गाली देने पर करीब तीन महीने तक की सजा हो सकती है।
महिला को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 294 के अनुसार किसी के साथ गाली गलौज करना एक दंडनीय अपराध है। इस धारा के अंतर्गत किसी व्यक्ति को गाली देने पर करीब तीन महीने तक की सजा हो सकती है।
3 मर्डर करने पर कितने साल की सजा होती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के अनुसार, जो भी कोई किसी व्यक्ति की हत्या करता है, तो उसे मृत्यु दंड या आजीवन कारावास और साथ ही आर्थिक दंड से दंडित किया जाएगा। यह एक गैर-जमानती, संज्ञेय अपराध है और सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है। यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।
जरूरत वाले बच्चे कौन हैं?
इस श्रेणी में शारीरिक रूप से अक्षम, प्रतिभाशाली, सृजनात्मक, मन्दबुद्धि, शैक्षिक रूप से श्रेष्ठ एवं पिछड़े, बाल-अपराधी, असमायोजित, समस्याग्रस्त, सांवेगिक, अस्थिरतायुक्त आदि प्रकार के बच्चे सम्मिलित हैं।
बच्चों को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 324 (जख्मी करना), 325 (गंभीर जख्म पहुंचाना) के तहत भी मामला दर्ज हो सकता है. धारा-325 तहत आरोप सिद्ध होने पर 7 साल तक की जेल का प्रावधान है. अगर बच्चे पर जानलेवा हमला किया गया हो तो फिर धारा-307 लगाया जा सकता है इसमें अधिकतम 10 साल या फिर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है.
शिक्षा क्यों दे?
स्कूली शिक्षा के माध्यम से ही, हम व्यक्तित्व, मानसिक कुशलता, नैतिक और शारीरिक शक्ति का विकास करना सीखते हैं। बिना उचित शिक्षा के, एक व्यक्ति अपने जीवन के सभी शैक्षिक लाभों से वंचित रह जाता है। शिक्षा निजी और पेशेवर जीवन में सफलता की इकलौती कुंजी है। शिक्षा हमें विभिन्न प्रकार का ज्ञान और कौशल को प्रदान करती है।
मान लो तुम एक शिक्षक हो कोई बच्चा तुम्हारी कक्षा में शोर मचाए और शैतानी करे तो तुम क्या करोगे?
Answer: बच्चों का नेचर है शैतानी करना और शोर मचाना। टीचर क्लास में पूरे ध्यान से पढ़ाएं तो बच्चे भी ध्यान से पढ़ेंगे। … हां, धीरज से अगर उन्हें समझाया जाए और पढ़ाई में दिलचस्पी पैदा करने के लिए टीचर अपनी तरफ से कोशिश करें तो शोर का जोर कम पड़ता जाएगा।
कितने साल में बच्चे समझदार हो जाते हैं?
6 साल का बच्चा काफी बड़ा और समझदार होता है। इस उम्र के बच्चे स्कूल जाना शुरू कर देते हैं। उम्र के हिसाब से बच्चा हर साल कुछ नया सीखता है और 6 साल के होने पर भी बच्चा पहले से ज्यादा सयाना हो जाता है।
रिट जारी कौन करता है?
सर्वोच्च न्यायालय (अनुच्छेद 32 के तहत) एवं उच्च न्यायालय (अनुच्छेद 226 के तहत) रिट जारी कर सकते हैं। इसके अंतर्गत गिरफ्तारी का आदेश जारी करने वाले अधिकारी को आदेश देता है कि वह बंदी को न्यायाधीश के सामने उपस्थिति दर्ज करें और उसके कैद करने की वजह बताए।
11 मूल कर्तव्य क्या है?
- (क) संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रगान का आदर करे;
- (ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखे और उनका पालन करे;
- (ग) भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करे और उसे अक्षुण्ण रखे;
१ लड़कियों को शिक्षा क्यों देनी चाहिए?
शिक्षित महिलाओं की वजह से बाल मृत्यु दर का कम जोखिम होता है। शिक्षित महिलाएं दूसरी महिलाओं की अपेक्षा 50% अधिक अपने बच्चों की रक्षा करने में सक्षम हैं। शिक्षित महिलाओं को एचआईवी / एड्स के संपर्क में आने की संभावना कम होती है। शिक्षित महिलाओं को घरेलू या यौन हिंसा के शिकार होने की संभावना कम होती है।
शिक्षा लड़कियों की मदद कैसे करती है?
शिक्षा वयस्क जीवन के प्रति स्त्रियों के विकास के लिए एक आधार के रूप में विशेष रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षा अन्य अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए लड़कियों और महिलाओं को सक्षम करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बहुत सी समस्याओं को पुरुषों से नहीं कह सकने के कारण महिलाएं कठिनाई का सामना करती रहती हैं।
हमें लड़कियों को शिक्षित क्यों करना चाहिए?
शिक्षित महिलाएं परिवार की आय में योगदान करने के लिए बेहतर संचालन कर रही हैं। शिक्षित महिलाएं स्वस्थ होती है और उनमें भरपूर आत्म सम्मान और आत्मविश्वास होता है। शिक्षित महिलाएं अपने समुदाय को योगदान देने और समृद्ध करने में मदद करती है। महिलाएं जो शिक्षित होती हैं वे दूसरों में शिक्षा को बढ़ावा देने की क्षमता रखती हैं।
लोग लड़कियों को स्कूल जाने से क्यों मना कर रहे थे?
(i) लोगो को भय था कि स्कूल वाले लड़कियों को घर से निकाल ले जाएँगे और उन्हें घरेलू कामकाज नहीं करने देंगे। (ii) स्कूल जाने के लिए लड़कियों को सार्वजनिक स्थानों से गुजर कर जाना पड़ता था। बहुत सारे लोगों को लगता था कि इससे लड़कियाँ बिगड़ जाएँगी। (iii) उनकी मान्यता थी कि लड़कियों को सार्वजनिक स्थानों से दूर रहना चाहिए।
शिक्षा का जनक कौन है?
शिक्षा के जनक थे स्वामी सहजानन्द
टीचर का फुल फॉर्म क्या है?
TEACHER Full Form in English
वैसे तो TEACHER के कई सारे Full Forms होते है, किन्तु उनमे सबसे प्रचलित TEACHER फुल फॉर्म Talented Educated Adorable Charming Helpful Encouraging Responsible है और लोग इसी को सबसे ज्यादा सर्च भी करते है।
टीचर को हिंदी में क्या कहा जाता है?
उदाहरण : अध्यापक/अध्यापिका कब मेरे बच्चे को पढ़ते हुए सुनेंगे/सुनेंगी?
फोन पर गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 294 के अनुसार किसी के साथ गाली गलौज करना एक दंडनीय अपराध है। इस धारा के अंतर्गत किसी व्यक्ति को गाली देने पर करीब तीन महीने तक की सजा हो सकती है।