शिव को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, गंगाजल, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है, से की जाती है। शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंधित हैं।
शिव जी को क्या पसंद है?
आइए जानते हैं भगवान शिव को प्रिय 11 ऐसी सामग्री जो अर्पित करने से भोलेनाथ हर कामना पूरी करते हैं। यह 11 सामग्री हैं : जल, बिल्वपत्र, आंकड़ा, धतूरा, भांग, कर्पूर, दूध, चावल, चंदन, भस्म, रुद्राक्ष …..
शिव का प्रिय मंत्र कौन सा है?
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।।
शिव ji को मीठे में क्या पसंद है?
भगवान शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद होता है। इसके अलावा उन्हें रेवड़ी, चिरौंजी और मिश्री भी चढ़ाई जाती है। सावन के महीने में भोले बाबा का व्रत रखकर उन्हें गुड़, चना और चिरौंजी का भोग लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
शिव जी को खुश कैसे करे?
मान्यता है कि भगवान शिव को खुश करने के लिए सोमवार को सुबह उठकर स्नान करके भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए. ऐसी मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से भोले भगवान की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मान्यता है कि व्यक्ति को कोई भी कष्ट क्यों न हो भोलेनाथ की शरण में जाने से सबसे छुटकारा मिल जाता है.
भोलेनाथ का प्रिय रंग कौन सा है?
धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।
शिव का प्रिय फल कौन सा है?
1. धतूरे का फल : शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग पर धतूरे का फल और फूल चढ़ाने से दुखों से छुटकारा मिलता और संतान प्राप्ति और भी अन्य प्रकार की की मनोकामना पूर्ण होती है। 3. बेर फल : बेर का फल शिवजी को बहुत पसंद है।
सुबह उठते ही कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?
करमूले तू ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्।। “ अर्थात् हथेलियों के अग्रभाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में विद्यादात्री सरस्वती और मूल भाग में भगवान गोविन्द (ब्रह्मा) का निवास है। प्रभात यानि (सुबह का समय) में मैं इनका दर्शन करता हूं।
रात को सोते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?
-ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। -राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें.
शिव जी को कौन सा रंग पसंद नहीं है?
महाशिवरात्रि पर काले रंग के कपड़ों को पहनना पूरी तरह वर्जित किया गया है. कहा जाता है कि काले रंग के कपड़े शिव जी (Shiv Ji) को बिल्कुल पसंद नहीं हैं.
नंदी के कान में क्या कहते हैं?
क्यों नंदी जी के कानों में बोलते हैं मनोकामना
कहा जाता है की शिवजी अधिकतर अपनी तपस्या में ही लीन रहते थे। उनकी तपस्या में विघ्न न पड़े इसलिए नंजी हमेशा शिवजी की सेवा में तैनात रहते थे। जो भी भक्तगण शिवजी के दर्शन करने आते थे वह अपनी बात नंदी के कानों में बोलकर चले जाते थे। नंदी जी से कही गई बात शिवजी तक जाती है।
क्या हम घर पर लिंगम रख सकते हैं?
घर में शिवलिंग की दिशा उत्तर और पूर्व तक सीमित है क्योंकि दक्षिणमुखी शिवलिंग को अशुभ माना जाता है। वास्तु विशेषज्ञ घर में एक ही शिवलिंग रखने की सलाह देते हैं । आपको भगवान शिव के विभिन्न प्रतीकों को एक ही स्थान पर नहीं रखना चाहिए।
भोलेनाथ क्या खाते थे?
शिव पुराण में इस संबंध में एक बहुत ही दिलचस्प कहानी मिलती है. एक संत था जो खूब तपस्या करके शक्तिशाली हो चुका था. वह केवल फल और हरी पत्तियां खाते थे इसलिए उनका नाम प्रनद पड़ गया था. अपनी तपस्या के जरिए उस साधु ने जंगल के सभी जीव-जंतुओं पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था.
शिव जी की मृत्यु कैसे हुई?
शिव पुराण के मुताबिक भगवान शिव को स्वयंभू माना गया है यानि इनकी उत्पत्ति स्वंय हुई हैं. शिव जन्म और मृत्यु से परे हैं.
भोलेनाथ का प्रिय भोजन क्या है?
यह 11 सामग्री हैं : जल, बिल्वपत्र, आंकड़ा, धतूरा, भांग, कर्पूर, दूध, चावल, चंदन, भस्म, रुद्राक्ष …..
सुबह सुबह किसका चेहरा देखना चाहिए?
कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आईने में अपना नहीं तो किसका चेहरा देखना चाहिए। इस सवाल का जवाब है कि व्यक्ति को सुबह उठकर अपने ईष्ट देव का चेहरा देखना चाहिए क्योंकि सुबह सोकर उठने के वक्त हर व्यक्ति के चेहरे पर अलग-अलग भाव होते हैं। ऐसे में जब किसी का चेहरा देखकर हमारे अंदर भी उसकी नकारात्मकता आ सकती है।
रात में पति और पत्नी को कैसे सोना चाहिए?
वास्तु के अनुसार बेड की दिशा
वास्तु के अनुसार विवाहित जोड़ों को अपना सिर दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम की ओर रखना चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि सोते समय सिर उत्तर की ओर न रखें।
महिलाओं को शिवलिंग को छूने की अनुमति क्यों नहीं है?
इसका कारण यह है कि भगवान शिव को सबसे अच्छा पति माना जाता है और लड़कियां उनसे अपने लिए उनके जैसा पति मांगती हैं। लिंग पुराणम के अनुसार, सभी पुरुष भगवान शिव के अंश हैं और सभी लड़कियां पार्वती के अंश हैं। इसलिए भले ही लड़कियों को शिवलिंग को छूने की मनाही है, लेकिन इसमें जल चढ़ाने की कोई मनाही नहीं है।
नंदी की पत्नी का नाम क्या है?
नंदी से ज्यादा अमीर है उनकी पत्नी अभिलाषा
नंदी किसका अवतार है?
पुराणों के अनुसार वे शिव के वाहन तथा अवतार भी हैं जिन्हे बैल के रूप में शिवमंदिरों में प्रतिष्ठित किया जाता है। संस्कृत में ‘नन्दि’ का अर्थ प्रसन्नता या आनन्द है। नंदी को शक्ति-संपन्नता और कर्मठता का प्रतीक माना जाता है।
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?
शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र
मन्दाकिन्यास्तु यद्वारि सर्वपापहरं शुभम् । तदिदं कल्पितं देव स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम् ॥ श्रीभगवते साम्बशिवाय नमः । स्नानीयं जलं समर्पयामि।
शिवलिंग पर लाल सिंदूर चढ़ाने से क्या होता है?
कुमकुम या सिंदूर
स्त्रियां अपने पति की लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना हेतु अपने मांग में सिंदूर लगाती हैं और भगवान को भी अर्पित करती हैं। लेकिन शिव तो विनाशक हैं, यही वजह है कि सिंदूर से भगवान शिव की सेवा करना अशुभ माना जाता है।
ज्योतिर्लिंग का मतलब क्या होता है?
बता दें, ज्योतिर्लिंग एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है ‘रोशनी का प्रतीक’. आइए जानते हैं भगवान शिव के इन 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों के बारे में… भारत का सबसे प्रसिद्ध और बड़ा ज्योतिर्लिंग है सोमनाथ. गुजरात में स्थित सोमनाथ भक्तों की श्रद्धा का केंद्र है.
भगवान शिव को सबसे प्रिय क्या है?
शिव को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, गंगाजल, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है, से की जाती है। शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंधित हैं।
शंकर भगवान का बाप कौन है?
उपरोक्त शिव महापुराण के प्रकरण से सिद्ध हुआ कि श्री शकंर जी की माता श्री दुर्गा देवी (अष्टंगी देवी) है तथा पिता सदाशिव अर्थात् “काल ब्रह्म” है।
भोलेनाथ की बेटी का नाम क्या है?
पद्म पुराण में भी शिव की पुत्री अशोक सुंदरी का जिक्र किया गया है. माना जाता है कि देवी पार्वती अपने अकेलेपन और उदासी से मुक्ति पाने के लिए कल्प वृक्ष से पुत्री की कामना की जिससे एक सुंदर सी पुत्री का जन्म हुआ. इसलिए उसका नाम अशोक सुंदरी रखा गया.
भोलेनाथ की उम्र क्या है?
भगवान शिव को अजर अमर अविनाशी कहते है। उनकी आयु को स्वयं शिव बता सकते है ।
शिव जी को कौन सा फल पसंद है?
1. धतूरे का फल : शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग पर धतूरे का फल और फूल चढ़ाने से दुखों से छुटकारा मिलता और संतान प्राप्ति और भी अन्य प्रकार की की मनोकामना पूर्ण होती है। 3. बेर फल : बेर का फल शिवजी को बहुत पसंद है।
सुबह उठते ही क्या पीना चाहिए?
सुबह उठकर खाली पेट रहते हुए पानी पीने से शरीर का मेटाबॉलिज्म लगभग 30% तक बढ़ सकता है, जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है. बेहतर मेटाबॉलिज्म की मदद से वेट लॉस भी तेज़ी से होता है. पानी हमारे शरीर में फ्लूट्स की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए ज़रूरी होता है.
महिलाओं को सुबह कितने बजे उठना चाहिए?
सुबह इस बीच जागने की कोशिश करें
इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में जागना हो सकता है उनके लिए मुमकिन न हो। डॉ. भवसार कहती हैं कि ऐसे में सुबह 6:30 बजे से 7 बजे के बीच जागने की कोशिश करनी चाहिए।
शिव जी को कौन सा रंग पसंद है?
धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।
स्त्री को किसकी पूजा करनी चाहिए?
महिलाओं को शिव की पूजा मूर्ति रूप में करनी चाहिए.
नंदी के कान में क्या बोलते हैं?
नंदी के कान में कभी भी किसी दूसरे की बुराई, दूसरे व्यक्ति का बुरा करने की बात न कहें. नंदी को अपनी मनोकामना बोलने के बाद उनके सामने कोई चीज भी भेंट करें. जैसे फल, धन या फिर प्रसाद. मनोकामना बोलने के बाद बोलें ये बोले कि ‘नंदी महाराज हमारी मनोकामना पूरी करो’.
नंदी के कान में बोलने से क्या होता है?
नंदी के कान में कभी भी किसी दूसरे की बुराई, दूसरे व्यक्ति का बुरा करने की बात न कहें. नंदी को अपनी मनोकामना बोलने के बाद उनके सामने कोई चीज भी भेंट करें. जैसे फल, धन या फिर प्रसाद. मनोकामना बोलने के बाद बोलें ये बोले कि ‘नंदी महाराज हमारी मनोकामना पूरी करो’.
शिव जी को क्या पसंद नहीं है?
शिवपुराण के अनुसार शिव भक्तों को कभी भी भगवान शिव को तुलसी, हल्दी और सिंदूर सहित ये 6 वस्तु नहीं चढ़ाना चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार केतकी फूल ने ब्रह्मा जी के झूठ में साथ दिया था, जिससे नाराज होकर भोलनाथ ने केतकी के फूल को श्राप दिया। शिव जी ने कहा कि शिवलिंग पर कभी केतकी के फूल को अर्पित नहीं किया जाएगा।
भगवान शिव कहां रहते हैं?
शिव के कई पहलू हैं, उदार और साथ ही भयानक। परोपकारी पहलुओं में, उन्हें एक सर्वज्ञ योगी के रूप में दर्शाया गया है जो कैलाश पर्वत पर एक तपस्वी जीवन व्यतीत करते हैं और साथ ही अपनी पत्नी पार्वती और अपने तीन बच्चों, गणेश, कार्तिकेय और अशोकसुंदरी के साथ एक गृहस्थ हैं।
शंकर भगवान के गले में सांप क्यों होता है?
गले में रहने का दिया वरदान
जो पूरे सच्चे भाव के शिव जी की भक्ति किया करते थे. शिव जी वासुकी की श्रद्धा-भाव से पूर्ण भक्ति देखकर बेहद खुश हुए और वासुकी को गले में धारण करने का वरदान दिया. शिव की भक्ति से मिले इस वरदान के कारण ही एक सांप भगवान शिव के गले में लिपटा हुआ नजर आता है.
शिव जी का प्रिय मंत्र कौन सा है?
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
स्त्री को सुबह कितने बजे उठना चाहिए?
कई लोग ऐसे हैं, तो देर रात तक काम करते हैं। इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में जागना हो सकता है उनके लिए मुमकिन न हो। डॉ. भवसार कहती हैं कि ऐसे में सुबह 6:30 बजे से 7 बजे के बीच जागने की कोशिश करनी चाहिए।
लेट उठने से क्या होता है?
सुबह देर से उठने से बॉडी में आलस भरा रहता है जिससे काम करने में मन नहीं लगता। दिन तक सोने से सिर भारी रहता है और आंखों में दर्द और आंखों की कई समस्याएं लगातार बनी रहती है। रात भर जगने से दिमाग पर भी असर पड़ता है। देर रात तक जागने से भ्रम की समस्या पैदा हो जाती है।
सुबह सुबह कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?
सुबह उठकर भगवान का नाम लेना चाहिए यह हम सभी जानते हैं। लेकिन एक रामचरित मानस के अंश सुंदरकांड में स्वयं भगवान हनुमान का एक कथन है, जिसमें वह कहते हैं कि सुबह उठते ही उनका नाम नहीं लेना चाहिए। तुलसीदासजी हनुमानजी के कथन में लिखते हैं – ‘प्रात: लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा।।