उपन्यासकार शरतचन्द्र की जीवनी ‘आवारा मसीहा’ लिखने के लिए विष्णु प्रभाकर ने बांग्ला सीखी।
कहानीकार विष्णु प्रभाकर ने कौन सी कहानी लिखी है?
विष्णु प्रभाकर जी की प्रमुख रचना 'आवारा मसीहा' सर्वाधिक चर्चित जीवनी है। इस जीवनी रचना के लिए इन्हें 'पाब्लो नेरूदा सम्मान', 'सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार' जैसे कई विदेशी पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
निम्न में विष्णु प्रभाकर की रचना कौन सी है?
विष्णु प्रभाकर की प्रमुख रचनाएं– अर्द्धनारीश्वर, आवारा मसीहा, क्षमादान तथा पंखहीन (आत्मकथा), सत्ता के आर-पार, ज्योतिपुन्ज हिमालय, ऊँचा पर्वत गहरा सागर, मेरे श्रेष्ठ रंग एकांकी आदि।
आवारा मसीहा के रचनाकार विष्णु प्रभाकर जीवनी विधा के लेखक में कितने सफल साहित्यकार हैं?
विष्णु प्रभाकर ने 'आवारा मसीहा' के माध्यम से उस युग के दो महान साहित्यकारों—रवीन्द्र नाथ टैगाोर तथा शरतचंद्र के पारस्परिक संबंधों पर अच्छा प्रकाश डाला है।
विष्णु प्रभाकर का प्रथम नाटक कौन सा है?
अपने दौर के लेखकों में वे प्रेमचंद, यशपाल, जैनेंद्र और अज्ञेय जैसे महारथियों के सहयात्री रहे, लेकिन रचना के क्षेत्र में उनकी एक अलग पहचान रही। विष्णु प्रभाकर ने पहला नाटक लिखा- हत्या के बाद, हिसार में नाटक मंडली में भी काम किया और बाद के दिनों में लेखन को ही अपनी जीविका बना लिया।
आवारा मसीहा किसका लेखक है?
‘ हिंदी साहित्य की विविध विधाओं के साथ ‘आवारा मसीहा‘ के यशस्वी लेखक स्वर्गीय विष्णु प्रभाकर की रचना यात्रा कविता से शुरू हुई थी। विष्णु प्रभाकर कहते थे- एक साहित्यकार को सिर्फ यह नहीं सोचना चाहिए कि उसे क्या लिखना है, बल्कि इस पर भी गंभीरता से विचार करना चाहिए कि क्या नहीं लिखना है।
आवारा मसीहा एक अंश है किसका?
प्रसिद्ध बांग्ला लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है। आवारा मसीहा विष्णु प्रभाकर द्वारा रचित प्रसिद्ध बांग्ला लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है। शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की गणना भारत के ऐसे उपन्याकारों में की जाती है जो सच्चे अर्थों में देशभर में अत्यन्त लोकप्रिय थे।
विष्णु का मृत्यु कैसे हुआ?
क्रोध में आकर उन्होंने भगवान कृष्ण को 36 वर्षों के बाद मृत्यु का शाप दे दिया। ठीक 36 वर्षों के बाद उनका अंत एक शिकारी के हाथों से हुआ।
विष्णु जी की मृत्यु कैसे हुई थी?
उसी क्षण भगवान कृष्ण ने अपना देह त्याग देते हैं। यह शिकारी वही बाली था जिसकी मृत्यु रामायण काल में राम जी ने धोखे से की थी तो इस तरह भगवान श्री कृष्ण ने अपना देह त्याग दिया था।
आवारा मसीहा कौन सी विद्या है?
विष्णु प्रभाकर की ‘आवारा मसीहा (1974)’ नि:संदेह जीवनी विधा का अब तक का सर्वाधिक महत्वपूर्ण गौरव-ग्रंथ इसलिए है क्योंकि इसमें जीवन, संस्मरण, रेखाचित्र, कहानी, नाटक, यात्रा आदि अनेकानेक विधाओं के चरमोत्कर्ष के दर्शन होते हैं। ‘आवारा मसीहा‘ का लेखन विष्णु प्रभाकर के लिए एक चुनौती बन गया था।
आवारा मसीहा किसका अंश है?
प्रसिद्ध बांग्ला लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है। आवारा मसीहा विष्णु प्रभाकर द्वारा रचित प्रसिद्ध बांग्ला लेखक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है। शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की गणना भारत के ऐसे उपन्याकारों में की जाती है जो सच्चे अर्थों में देशभर में अत्यन्त लोकप्रिय थे।
शरद नाना के घर कितने वर्ष पूर्व आया था?
‘ नाना के घर रहते घर रहते शरत् को लगभग तीन वर्ष हो गए थे। इससे पहले भी वह माँ के साथ कई बार आ चुका था। सबसे पहली बार उसकी माँ जब उसको लेकर आई थी, तो नाना-नानियों ने उस पर धन और अलंकारों की वर्षा की थी । नाना केदारनाथ ने कमर में सोने की तगड़ी पहनाकर उसे गोद में उठाया था।
विष्णु प्रभाकर को आवारा मसीहा क्या है?
विष्णु प्रभाकर की ‘आवारा मसीहा (1974)’ नि:संदेह जीवनी विधा का अब तक का सर्वाधिक महत्वपूर्ण गौरव-ग्रंथ इसलिए है क्योंकि इसमें जीवन, संस्मरण, रेखाचित्र, कहानी, नाटक, यात्रा आदि अनेकानेक विधाओं के चरमोत्कर्ष के दर्शन होते हैं। ‘आवारा मसीहा‘ का लेखन विष्णु प्रभाकर के लिए एक चुनौती बन गया था।
विष्णु प्रभाकर को आवारा मसीहा के लिए कौन सा सम्मान मिला?
वह हिंदी अकादमी, दिल्ली के ‘शलाका सम्मान‘ से भी समादृत हुए। बाद में ‘पद्म भूषण’ पुरस्कार भी मिला, लेकिन उसे उन्होंने क्षुब्ध होकर लौटा दिया। ‘आवारा मसीहा‘ की अभूतपूर्व ख्याति की वजह विष्णु प्रभाकर का शरत से वह अद्भुत लगाव तो रहा ही लेकिन इस काम में उनकी गांधीवादी निष्काम भावना की भी अहम भूमिका रही।
भारत का पहला नाटक कौन सा है?
भारतेन्दु के पूर्ववर्ती नाटककारों में रीवा नरेश विश्वनाथ सिंह (१८४६-१९११) के बृजभाषा में लिखे गए नाटक ‘आनंद रघुनंदन’ और गोपालचंद्र के ‘नहुष’ (१८४१) को अनेक विद्वान हिंदी का प्रथम नाटक मानते हैं।
नाटक के देवता कौन है?
भारतीय नाटक और रंगमंच के देवता नटराज शिव स्वयं सामरस्य और मांगल्य के, कल्याण के प्रतीक हैं।
विष्णु को अपना पति कौन है?
वृंदा भगवान विष्णु को अपना पति जलंधर समझकर उनके साथ पत्नी के समान व्यवहार करने लगी।
विष्णु का बाप कौन था?
इस प्रकार विष्णु के माता और पिता कालरूपी सदाशिव और पराशक्ति दुर्गा हैं। शिवपुराण के अनुसार ब्रह्माजी अपने पुत्र नारदजी से कहते हैं कि विष्णु को उत्पन्न करने के बाद सदाशिव और शक्ति ने पूर्ववत प्रयत्न करके मुझे (ब्रह्माजी को) अपने दाहिने अंग से उत्पन्न किया और तुरंत ही मुझे विष्णु के नाभि कमल में डाल दिया।
कलम का सिपाही कौन सी विधा है?
कलम का सिपाही‘ ‘जीवनी’ गद्य विधा पर आधारित रचना है। ‘जीवनी’ गद्य विधा में किसी विशिष्ट व्यक्ति के जीवन से संबंधित पहलुओं का वर्णन किया जाता है और उसके जीवन को रोचक एवं प्रेरक शैली में प्रस्तुत कर किया जाता है ताकि पाठक उसके जीवन से प्रेरणा लें। ‘कलम का सिपाही‘ ‘मुंशी प्रेमचंद’ की जीवनी है।
आवारा मसीहा का क्या अर्थ है?
आवारा और मसीहा दो शब्द हैं। दोनों में एक ही अन्तर है। आवारा मनुष्य में सब गुण होते हैं पर उसके सामने दिशा नहीं होती। जिस दिन उसे दिशा मिल जाती है उसी दिन वह मसीहा बन जाता है।
शरद क्या चलाता हुआ आया है?
ऐसा लगता है कि शरद अपनी साइकिल को तेज गति से चलाता हुआ आ रहा है। सवेरा चमकीला होने लगता है। फूलों पर तितलियाँ मँडराती दिखाई देती हैं। बच्चे भी तितलियों के समान प्रतीत होते हैं।
शरद के नाना का क्या नाम था?
नाना केदारनाथ गांगुली इस विद्यालय के मंत्री थे। छात्रवृत्ति पाकर शरत् ने टी. एन. जुबिली कालेजिएट स्कूल में प्रवेश किया।
सबसे अच्छा नाटक कौन सा है?
- अंधेर नगरी – भारतेंदु हरिश्चंद्र इमेज कैप्शन, …
- ध्रुवस्वामिनी – जयशंकर प्रसाद …
- अंधा युग – धर्मवीर भारती …
- आषाढ़ का एक दिन – मोहन राकेश …
- बकरी – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना …
- एक और द्रोणाचार्य – शंकर शेष …
- कबीरा खड़ा बाज़ार में – भीष्म साहनी …
- महाभोज – मन्नू भंडारी
हिंदी की पहली कहानी का नाम क्या है?
हिन्दी की पहली कहानी माधवराव सप्रे ने लिखी थी। एक टोकरी मिट्टी (टोकनी भर मिट्टी) नाम की यह कहानी छत्तीसगढ़ मित्र नाम की पत्रिका में अप्रैल 1901 के अंक में प्रकाशित हुई थी।
5 देवता कौन कौन से हैं?
कौन हैं पंच देव
सूर्य, भगवान गणेश, शिव जी, भगवान विष्णु और आदिशक्ति मां दुर्गा को पंचदेव माना गया है हर शुभ कार्य में इनके पूजन का विधान है। सूर्य देव के पश्चात सबसे पहले भगवान गणेश तत्पश्चात शिव जी, मां दुर्गा और विष्णु जी का पूजन किया जाता है।
सबसे अच्छे नाटक कौन से हैं?
- अंधेर नगरी – भारतेंदु हरिश्चंद्र …
- ध्रुवस्वामिनी – जयशंकर प्रसाद …
- अंधा युग – धर्मवीर भारती …
- आषाढ़ का एक दिन – मोहन राकेश …
- बकरी – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना …
- एक और द्रोणाचार्य – शंकर शेष
लक्ष्मी किसकी बेटी थी?
देवी लक्ष्मी धन के देवी हैं। वह संपन्नता का प्रतीक हैं। ज्योतिष में शुक्र माता लक्ष्मी, दुर्गा, संतोषी मां और शिव-पार्वती का प्रतिनिधित्व करता है।
लक्ष्मी की कितनी बेटी थी?
लक्ष्मी |
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भगवान से भी बड़ा कौन है?
यानी माता पिता का स्थान सर्वोपरि है। शास्त्र की व्याख्या करते कथा व्यास कहते हैं कि शास्त्र कहता है कि सबसे बड़ा भगवान, उससे बड़ा गुरु, गुरु से बड़ा पिता तथा पिता से भी बड़ा है मां का स्थान।
शंकर भगवान से बड़ा कौन है?
वे श्री नारायण को ही सर्वोपरि मानते हैं। उनकी मान्यता है कि भगवान शिव के पलक झपकने से ब्रह्म देव की मृत्यु होती है और श्री विष्णु के आँख झपकने से शिव जी मृत्यु को प्राप्त होते हैं।
विष्णु किसका बेटा है?
इस प्रकार विष्णु के माता और पिता कालरूपी सदाशिव और पराशक्ति दुर्गा हैं। शिवपुराण के अनुसार ब्रह्माजी अपने पुत्र नारदजी से कहते हैं कि विष्णु को उत्पन्न करने के बाद सदाशिव और शक्ति ने पूर्ववत प्रयत्न करके मुझे (ब्रह्माजी को) अपने दाहिने अंग से उत्पन्न किया और तुरंत ही मुझे विष्णु के नाभि कमल में डाल दिया।
विष्णु का बेटा कौन है?
कामदेव को भी भगवान विष्णु के पुत्र माना जाता है। हालांकि विष्णु की पत्नी लक्ष्मी से प्रमुख रूप से 4 पुत्र आनंद, कर्दम, श्रीद, चिक्लीत थे।
दुनिया का पहला भगवान कौन है?
भगवान ब्रह्मा द्वारा बनाए गए पुरुष थे मनु और स्त्री थी शतरूपा। आज हमारी सांसारिक दुनिया में जितने भी लोग मौजूद हैं यह सभी मनु से उत्पन्न हुए हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो मानव संसार की रचना करने वाले भगवान ब्रह्मा ही हमारे आदि पूर्वज हैं और हम उनकी भविष्य की पीढ़ी हैं।
भगवान शिव और विष्णु में कौन बड़ा है?
शैव मत के अनुयायी भगवान शिव को सर्वोपरि मानते हैं, तो वहीं वैष्णव मतावलम्बी श्री विष्णु को ही श्रेष्ठ मानते हैं।
आवारा मसीहा की विधा कौन सी है?
विष्णु प्रभाकर की ‘आवारा मसीहा (1974)’ नि:संदेह जीवनी विधा का अब तक का सर्वाधिक महत्वपूर्ण गौरव-ग्रंथ इसलिए है क्योंकि इसमें जीवन, संस्मरण, रेखाचित्र, कहानी, नाटक, यात्रा आदि अनेकानेक विधाओं के चरमोत्कर्ष के दर्शन होते हैं। ‘आवारा मसीहा‘ का लेखन विष्णु प्रभाकर के लिए एक चुनौती बन गया था।
कलम का मजदूर जीवनी किसकी है?
इस प्रकार ‘कलम का मज़दूर : प्रेमचन्द’ हिन्दी में प्रेमचन्द की पहली प्रामाणिक और मुकम्मल जीवनी है, जिसमें आधुनिक युग के सबसे समर्थ कथाकार की कृतियों का जीवन्त ऐतिहासिक सन्दर्भ और सामाजिक परिवेश प्रस्तुत किया गया है।
मसीहा को क्यों मारा गया?
यहूदियों के कट्टरपंथी धर्मगुरुओं को ईसा मसीह द्वार खुद को ईश्वर पुत्र बताना भारी पाप लगता था. सोमनों को हमेशा यहूदी क्रांति का डर सताता रहता था. इस कारण कट्टरपंथी धर्मगुरुओं ने इस बात की शिकायत रोमन गवर्नर पिलातुस को कर दी. इसके बाद कट्टरपंथी धर्मगुरुओं खुस करने के लिए पिलातुस ने ईसा को क्रूस पर लटकाने की सजा सुनाई.
आवारा को हिंदी में क्या बोलते हैं?
आवारा का हिंदी अर्थ
व्यर्थ में घूमने वाला। लंपट; निकम्मा।