लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन क्यों समझ रहा था? उत्तर:- बस की जर्जर अवस्था से लेखक को ऐसा महसूस हो रहा था कि बस की स्टीयरिंग कहीं भी टूट सकती है तथा ब्रेक फेल हो सकता है। ऐसे में लेखक को डर लग रहा था कि कहीं उसकी बस किसी पेड़ से टकरा न जाए।
लेखक पेड़ों को अपना शत्रु क्यों समझ रहे थे?
Solution : बस की दशा ऐसी थी कि उसे जबरदस्ती चलाया जा रहा था। कभी भी उसकी ब्रेक फेल हो सकती थी या कोई पुरजा खराब हो सकता था। इस भयभीत मनःस्थिति में जो भी पेड़ आता उसे देखकर लेखक को डर लगता कि उसकी बस उससे टकरा जायेगी। इसलिए लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन समझ रहा था।
लेखक हरे भरे पेड़ों को क्या समझता है?
दोनों तरफ़ हरे–भरे पेड़ थे जिन पर पक्षी बैठे थे। मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था। जो भी पेड़ आता, डर लगता कि इससे बस टकराएगी। … Answer: (c) क्योंकि लेखक ने सोच लिया कि बस का कभी भी ब्रेक फेल हो सकता है, या स्टीयरिंग टूट सकता है।
लेखक पेड़ों को इंसान क्यों बनाता है?
लेखक वृक्ष को मानव क्यों बनाता है? यह दिखाने के लिए कि पेड़ पर बहुत सारे फल लगे हैं । मार्मोसैट अपने परिवार का खाना उसके साथ साझा करने से मना कर देता है।
लेखक ने पेड़ की तुलना किससे की है?
लेखक कहता है कि मनुष्य और पेड़ दोनों एक ही गति से बढ़ते हैं यदि उन्हें चोट न पहुँचाई जाए या उन्हें भूखा न रखा जाए । कम उम्र में दोनों ही आकर्षक और एक्टिव नजर आते हैं। अपने बुढ़ापे में दोनों थोड़ा झुक जाते हैं, कमजोर हो जाते हैं और मर जाते हैं।
पेड़ों को अपना दुश्मन क्यों समझ रहा था?
Solution : बस की दशा ऐसी थी कि उसे जबरदस्ती चलाया जा रहा था। कभी भी उसकी ब्रेक फेल हो सकती थी या कोई पुरजा खराब हो सकता था। इस भयभीत मनःस्थिति में जो भी पेड़ आता उसे देखकर लेखक को डर लगता कि उसकी बस उससे टकरा जायेगी। इसलिए लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन समझ रहा था।
लेखक की माँ क्या कहती थी?
लेखक की माँ को प्रकृति से बहुत प्यार था। वे कहती थीं कि दिन छुपने या सूरज ढलने के बाद पेड़ों को नहीं छूना चाहिए। वे रोते हैं, रात में फूल तोड़ने पर वे श्राप देते हैं।
लेखक पेड़ों को दुश्मनी क्यों समझ रहा था?
Solution : बस की दशा ऐसी थी कि उसे जबरदस्ती चलाया जा रहा था। कभी भी उसकी ब्रेक फेल हो सकती थी या कोई पुरजा खराब हो सकता था। इस भयभीत मनःस्थिति में जो भी पेड़ आता उसे देखकर लेखक को डर लगता कि उसकी बस उससे टकरा जायेगी। इसलिए लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन समझ रहा था।
लोगों ने पेड़ को क्यों कटा होगा?
Answer: Explanation: पेड़ों से केवल लाभ ही होता है जो वातावरण में फैली दूषित वायु को शुद्ध करता है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई होने से बारिश का अभाव बना हुआ है।
कवि को छोटी होने की कामना क्यों की गई है?
कविता में बच्ची सबसे छोटी बनी रहने की कामना इसलिए करती है ताकि उसे हमेशा माँ का साथ और माँ का प्यार मिलता रहे। प्रश्न 3. कविता में ‘ऐसी बड़ी न होऊँ मैं’ क्यों कहा गया है? ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि बड़ी बनकर वह माँ का प्यार नहीं खोना चाहती।
कवि के साहसी पिता आज कच्चे क्यों हो गए हैं?
कवि के साहसी पिता आज कच्चे क्यों हो गए हैं। उत्तर: कवि के पिता जो साहस की जीती-जागती मिसाल हैं आज अपने प्रिय पुत्र को याद करते हुए कच्चे हो गए हैं। वे सोच रहे हैं कि उनका बेटा जेल में कितनी यातनाएँ सह रहा है, उनका दुखी हृदय इस बोझ को नहीं सँभाल पाता और उनकी आँखों से आँसू बहने लगते हैं।
मुअनजोदाड़ो को देखते देखते लेखक को किसकी याद आ गई 26?
लेकिन मुअनजो–दड़ो ताम्र काल के शहरों में सबसे बड़ा है । वह सबसे उत्कृष्ट भी है। व्यापक खुदाई यहीं पर संभव हुई | बड़ी तादाद में इमारतें, सड़कें, धातु – पत्थर की मूर्तियाँ, चाक पर बने चित्रित भांडे, मुहरें, साजो-सामान और खिलौने आदि मिले। सभ्यता का अध्ययन संभव हुआ।
Joojh कहानी के आधार पर बताइए कि लेखक की मां ने पाठशाला जाने में लेखक की क्या सहायता की?
उत्तर: लेखक के पिता उसे पढ़ाना नहीं चाहता था जबकि लेखक व उसकी माँ पिता के रवैये से सहमत नहीं थे। उन्होंने दत्ताजी राव की सहायता से यह कार्य करवाया। लेखक पाठशाला जाना शुरू कर देता है।
पेड़ों से कौन चिपक गए थे?
चमोली जिले से शुरू हुआ चिपको आंदोलन धीरे-धीरे पूरे उत्तराखंड में फैल गया। पहाड़ पर लोग पेड़ों को बचाने के लिए पेड़ों से लिपट गए थे। इस आंदोलन में महिलाओं ने भागीदारी अधिक थी। आंदोलन का नेतृत्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा, गौरा देवी और चंडीप्रसाद भट्ट किया था।
हरे भरे पेड़ों को क्या समझता था?
Answer: दोनों तरफ़ हरे–भरे पेड़ थे जिन पर पक्षी बैठे थे। मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था। जो भी पेड़ आता, डर लगता कि इससे बस टकराएगी। …
कवी कैसे बने?
- [Step-1] Poetry सुने और पढ़ें …
- [Step-2] Learn Hindi and Urdu. …
- [Step-3] Poetry की शैली सीखे …
- [Step-4] शायरी / कविता लिखें …
- [Step-5] मुशायरे एवं कवी सम्मेलन में जाएँ …
- [Step-6] Join Poet’s Groups. …
- [Step-7] मंच पर जाएँ
सत्य क्या जानना चाहता है?
वे सत्य को पहचानना तथा जानना चाहते हैं। उनकी मुख्य चिंता यह है कि वे सत्य का स्थिर रूप-रंग और पहचान नहीं खोज पा रहे हैं। यदि वे इन्हें खोज लेते हैं, तो वे सत्य को स्थायित्व प्रदान कर सकेगें। परन्तु सत्य की पहचान और स्वरूप तो घटनाओं, स्थितियों तथा लोगों के अनुरूप बदलती रहती है।
बांबी की मां क्या कहती है?
बांबी की माँ: तेज़! तेज़, बांबी! पीछे मत देखो! दौड़ते रहो!
लेखक के पिता पर किसकी बात का असर पड़ा?
लेखिका ने बचपन में अपने भाइयों के साथ गिल्ली डंडा तथा पतंग उड़ाने जैसे खेल भी खेले किंतु लड़की होने के कारण उनका दायरा घर की चारदीवारी तक सीमित था | क्या आज भी लड़कियों के लिए स्थितियाँ ऐसी ही हैं या बदल गई हैं, अपने परिवेश के आधार पर लिखिए।
प्रकृति के दृश्य कैसे थे?
प्रकृति के दृश्य बहुत लुभावने थे। दोनों तरफ़ हरे-भरे पेड़ थे जिन पर पक्षी बैठे थे। मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था। जो भी पेड़ आता, डर लगता कि इससे बस टकराएगी।
ऐसा लगा जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं लेखक को ऐसा क्यों लगा?
लेखक कहता है बस के स्टार्ट होते हुए वो इतना शोर कर रहा था मानो कि उन्हें ऐसा लगा जैसे इंजन आगे नहीं अपितु पूरी बस में लगा हो, क्योंकि उसका इंजन दयनीय स्थिति में था। इससे पूरी बस हिल रही थी, इसलिए उन्हें लगा की सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं।
पेड़ काटने से कौन सा पाप लगता है?
साथ ही पेड़ काटने वाले पर सौ जीव की हत्या के बराबर पाप लगता है। ऐसा करने वाले का कोई शुभ कार्य पूर्ण नहीं होता। गरुण पुराण के अनुसार हरा पेड़ काटने वाले को कई जन्मों तक मनुष्य योनि प्राप्त नहीं होती।
पेड़ से सब कुछ लेने के बाद भी आदमी खुद क्यों नहीं था?
पेड़ से पत्ते, टहनी, तने लेकर वह पेड़ को ढूंठ बना चुका था। उसे आराम की आवश्यकता थी। आराम करने की जगह उसके नजर में नहीं आ रही थी। इसलिए पेड़ से सब कुछ लेने के बाद भी वह आदमी खुश नहीं था।
कभी कोयल से ऐसा क्यों कर रहे हैं?
कवि को कोयल से ईर्ष्या हो रही है इसका सबसे बड़ा कारण कोयल की स्वतंत्रता तथा कवि की पराधीनता है। कवि अंग्रेज़ी सरकार की काल-कोठरी में कैद है परन्तु कोयल हरियाली डाली पर रहती है। वह पूरे आकाश में स्वतंत्र उड़ सकती है परन्तु कवि की दुनिया काल-कोठरी के अंधकारमय जीवन में सिमटकर रह गई है।
1 अभी न होगा मेरा अंत कवि ने ऐसा क्यों कहा?
‘अभी न होगा मेरा अंत‘ कवि ने ऐसा क्यों कहा? Answer: ‘अभी न होगा मेरा अंत‘ कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि वे बताना चाहते हैं कि अभी अंत नहीं होने वाला है। अभी अभी तो वसंत का आगमन हुआ है जिससे उसका जीवन खुशियों से भर गया है। वह उमंग से भरा हुआ है।
कभी तो ऐसा विश्वास क्यों है कि उसका अंत अभी नहीं होगा?
कवि को ऐसा विश्वास क्यों है कि उसका अंत अभी नहीं होगा? उत्तर:- कवि को ऐसा विश्वास इसलिए है क्योंकि अभी उसके मन में नया जोश व उमंग है। अभी उसे काफ़ी नवीन कार्य करने है। वह युवा पीढ़ी को आलस्य की दशा से उबारना चाहते हैं।
नायिका ने सपने में क्या देखा?
नायिका ने सपने में देखा कि कृष्ण उसके पास आते हैं और उसे झूला-झूलने का निमंत्रण देते हैं। यह उसके लिए बहुत प्रसन्नता की बात थी। उसे सपने में ही सही कृष्ण का साथ मिला था। वह जैसे ही प्रसन्नतापूर्वक कृष्ण के साथ चलने के लिए उठती है, इस बीच उसकी नींद उचट जाती है।
14 मुअनजो दाइो को देखते देखते लेखक को किसकी याद आ गई ?`?
Expert-Verified Answer. ➲ मोहनजोदड़ो को देखकर लेखक को जैसलमेर के गाँव कुलधरा की याद आ गई।
जूझ पाठ के मुख्य पात्र का क्या नाम है?
इस पाठ का शीर्षक ‘जूझ‘ पूरे अध्याय में व्याप्त है। ‘जूझ‘ का अर्थ है-संघर्ष। इसमें कथा नायक आनंद ने पाठशाला जाने के लिए संघर्ष किया। यह एक किशोर के देखे और भोगे हुए गाँवई जीवन के खुरदरे यथार्थ व परिवेश को विश्वसनीय ढंग से व्यक्त करता है।
जूझ शब्द का क्या अर्थ है Class 12?
‘जूझ‘ का अर्थ है – संघर्ष। इसमें कथानायक आनंद ने पाठशाला जाने के लिए संघर्ष किया। आनंदा के पिता ने उसे स्कूल जाने से मना कर दिया। लेकिन पढ़ने की तीव्र इच्छा ने उसे जीवन का एक उद्देश्य दे दिया।
पेड़ के पीछे कौन खड़ा था?
उत्तर : घर में कोई बड़ा नहीं है, तुम अकेले कैसे जाओगे इतनी दूर ? (३) पेड़ों के पीछे कौन खड़ा था ? उत्तर : पेड़ों के पीछे सुनहरे पंखों वाली एक परी खड़ी थी ।
पेड़ों का किसका अवतार माना गया है?
पेड़ों को सेवा का अवतार माना गया है।
पेड़ों को काटकर मनुष्य को क्यों पछताना पड़ेगा?
पेड़ों के लगातार कटान के चलते मनुष्य के साथ जीव-जन्तुओं के लिए भी खतरा है। बहुत सी प्रजातियों पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। ये हमें आक्सीजन ही नहीं देते बल्कि कार्बन डाई आक्साइड भी खत्म करते हैं। यह पर्यावरण को संतुलित करने में मदद करते हैं।
पेड़ों को दुश्मन क्यों समझ रहा था?
Solution : बस की दशा ऐसी थी कि उसे जबरदस्ती चलाया जा रहा था। कभी भी उसकी ब्रेक फेल हो सकती थी या कोई पुरजा खराब हो सकता था। इस भयभीत मनःस्थिति में जो भी पेड़ आता उसे देखकर लेखक को डर लगता कि उसकी बस उससे टकरा जायेगी। इसलिए लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन समझ रहा था।
कवी क्या तोड़कर चले है?
तोड़ो कविता में ‘पत्थर’ और ‘चट्टान’ बंधनों तथा बाधाओं के प्रतीक हैं। बंधन और बाधाएँ मनुष्य को आगे बढ़ने से रोकती है इसलिए कवि मनुष्य को इनको हटाने के लिए प्रेरित करता है। उसके अनुसार यदि इनसे पार पाना है, तो इन्हें तोड़कर अपने रास्ते से हटाना पड़ेगा। तभी मंजिल पायी जा सकती है।
दुनिया का सबसे बड़ा सत्य क्या है?
संसार का सबसे बड़ा सत्य ” मृत्यु ” है । क्योंकि इससे संसार का कोई भी व्यक्ति इंकार नहीं कर सकता की एक ना एक दिन सभी को ये संसार त्यागना है। अब प्रश्न ये उठता है मृत्यु के पश्चात क्या होगा।
सत्य कहां से आता है?
अंग्रेजी शब्द ट्रुथ ओल्ड इंग्लिश tríewþ, tréowþ, trýwþ, Middle English trewþe, ओल्ड हाई जर्मन ट्रूविडा, Old Norse tryggð से लिया गया है । ट्रोथ की तरह, यह विशेषण सत्य (पुरानी अंग्रेज़ी ट्रोवे) का एक-वां नामकरण है।
कौन सा पेड़ इंसान के लिए खतरनाक है?
कनेर या Oleander-Nerium Oleander
कनेर का पौधा काफी ज्यादा खतरनाक और घातक पौधा माना जाता है. इसके सेवन से उल्टी, चक्कर, लूज मोशन आदि कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं. इतना ही नहीं अगर किसी इंसान ने गलती से इसका सेवन कर लिया तो हो सकता है कि वो कोमा तक में चला जाए.
कौन सा पौधा छूने पर मर जाता है?
इस पौधे का नाम होगवीजा है. इसे ‘किलर ट्री’ भी कहा जाता है. सबसे अहम बात यह है कि यह पौधा सिर्फ ब्रिटेन के लंकाशायर नदी के किनारे ही पाया जाता है. यह पौधा इतना खतरनाक होता है कि इसे छू लेने भर से इंसान अपनी जान गंवा सकता है.
ऐसा कौन सा फल है जिसमें जहर है?
केवल सेब ही नहीं, बल्कि इससे मिलते-जुलते फलों जैसे खुमानी, आडू, आलूबुखारा, चेरी जैसे फलों के बीज भी जहरीले होते हैं, इनमें में एमिगडेलिन पाया जाता है, हालांकि सेब में इस जहर की मात्रा सबसे ज्यादा होती है. एक ग्राम सेब में लगभग 0.06 से 0.24 मिलीग्राम साइनाइड होता है.
दुनिया का सबसे खतरनाक फूल कौन सा है?
एकोनिटम को दुनिया का सबसे खतरनाक पौधा माना जाता है। यह इंसान की हृदय की गति को कम कर देता है जिसकी वजह से उसकी मौत हो सकती है। इस पौधे के जड़ और पत्ते दोनों में जहर होता है, लेकिन जड़ अधिक जहरीली होती है। जड़ और पत्ते दोनों में न्यूरोटॉक्सिन पाया जाता है।