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लेखक का बटुआ अंदर ही अंदर क्यों काँपने लगा था?

लेखक का बटुआ अन्दर ही अन्दर क्यों काँपने लगा था। Answer: लेखक अतिथि के आने से भयभीत हो गए। लेखक ने सोचा था कि अब अतिथि के लिए खर्च करना पड़ेगा। खर्च करने से बटुआ जवाब दे रहा था अत: बटुए का काँपना स्वाभाविक ही था

अतिथि के आने पर लेखक का बटुआ अंदर ही अंदर क्यों काँप गया?

Question 1: अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआ काँप गया। उत्तर: यह प्रसंग तब का है जब अतिथि का अभी अभी आगमन हुआ था। अतिथि के आने से उसके स्वागत सत्कार के खर्चे बढ़ जाते हैं। इससे एक मध्यम वर्गीय परिवार का पूरा बजट बिगड़ सकता है।

बटुआ काँपने से क्या आशय है लेखक को कब महसूस हुआ कि उसका बटुआ काँप गया है?

जब लेखक ने अनचाहे अतिथि को आते देखा तो उसे महसूस हुआ कि खर्च बढ़ जाएगा। इसी को बटुआ काँपना कहते हैं।

लेखक ने धोबी की जगह लॉण्ड्री में कपड़े क्यों दिए?

लेखक ने धोबी की जगह लांडी में कपड़े क्यों दिए? D. लेखक चाहता था कि अतिथि जल्दी चला जाए क्योंकि धोबी कपड़े धोकर देने में कई दिन लगाता है।

लेखक अतिथि को उसके सामने स्थित कौन सी चीज दिखाना चाहता है?

लेखक अपने अतिथि को दिखाकर दो दिनों से तारीखें बदल रहा था। ऐसा करके वह अतिथि को यह बताना चाह रहा था कि उसे यहाँ रहते हुए चौथा दिन शुरू हो गया है। तारीखें देखकर शायद उसे अपने घर जाने की याद आ जाए।

अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआ कब गया?

पाठ में आए निम्नलिखित कथनों की व्याख्या कीजिए:

Question 1: अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआ काँप गया। उत्तर: यह प्रसंग तब का है जब अतिथि का अभी अभी आगमन हुआ था। अतिथि के आने से उसके स्वागत सत्कार के खर्चे बढ़ जाते हैं। इससे एक मध्यम वर्गीय परिवार का पूरा बजट बिगड़ सकता है।

अतिथि लेखक के घर में कितने दिनों से रह रहा था?

प्रश्न 1. अतिथि कितने दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है? अतिथि चार दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है।

एक देवता और एक मनुष्य अधिक देर साथ क्यों नहीं रह सकते?

ड़) लेखक का मानना है कि एक देवता और एक मनुष्य अधिक देर तक साथ नहीं रह सकते क्योंकि देवता मनुष्य को दर्शन देकर तुरंत चले जाते हैं वे उसके पास जमकर नहीं बैठे रहते। मनुष्य भी देवता का दर्शन करके जल्दी ही अपने घर चला जाता है।

संबंधों की मधुरता जब समाप्त हो जाती है तो क्या होता है तुम कब जाओगे अतिथि पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए?

उत्तर:- जब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो स्थिति में बदलाव आने लगा और संबंध बदलने लगे। लेखक ने उसके साथ मुस्कुराकर बात करना छोड़ दिया, बातचीत के विषय समाप्त हो गए। सौहार्द व्यवहार अब बोरियत में बदल गया। मधुर संबंध कटुता में परिवर्तित हो गए।

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अतिथि को उर्दू में क्या कहते हैं?

अतिथि का अर्थ : अतिथि संस्कृत का मूल शब्द है। इसे अंग्रेजी में गेस्ट कहते हैं और उर्दू में मेहमान।

अतिथि का विलोम शब्द क्या होता है?

Solution : अतिथि शब्द का विलोम है आतिथेय।

.लेखक का बटुआ अंदर ही अंदर क्यों काँपने लगा?

लेखक का बटुआ अन्दर ही अन्दर क्यों काँपने लगा था। Answer: लेखक अतिथि के आने से भयभीत हो गए। लेखक ने सोचा था कि अब अतिथि के लिए खर्च करना पड़ेगा। खर्च करने से बटुआ जवाब दे रहा था अत: बटुए का काँपना स्वाभाविक ही था।

बटुआ कांपने से क्या आशय है लेखक को कब महसूस हुआ कि उसका बटुआ कांप गया है?

जब लेखक ने अनचाहे अतिथि को आते देखा तो उसे महसूस हुआ कि खर्च बढ़ जाएगा। इसी को बटुआ काँपना कहते हैं।

तीसरे दिन की सुबह अतिथि ने क्या कहा?

Question 5: तीसरे दिन सुबह अतिथि ने क्या कहा? उत्तर: तीसरे दिन सुबह अतिथि ने कहा कि वह धोबी को कपड़े देना चाहता है। Question 6: सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ? उत्तर: सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर अतिथि के लिए खिचड़ी बनने लगी।

कैलेंडर की तारीखें कैसे फड़फड़ा रही थी *?

कैलेंडर की तारीखें अपनी सीमा में नम्रता से पंछी के पंखों की तरह फड़फड़ा रही है।

रात में कपड़े धोने से क्या होता है?

जब रात में कपड़े साफ़ करते हैं तो नकारात्मक उर्जा कपड़ों में प्रविष्ट कर जाती है और उनको जब हम सुबह पहनते हैं तो उस ऊर्जा का प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है, जो नुकसानदायक होती है. ऐसा माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद खुले आसमान में कपड़े फैलाने से कपड़ों में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है.

रात को कपड़े सुखाने से क्या होता है?

रात को कपड़े बाहर नहीं सुखाना चाहिए। रात की नकारात्मक ऊर्जा कपड़ों को बाहर सुखाने से उसमें प्रविष्ट कर जाती है। उन कपड़ों को जब हम सुबह पहनते हैं तो उस ऊर्जा का प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है जो कि स्वास्थ्य और प्रगति में बाधक सिद्ध होती है।

मनुष्य का देवता कौन है?

विष्णु जी को ही सर्वोच्च देव और पालनहार माना जाता है इसीलिए लोग कहते हैं कि वह भगवान सबके ह्रदय में किंतु ऐसा नहीं है भगवान विष्णु और देव विष्णु में अंतर है।

मनुष्य और देवता में क्या अंतर है?

कोई मनुष्य ऐसी किसी पद्दति खोजता है जिससे आप का जीवन अत्यंत उत्कृष्ट हो सके तो लोग उसे भी देव की उपाधि देते आए हैं, जैसे आदियोगी शिव. वैसे ही अपने सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में अगर कोई मनुष्य उतकृष्टता की पराकाष्ठा को प्राप्त करता है तो भी उसे देवता कहते हैं जैसे राम और कृष्ण। देवता मनुष्य के उपास्य हैं, अनुकरणीय नहीं.

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अच्छा अतिथि कौन होता है?

प्रश्न 2. अच्छा अतिथि कौन कहलाता है ? उत्तरः वास्तव में अच्छा अतिथि तो वही होता है जो पहले से अपने आने की सूचना देकर आए और एक या दो दिन की मेहमानी कराकर विदा ले।

दुख को उर्दू में क्या कहते हैं?

प्लैट्स शब्दकोश H دکهہ दुख dukh [Prk. दुक्खं =S.

कर्तव्य को उर्दू में क्या कहते हैं?

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कर्तव्य के अर्थ

उचित कर्म; फ़र्ज़।

घरेलू का विलोम क्या होता है?

Vilom Shabd of Gharelu
घरेलूGhareluGet definition and list of more Vilom Shabd and Paryayvachi Shabd in Hindi Grammar.
शब्द विलोम

अपना का उल्टा शब्द क्या होता है?

अपना का विलोम शब्द पराया होता है।

लेखक के हाथ में पत्थर क्यों कांप रहा था?

Answer. Answer: Answer: लेखक के हाथ में जो पत्र था उसमें दादी की मृत्यु का संदेश था, इसलिए लेखक का हाथ कांप रहा था

अतिथि कितने दिन घर पर रुका हुआ था?

अतिथि जब लेखक के यहाँ चौथे दिन भी रुका रह गया तो लेखक के मन में जैसा उत्साह और रुचि थी वह सब समाप्त हो गया। उसने विविध विषयों पर बातें कर लिया था। अब और बातों का विषय शेष न रह जाने के कारण दोनों के बीच चुप्पी छाई थी। यह चुप्पी अब सौहार्द की जगह बोरियत का रूप लेती जा रही थी।

अतिथि कितने din तक ठहरा था?

1. अतिथि कितने दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है? उत्तर:- अतिथि लेखक के घर चार दिनों से अधिक समय तक रहता है।

कैलेंडर का जन्म कब हुआ?

यह राजा ईसा पूर्व सातवीं शताब्दी में था। आज विश्व भर में जो कैलेंडर प्रयोग में लाया जाता है। उसका आधार रोमन सम्राट जूलियस सीजर का ईसा पूर्व पहली शताब्दी में बनाया कैलेंडर ही है। जूलियस सीजर ने कैलेंडर को सही बनाने में यूनानी ज्योतिषी सोसिजिनीस की सहायता ली थी।

भारत में कैलेंडर की शुरुआत कब हुई?

भारतीय राष्ट्रीय पंचांग या ‘भारत का राष्ट्रीय कैलेंडर‘ (संक्षिप्त नाम – भारांग ) भारत में उपयोग में आने वाला सरकारी सिविल कैलेंडर है। यह शक संवत पर आधारित है और ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ-साथ २२ मार्च १९५७ , (भारांग: १ चैत्र १८७९) से अपनाया गया।

कौन से दिन कपड़े नहीं धोने चाहिए?

ज्योतिष के अनुसार बृहस्पतिवार को न धोएं कपड़े

ऐसा माना जाता है कि बृहस्पतिवार (बृहस्पतिवार के उपाय) और रात के समय कभी भी कपड़े नहीं धोने चाहिए। मान्यता यह है कि बृहस्पतिवार या गुरुवार के दिन कपड़े धोने से धन हानि होने लगती है और सुख समृद्धि का ह्रास होता है।

घर पर कितनी बार कपड़े बदलने चाहिए?

शर्ट और ब्लाउज: 1-2 बार पहनने के बाद । ड्रेस पैंट या स्लैक्स: 2-3 पहनने के बाद। जीन्स: 4-5 पहनने के बाद। स्वेटर: 6 वियरिंग तक, अगर अंडरशर्ट के साथ पहना जाए; बिना अंडरशर्ट के पहने जाने पर 1-2 वियर।

भाग्य का देवता कौन है?

ज्योतिष में शनि ग्रह को न्याय और भाग्य का देवता माना जाता है. न्याय और भाग्य के संतुलन में कर्म का सर्वाधिक प्रभाव होता है.

घर के कुल देवता कौन होते हैं?

कुलदेवी या देवता कुल या वंश के रक्षक देवी-देवता होते हैं। ये घर-परिवार या वंश-परंपरा के प्रथम पूज्य तथा मूल अधिकारी देव होते हैं। इनकी गणना हमारे घर के बुजुर्ग सदस्यों जैसी होती है। अत: प्रत्येक कार्य में इन्हें याद करना जरूरी होता है।

पृथ्वी के देवता कौन है?

इनमें जो हमारी पृथ्वी लोक के देवता कहे गए हैं, उनमें आठ वसु का ही स्मरण किया जाता है। इन्हें ही हमारी इस धरती का देवता भी माना जाता है। ‘धरो ध्रुवश्च, सोमश्च, अहश्चैवानिलोअनत:। प्रत्यूषश्च प्रभासश्च, वसवो अष्टाविति स्मृता:॥’ अर्थात अहश, ध्रुव, सोम, धरा, अनिल, अनल, प्रत्यूष और प्रभास हैं आठ वसुओं के नाम।

शरीर का देवता कौन है?

यमराज हिन्दू धर्म के अनुसार मृत्यु के देवता हैं। इनका उल्लेख वेद में भी आता है। इनकी जुड़वां बहन यमुना (यमी) है

मैं एक अच्छा मेजबान क्यों बनूंगा?

एक अच्छे मेजबान के गुणों में मित्रता, योग्यता, लचीलापन, आत्मविश्वास और मजबूत ग्राहक सेवा उन्मुखीकरण शामिल हैं। श्रम सांख्यिकी ब्यूरो, या बीएलएस के अनुसार, 2020 तक, रेस्तरां मेजबानों ने $24,130, या $11.60 प्रति घंटे का औसत वार्षिक वेतन अर्जित किया।

मेहमान और अतिथि में क्या अंतर है?

संदर्भ के आधार पर संज्ञा अतिथि के कई अर्थ हो सकते हैं किसी व्यक्ति को किसी के घर पर जाने या रहने के लिए आमंत्रित किया जाता है जबकि एक आगंतुक वह है जो कोई व्यक्ति या स्थान का दौरा करता है यह संज्ञा क्रिया से ‘यात्रा’ करने के लिए बनाई गई है आगंतुक या तो घर या भौगोलिक स्थिति या देश में एक घर या लोगों का दौरा कर सकते हैं …

गूगल दुख क्या है?

किसी विषय से चित्त में जो खेद या कष्ट होता है वही दुःख हे ।

दुख की इंग्लिश क्या होगी?

दुःख देना {transitive verb}

hurt {v.t.}

11 कर्तव्य कौन कौन से हैं?

भारतीय संविधान के 11 मौलिक कर्तव्य
  • संविधान का पालन करते हुए राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान।
  • स्वतंत्रता संग्राम के सिद्धांतों का पालन।
  • भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा।
  • जब आह्वान किया जाए, देश की रक्षा करें और राष्ट्रीय कर्तव्य का प्रदान।
  • भाईचारे की भावना
  • मिश्रित संस्कृति को जीवित रखना।

मनुष्य कर्तव्य क्या है?

कर्तव्य मनुष्य मात्र में स्वयं का चरित्र तथा आत्मबोध है। यह सहज और सरल आत्म अनुशासन है। जीवन भर सीखने और सीख को धारण करने की प्रबल प्रक्रिया से कर्तव्य का दर्शन प्रकट होता है। सत्य को आत्मसात करने से कर्तव्य की भावना जागृत होती है

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