आपको बता दें कि प्रभु श्रीराम ने लंका पर चढ़ाई करने के पहले शिव की आराधना की थी। इसके बाद भगवान राम और रावण का युद्ध कुल 8 दिनों तक चला था। लेकिन कुछ मान्यताओं के अनुसार यह भी बताया जाता है कि यह युद्ध 84 दिनों तक चला था।
भगवान राम कितने वर्ष जीवित रहे?
तो इस आधार पर हम ये कह सकते हैं कि रावण की आयु कम से कम 40000 वर्ष तो थी ही (उससे भी थोडी अधिक हो सकती है)। अर्थात वो करीब 112 दिव्य वर्षों तक जीवित रहा। श्रीराम और माता सीता के विषय मे वाल्मीकि रामायण मे कहा गया है कि देवी सीता श्रीराम से 7 वर्ष 1 माह छोटी थी।
सीता रावण के साथ कितने वर्ष रही?
कुछ लोग कहते हैं कि राम ने 11,000 वर्षों तक शासन किया। 25 वर्ष की आयु में राम वनवास गए। वह अयोध्या लौट आए और 39 वर्ष की आयु में उनका राज्याभिषेक हुआ। राज्याभिषेक के बाद 30 वर्ष और 6 महीने तक शासन करने के बाद, जब वह लगभग 70 वर्ष के थे, तब राम ने राज्य त्याग दिया।
रामायण का युद्ध कब हुआ था?
अयोध्या के राजकुमार राम ने सुंदर राजकुमारी सीता (यहां देखा गया) का हाथ जीत लिया, लेकिन अपनी सौतेली माँ की साजिश के माध्यम से उन्हें और उनके भाई लक्ष्मण को 14 साल के लिए निर्वासित कर दिया गया। जंगल में रावण द्वारा सीता का अपहरण कर लिया गया था, और राम ने उनकी खोज के लिए बंदरों और भालुओं की एक सेना इकट्ठी की।
राम की उम्र कितनी है?
रामायण का युद्ध अश्विन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को शुरू हुआ था। ये युद्ध दशहरे के दिन यानी दशमी को रावण वध के साथ समाप्त हुआ था। रामायण का युद्ध पूरे आठ दिन चल था।
सीता की उम्र कितनी है?
कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष।
भगवान श्री राम की मृत्यु कैसे हुई?
सीता और राम के विवाह के वक्त रामजी की आयु सिर्फ 14 साल थी, जबकि सीताजी की मात्र 6 साल की थीं. शादी के बाद दोनों 12 वर्षों तक अयोध्या में रहे, इसके बाद उन्हें वनवास भोगने के लिए वन जाना पड़ा. इस समय तक सीताजी 18, राम जी 26 साल के हो गए थे. जब वे वनवास से लौटे तो सीता की आयु 32 और रामजी की उम्र 40 हो गई थी.
रावण की बेटी का नाम क्या है?
भाई की जलसमाधि से आहत होकर श्रीराम ने भी जल समाधि का निर्णय लिया। वो सरयू नदी के अंदर गए और भगवान विष्णु का अवतार ले लिया। इस तरह श्रीराम ने मानव शरीर त्याग दिया और बैकुंठ धाम चले गए।
रावण की अंतिम इच्छा क्या थी?
कहते हैं कि रावण की एक बेटी भी था जिसका नाम सुवर्णमछा या सुवर्णमत्स्य था जो देखने में बहुत ही सुंदर थी। उसे सोने की जलपरी कहा गया है।
राम ने कितनी शादी की थी?
– रावण चाहता था कि वह स्वर्ग तक जाने के लिए एक ऐसी सीढ़ी बनाए, जिसके जरिए लोगों को सीधे मोक्ष की प्राप्ति हो। – रावण की लंका सोने की बनी हुई थी लेकिन वह ये चाहता था कि सोने में हमेशा सुंगध रहे ताकि वह जहां भी लगाया या पहना जाए वह स्थान सुगंधित रहे और सोना तलाशते वक्त कोई परेशानी न हो।
राम की शादी कितने साल में हुई थी?
राम की कितनी पत्नियाँ थीं? वैष्णव मत के अनुसार तो राम जी के केवल एक ही पत्नी सीता थी ।
मांस कौन से भगवान खाते हैं?
इस दोहे से यह साफ हो जाता है कि श्री राम और सीता की उम्र के बीच लगभग 9 वर्ष का अंतर था. मगर इनकी शादी किस उम्र में हुई थी. इसके बारे में वाल्मीकि रामायण में बताया गया है कि विवाह के समय भगवान राम की आयु 13 वर्ष और माता सीता की आयु 6 वर्ष थी.
कौन से दिन मांस नहीं खाना चाहिए?
इस टेलीविज़न विज्ञापन में ऑस्ट्रेलिया के एक मांस उत्पादक समूह ने भगवान गणेश को मेमने का मांस खाते दिखाया है. हालांकि विज्ञापन में अन्य धर्मों के प्रतीक भी खाने पर साथ बैठे हुए दिखाए गए हैं.
असली राम कैसे दिखते थे?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि हिंदू धर्म के लोगों को मंगलवार के दिन मांस के सेवन से बचना चाहिए। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मंगलवार के दिन ही मांस का सेवन नहीं किया जाता। शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के साथ गुरुवार और शनिवार को भी पवित्र दिन माना जाता है। इन दिनों में मांस का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
मृत्यु के समय रावण की उम्र कितनी थी?
कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष।
रावण का असली नाम क्या है?
कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष।
रावण मरते समय क्या कहा था?
पद्मपुराण तथा श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार हिरण्याक्ष एवं हिरण्यकशिपु, दूसरे जन्म में रावण और कुम्भकर्ण के रूप में पैदा हुए। वाल्मीकि रामायण के अनुसार रावण पुलस्त्य मुनि का पौत्र था अर्थात् उनके पुत्र विश्रवा का पुत्र था। विश्रवा की वरवर्णिनी , राका और कैकसी नामक तीन पत्नियां थी।
हनुमान जी की मृत्यु कैसे हुई?
ये राम मैं शक्ति में कही भी तुमसे पीछे नही था बल्कि में हर चेत्र में मैं तुमसे आगे ही था । फिर भी में तुमसे युद्ध यार गया क्यों क्योंकि मेरे पास लक्षण जैसा भाई नही था। इस लिए मैं ये युद्ध तुमसे हार गया। यही बात रावण ने राम से मरते वक्त कही होगी।
क्या भगवान राम ने मांस खाया था?
कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष।
राम पत्नी की उम्र कितनी है?
अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।
शनिदेव का फोटो घर में रखने से क्या होता है?
वाल्मीकि रामायण में बताया गया है कि विवाह के समय भगवान राम की आयु 13 वर्ष और माता सीता की आयु 6 वर्ष थी। विवाह के बाद देवी सीता 12 वर्ष की आयु तक अपने पिता राजा जनक के यहां रहीं थी।
शनि की पत्नी कौन है?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव को श्राप मिला था कि वह जिसे भी देखेंगे, उसका अनिष्ट यानी बुरा हो जाएगा. यही वजह है कि शनिदेव (Shani Dev) की दृष्टि सीधे तौर पर हमारे जीवन पर ना पड़े इसलिए शनिदेव की तस्वीर या मूर्ति को घर के मंदिर में रखना सही नहीं माना जाता.
अंडा खाने से क्या पाप होता है?
उन्होंने दो बार शादी की, पहली नीलम रत्न की मूर्ति नीला से और दूसरी गंधर्व राजकुमारी मंदा से।
मछली खाने से क्या पाप होता है?
अंडा खाना पाप नहीं है, लेकिन सनातन पूजा पद्धति के कुछ नियम हैं जिनका अनुसरण करके हम ईश्वर के नजदीक जा सकते हैं। सनातनी पूजा में हम सीधे ईश्वर से संपर्क या आशीर्वाद पा सकते हैं यदि हम ठीक तरीके से उसे करें। उसके लिए हमें पूर्णरूपेण तन और मन से शुद्ध और सात्विक होना होता है। अंडे खाने से क्या फायदे हैं?
कौन सा देश है जहां आदमी का मांस खाया जाता है?
यह वेदो मे बताये गये मनुष्य के भोजन शाकाहार के विधान से विपरीत है अतः मीट मांसाहार व मच्छी खाने वालो मनुष्य को पाप ही लगता है। यह नियम सृष्टि रचियाता ब्रह्मा जी ने बनाकर वेदो मे लिखवाये है ऋषि महर्षि व मुनियो से । यही विधाता का विधान व नियम है । जी हाँ।
हिंदू कौन सा मांस खा सकता है?
ब्राजील के सर्गिपे के स्थानीय लोगों में इसके प्रचलन को दर्ज किया गया है, “वे मिलने पर मानव मांस का भक्षण किया करते हैं और अगर किसी महिला का गर्भपात हो जाय तो अकालप्रसूत को बड़े शौक से तुरंत खा लिया जाता है।
रावण कितने साल जिंदा है?
तो इस आधार पर हम ये कह सकते हैं कि रावण की आयु कम से कम 40000 वर्ष तो थी ही (उससे भी थोडी अधिक हो सकती है)। अर्थात वो करीब 112 दिव्य वर्षों तक जीवित रहा। श्रीराम और माता सीता के विषय मे वाल्मीकि रामायण मे कहा गया है कि देवी सीता श्रीराम से 7 वर्ष 1 माह छोटी थी।
रावण ने महिलाओं के बारे में क्या कहा?
श्रीराम के हाथों अंत होने तक रावण की आयु लगभग 39000 वर्ष 16 माह और 9 दिन थी।
रावण अपने पिछले जन्म में क्या था?
रावण ने स्त्रियों के बारे में बताया था कि स्त्रियां किसी के भी बहकावे में बड़ी ही आसानी से आ जाती हैं। और किसी के भी जाल में फंस जाती हैं। फिर चाहें वो एक मर्द हो या फिर एक औरत। ऐसे में दूसरों की बातों में आकर स्त्रियां अपने ही घर का विनाश कर लेतीं हैं।
पिछले जन्म में रावण कौन था?
त्रेता युग के दौरान अपने दूसरे जीवन में, वे रावण ( जया ) और कुंभकर्ण (विजया) के रूप में पैदा हुए, और दोनों को राम ने मार डाला। द्वापर युग के दौरान अपने तीसरे जीवन में, वे शिशुपाल (जया) और दंतवक्र (विजया) के रूप में पैदा हुए और दोनों कृष्ण द्वारा मारे गए।
रामायण में झूठ क्या है?
रामसेतु के पत्थर तैरते हैं आज भी सभी लोग ये कहते है की श्री राम ने रावण की लंका में जाने के लिए जो रामसेतु बांध बनाया था। उसमे पत्थरो पर श्री राम लिख कर तैराया गया था और लोग आज भी इस बात को मानते है लेकिन ये बात बिलकुल गलत साबित हुई इसका सच जानने के लिए वाल्मीकि द्वारा लिखी गई रामायण पढ़नी चाहिए ।
भगवान राम ने कौन सा फल खाया था?
भगवान श्रीराम ने 14 साल के वनवास के दौरान कंदमूल फल का सेवन किया था. कई जगहों पर इस फल को राम फल के नाम से भी जाना जाता … अधिक पढ़ें अयोध्या.
क्या राम ने झूठ कहा है?
भगवान राम ने प्रथम बार सूर्पनखा से झूठ बोला था। राम ने कहा की मेरा भाई लक्ष्मण कुमार अर्थात कुंवारा है। जो की झूठ बोला था जो की एक घृणित कार्य था।
शनिदेव का प्रिय पौधा कौन सा है?
शमी का पौधा भगवान शिव और शनि देव को अत्यंत प्रिय माना गया है। शास्त्रों के अनुसार माना गया है कि शमी के पौधे को घर में लगाने से आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होने के साथ ही सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
शनि अशुभ हो तो क्या होता है?
जब किसी जातक की कुंडली में शनि अशुभ फल देने लगता है तो उस व्यक्ति को अचानक शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शनि दोष होते ही व्यक्ति के जीवन में अचानक काम का बोझ बढ़ जाता है। न चाहते हुए भी इन कार्यों को करना पड़ता है। शनि कुंडली में जब आता तो वह जल्द ही अशुभ प्रभाव देने लगता है।
शनि देव की सबसे प्रिय राशि कौन सी है?
शनि की सबसे प्रिय राशि है तुला राशि
ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि शनि देव की सबसे प्रिय राशि तुला है ऐसा माना जाता है कि तुला राशि के जातकों को शनि ज्यादा दुख और कष्ट प्रदान नहीं करते.
सूर्य का पुत्र कौन है?
सूर्य कई उल्लेखनीय पुत्रों के पौराणिक पिता हैं, जिनमें मनु (मानव जाति के पूर्वज), यम (मृतकों के देवता), अश्विन (देवताओं के जुड़वां चिकित्सक), कर्ण (महाभारत में एक महान योद्धा), और सुग्रीव शामिल हैं। (रामायण में वानरों का राजा)।