चेहरा चंद्रमा के समान सौम्य, कांतिवाला कोमल और सुंदर था। उनकी आंखे बड़ी और कमल के समान थी। उन्नत नाक यानी चेहरे के अनुरुप सुडोल और बड़ी नाक थी। उनके होंठों का रंग उगते हुए सूर्य की तरह लाल था और दाेनों होंठ समान थे।
राम की उम्र कितनी है?
कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष।
भगवान श्री राम के दर्शन कैसे हो?
साक्षात् भगवान् श्रीराम के दर्शन करने का उपाय:
गोस्वामी जी ने कहा: उसके लिए प्रेम और भाव चाहिए, संत की कृपा चाहिए। ऐसे ही एकदम भगवान नहीं मिलते। उसने कहा: आप समर्थ महापुरुष है, आप भगवान् के दर्शन करवा सकते है। वह हठ पर अड़ गया।
असली राम कौन सा है?
असली राम वह है, जिसका जन्म मरण नही है । जो अविनासी है । अर्थात कबीर साहेब जो आदि राम है ।
राम वास्तव में क्या करता है?
RAM का उद्देश्य अल्पावधि डेटा को संग्रहीत करना है जिसे एक पीसी को ठीक से संचालित करने की आवश्यकता होती है । लेकिन एक हार्ड डिस्क ड्राइव या SSD (सॉलिड-स्टेट ड्राइव) के विपरीत, जो डेटा को अनिश्चित काल तक संग्रहीत करता है, RAM हर बार सिस्टम के रिबूट होने पर रीसेट हो जाता है।
भगवान राम को क्या पसंद है?
1. भगवान श्रीरामजी को केसर भात, खीर, कलाकंद, बर्फी, गुलाब जामुन का भोग प्रिय है। 2. इसके अलावा हलुआ, पूरनपोळी, लड्डू और सिवइयां भी उनको पसंद हैं।
क्या राम ही ईश्वर है?
क्या राम ईश्वर थे? जी हाँ, भगवान श्री राम ईश्वर हैं जिन्होंने मनुष्य रूप में लीला रचाई। ईश्वर और राम क्या है?
राम भगवान असली में कैसे दिखते थे?
श्रीराम कैसे दिखते थे
चेहरा चंद्रमा के समान सौम्य, कांतिवाला कोमल और सुंदर था। उनकी आंखे बड़ी और कमल के समान थी। उन्नत नाक यानी चेहरे के अनुरुप सुडोल और बड़ी नाक थी। उनके होंठों का रंग उगते हुए सूर्य की तरह लाल था और दाेनों होंठ समान थे।
क्या राम ने झूठ कहा है?
भगवान राम ने प्रथम बार सूर्पनखा से झूठ बोला था। राम ने कहा की मेरा भाई लक्ष्मण कुमार अर्थात कुंवारा है। जो की झूठ बोला था जो की एक घृणित कार्य था।
हनुमान जी की मृत्यु कैसे हुई?
कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष।
भगवान राम क्या खाते थे?
उन्होंने पहचान लिया कि यह तो श्रीराम के सेवक है। इसके बाद ग्रामदेवी हनुमानजी के गले में बैठ गई जिससे हनुमानजी का गला प्यास से सूखने लगा। पवनपुत्र ने जलपान किया और जल ग्रहण करते ही उनके पूरे शरीर में विष फैल गया और उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।
असली राम कैसे दिखते थे?
क्योंकि प्रभु श्रीराम छत्रिय थे और वे मांस खाते थे। इसका जवाब है कि रामायण में कहीं भी प्रभु श्रीराम के मांसाहर सेवन के बारे में नहीं लिखा है। हर जगह श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के द्वारा कंद मूल खाए जाने का जिक्र मिलता है।
भगवान श्री राम की मृत्यु कैसे हुई?
श्रीराम कैसे दिखते थे
चेहरा चंद्रमा के समान सौम्य, कांतिवाला कोमल और सुंदर था। उनकी आंखे बड़ी और कमल के समान थी। उन्नत नाक यानी चेहरे के अनुरुप सुडोल और बड़ी नाक थी। उनके होंठों का रंग उगते हुए सूर्य की तरह लाल था और दाेनों होंठ समान थे।
पिछले जन्म में रावण कौन था?
त्रेता युग के दौरान अपने दूसरे जीवन में, वे रावण ( जया ) और कुंभकर्ण (विजया) के रूप में पैदा हुए, और दोनों को राम ने मार डाला। द्वापर युग के दौरान अपने तीसरे जीवन में, वे शिशुपाल (जया) और दंतवक्र (विजया) के रूप में पैदा हुए और दोनों कृष्ण द्वारा मारे गए।
भगवान राम जी की उम्र कितनी थी?
सीता और राम के विवाह के वक्त रामजी की आयु सिर्फ 14 साल थी, जबकि सीताजी की मात्र 6 साल की थीं. शादी के बाद दोनों 12 वर्षों तक अयोध्या में रहे, इसके बाद उन्हें वनवास भोगने के लिए वन जाना पड़ा. इस समय तक सीताजी 18, राम जी 26 साल के हो गए थे. जब वे वनवास से लौटे तो सीता की आयु 32 और रामजी की उम्र 40 हो गई थी.
भगवान राम की उम्र कितनी है?
अतः द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अबतक बीते 5,100 वर्ष = कुल 8,80,100 वर्ष। अतएव परंपरागत रूप से राम का जन्म आज से लगभग 8,80,100 वर्ष पहले माना जाता है।
मांस कौन से भगवान खाते हैं?
इस टेलीविज़न विज्ञापन में ऑस्ट्रेलिया के एक मांस उत्पादक समूह ने भगवान गणेश को मेमने का मांस खाते दिखाया है. हालांकि विज्ञापन में अन्य धर्मों के प्रतीक भी खाने पर साथ बैठे हुए दिखाए गए हैं.
कौन से दिन मांस नहीं खाना चाहिए?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि हिंदू धर्म के लोगों को मंगलवार के दिन मांस के सेवन से बचना चाहिए। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मंगलवार के दिन ही मांस का सेवन नहीं किया जाता। शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के साथ गुरुवार और शनिवार को भी पवित्र दिन माना जाता है। इन दिनों में मांस का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
मां सीता किसकी पुत्री है?
देवी सीता मिथिला के नरेश राजा जनक की ज्येष्ठ पुत्री थीं । इनका विवाह अयोध्या के नरेश राजा दशरथ के ज्येष्ठ पुत्र श्री राम से स्वयंवर में शिवधनुष को भंग करने के उपरांत हुआ था। इन्होंने स्त्री व पतिव्रता धर्म का पूर्ण रूप से पालन किया था जिसके कारण इनका नाम बहुत आदर से लिया जाता है।
सीता असल में किसकी बेटी थी?
हिंदुओं के महाग्रंथ रामायण और रामचरित मानस पर कई टीवी सीरियल्स का निर्माण हो चुका है। इन तमाम सीरियल्स और ग्रंथों से हमें यही जानकारी मिलती है कि सीता मिथिला नरेश राजा जनक की बेटी थीं। हालांकि, राजा जनक को वे धरती की गोद से मिली थीं, लेकिन उन्हें राजा जनक की ज्येष्ठ पुत्री होने का दर्जा प्राप्त है।
शनिदेव का फोटो घर में रखने से क्या होता है?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव को श्राप मिला था कि वह जिसे भी देखेंगे, उसका अनिष्ट यानी बुरा हो जाएगा. यही वजह है कि शनिदेव (Shani Dev) की दृष्टि सीधे तौर पर हमारे जीवन पर ना पड़े इसलिए शनिदेव की तस्वीर या मूर्ति को घर के मंदिर में रखना सही नहीं माना जाता.
शनि की पत्नी कौन है?
उन्होंने दो बार शादी की, पहली नीलम रत्न की मूर्ति नीला से और दूसरी गंधर्व राजकुमारी मंदा से।
रामायण में झूठ क्या है?
रामसेतु के पत्थर तैरते हैं आज भी सभी लोग ये कहते है की श्री राम ने रावण की लंका में जाने के लिए जो रामसेतु बांध बनाया था। उसमे पत्थरो पर श्री राम लिख कर तैराया गया था और लोग आज भी इस बात को मानते है लेकिन ये बात बिलकुल गलत साबित हुई इसका सच जानने के लिए वाल्मीकि द्वारा लिखी गई रामायण पढ़नी चाहिए ।