भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने मनुष्य की सबसे सर्वश्रेष्ठ मर्यादाओं का पालन किया है। उन्होंने सभी रिश्तो को बखूबी निभाया है और प्रत्येक कर्तव्यों का पालन किया है जब जब जिस धर्म को सर्वश्रेष्ठ समझा जाता है उन्होंने धर्म के आधार पर ही चीजों को किया है।
राम के बारे में क्या है?
भगवान राम को मानव रूप में पूजे जाने वाले सबसे पुराने देवता के रूप में जाना जाता है, क्योंकि भगवान राम का जन्म त्रेता युग में हुआ था और ऐसा माना जाता है कि त्रेता युग की समाप्ति आज से करीब 1,296,000 साल पहले हो चुकी है। त्रेता युग में भगवान विष्णु ने भगवान राम के अलावा वामन और परशुराम के रूप में भी अवतार लिया था।
राम का नाम लेने से क्या फायदा होता है?
आनन्द रामायणम् के अनुसार राम नाम जप की अपेक्षा सौ गुना अधिक पुण्य राम नाम लिखने से मिलता है। कहते हैं कि लाल रंग की स्याही से श्री राम का नाम लिखने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। इससे शनि, राहु और केतु जैसे अशुभ ग्रहों के प्रकोप से राहत मिलती है। इसके अलावा मन एकाग्र होता और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
राम का नाम क्यों लेना चाहिए?
भगवान राम का नाम इस लिए राम रखा गया क्युकी राम भगवान आनंद का सागर है। राम का अर्थ है प्रकाश। अगर हम राम शब्द को अलग कर दे तो रा का अर्थ होता है आभा ओर म का अर्थ होता है मेरा।
राम की विशेषता क्या है?
सहनशीलता व धैर्य भगवान राम का प्रमुख गुण है। अयोध्या का राजा होते हुए भी श्री राम ने संन्यासी की तरह ही अपना जीवन व्यापन किया। यह उनकी सहनशीलता को दर्शाता है। भगवान राम काफी दयालु स्वभाव के रहें।
हनुमान जी की मृत्यु कैसे हुई?
उन्होंने पहचान लिया कि यह तो श्रीराम के सेवक है। इसके बाद ग्रामदेवी हनुमानजी के गले में बैठ गई जिससे हनुमानजी का गला प्यास से सूखने लगा। पवनपुत्र ने जलपान किया और जल ग्रहण करते ही उनके पूरे शरीर में विष फैल गया और उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।
सीता की उम्र कितनी है?
सीता और राम के विवाह के वक्त रामजी की आयु सिर्फ 14 साल थी, जबकि सीताजी की मात्र 6 साल की थीं. शादी के बाद दोनों 12 वर्षों तक अयोध्या में रहे, इसके बाद उन्हें वनवास भोगने के लिए वन जाना पड़ा. इस समय तक सीताजी 18, राम जी 26 साल के हो गए थे. जब वे वनवास से लौटे तो सीता की आयु 32 और रामजी की उम्र 40 हो गई थी.
राम राम करने से क्या होता है?
राम–राम से मिलता है एक माला जाप का पुण्य
जब भी हम किसी मंत्र का माला से जाप करते हैं, तो 108 बार करते हैं क्योंकि एक माला में 108 मनके होते हैं. 108 की संख्या को बेहद शुभ माना गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि राम–राम कह देने भर से 108 का योग बन जाता है. यानी राम–राम साथ बोलना ही एक माला के समान माना गया है.
राम राम का इंग्लिश में क्या मतलब होता है?
रैंडम एक्सेस मेमोरी : सेमीकंडक्टर मेमोरी जिसमें सभी स्टोरेज लोकेशन को समान समय में तेजी से एक्सेस किया जा सकता है। यह एक कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी बनाता है, जिसका उपयोग एप्लिकेशन द्वारा डिवाइस के संचालन के दौरान कार्य करने के लिए किया जाता है।
राम राम लेने से क्या होता है?
राम नाम गम, फिक्र तथा चिंता को चकनाचूर कर देता है। उन्होंने कहा कि जो जन दुख, घोर संकट आने पर भी राम नाम को जपते हैं, उनके भयंकर संकट जाप के प्रभाव से मिट जाते हैं और वो मनुष्य सुखी हो जाता है। जब इंसान पर संकट, भयंकर प्रकार के दुख तथा कष्ट क्लेश हो, तब उसे घबराना नही चाहिए।
राम कैसे दिखते हैं?
श्रीराम कैसे दिखते थे
चेहरा चंद्रमा के समान सौम्य, कांतिवाला कोमल और सुंदर था। उनकी आंखे बड़ी और कमल के समान थी। उन्नत नाक यानी चेहरे के अनुरुप सुडोल और बड़ी नाक थी। उनके होंठों का रंग उगते हुए सूर्य की तरह लाल था और दाेनों होंठ समान थे।
राम ने कितनी शादी की थी?
राम की कितनी पत्नियाँ थीं? वैष्णव मत के अनुसार तो राम जी के केवल एक ही पत्नी सीता थी ।
राम की शादी कितने साल में हुई थी?
इस दोहे से यह साफ हो जाता है कि श्री राम और सीता की उम्र के बीच लगभग 9 वर्ष का अंतर था. मगर इनकी शादी किस उम्र में हुई थी. इसके बारे में वाल्मीकि रामायण में बताया गया है कि विवाह के समय भगवान राम की आयु 13 वर्ष और माता सीता की आयु 6 वर्ष थी.
राम राम बोलने से क्या फल मिलता है?
राम–राम से मिलता है एक माला जाप का पुण्य
जब भी हम किसी मंत्र का माला से जाप करते हैं, तो 108 बार करते हैं क्योंकि एक माला में 108 मनके होते हैं. 108 की संख्या को बेहद शुभ माना गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि राम–राम कह देने भर से 108 का योग बन जाता है. यानी राम–राम साथ बोलना ही एक माला के समान माना गया है.
राम को क्या पसंद है?
भगवान श्रीरामजी को केसर भात, खीर, कलाकंद, बर्फी, गुलाब जामुन का भोग प्रिय है। 2. इसके अलावा हलुआ, पूरनपोळी, लड्डू और सिवइयां भी उनको पसंद हैं।
राम वाले लोग कैसे होते हैं?
राम नाम के लोगों का रूप काफी आकर्षक व खूबसूरत होता है। राम नाम के लोग साफ-सफाई पसंद करते हैं। कला के क्षेत्र से जुड़ने पर ये अच्छा प्रदर्शन करते हैं एवं सफल हो पाते हैं। राम नाम के व्यक्तियों में बहुत सब्र होता है और घूमने-फिरने के ये विशेष रूप से शौकीन होते हैं।
हम राम राम को हिंदी में दो बार क्यों कहते हैं?
अभिवादन के समय राम नाम 2 बार क्यों बोलते हैं
वह राम–राम शब्द दो बार कहने से पूरा हो जाता है,क्योंकि हिंदी वर्णमाला में ”र” 27वां अक्षर है। ‘आ’ की मात्रा दूसरा अक्षर और ‘म’ 25वां अक्षर, इसलिए सब मिलाकर जो योग बनता है वो है 27 + 2 + 25 = 54, अर्थात एक “राम” का योग 54 हुआ।
रावण की मृत्यु का कारण क्या था?
अध्यात्म रावण के अनुसार रावण की नाभि में अमृतकुंड था। विभीषण से यह रहस्य जानकर राम ने आग्नेय बाण से उसे सुखा दिया जिसके कारण बाद में रावण की मृत्यु हुई थी।
शनिदेव का फोटो घर में रखने से क्या होता है?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव को श्राप मिला था कि वह जिसे भी देखेंगे, उसका अनिष्ट यानी बुरा हो जाएगा. यही वजह है कि शनिदेव (Shani Dev) की दृष्टि सीधे तौर पर हमारे जीवन पर ना पड़े इसलिए शनिदेव की तस्वीर या मूर्ति को घर के मंदिर में रखना सही नहीं माना जाता.
शनि की पत्नी कौन है?
उन्होंने दो बार शादी की, पहली नीलम रत्न की मूर्ति नीला से और दूसरी गंधर्व राजकुमारी मंदा से।
क्या भगवान राम ने मांस खाया था?
अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।
राम पत्नी की उम्र कितनी है?
सीता और राम के विवाह के वक्त रामजी की आयु सिर्फ 14 साल थी, जबकि सीताजी की मात्र 6 साल की थीं. शादी के बाद दोनों 12 वर्षों तक अयोध्या में रहे, इसके बाद उन्हें वनवास भोगने के लिए वन जाना पड़ा. इस समय तक सीताजी 18, राम जी 26 साल के हो गए थे. जब वे वनवास से लौटे तो सीता की आयु 32 और रामजी की उम्र 40 हो गई थी.
मृत्यु के समय रावण की उम्र कितनी थी?
तो इस आधार पर हम ये कह सकते हैं कि रावण की आयु कम से कम 40000 वर्ष तो थी ही (उससे भी थोडी अधिक हो सकती है)। अर्थात वो करीब 112 दिव्य वर्षों तक जीवित रहा। श्रीराम और माता सीता के विषय मे वाल्मीकि रामायण मे कहा गया है कि देवी सीता श्रीराम से 7 वर्ष 1 माह छोटी थी।
भगवान राम क्या खाते थे?
क्योंकि प्रभु श्रीराम छत्रिय थे और वे मांस खाते थे। इसका जवाब है कि रामायण में कहीं भी प्रभु श्रीराम के मांसाहर सेवन के बारे में नहीं लिखा है। हर जगह श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के द्वारा कंद मूल खाए जाने का जिक्र मिलता है।
राम कहने से क्या होता है?
राम–राम से मिलता है एक माला जाप का पुण्य
जब भी हम किसी मंत्र का माला से जाप करते हैं, तो 108 बार करते हैं क्योंकि एक माला में 108 मनके होते हैं. 108 की संख्या को बेहद शुभ माना गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि राम–राम कह देने भर से 108 का योग बन जाता है. यानी राम–राम साथ बोलना ही एक माला के समान माना गया है.
राम राम दो बार क्यों की जाती है?
अभिवादन के समय राम नाम 2 बार क्यों बोलते हैं
वह राम–राम शब्द दो बार कहने से पूरा हो जाता है,क्योंकि हिंदी वर्णमाला में ”र” 27वां अक्षर है। ‘आ’ की मात्रा दूसरा अक्षर और ‘म’ 25वां अक्षर, इसलिए सब मिलाकर जो योग बनता है वो है 27 + 2 + 25 = 54, अर्थात एक “राम” का योग 54 हुआ।
राम का हिंदी में क्या अर्थ होता है?
राम शब्द का मूल है राम- जिसका अर्थ है ” रुको, ठहरो, विश्राम करो, आनंदित रहो, प्रसन्न रहो “।
सीताराम जी की उम्र कितनी है?
शादी के बाद दोनों 12 वर्षों तक अयोध्या में रहे, इसके बाद उन्हें वनवास भोगने के लिए वन जाना पड़ा. इस समय तक सीताजी 18, राम जी 26 साल के हो गए थे. जब वे वनवास से लौटे तो सीता की आयु 32 और रामजी की उम्र 40 हो गई थी.
राम की उम्र कितनी है?
कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष।
राम का दूसरा नाम क्या है?
राम नाम के विष्णु अवतार को अन्य नामों से भी जाना जाता है। उन्हें रामचंद्र (सुंदर, प्यारा चंद्रमा), या दशरथी (दशरथ का पुत्र), या राघव (हिंदू ब्रह्मांड विज्ञान में रघु के वंशज, सौर वंश) कहा जाता है। उन्हें राम लला (राम का शिशु रूप) के नाम से भी जाना जाता है।
क्या राम ने झूठ कहा है?
भगवान राम ने प्रथम बार सूर्पनखा से झूठ बोला था। राम ने कहा की मेरा भाई लक्ष्मण कुमार अर्थात कुंवारा है। जो की झूठ बोला था जो की एक घृणित कार्य था।
मरते समय रावण की उम्र क्या थी?
तो इस आधार पर हम ये कह सकते हैं कि रावण की आयु कम से कम 40000 वर्ष तो थी ही (उससे भी थोडी अधिक हो सकती है)। अर्थात वो करीब 112 दिव्य वर्षों तक जीवित रहा। श्रीराम और माता सीता के विषय मे वाल्मीकि रामायण मे कहा गया है कि देवी सीता श्रीराम से 7 वर्ष 1 माह छोटी थी।
रावण की उम्र क्या थी?
वर मिलने तक उसे 11 हजार वर्षों से ज्यादा हो चुके थे. वह केवल 6 से हारा, अन्यत्र सबको जीत लिया. लंका में उसका शासनकाल 72 चौकड़ी का था. 1 चौकड़ी में कुल 400 वर्ष हुए, तो 72×400= 28800 वर्ष हो गए.
शनिदेव का प्रिय पौधा कौन सा है?
शमी का पौधा भगवान शिव और शनि देव को अत्यंत प्रिय माना गया है। शास्त्रों के अनुसार माना गया है कि शमी के पौधे को घर में लगाने से आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होने के साथ ही सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
शनि अशुभ हो तो क्या होता है?
जब किसी जातक की कुंडली में शनि अशुभ फल देने लगता है तो उस व्यक्ति को अचानक शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शनि दोष होते ही व्यक्ति के जीवन में अचानक काम का बोझ बढ़ जाता है। न चाहते हुए भी इन कार्यों को करना पड़ता है। शनि कुंडली में जब आता तो वह जल्द ही अशुभ प्रभाव देने लगता है।
शनि देव की सबसे प्रिय राशि कौन सी है?
शनि की सबसे प्रिय राशि है तुला राशि
ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि शनि देव की सबसे प्रिय राशि तुला है ऐसा माना जाता है कि तुला राशि के जातकों को शनि ज्यादा दुख और कष्ट प्रदान नहीं करते.
सूर्य का पुत्र कौन है?
सूर्य कई उल्लेखनीय पुत्रों के पौराणिक पिता हैं, जिनमें मनु (मानव जाति के पूर्वज), यम (मृतकों के देवता), अश्विन (देवताओं के जुड़वां चिकित्सक), कर्ण (महाभारत में एक महान योद्धा), और सुग्रीव शामिल हैं। (रामायण में वानरों का राजा)।
भगवान राम ने कौन सा फल खाया था?
भगवान श्रीराम ने 14 साल के वनवास के दौरान कंदमूल फल का सेवन किया था. कई जगहों पर इस फल को राम फल के नाम से भी जाना जाता … अधिक पढ़ें अयोध्या.
राम का नाम कितनी बार लेना चाहिए?
जब भी हम कोई जाप करते हैं तो हमे 108 बार जाप करने के लिए कहा जाता है। लेकिन सिर्फ “राम–राम” कह देने से ही पूरी माला का जाप हो जाता है।