मानवाधिकार वे अधिकार हैं जो किसी भी व्यक्ति को जन्म के साथ ही मिल जाते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो किसी भी व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता और प्रतिष्ठा का अधिकार ही मानव अधिकार है।
मानव अधिकार कितने प्रकार के होते हैं?
मानव अधिकार के कुल ६ प्रकार होते हैं। मूलभूत मानव अधिकार : हमारे यहां कुछ बुनियादी मानवाधिकारों को विशेष रुप से सुरक्षित किया गया है। जिनकी प्राप्ति देश के हर व्यक्ति होनी चाहिए, ऐसे ही कुछ मूलभूत मानव अधिकारों के विषय में नीचे चर्चा की गयी है।
मानवाधिकार का उद्देश्य क्या है?
सही उत्तर शांति और सुरक्षा स्थापित करना है। मानवाधिकारों का मुख्य उद्देश्य शांति और सुरक्षा स्थापित करना है।
7 मानव अधिकार क्या है?
सामान्य रूप से मानवाधिकारों को देखा जाए तो मानव जीवन में भोजन पाने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, बाल शोषण, उत्पीड़न पर अंकुश, महिलाओं के लिए घरेलू हिंसा से सुरक्षा, उसके शारीरिक शोषण पर अंकुश, प्रवास का अधिकार, धार्मिक हिंसा से रक्षा आदि को लेकर बहुत सारे कानून बनाए गए हैं जिन्हें मानवाधिकार की श्रेणी में रखा गया है।
दो बच्चों का कानून क्या है?
किन-किन राज्यों में लागू है दो–बच्चों की नीति
मध्य प्रदेश सिविल सर्विस नियमों के मुताबिक, अगर 26 जनवरी 2001 से पहले किसी के तीसरे बच्चे का जन्म हुआ है तो वह सरकारी नौकरी में नहीं जा सकता. उच्च न्यायिक सेवाओं में भी यह नियम लागू है.
बच्चों को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 324 (जख्मी करना), 325 (गंभीर जख्म पहुंचाना) के तहत भी मामला दर्ज हो सकता है. धारा-325 तहत आरोप सिद्ध होने पर 7 साल तक की जेल का प्रावधान है. अगर बच्चे पर जानलेवा हमला किया गया हो तो फिर धारा-307 लगाया जा सकता है इसमें अधिकतम 10 साल या फिर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है.
मनुष्य की जन्मजात स्वतंत्रता क्या है?
ऐसे अधिकार जो किसी मनुष्य को जन्मजात प्राप्त होते हैं, कोई भी स्वतंत्रता किसी भी मनुष्य को दी नहीं जाती अपितु वह स्वतंत्रता उस मनुष्य को जन्मजात ही प्राप्त होती है, जैसे कि किसी मनुष्य को जीवन का अधिकार उसके जन्म के साथ प्रारंभ हो जाता है परंतु इस जीवन के अधिकार में मृत्यु का अधिकार नहीं है।
भारत के 6 मौलिक अधिकार कौन कौन से हैं?
- समानता का अधिकार : अनुच्छेद 14 से 18 तक।
- स्वतंत्रता का अधिकार : अनुच्छेद 19 से 22 तक।
- शोषण के विरुध अधिकार : अनुच्छेद 23 से 24 तक।
- धार्मिक स्वतंत्रता क अधिकार : अनुच्छेद 25 से 28 तक।
- सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बंधित अधिकार : अनुच्छेद 29 से 30 तक।
- संवैधानिक उपचारों का अधिकार : अनुच्छेद 32.
मनुष्य के कितने अधिकार होते हैं?
मानव अधिकारों के प्रकार
इस घोषणापत्र में कुल 30 अनुच्छेद हैं, जिनमें उल्लिखित मानवाधिकारों को सामान्य तौर पर नागरिक-राजनीतिक और आर्थिक-सामाजिक-सांस्कृतिक श्रेणियों में बाँटा गया है। इसके अनुच्छेद-3 में व्यक्ति की स्वतंत्रता एवं सुरक्षा के अधिकारों की बात कही गई है जो अन्य सभी अधिकारों के उपभोग के लिये ज़रूरी हैं।
11 वीं कक्षा से अधिकार कहां से आते हैं?
पुरुषों के अधिकार प्राकृतिक कानून से प्राप्त हुए थे । इसका मतलब यह था कि अधिकार किसी शासक या समाज द्वारा प्रदान नहीं किए जाते, बल्कि हम उनके साथ पैदा होते हैं। इस प्रकार ये अधिकार अविच्छेद्य हैं और इन्हें हमसे कोई नहीं छीन सकता है। उन्होंने मनुष्य के तीन प्राकृतिक अधिकारों की पहचान की: जीवन, स्वतंत्रता और संपत्ति का अधिकार।
भारत में मूल अधिकार की रक्षा कौन करता है?
विभा सिंह ने कहा कि भारत में सर्वोच्च न्यायालय सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। वह संविधान का रक्षक है और नागरिकों के मौलिक अधिकारों का रक्षक है। वह संसद द्वारा निर्मित ऐसी प्रत्येक विधि को अवैध घोषित कर सकता है जो संविधान के विरुद्ध हो। इस प्रकार वह संविधान की प्रभुता सर्वोच्च की रक्षा करता है।
कानून की रक्षा कौन करता है?
भारत के संविधान की सातवीं अनुसूची के तहत ‘पुलिस’ और ‘लोक व्यवस्था’ राज्य के विषय हैं और इसलिए अपराध रोकने, पता लगाने, दर्ज करने और जांच-पड़ताल करने तथा अपराधियों के विरुद्ध अभियोजन चलाने की मुख्य जिम्मेदारी, राज्य सरकारों की है।
बच्चे पर पहला अधिकार किसका होता है?
संरक्षक माता-पिता की बच्चे की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है, जिसमें बच्चे को सुरक्षित रखना, बच्चे को नैतिकता सिखाना, अच्छी शिक्षा, चिकित्सा, भावनात्मक रूप से साथ देना, आर्थिक खर्च उठाना आदि शामिल है। वहीँ दूसरी तरफ गैर-संरक्षक माता-पिता को केवल बच्चे से मिलने का अधिकार है।
बच्चे को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा : इस पर आईपीसी की धारा 323 लग सकती है। यह मामला मारपीट की श्रेणी में आता है। सजा : एक साल की जेल संभव है। शिक्षक अगर करते हैं : सर या मैडम बच्चे के नाजुक अंगों पर चोट पहुंचाते हैं, और इससे अंग-भंग हो जाता है तो यह कृत्य गंभीर है।
घर में घुसकर मारने में कौन सी धारा लगती है?
धारा 323 के तहत छह महीने सजा व पांच सौ रुपये जुर्माना तथा जुर्माना अदा न करने पर 15 दिन की अतिरिक्त सजा दी जाएगी व धारा 506 के तहत तीन वर्ष की सजा सुनाई गई है।
क्या टीचर बच्चों को मार सकते हैं?
अब स्कूलों में शिक्षक बच्चों के साथ मारपीट व दंडित नहीं कर सकेंगे। स्केल से पीटने अथवा अन्य प्रकार से प्रताड़ित करने पर शिक्षक के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। आरोप साबित होने पर शिक्षक को तीन माह तक की सजा हो सकती है। संस्था पर एक लाख रुपए जुर्माना हो सकता है।
रिट जारी कौन करता है?
सर्वोच्च न्यायालय (अनुच्छेद 32 के तहत) एवं उच्च न्यायालय (अनुच्छेद 226 के तहत) रिट जारी कर सकते हैं। इसके अंतर्गत गिरफ्तारी का आदेश जारी करने वाले अधिकारी को आदेश देता है कि वह बंदी को न्यायाधीश के सामने उपस्थिति दर्ज करें और उसके कैद करने की वजह बताए।
11 मूल कर्तव्य क्या है?
- (क) संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रगान का आदर करे;
- (ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखे और उनका पालन करे;
- (ग) भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करे और उसे अक्षुण्ण रखे;
30 अधिकार क्या हैं?
Those 30 articles currently known as 30 universal declaration of human rights or 30 basic human rights, including rights to life, rights to education, rights to organize and rights to treated fair among others things. 30 सार्वभौमिक मानवाधिकार भी राय, अभिव्यक्ति, विचार और धर्म की स्वतंत्रता को कवर करते हैं।
बच्चों के चार अधिकार कौन कौन से हैं?
बच्चों के क्या अधिकार हैं? बाल अधिकार के अंतर्गत बच्चों को जीवन का अधिकार, भोजन पोषण, स्वास्थ्य, विकास, शिक्षा, पहचान, नाम, राष्ट्रीयता, परिवार, मनोरंजन, सुरक्षा और बच्चों का गैर कानूनी व्यापार शामिल है।
बच्चों के पांच अधिकार कौन से हैं?
बच्चे की परिभाषा, कोई भेदभाव नहीं, बाल हितों की रक्षा, अधिकारों को लागू करना, मां बाप की जिम्मेदारियों का मार्गदर्शन, जिंदा रहना व विकसित होना, नाम और राष्ट्रीयता,पहचान का संरक्षण, मां बाप के साथ रहना, पारिवारिक एकता, अपहरण से बचाव, बच्चों के विचार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, वैचारिक एवं धार्मिक स्वतंत्रता, मिलने जुलने …
6 मौलिक अधिकार कौन से हैं?
मौलिक अधिकारों का वर्गीकरण
स्वतंत्रता का अधिकार : अनुच्छेद 19 से 22 तक। शोषण के विरुध अधिकार : अनुच्छेद 23 से 24 तक। धार्मिक स्वतंत्रता क अधिकार : अनुच्छेद 25 से 28 तक। सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बंधित अधिकार : अनुच्छेद 29 से 30 तक।
7 मौलिक अधिकार कौन कौन से हैं?
- समता का अधिकार (समानता का अधिकार)
- स्वतंत्रता का अधिकार
- शोषण के विरुद्ध अधिकार
- धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार
- संस्कृति और शिक्षा सम्बन्धी अधिकार
- कुछ विधियों की व्यावृत्ति
- संवैधानिक उपचारों का अधिकार
जरूरत वाले बच्चे कौन हैं?
इस श्रेणी में शारीरिक रूप से अक्षम, प्रतिभाशाली, सृजनात्मक, मन्दबुद्धि, शैक्षिक रूप से श्रेष्ठ एवं पिछड़े, बाल-अपराधी, असमायोजित, समस्याग्रस्त, सांवेगिक, अस्थिरतायुक्त आदि प्रकार के बच्चे सम्मिलित हैं।
अगर कोई बच्चा मर्डर कर दे तो उसे क्या सजा मिलेगी?
पहले उपरोक्त उम्र के किशोर कोई अपराध करते थे तो उनके केसों की सुनवाई में ज्यादा से ज्यादा तीन साल तक की सजा देने का प्रावधान रखा गया था, लेकिन अब जस्टिस जुवेनाइल एक्ट 2015 में संशोधन हो चुका है और नाबालिग अपराधी को उम्रकैद तक की सजा सुनाई जा सकेगी।
पत्नी को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के अंतर्गत किसी महिला के साथ मारपीट, बुरी नियत से हाथ पकड़ना, महिला के साथ अनैतिक कार्य करना तथा जान से मारने की धमकी देने पर धारा 452, 323, 354 तथा 506 के तहत पांच वर्ष की सजा का प्रावधान हैं. तथा आरोपी से कुछ दंड भी वसूल किया जाता हैं.
पुलिस को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 294 के अनुसार किसी के साथ गाली गलौज करना एक दंडनीय अपराध है। इस धारा के अंतर्गत किसी व्यक्ति को गाली देने पर करीब तीन महीने तक की सजा हो सकती है।
झूठ बोलने की कौन सी धारा लगती है?
कानून में सजा का प्रावधान
एडवोकेट सुनील आनंद ने बताया कि झूठ बोलने वाले शख्स को पहले सीआरपीसी की धारा-344 के तहत नोटिस जारी किया जाता है। फिर उस पर सुनवाई होती है। झूठ साबित होने पर उसे 6 महीने की कैद व 500 से 1000 रुपए तक का जुर्माना किया जा सकता है।
शारीरिक दंड अच्छा क्यों है?
शारीरिक दंड कुछ बच्चों के लिए उचित अनुशासन है जब संयम में प्रयोग किया जाता है। शारीरिक दंड स्पष्ट सीमाएँ निर्धारित करता है और बच्चों को स्कूल में व्यवहार करने के लिए प्रेरित करता है ।
मान लो तुम एक शिक्षक हो कोई बच्चा तुम्हारी कक्षा में शोर मचाए और शैतानी करे तो तुम क्या करोगे?
Answer: बच्चों का नेचर है शैतानी करना और शोर मचाना। टीचर क्लास में पूरे ध्यान से पढ़ाएं तो बच्चे भी ध्यान से पढ़ेंगे। … हां, धीरज से अगर उन्हें समझाया जाए और पढ़ाई में दिलचस्पी पैदा करने के लिए टीचर अपनी तरफ से कोशिश करें तो शोर का जोर कम पड़ता जाएगा।
कौन भारत के सभी लोगों को समानता प्रदान करता है?
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 (Article 14) में कहा गया है कि “राज्य किसी भी व्यक्ति को कानून के समक्ष समानता या भारत के क्षेत्र में कानूनों के समान संरक्षण से वंचित नहीं करेगा”। यह लेख कानून के समक्ष समानता और कानून के समान संरक्षण की दो अवधारणाओं से संबंधित है।
धारा 226 क्या है?
नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन होने पर अनुच्छेद 226 (Article 226) के तहत उच्च न्यायालय नागरिकों के मौलिक अधिकार प्रवर्त कराने के लिए रिट जारी कर सकता है। जो कि बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, प्रतिषेध, उत्प्रेषण और अधिकार -पृच्छा रिट हैं।
मनुष्य का परम कर्तव्य क्या है?
कर्तव्य मनुष्य मात्र में स्वयं का चरित्र तथा आत्मबोध है। यह सहज और सरल आत्म अनुशासन है। जीवन भर सीखने और सीख को धारण करने की प्रबल प्रक्रिया से कर्तव्य का दर्शन प्रकट होता है। सत्य को आत्मसात करने से कर्तव्य की भावना जागृत होती है।
आर्टिकल 21 में क्या है?
भारतीय संविधान में जीवन का अधिकार
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 कहता है कि “किसी भी व्यक्ति को विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अतिरिक्त उसके जीवन और वैयक्तिक स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है”।
भारत में बच्चा कौन है?
18 वर्ष से कम आयु के सभी व्यक्ति बच्चे हैं। बचपन एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हर इंसान गुजरता है। बचपन में बच्चों के अलग-अलग अनुभव होते हैं। सभी बच्चों को दुर्व्यवहार और शोषण से बचाने की आवश्यकता है।
माँ का अधिकार क्या है?
माँ को संपत्ति में अधिकार
वह अपने बच्चों से आश्रय तथा भरण-पोषण की भी हकदार होती है। उसका उसकी संपत्ति पर उसका पूरा अधिकार होता है तथा वह जिस तरह से चाहे उसका इस्तेमाल कर सकती है। हालाँकि, उसकी मृत्यु होने पर उसकी संपत्ति उसके सभी बच्चों को समान रूप से विरासत में मिलती है।
धार्मिक अधिकार क्या है?
भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति:
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25-28 तक धार्मिक स्वतंत्रता का एक मौलिक अधिकार के रूप में उल्लेख किया गया है। अनुच्छेद 25 (अंतःकरण की स्वतंत्रता एवं धर्म को अबाध रूप से मानने, आचरण करने और प्रचार करने की स्वतंत्रता)। अनुच्छेद 26 (धार्मिक कार्यों के प्रबंधन की स्वतंत्रता)।
भारत में कितने अधिकार है?
मूल रूप में भारत के संविधान के भाग III में सात मौलिक अधिकारों को शामिल किया गया था। इनमें सम्पति का अधिकार शामिल था। जिसे 44वें संविधान संशोधन द्वारा हटा दिया गया था। अब केवल छः मौलिक अधिकार हैं; जो इस प्रकार है।
सबसे खतरनाक कानून कौन से देश में है?
क्योंकि यह बात किसी से भी छिपी नहीं है कि दुनिया का सबसे कठोर और खतरनाक कानून सिर्फ सऊदी अरब में है। यहां चोरी पर हाथ काट दिए जाते हैं वहीं बलात्कार पर गला। आज हम आपको सऊदी अरब के कुछ ऐसे कानून बताएंगे जिसे सुनकर आप भी सोचने को मजबूर हो जाओगे। बता दें कि सऊदी अरब में कुल जनसंख्या का आधा भाग युवा है।
भारत का सबसे बड़ा कानून क्या है?
देश का सर्वोच्च कानून हमारा संविधान 26 नवंबर, 1949 में अंगीकार किया गया था.
पुलिस का अधिकार क्या है?
पुलिस नियमावली कहती है कि थाने में आने वाले प्रत्येक पीड़ित की सूचना प्राथमिकी यानी एफआईआर (FIR) दर्ज करना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है। जब बात पुलिस और आपके अधिकार की आती है तो पुलिस आपको एफआईआर दर्ज करने से मना नहीं कर सकती। आपको इसकी एक कापी मुफ्त में उपलब्ध कराना भी उसी की जिम्मेदारी है।