श्रीमती महादेवी वर्मा के अन्य अनेक काव्य संकलन भी प्रकाशित हैं, जिनमें उपर्युक्त रचनाओं में से चुने हुए गीत संकलित किये गये हैं, जैसे आत्मिका, परिक्रमा, सन्धिनी (१९६५), यामा (१९३६), गीतपर्व, दीपगीत, स्मारिका, नीलांबरा और आधुनिक कवि महादेवी आदि।
महादेवी वर्मा की प्रमुख रचनाएं कौन कौन सी है?
- नीहार
- रश्मि
- नीरजा
- सांध्यगीत
- अग्निरेखा
- दीपशिखा
- सप्तपर्णा
- संक्षेप में
महादेवी वर्मा की पहली रचना कौन सी है?
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महादेवी का प्रमुख रचनाकाल क्या है?
कविता संग्रह: महादेवी वर्मा के आठ कविता संग्रह हैं- नीहार (1930), रश्मि (1932), नीरजा (1934), सांध्यगीत (1936), दीपशिखा (1942), सप्तपर्णा (अनूदित 1959), प्रथम आयाम (1974), और अग्निरेखा (1990).
महादेवी वर्मा ने कौन कौन सी कविताएं लिखी?
महादेवी वर्मा की जयंती पर साहित्य आजतक के पाठकों के लिए उनकी पांच चुनिंदा श्रेष्ठ कविताएं– पूछता क्यों शेष कितनी रात, मैं नीर भरी दुख की बदली, स्वप्न से किसने जगाया, कौन तुम मेरे हृदय में, मैं अनंत पथ में लिखती जो
मेरे परिवार के लेखक कौन है?
मेरा परिवार संस्मरण-संग्रह की रचायिता महादेवी वर्मा हैं।
महादेवी वर्मा जी को क्या कहा जाता है?
हिंदी छायावाद युग की महत्त्वपूर्ण स्तंभ महादेवी वर्मा का जन्म 26 मार्च, 1907 को उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में हुआ था. अपने काव्य में उपस्थित विरह वेदना और भावनात्मक गहनता के चलते ही उन्हें आधुनिक युग की मीरा कहा जाता है.
क्या निक मेरे परिवार में वापस आता है?
2003 के क्रिसमस विशेष तक निक एक नियमित चरित्र है, और 2005 की कॉमिक रिलीफ शॉर्ट में अपना अंतिम माई फैमिली उपस्थिति बनाने से पहले 2004 की पांचवीं श्रृंखला में एक उपस्थिति बनाता है क्योंकि मार्शल अन्य परियोजनाओं को करना चाहता था और टाइप-कास्ट होने से बचना चाहता था।
मेरा परिवार कैसे खत्म हुआ?
बेन के साथ चैट करने के बाद, आर्थर हैरान है कि सुसान ने पहली बार में उससे शादी भी कर ली थी, इसलिए वह उसे हमेशा के लिए तलाक देने के लिए £2 मिलियन की पेशकश करता है। बेन और सुसान तलाक के लिए सहमत हैं, और तय करते हैं कि पैसे मिलने के बाद वे फिर से शादी करेंगे।
महादेवी कौन है?
महादेवी (संस्कृत: महादेवी, आईएएसटी: महादेवी), जिसे आदि पराशक्ति, आदि शक्ति और अभय शक्ति के रूप में भी जाना जाता है , हिंदू धर्म के शक्तिवाद संप्रदाय में सर्वोच्च देवी हैं ।
महादेवी के मन ही मन प्रसन्न होने का क्या कारण था?
वे धार्मिक स्वभाव की महिला थीं। वे पूजा-पाठ किया करती थीं। वे ईश्वर में आस्था रखती थीं। सवेरे “कृपानिधान पंछी बन बोले” पद गाती थीं।
से महादेवी अधिक देहाती कैसे हो गई?
भक्तिन तो देहाती थी ही पर उसके आ जाने पर महादेवी भी अधिक देहाती हो गई, पर उसे शहर की हवा नहीं लग पाई है। उसने महादेवी को भी देहाती खाने की विशेषताएँ बता-बताकर उनके खाने की आदत डाल दी। वह बताती कि मकई का रात को बना दलिया सवेरे मट्टे से सौंधा लगता है। बाजरे के तिल लगाकर बनाये पुए बहुत अच्छे लगते हैं।
महादेवी अधिक देहाती कैसे हो गई?
भक्तिन देहाती <br> खाना गाढ़ी दाल, मोटी रोटी, मकई की लपसी, ज्वार के भुने हुए भुट्टे के हरे दाने, बाजरे के तिल वाले पुए <br> आदि बनाती और महादेवी को वैसे ही खाना पड़ता था। भक्तिन के हाथ का मोटा-देहाती खाना खाते-खाते <br> महादेवी का स्वाद बदल गया और वे भक्तिन की तरह ही देहाती बन गई।
शिव जी को कौन सा रंग पसंद है?
धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।
शिव जी को भोग में क्या पसंद है?
भगवान शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद होता है। इसके अलावा उन्हें रेवड़ी, चिरौंजी और मिश्री भी चढ़ाई जाती है। सावन के महीने में भोले बाबा का व्रत रखकर उन्हें गुड़, चना और चिरौंजी का भोग लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
छोटा परिवार रहने से क्या नहीं होता?
एक छोटे परिवार में रहना अच्छा होता है क्योंकि इनमें अपने परिवार के सदस्यों की औसत संसाधनों की आवश्यकता होती है और इन आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से पूरा किया जाता है। परिवार के कम सदस्यों के साथ ऐसे परिवारों में खर्चे कम और बचत अधिक होते है जो कि परिवार के अर्थिक खर्चे को स्थिर बनाता है।
टूटे हुए परिवार को कैसे जोड़े?
घर-परिवार में शांति, खुशहाली के लिए शुक्ल पक्ष के बृहस्पति को यह क्रिया शुरू करें तथा 11 बृहस्पतिवार तक लगातार करें। उपाय इस प्रकार है- घर या व्यापार स्थल के मुख्य द्वार के एक कोने को गंगा जल से धो लें। इसके बाद स्वस्तिक बनाएं। उस पर चने की दाल तथा थोड़ा-सा गुड़ रख दें।
घर परिवार में कैसे रहना चाहिए?
- सब साथ रहें एक-दूसरे को प्यार करें। …
- बातें करें एक-दूसरों शेयर …
- साथ में खाना खाएं …
- साथ में खेलें …
- परिवार को प्राथमिकता दें …
- बच्चों को दूसरे काम सिखाएं …
- सभी भाई-बहन रहें प्यार से …
- चिल्लाएं नहीं
महादेवी वर्मा की बिल्ली का क्या नाम है?
लेखिका के अन्य पालित जंतुओं में बिल्ली गोधूली कुत्ते हेमंत-वसंत तथा कुतियाँ फ्लोरा ने पहले तो ‘सोना’ को नापसंद किया, परंतु वे शीघ्र ही मित्र बन गए।
महादेवी वर्मा की गाय का नाम क्या था?
उसका नामकरण हुआ गौरांगिनी या गौरा. गौरा वास्तव में बहुत प्रियदर्शनी थी, विशेषत: उसकी काली-बिल्लौरी आंखों का तरल सौंदर्य तो दृष्टि को बांधकर स्थिर कर देता था. गाय के नेत्रों में हिरन के नेत्रों-जैसा चकित विस्मय न होकर एक आत्मीय विश्वास ही रहता है.
भक्तिन का असली नाम क्या है?
भक्तिन का असली नाम लक्ष्मी है। लक्ष्मी धन की देवी को माना जाता है। विडंबना देखिए कि लक्ष्मी यानी की भक्तिन के जीवन में धन कहीं नहीं था। अतः उसे अपना नाम विरोधाभास प्रतीत होता है।
भक्तन के आने से महादेवी अधिक देहाती कैसे हो गई?
भक्तिन के प्रभाव में आकर लेखिका देहाती हो गई थीं। दोनों एक साथ बहुत समय तक रहीं लेकिन भक्तिन लेखिका के प्रभाव में न आ सकी। यह अवश्य हुआ कि लेखिका को भक्तिन के प्रभाव में आना पड़ा। देहाती खाने की अनेक प्रकार की विशेषताएँ बता-बताकर देहाती खाने का आदी बना दिया।
महादेवी ने भक्तन के जीवन को कितने?
महादेवी ने भक्तिन के जीवन को चार परिच्छेदों में विभक्त किया है। पहला परिच्छेद – भक्तिन का बचपन है भक्तिन की मां का देहांत हो जाता है तथा उसके पिता दूसरा विवाह करते हैं, सौतेली मां भक्तिन पर अत्याचार करती है। दूसरा परिच्छेद – भक्तिन का वैवाहिक जीवन है जिसमें उसकी सास तथा देवरानी उसके साथ दुर्व्यवहार करती हैं।
महादेव किधर रहते हैं?
Shiva’s Footprints: सनातन धर्म में भगवान शंकर को त्रिदेवों में से एक और इनका निवास कैलाश पर्वत माना जाता है. भगवान शंकर को संहार का देवता भी कहा जाता है. ऐसी भी मान्यता है कि भगवान शंकर कैलाश पर्वत पर ही निवास करते हुए आकाश मार्ग के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमण भी करते रहते थे.
महादेव की कितनी आंखें?
हम सभी जानते हैं कि देवों के देव महादेव के पास दो नहीं बल्कि तीन आंखें हैं। मान्यता के अनुसार, वह अपनी तीसरी आंख का प्रयोग तब करते हैं, जब सृस्टि का विनाश करना हो।
भोलेनाथ का प्रिय रंग कौन सा है?
धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।
शिव जी को कौन सा रंग पसंद नहीं है?
महाशिवरात्रि पर काले रंग के कपड़ों को पहनना पूरी तरह वर्जित किया गया है. कहा जाता है कि काले रंग के कपड़े शिव जी (Shiv Ji) को बिल्कुल पसंद नहीं हैं.
सबसे अच्छा परिवार कौन सा है?
आईजोल (मिजोरम).
गिनीज बुक में दर्ज 162 मेंबर वाली इस फैमिली को कुछ लोग महापरिवार भी कहते हैं। इसके मुखिया हैं जियोना चाना। जिन्होंने हाल ही में अपना 72th बर्थ डे मनाया। अनोखी फैमिली के चलते मिजोरम का गांव टूरिस्टों के बीच चर्चा में रहता है।
परिवार कैसे टूटता है?
पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि भूमंडलीकरण की वजह से उन देशों में भी परिवार टूट रहे हैं, जहां अकेले रहने की रिवायत नहीं है. भारत की ही बात करें तो बड़ी संख्या में लोग रोज़गार की तलाश में गांवों से शहरों में या विदेशों में पलायन कर रहे हैं. जिसकी वजह से ना चाहते हुए भी परिवारों में एक दूरी बन रही है.
एक खुशहाल घर क्या बनाता है?
एक खुशहाल घर की सबसे लोकप्रिय परिभाषाएँ हैं: एक ऐसी जगह जहाँ आप सुरक्षित और सुरक्षित महसूस करते हैं (69%) एक ऐसी जगह जहाँ आप आराम कर सकते हैं (64%) एक ऐसी जगह जहाँ आप खुद हो सकते हैं (57%)