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मंत्रा को भगवान राम से क्या दुश्मनी थी?

मंथरा की परभु राम से यह दुश्मनी थी कि वह चाहती थि कि अयोध्या का राजवंश भरत को मिले कयोकि मंथरा भरत की मां कैकेयी की दासी थी.

मंत्रा पिछले जन्म में कौन थी?

किवदंतियों के अनुसार पूर्वजन्म में मंथरा दुन्दुभ नाम की एक गन्धर्व कन्या थी। एक अन्य कथा के अनुसार लोमश ऋषि के अनुसार मंथरा पूर्वजन्म में प्रह्लाद के पुत्र विरोचन की कन्या थी। वाल्मीकि रामायण में इंद्र द्वारा भेजी गई अप्सरा माना है, जो भगवान राम को वनवास दिलाने आई थी

मंत्रा क्यों दुखी थी?

शुरू से ऐसी नहीं थी मंथरा

लेकिन फिर ऐसा क्‍या हुआ कि उसे इस प्रकार से दासी बनकर और बदसूरत चेहरे के साथ अपना जीवन बिताना पड़ा। दरअसल कैकयी और रेखा दो सहेलियां थीं। बाद में रेखा कुरूप हो गई और उसके बाद उसका नाम पड़ गया कुबड़ी मंथरा। कैकयी विवाह के बाद उन्‍हें अपने साथ अयोध्‍या ले आई थीं।

मंत्रा का असली नाम क्या है?

ललिता पवार ने रामानंद सागर की रामायण में मंथरा का रोल किया था.

मंत्रा किसकी पत्नी थी?

वाल्मीकि रामायण में वर्णन किया गया है, कि मंथरा वास्तव में एक गंधर्व कन्या थी किंतु इस बात की पुष्टि नहीं थी कि वह कहाँ से आई है और उसके पति कौन थे? किंतु रामायण काल में भी अपने कुबड़े रूप के कारण मंथरा अविवाहित ही रही। शूर्पणखा के पति का नाम क्या था? शूर्पणखा के पति का नाम विद्युतजिव्हा था।

सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।। – यह मंत्र ईश्‍वर और सूर्य को समर्पित है। 2. दूसरा महामृत्युंजय मंत्र है- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवर्द्धनम्।

संकट में कौन सा मंत्र?

1-संकट दूर करने के लिए मंत्र

ॐ शान्ताय नम:। ॐ मारुतात्मजाय नमः। ऊं हं हनुमते नम:।

मंत्रा को भगवान राम से क्या दुश्मनी थी?

मंथरा की परभु राम से यह दुश्मनी थी कि वह चाहती थि कि अयोध्या का राजवंश भरत को मिले कयोकि मंथरा भरत की मां कैकेयी की दासी थी.

मंत्रा की मृत्यु कैसे हुई?

रामायण में मंथरा की मृत्यु कैसे हुई? यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. लोमश ऋषि के अनुसार मंथरा अपनी पीड़ा में विष्णु को कोसती रही लेकिन उसके अपनों ने भी उसे ही दोषी माना. भगवान विष्णु के अन्यायों के कारण उनसे बदला लेने की बात कहते हुए उसकी मृत्यु हुई.

मंत्रा किसकी बेटी थी?

इंद्र के वज्राघात से हुई कुरूप

लोमश रामायण में उल्लेख बताया जाता है कि श्रीराम वनवास के बाद लोमश ऋषि अवध आये थे, तब मंथरा की कथा सुनाई थी. मंथरा प्रह्लाद के पुत्र विरोचन की पुत्री थी.

राम नाम का फल क्या है?

सतयुग में तप से, त्रेता में यज्ञ से, द्वापर में दान से जो फल मिलता है, कलियुग में केवल ‘रामनाम स्मरण से ही उस फल की सहज प्राप्ति हो जाती है। ‘रामनाम के जप से ही जीव की जन्म जन्मांतर की समस्त आधि-व्याधि दूर हो जाती है और प्रभु शरण गति की प्राप्ति हो जाती है।

Ram क्या भगवान थे?

2-श्रीराम को शास्त्रों में भगवान विष्णु का अवतार बताया गया है. हालांकि उन्होंने अयोध्या में राजा दशरथ के यहां एक आम इंसान के रूप में ही जन्म लिया था. अपने उच्च आदर्श, वचनबद्धता और कर्तव्यनिष्ठा के कारण वह मर्याद पुरषोत्तम कहलाए. इसलिए उन्हें भगवान के रूप में पूजा जाता है.

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मंथरा को राम से नफरत क्यों है?

मंथरा की परभु राम से यह दुश्मनी थी कि वह चाहती थि कि अयोध्या का राजवंश भरत को मिले कयोकि मंथरा भरत की मां कैकेयी की दासी थी.

मंथरा किसका अवतार है?

किवदंतियों के अनुसार पूर्वजन्म में मंथरा दुन्दुभ नाम की एक गन्धर्व कन्या थी। एक अन्य कथा के अनुसार लोमश ऋषि के अनुसार मंथरा पूर्वजन्म में प्रह्लाद के पुत्र विरोचन की कन्या थी। वाल्मीकि रामायण में इंद्र द्वारा भेजी गई अप्सरा माना है, जो भगवान राम को वनवास दिलाने आई थी

रात को सोते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

-ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। -राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें.

सुबह उठने के बाद कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

“कराग्रे वसते लक्ष्मीः, कर मध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविंदः, प्रभाते कर दर्शनम्‌‌।।” और मूल भाग में भगवान गोविन्द (ब्रह्मा) का निवास है, मैं अपनी हथेलियों में इनका दर्शन करता/करती हूं।

सीताराम कहने से क्या होता है?

भगवान श्रीराम का मात्र नाम जप लेने से सारे दु:ख दूर हो जाते हैं। श्रीरामचरित मानस के श्रवण से पुण्य मिलता हैं। अध्यात्म और धर्म से शक्ति मिलती हैं, इससे मानसिक और शारीरिक शक्ति का विकास होता हैं।

राम राम दो बार क्यों की जाती है?

अभिवादन के समय राम नाम 2 बार क्यों बोलते हैं

वह रामराम शब्द दो बार कहने से पूरा हो जाता है,क्योंकि हिंदी वर्णमाला में ”र” 27वां अक्षर है। ‘आ’ की मात्रा दूसरा अक्षर और ‘म’ 25वां अक्षर, इसलिए सब मिलाकर जो योग बनता है वो है 27 + 2 + 25 = 54, अर्थात एक “राम” का योग 54 हुआ।

भगवान श्री राम की मृत्यु कैसे हुई?

*एक कथा अनुसार, सीता की सती प्रामाणिकता सिद्ध होने के पश्चात सीता अपने दोनों पुत्रों कुश और लव को राम की गोद में सौंपकर धरती माता के साथ भूगर्भ में चली गई। सीता के चले जाने से व्यथित राम ने यमराज की सहमति से सरयू नदी के तट पर गुप्तार घाट में जल समाधि ले ली।

हनुमान जी किसका रूप है?

भगवान शि‍व को अंनत कहा गया है और हनुमान जी को इनका रूद्र अवतार माना गया है. जानें, शि‍व के हनुमान रूप में जन्म लेने की कथा…

केकई पिछले जन्म में क्या थी?

हिरणी का पुनर्जन्म

एक संत लिखते हैं कि एक बार कैकेयी के पिता ने शिकार करते समय एक मृग यानी हिरण का वध किया तो उसकी हिरणी रोती हुई अपनी माता के पास गई.

सुबह उठते ही कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?

करमूले तू ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्।। “ अर्थात् हथेलियों के अग्रभाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में विद्यादात्री सरस्वती और मूल भाग में भगवान गोविन्द (ब्रह्मा) का निवास है। प्रभात यानि (सुबह का समय) में मैं इनका दर्शन करता हूं।

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रात में पति और पत्नी को कैसे सोना चाहिए?

बेड के दोनों तरफ कुछ जगह खाली रखें। पति को बेड के दाहिनी ओर और पत्नी को बायीं ओर सोना चाहिए। अगर आप रात में कई बार उठते रहते हैं तो आपको सोने के माहौल में सुधार करना चाहिए

सोते समय कौन सा भगवान का नाम लेना चाहिए?

-ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। -राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें.

सुबह उठते ही किसका चेहरा देखना चाहिए?

कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आईने में अपना नहीं तो किसका चेहरा देखना चाहिए। इस सवाल का जवाब है कि व्यक्ति को सुबह उठकर अपने ईष्ट देव का चेहरा देखना चाहिए क्योंकि सुबह सोकर उठने के वक्त हर व्यक्ति के चेहरे पर अलग-अलग भाव होते हैं। ऐसे में जब किसी का चेहरा देखकर हमारे अंदर भी उसकी नकारात्मकता आ सकती है।

मरने वाले के साथ बैठना चाहिए?

आप बस उनके साथ बैठ सकते हैं, शायद हाथ पकड़ कर । सुनने को अंतिम इंद्रिय कहा जाता है, इसलिए आप बात करना, जोर से पढ़ना, गाना या संगीत बजाना चाह सकते हैं। आपकी सांस्कृतिक या आध्यात्मिक परंपराओं के लिए किसी को उपस्थित होने की आवश्यकता हो सकती है, और यह कोई अनुष्ठान करने का समय भी हो सकता है।

मरने वाला व्यक्ति क्या सोचता है?

दर्शन और मतिभ्रम

दृश्य या श्रवण मतिभ्रम अक्सर मरने के अनुभव का हिस्सा होते हैं । मरने वाले परिवार के सदस्यों या प्रियजनों की उपस्थिति आम है। ये दर्शन सामान्य माने जाते हैं। मरने वाला अपना ध्यान “दूसरी दुनिया” की ओर मोड़ सकता है और लोगों से बात कर सकता है या ऐसी चीजें देख सकता है जो दूसरे नहीं देखते हैं।

मंथरा पिछले जन्म में कौन थी?

मंथरा राजकुमारी रेखा थी? कैकेयी अस्ल में, कैकेय राज्य के राजा अश्वपति की बेटी थीं. यह कैकेय राज्य वर्तमान समय के काकेशियस या कश्मीर या अफगानिस्तान और पंजाब के बीच का एक स्थान बताया गया है. राजा अश्वपति का एक भाई वृहदश्रव था और उसकी बेटी थी राजकुमारी रेखा.

मंथरा की मौत कैसे हुई?

मंथरा चिल्लाती हुई पृथ्वी पर गिरी तो कूबड़ निकल आया. यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. लोमश ऋषि के अनुसार मंथरा अपनी पीड़ा में विष्णु को कोसती रही लेकिन उसके अपनों ने भी उसे ही दोषी माना. भगवान विष्णु के अन्यायों के कारण उनसे बदला लेने की बात कहते हुए उसकी मृत्यु हुई.

राम कैसे दिखते हैं?

श्रीराम कैसे दिखते थे

चेहरा चंद्रमा के समान सौम्य, कांतिवाला कोमल और सुंदर था। उनकी आंखे बड़ी और कमल के समान थी। उन्नत नाक यानी चेहरे के अनुरुप सुडोल और बड़ी नाक थी। उनके होंठों का रंग उगते हुए सूर्य की तरह लाल था और दाेनों होंठ समान थे।

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क्या राम ने झूठ कहा है?

भगवान राम ने प्रथम बार सूर्पनखा से झूठ बोला था। राम ने कहा की मेरा भाई लक्ष्मण कुमार अर्थात कुंवारा है। जो की झूठ बोला था जो की एक घृणित कार्य था।

असली राम कैसे दिखते थे?

श्रीराम कैसे दिखते थे

चेहरा चंद्रमा के समान सौम्य, कांतिवाला कोमल और सुंदर था। उनकी आंखे बड़ी और कमल के समान थी। उन्नत नाक यानी चेहरे के अनुरुप सुडोल और बड़ी नाक थी। उनके होंठों का रंग उगते हुए सूर्य की तरह लाल था और दाेनों होंठ समान थे

राम की उम्र कितनी है?

कहते हैं कि वे 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष

Keke के पिता का क्या नाम था?

कैकेयी के पिता मंगल नाम के नगर के राजा शुभमति और मां पृथ्वी थीं

केकई का असली नाम क्या है?

ऐसा ही एक किरदार है रानी कैकेयी का। अभिनेत्री पद्मा खन्ना ने अपने अभिनय से इस कदर जान फूंक दी थी कि लोग असल जिंदगी में उनसे नफरत करने लगे थे। एक कलाकार की खासियत ही यही होती है कि वो अपने रोल से पहचाना जाए। आज से ‘रामायण’ का प्रसारण फिर से शुरू हुआ है तो चलिए आपको बताते हैं पद्मा खन्ना के बारे में।

मंथरा किसकी बेटी थी?

इंद्र के वज्राघात से हुई कुरूप

लोमश रामायण में उल्लेख बताया जाता है कि श्रीराम वनवास के बाद लोमश ऋषि अवध आये थे, तब मंथरा की कथा सुनाई थी. मंथरा प्रह्लाद के पुत्र विरोचन की पुत्री थी.

मंथरा का मतलब क्या होता है?

मंथरा नाम का मतलबManthara ka arth

आपको बता दें कि मंथरा का मतलब (Keikeyi की नौकरानी नौकर है जो उसे भारत के कांटा और राम के निर्वासन के लिए राजी कर लिया) होता है।

सिर के पास फोन रख कर सोने से क्या होता है?

फोन साइड में रखकर सोना है खतरनाक

मोबाइल फोन हानिकारक रेडिएशन का निकलते हैं, जो आपके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिससे आप सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं।

सुबह सुबह कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?

सुबह उठकर भगवान का नाम लेना चाहिए यह हम सभी जानते हैं। लेकिन एक रामचरित मानस के अंश सुंदरकांड में स्वयं भगवान हनुमान का एक कथन है, जिसमें वह कहते हैं कि सुबह उठते ही उनका नाम नहीं लेना चाहिए। तुलसीदासजी हनुमानजी के कथन में लिखते हैं – ‘प्रात: लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा।।

महिलाओं को सुबह कितने बजे उठना चाहिए?

सुबह इस बीच जागने की कोशिश करें

इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में जागना हो सकता है उनके लिए मुमकिन न हो। डॉ. भवसार कहती हैं कि ऐसे में सुबह 6:30 बजे से 7 बजे के बीच जागने की कोशिश करनी चाहिए