हिंदू धर्म के अनुसार भगवान बैकुंठ,और स्वर्ग आदि लोकों में रहते हैं। इस्लाम धर्म के अनुसार भगवान यानी अल्लाह जन्नत, मक्का-मदीना, और मस्जिद में रहते हैं। इसी तरह अलग-अलग धर्मों में अलग-अलग स्थानों का जिक्र है।
पृथ्वी पर भगवान कौन है?
धरती पर केवल भगवान विष्णु ने ही अवतार क्यों लिए थे | Why Bhagwan Vishnu Takes Avtars on Earth – YouTube.
भगवान कहां रहते हैं क्या करते हैं?
सतलोक में रहते हैं।। भगवान सृष्टि की रचयिताशक्ति है जो ब्रह्मांड के कण कण में अदृश्य रूप में निवास करती है। उस शाक्ति के प्रति प्रेम व विश्वास जितना अधिक होगा,उतना ही उसकी उपस्थिति को अपने अंग संग महसूस किया जा सकता है। बाहरी आडम्बर और कर्मकाण्ड ईश्वर से मिलाने में असमर्थ हैं,कारण निम्न लिखित हैं।
हमारे जीवन में भगवान कहां है?
हमें कई जगहों पर भगवान की तलाश करने के लिए कहा गया है – शास्त्रों में, हमारी दैनिक प्रार्थनाओं में, हमारी साप्ताहिक पूजा में – लेकिन भगवान हर जगह हैं। उसकी उपस्थिति हमें घेर लेती है। एक बार जब हमें इसका एहसास हो जाता है, तो हम सीखना शुरू कर सकते हैं कि उसे अपने दैनिक जीवन में कैसे पाया जाए।
भगवान से पहले कौन था?
भगवान ब्रह्मा द्वारा बनाए गए पुरुष थे मनु और स्त्री थी शतरूपा। आज हमारी सांसारिक दुनिया में जितने भी लोग मौजूद हैं यह सभी मनु से उत्पन्न हुए हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो मानव संसार की रचना करने वाले भगवान ब्रह्मा ही हमारे आदि पूर्वज हैं और हम उनकी भविष्य की पीढ़ी हैं।
शंकर भगवान से बड़ा कौन है?
वे श्री नारायण को ही सर्वोपरि मानते हैं। उनकी मान्यता है कि भगवान शिव के पलक झपकने से ब्रह्म देव की मृत्यु होती है और श्री विष्णु के आँख झपकने से शिव जी मृत्यु को प्राप्त होते हैं।
भगवान से भी बड़ा कौन है?
यानी माता पिता का स्थान सर्वोपरि है। शास्त्र की व्याख्या करते कथा व्यास कहते हैं कि शास्त्र कहता है कि सबसे बड़ा भगवान, उससे बड़ा गुरु, गुरु से बड़ा पिता तथा पिता से भी बड़ा है मां का स्थान।
पूरे ब्रह्मांड का भगवान कौन है?
सम्पूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं शिव
गूगल क्या भगवान भी होते हैं?
क्या भगवान सच में होते हैं? जी हा , भगवान सच में होते हैं। सभी धर्मों के पवित्र शास्त्र प्रमाणित करते हैं की भगवान ब्रह्मा विष्णु या शिव जी या इस मसीह नहीं बल्कि कबीर साहिब हैं जो साकार है निराकार नहीं जरा सोचिए भगवान नहीं है तो यह सब ग्रह सृष्टि कैसे चलती है। अगर भगवान ना होते तो आज सब जगह हाहाकार मची होती।
भगवान किसकी मदद करता है?
कहावत ‘भगवान उन्ही की मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं’, यह बताता है कि यदि कोई केवल खुद की मदद करता है तब ही ईश्वर उसका पक्ष लेंगे। वहीं दूसरी तरफ, यदि हम किसी कठिनाई से बाहर आने या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास नहीं करते हैं; तब भगवान हमारे संघर्ष को आसन बनाने के लिए कभी हस्तक्षेप नहीं करते।
हम भगवान से कैसे मिल सकते हैं?
भगवान तो सच्ची साधना से ही मिलते है। भगवान ने स्वयं कहा है कि इंद्रिय, मन और बुद्धि से वे परे हैं। उनका चिंतन और मनन नहीं किया जा सकता है। अगर चिंतन करने से वे मिलते तो अब तक भक्तों को उनका दिव्य दर्शन हो जाता।
भगवान का असली नाम क्या है?
यहोवा, इस्राएलियों के परमेश्वर का नाम, “YHWH” के बाइबिल उच्चारण का प्रतिनिधित्व करता है, इब्रानी नाम निर्गमन की पुस्तक में मूसा को प्रकट किया गया था। योद, हेह, वाव और हेह व्यंजनों के अनुक्रम से मिलकर YHWH नाम को टेट्राग्रामेटन के रूप में जाना जाता है।
हमारी पृथ्वी का अंत कब होगा?
वैज्ञानिकों के मुताबिक पृथ्वी के निधन का अगला चरण अब से पांच से सात अरब वर्षों में दिखाई देगा. दरअसल, एक वक्त ऐसा आएगा जब सूर्य एक तारे से एक विशाल हीलियम के जलने वाले लाल विशालकाय गोले में बदल जाएगा. उस वक्त इसकी गर्मी इतनी बढ़ जाएगी कि पृथ्वी पर कुछ भी इस गर्मी को झेल नहीं पाएगा.
शिव जी की मृत्यु कैसे हुई?
शिव पुराण के मुताबिक भगवान शिव को स्वयंभू माना गया है यानि इनकी उत्पत्ति स्वंय हुई हैं. शिव जन्म और मृत्यु से परे हैं.
असली भगवान कौन है?
एकेश्वरवादी विचार में, ईश्वर को आमतौर पर सर्वोच्च प्राणी, निर्माता और विश्वास की प्रमुख वस्तु के रूप में देखा जाता है। भगवान को आम तौर पर सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, सर्वव्यापी और सर्वव्यापी होने के साथ-साथ एक शाश्वत और आवश्यक अस्तित्व के रूप में माना जाता है।
बाइबिल में भगवान कौन है?
ईसाई धर्म में ईश्वर को शाश्वत, सर्वोच्च प्राणी माना जाता है जिसने सभी चीजों का निर्माण और संरक्षण किया है । ईसाई भगवान की एक एकेश्वरवादी अवधारणा में विश्वास करते हैं, जो दोनों पारलौकिक है (पूर्ण रूप से स्वतंत्र है, और भौतिक ब्रह्मांड से हटा दिया गया है) और आसन्न (भौतिक ब्रह्मांड में शामिल)।
भगवान हमारा साथ कैसे देते हैं?
प्रभु हमेशा आराम, मार्गदर्शन और शक्ति प्रदान करते हैं, भले ही हमें इसका एहसास न हो। परमेश्वर के प्रेम और समर्थन के ये सूक्ष्म और कोमल प्रमाण विभिन्न तरीकों से आते हैं; उदाहरण के लिए, वे दूसरों की मदद के माध्यम से या पाठों, वार्ताओं, या भजनों के दौरान आ सकते हैं जो सीधे हमसे बात करते हैं ।
भगवान को कौन प्रिय है?
भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है मार्गशीर्ष माह
भगवान के सामने रोने से क्या होता है?
भगवान के पास रोने का ये मतलब है
ऐसा लगता है कि उस व्यक्ति पर भगवान की कृपा बरस रही है। इतना ही नहीं भगवान भी इस संकट की स्थिति में अपने भक्तों की रक्षा के लिए नंगे पैर दौड़ते हैं।
भगवान का फोन नंबर क्या है?
उनकी नजर में 786 का बहुत महत्व है। अधिकतर लोग इस नंबर के नोट अपने पास सहेज कर रखते हैं, तो वही कई लोग अपनी गाड़ियों का नंबर भी यही रखते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि 786 नंबर का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से भी है। दरअसल, मुस्लिम धर्म के लोग 786 नंबर को बिस्मिल्लाह का रूप मानते हैं।
भगवान क्या खाता है?
सनातन धर्म की मान्यता है कि भगवान खाते-पीते नहीं हैं। ‘न वै देवा: तु खादन्ति, न पिबन्ति जलं फलम्।
पृथ्वी का छोर कौन सा देश है?
वर्डेन्स एंडे (“वर्ल्ड्स एंड”, या नॉर्वेजियन में “पृथ्वी का अंत”) फ़ेयरर नगर पालिका, नॉर्वे में तजोमे द्वीप के दक्षिणी छोर पर स्थित है।
भोलेनाथ की 5 बेटियों के नाम क्या है?
भगवान शिव की बेटियों के नाम
भगवान शिव की इन पांच नाग कन्याओं के नाम जया, विषहर, शामिलबारी, देव और दोतलि है।
भगवान शिव कहां रहते हैं?
शिव के कई पहलू हैं, उदार और साथ ही भयानक। परोपकारी पहलुओं में, उन्हें एक सर्वज्ञ योगी के रूप में दर्शाया गया है जो कैलाश पर्वत पर एक तपस्वी जीवन व्यतीत करते हैं और साथ ही अपनी पत्नी पार्वती और अपने तीन बच्चों, गणेश, कार्तिकेय और अशोकसुंदरी के साथ एक गृहस्थ हैं।
भोलेनाथ की बेटी का नाम क्या है?
पद्म पुराण में भी शिव की पुत्री अशोक सुंदरी का जिक्र किया गया है. माना जाता है कि देवी पार्वती अपने अकेलेपन और उदासी से मुक्ति पाने के लिए कल्प वृक्ष से पुत्री की कामना की जिससे एक सुंदर सी पुत्री का जन्म हुआ. इसलिए उसका नाम अशोक सुंदरी रखा गया.
मृत्यु की देवी कौन है?
मां काली मृत्यु की देवी भी मानी जाती हैं।
Ram किसकी पूजा करते थे?
वैसे तो सभी जानते हैं कि श्री राम शिव जी की भक्ति करते थे।
भगवान हमारी कब सुनता है?
प्रार्थना आत्मा की पुकार होती है। प्रार्थना तब होती है जब आप कृतज्ञता महसूस कर रहे होते हैं या आप अत्यंत निस्सहाय या निर्बल महसूस कर रहे होते हैं। इन दोनों ही परिस्थितियों में आपकी प्रार्थना की पुकार सुनी जाएगी। जब आप निःस्सहाय होते हैं तो प्रार्थना अपने आप ही निकलती है।
क्या संकेत हैं कि भगवान आपके साथ है?
मधुर स्वभाव और विनम्र लोगों का साथ भी ईश्वर कभी नहीं छोड़ते हैं। अगर सपने में लगातार मंदिर या फिर भगवान की छवि दिखाई दे तो माना जाता है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। अगर किसी महत्वपूर्ण कार्य में गलत निर्णय लेने से पहले मन में कुछ संशय आ जाए और आपको निर्णय लेने से रोक ले तो समझो ईश्वर आपके साथ हैं।
बाइबल कितने साल पुरानी है?
बाइबिल का रचनाकाल १२०० ई. पू. से १०० ई. तक माना जाता है।
यीशु मसीह जी का किसका अवतार है?
यह नवजात लामा का अवतार माना जाता है. ये वही तीन विद्वान थे जो जीसस के जन्म की रात को बेथलेहम पहुंचे थे. एक यह भी विश्वास है कि जीसस 13 की उम्र में तीन विद्वानों के साथ भारत आए थे और एक बौद्ध की तरह भारत में उनकी परवरिश हुई. भारतीय दार्शनिक ओशो ने भी ईसा मसीह के भारत से संबंधित होने की बात कही है.
भगवान को कैसे देखें?
ईश्वर को जानने के लिए ईश्वर में लीन होना बहुत जरूरी है। जो इंसान लोभ, माया, लालच, अहं को छोड़कर ईश्वर ध्यान में लीन हो जाता है वहीं सही मायने में भगवान को जान सकता है। ईश्वर आराधना ही भगवान तक पहुँचने की सीढ़ी है, जो आपके लिए स्वर्ग के द्वार खोल देती है।
भगवान लोग क्या खाते थे?
सनातन धर्म की मान्यता है कि भगवान खाते-पीते नहीं हैं। ‘न वै देवा: तु खादन्ति, न पिबन्ति जलं फलम्।
कैसे पता करें कि भगवान हमारे साथ है या नहीं?
अगर आपको रात में नींद के दौरान बार-बार सपने आते हैं और सपनों में मंदिर, भगवान की मूर्ति या फोटो दिखाई देती हैं तो इसका मतलब है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी चीज को लेने के लिए आगे बढ़ते हैं, लेकिन लेते वक्त आपके मन में उसे लेकर कुछ संशय आ जाता है।
भगवान किसकी सहायता करते हैं?
परम सत्य है कि भगवान उन्ही की मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं।” “जो कोई स्वतंत्र रूप से एक चट्टान से गिर रहा हो, सौभाग्य से, किसी चीज को तभी पकड़ सकता है जब वह उसके लिए प्रयास करता है।
भगवान का नंबर कौन सा नंबर है?
शब्द “ईश्वर का नंबर” कभी-कभी रूबिक के ग्राफ के ग्राफ व्यास को दिया जाता है, जो रूबिक के घन को मनमाने ढंग से प्रारंभिक स्थिति (यानी, सबसे खराब स्थिति में) से हल करने के लिए आवश्यक घुमावों की न्यूनतम संख्या है । रोकिकी एट अल। (2010) ने दिखाया कि यह संख्या 20 के बराबर है।
क्या भगवान को पैसे की जरूरत है?
– भगवान को पैसे की जरूरत नहीं है। लोगों को मंदिरों में दान नहीं देना चाहिए। – देश में ऐसा कई बार हुआ है कि मंदिरों में आए दान का पैसा हज या चर्च के लिए दे दिया गया।
भगवान कहाँ से आये हैं?
भगवान का अपना कोई रूप नहीं है, बल्कि वह सभी रूपों में सबके भीतर मौजूद हैं। भगवान मंदिरों की मूर्त तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सभी जगह हर रूप में बसे हैं। परमात्मा दुनिया की हर चीज में फैले हैं। सृष्टि में ऐसा कुछ भी नहीं जिसमें भगवान न हो।
पृथ्वी में कितने सारे देश है?
विश्व में मान्यता प्राप्त कुल देशो की संख्या 195 है। हांलकि पृथ्वी पर कुल 240 देश है लेकिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा केवल 195 देशों को ही मान्यता प्रदान की गई है। दुनिया में कितने देश है 2023 – आज के इस लेख में हम आपको दुनिया के सभी देशो के नाम, राजधानी और मुद्रा (Duniya mein Kitne Desh Hai?)
पृथ्वी के नीचे कौन सा शहर है?
आइसरटॉक- ग्रीनलैंड का आइसरटॉक भी सपनों की किसी नगरी जैसा दिखाई पड़ता है. दुनिया की भीड़ से अलग पड़े इस शहर में पहले इंसान के लिए रहना आसान नहीं था.
शिव जी को कौन सा रंग पसंद है?
धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।