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बचपन में शरद कौन कौन से शौक थे बताइए?

१: शरतचंद्र को अपने पिता की तरह ही पुस्तकालय जाना और पुस्तके पढ़ने का शौक था

बचपन में शरत् के कौन कौन से शौक थे बताइए?

शरत् पिता के समान साहित्य पढ़ने और लिखने का शौकीन था। उसने अपने पिता के पुस्तकालय की सभी पुस्तकें पढ़ ली थीं। उनके पिता स्वभाव से स्वतंत्र व्यक्ति थे, शरत् भी ऐसा ही था। उसने कभी बंधकर रहना नहीं सीखा था।

बच्चों के प्रति शरद के नाना की क्या मान्यता थी?

उत्तर : शरद के नाना बहुत सख्त थे। उनका मानना था कि बच्चों कार्य बस पढ़ना होना चाहिए। अतः उन्होंने बच्चों को बहुत-सी बातें करने से साफ़ मना किया हुआ था। उसमें तालाब में नहाना, पशु तथा पक्षियों को पालना, बाहर जाकर खेलना, उपवन लगाना, घूमना, पतंग, लट्टू, गिल्ली-डंडा तथा गोली इत्यादि खेल खेलना तक निषिद्ध था।

शरद नाना के घर कितने वर्ष पूर्व आया था Class 11?

शरत् ने कहा, “ गिरेगा क्यों रे !" से बाँधा और लेट गया । बोला, “ इस तरह सोकर रात काटी जा सकती है। ' नाना के घर रहते घर रहते शरत् को लगभग तीन वर्ष हो गए थे।

शरत् को कहानी लेखन की प्रेरणा कहाँ से मिली?

शरत् के पिता व शरत् दोनों को साहित्य के पठन-पाठन में रुचि थी। दोनों पिता-पुत्र अत्यन्त संवेदनशील व कल्पनाशील व्यक्ति थे। शरत् के पिता साहित्य सृजन में रुचि रखते थे, उनके द्वारा लिखित अधूरी कहानियों से प्रेरणा लेकर ही शरत् ने कहानी लिखना आरम्भ किया था। इस प्रकार शरत् और उसके पिता मोतीलाल के स्वभाव में अनेक समानताएँ थीं।

बचपन में लिखी का कौन सी चीजें मजे लेकर खाती थी?

प्रश्न 1. लेखिका बचपन में कौनकौन सी चीजें मज़ा ले-लेकर खाती थी ? उत्तर – लेखिका बचपन में कुल्फी, शहतूत, फाल्से का शरबत, चॉकलेट, पेस्ट्री तथा फले मजे ले-लेकर खाती थी

बचपन में लेखक के पैरों में छाले क्यों पड़ जाते थे?

उत्तर – नए जूते लगने का अर्थ है जूते पहनने पर पैरों में छाले पड़ जाना। इसका उपचार करने के लिए रुई मोज़े के अंदर रख लिया करते थे

शरद क्या चलाता हुआ आया है?

ऐसा लगता है कि शरद अपनी साइकिल को तेज गति से चलाता हुआ आ रहा है। सवेरा चमकीला होने लगता है। फूलों पर तितलियाँ मँडराती दिखाई देती हैं। बच्चे भी तितलियों के समान प्रतीत होते हैं।

अपू की मां उसे क्या खिला रही थी?

उत्तर: फिल्म में कुत्ते वाला दृश्य ऐसा था कि अप्पू की माँ अप्पू को चावल खिला रही है जबकि अप्पू तीर से खेलने के लिए भाग रहा है । माँ उसके पीछे दौड़ती है, भूलो कुत्ता वहां खड़ा है और सब कुछ देख रहा है उसका ध्यान चावल की थाली की ओर जाता है। इतना दृश्य पहले कुत्ते पर फिल्माया गया था ।

कहानी के अंत में क्या लिखना चाहिए?

(vi) कहानी का अंत सहज ढंग से होना चाहिए। यहाँ ध्यान देने की बात है कि कहानी रोचक और स्वाभाविक हो। घटनाओं का पारस्परिक संबंध हो, भाषा सरल हो और कहानी से कोई-न-कोई उपदेश मिलता हो। अंत में, कहानी का एक अच्छा शीर्षक या नाम दे देना चाहिए

कहानी लिखने की नियम क्या है?

कहानी में विभिन्न घटनाओं और प्रसंगों को संतुलित विस्तार देना चाहिए । किसी प्रसंग को ना बहुत अधिक संस्कृत लेना चाहिए, ना आवश्यक रूप से बहुत अधिक बढ़ाना चाहिए। कहानी का आरंभ आकर्षक होना चाहिए ताकि कहानी पढ़ने वाले का मन उसे पढ़ने में लगा रहे। कहानी की भाषा सरल, स्वाभाविक तथा प्रभावशाली होनी चाहिए।

शायद तुम पसंद करोगे  गूगल 2050 में क्या होने वाला है?

पैरों में छाले पड़ गए हो तो क्या करें?

लेखिका बचपन में इतवार की सुबह क्याक्या काम करती थी ं? बचपन में इतवार की सुबह लेखिका अपने मोजे धोती थी, फिर जूतों पर पॉलिश करके उसे कपड़े या ब्रश से रगड़कर चमकाती थी। प्रश्न 2. ‘तुम्हें बताऊँगी कि हमारे समय और तुम्हारे समय में कितनी दूरी हो चुकी है।

लेखक को बचपन में अपने अध्यापक से खरी खोटी क्यों सुननी पड़ी?

  1. एलोवेरा जेल एलोवेरा जेल में एंटीएलर्जी, एंटी सेप्टिक और एंटी इनफ्लेमेशन गुण होते हैं. ऐलोवेरा जेल स्किन पर किसी भी तरह के जलन, खुजली या घाव को हील करने में काफी फायदेमंद होता है. …
  2. नीम और हल्‍दी का पेस्‍ट नीम और हल्‍दी दोनों ही आयुर्वेद में घाव को ठीक करने के लिए औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है. …
  3. टूथपेस्‍ट

शरद को नाना के घर पर क्यों रहना पड़ा?

Solution : लेखक को बचपन में अपने अध्यापक से खरीखरी बातें इसलिए सननी पड़ीं क्योंकि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर मूसन तिवारी नामक व्यक्ति को सरेआम चिढ़ाया था।

शरद नाना के घर कितने वर्ष पूर्व आया?

शरद के नाना बहुत सख्त थे। उनका मानना था कि बच्चों का कार्य बस पढ़ना होना चाहिए। अतः उन्होंने बच्चों को बहुत-सी बातें करने से साफ़ मना किया हुआ था। उसमें तालाब में नहाना, पशु तथा पक्षियों को पालना, बाहर जाकर खेलना, उपवन लगाना, घूमना, पतंग, लट्टू, गिल्ली-डंडा तथा गोली इत्यादि खेल खेलना तक निषिद्ध था।

शरद पूर्णिमा को खीर क्यों खाते हैं?

शरत् तीन वर्ष से अपने नाना के यहाँ रह रहा था। वह तीन वर्ष पूर्व यहाँ आया था। जब पहली बार शरत् अपने नाना के घर आया था, उस समय वह बहुत छोटा था।

शरद पूर्णिमा पर खीर क्यों खाई जाती है?

मान्यता है कि शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा की किरणों में रखी खीर का सेवन करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। इस खीर को चर्म रोग से परेशान लोगों के लिए भी अच्छा बताया जाता है। ये खीर आंखों से जुड़ी बीमारियों से परेशान लोगों को भी बहुत लाभ पहुंचाती है। इसके अलावा भी इसे कई मायनों में खास माना जाता है।

फिल्मकार को क्या डर लग रहा था और क्यों?

श्रीमद्भागवत महापुराण के अनुसार चंद्रमा को औषधि का देवता माना जाता है. चांद की रोशनी स्वास्थ के लिए बहुत लाभकारी मानी गई हैं, इसलिए शरद पूर्णिमा की रात खुले आसमान के नीचे चावल और दूध से बनी खीर रखी जाती हैं जिससे चंद्रमा की किरणें खीर पर पड़ती है और इसका सेवन करने से औषधीय गुण प्राप्त होते हैं.

सबसे अच्छी कहानी कौन सी है?

जब फिल्म बनने में समय अधिक लगने लगा तो फिल्मकार को अपू और दुर्गा की भूमिका निभाने वाले बच्चों के बड़े होने का डर लगने लगा। इससे फिल्म में उनका रोल खत्म हो जाता और लेखक को दुबारा नए बच्चे (अपू और दुर्गा के रोल के लिए) खोजने पड़ते। चुन्नीबाला देवी अस्सी वर्ष की थी। उसने फिल्म में इंदिरा ठाकरुन की भूमिका निभाई।

स्टोरी को हिंदी में क्या कहते हैं?

दुनिया की सर्वश्रेष्ठ हिंदी कहानियों की सूची / List of Best Motivational Stories in Hindi
  • बोले हुए शब्द वापस नहीं आते
  • सफलता का रहस्य YouTube पर देखें
  • ज़िन्दगी के पत्थर, कंकड़ और रेत
  • गुरु-दक्षिणा
  • ग्लास को नीचे रख दीजिये
  • आप हाथी नहीं इंसान हैं !
  • तितली का संघर्ष
  • बाड़े की कील YouTube पर देखें

फिल्म कैसे लिखा जाता है?

STORY MEANING IN HINDI – EXACT MATCHES

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Usage : I heard a story. उदाहरण : कोई मिथ्या बहाना बनाकर धोखा देने का प्रयास। उदाहरण : मैंने एक किस्सा सुना है. उदाहरण : इन लोकनाट्य को लोकधर्मी रंगारंग अभिनय ऐतिहासिक, लोकपरक एवं पौराणिक कथाओं से संवरता रहा है.

एक अच्छी कहानी कैसे लिखें?

Film Script Writing Tips
  1. अपने आस पास की चीजों और लोगों को Observe करें
  2. हमेशा अपने ideas को नोट करते रहें
  3. नए ideas के लिए पत्रिकाएं और समाचार-पत्र पढ़ें
  4. Audience के हिसाब से सोचें
  5. अपनी script को proper structure (उचित संरचना) दे
  6. Copy न करें, अपनी original कहानी लिखें
  7. बार-बार किसी dialogue और scenes को न दोहराएं

तुम्हें बताऊंगी कि हमारे समय और तुम्हारे समय में कितनी दूरी हो चुकी है?

एक अच्छी कहानी लिखने के लिए आपको प्रेरणा की तलाश करनी होगी, अपना कंटेन्ट तैयार करना होगा और फिर अपने द्वारा किए हुए काम को तब तक रिवाइज करते रहना (दोहराना) है, जब तक कि आप आपकी क्षमता के हिसाब से बेस्ट कहानी न लिख डालें। अगर आप एक अच्छी कहानी लिखना चाहते हैं, तो बस इन आसान से स्टेप्स को फॉलो करें।

लेखिका को चश्मा क्यों लगाना पड़ा था?

Answer: उत्तर:- ‘तुम्हें बताऊँगी कि हमारे समय और तुम्हारे समय में कितनी दूरी हो चुकी है। ‘ – यह कहकर लेखिका बताती है कि उन दिनों मनोरंजन के लिए कुछ घरों में ग्रामोफोन थे परंतु उसके स्थान पर आज हर घर में रेडियो और टेलीविजन देखने मिलता है। कुलफ़ी की जगह आइसक्रीम ने ले ली है।

हमें छाले क्यों पड़ते हैं?

लेखिका को रात में टेबल लैंप के सामने बैठकर पढ़ने के कारण उनकी नजर कमजोर हो गई थी, इस वजह से उन्हें चश्मा लगाना पड़ा। उनके चचेरे भाई चश्मा लगाने पर उन्हें छेड़ते हुए कहते थेआँख पर चश्मा लगाया ताकि सूझे दूर की यह नहीं लड़की को मालूम सूरत बनी लंगूर की!

पेट में अल्सर कैसे होता है?

छाले कई वजहों से हो सकते हैं। कई बार स्ट्रेस, नींद की कमी और सही मात्रा में पानी न पीने से मुंह में छाले होते हैं। शरीर में पानी की कमी कई अन्य बीमारियों का कारण भी बन जाती है। एकॉर्ड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, फरीदाबाद की डॉ विपाशा ब्रजपुरिया बता रही हैं छाले होने की वजहें और इन्हें ठीक करने के घरेलू नुस्खे।

शरद के नाना का क्या नाम था?

पेट में अल्सर होने के मुख्य कारण क्या है?
  • पेट में अल्सर होने का मुख्य कारण पेट में उत्पन्न हुआ हाइड्रोक्लोरिक एसिड होता है यह पाचन रस पेट या छोटी आंत की दीवारों को नुकसान पहुंचाते हैं, तो अल्सर बन जाता है और पेट में अल्सर का मुख्य कारण भी पेट में अम्ल का बढ़ना होता है |
  • बैक्टीरिया – इसे हेलिकोबैक्टर पाइलोरी कहा जाता है।

बचपन में शरद कौन कौन से शौक थे बताइए?

नाना केदारनाथ गांगुली इस विद्यालय के मंत्री थे। छात्रवृत्ति पाकर शरत् ने टी. एन. जुबिली कालेजिएट स्कूल में प्रवेश किया।

पूर्णिमा के दिन क्या क्या नहीं करना चाहिए?

नाना केदारनाथ गांगुली इस विद्यालय के मंत्री थे। छात्रवृत्ति पाकर शरत् ने टी. एन. जुबिली कालेजिएट स्कूल में प्रवेश किया।

शरद पूर्णिमा को किसका जन्म हुआ था?

शास्त्रों में कहा गया है कि हर पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है।

क्या ना करें:
  • भोजन : इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। …
  • शराब : इस दिन किसी भी हालत में आप शराब ना पिए क्योंकि इस दिन शराब का दिमाग पर बहुत गहरा असर होता है। …
  • क्रोध : इस दिन क्रोध नहीं करना चाहिए

फिल्म का शूटिंग के लिए कौन सा गांव चुना और क्यों?

महालक्ष्मी का हुआ था इस दिन जन्म

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हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है और इसे आश्विन पूर्णिमा, कोजगारी पूर्णिमा और कौमुदी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के करीब आ जाता है, जिससे उसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। साथ ही इस दिन महालक्ष्मी का जन्म भी हुआ था

पहली सवाक फिल्म में कितने चेहरे थे?

Answer: फिल्म में अधिक समय लगने लगा तो लेखक को यह डर लगने लगा कि अगर अपू और दुर्गा नामक बच्चे बड़े हो गए तो दिक्कत हो जाएगी। सौभाग्य से वे नहीं बढ़े। फिल्म की शूटिंग के लिए वे पालसिट नामक गाँव गए।

सबसे सुंदर परी का नाम क्या था?

उत्तर: जब पहली बोलती फिल्म प्रदर्शित हुई तो उसके पोस्टरों पर निम्नलिखित वाक्य छपे थे, “वे सभी सजीव है, सांस ले रहे हैं, शत-प्रतिशत बोल रहे हैं, अठहत्तर मुर्दा इंसान जिन्दा हो गए, उनको बोलते बातें करते देखो”। इस वाक्य से पता चलता है कि उस फिल्म में अठहत्तर चेहरे थे

दुनिया में सबसे सुंदर कौन है कहानी?

सिन्ड्रैला एक सुंदर राजकुमारी है, जिसकी सौतेली मां और दो सौतेली बहनें हैं, जो उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव करती हैं। एक बार राजकुमार ने डांस पार्टी में शहर की सब लड़कियों को बुलाया। लेकिन सिन्ड्रैला की बहनें उसे नहीं ले गईं। सिन्ड्रैला को रोता देखकर एक जादुई परी ने सुन्दर ड्रेस और ज्वेलरी पहनाकर उसे पार्टी में भेज दिया।

लाइक को हिंदी में क्या कहते हैं?

आज इसी पर आधारित एक कहानी सबसे सुंदर कौन की कहानी का विस्तार से वर्णन करेंगे। एक दिन कौवा अपनी शक्ल को देखकर सोचने लगा कि पंछियों में सबसे ज्यादा कुरूप मैं ही हूँ। उसे लगा कि न तो आवाज अच्छी है न ही पंख सुंदर हैं। काले रंग के वजह से उसे लगता था कि वह रंगों से भी वंचित है।

फिल्म का हिंदी मतलब क्या होता है?

[सं-स्त्री.] – पसंद; रुचि।

फिल्म को हिंदी में क्या बोलता है?

[सं-स्त्री.] – 1. चलचित्र; सिनेमा 2.

मैं अपनी खुद की फिल्म कैसे प्रोड्यूस कर सकता हूं?

– 1. चलचित्र; सिनेमा 2. छायाचित्र या फ़ोटो उतारने के लिए बनाई गई एक पतली पट्टी 3. उक्त की सहायता से दिखाया जाने वाला चलचित्र।

लेकिन बचपन में इतवार की सुबह क्या क्या काम करती थी?

दुनिया की सर्वश्रेष्ठ हिंदी कहानियों की सूची / List of Best Motivational Stories in Hindi
  • बोले हुए शब्द वापस नहीं आते
  • सफलता का रहस्य YouTube पर देखें
  • ज़िन्दगी के पत्थर, कंकड़ और रेत
  • गुरु-दक्षिणा
  • ग्लास को नीचे रख दीजिये
  • आप हाथी नहीं इंसान हैं !
  • तितली का संघर्ष
  • बाड़े की कील YouTube पर देखें

मुंह के अंदर काला होना क्या है?

सामान्यतः: इसे प्री कैंसर माना जाता है। अगर मुंह के अंदर का दाग काला से लाल या सफेद से लाल हो रहा है, तो इसे कैंसर का शुरुआती दौर माना जाता है। इस दौर तक बीमारी का इलाज आसानी से संभव है। इलाज के बाद मरीज पूरी तरह से ठीक हो सकता है।

मुंह के अंदर सफेद होना क्या है?

जीभ या मुंह के तल पर सफेद या भूरे रंग के पैच को ल्यूकोप्लाकिया कहा जाता है। यह पैच मुंह के श्लेष्म झिल्ली की पुरानी जलन के कारण बनता है। यह जलन के प्रति मुंह की प्रतिक्रिया है। ल्यूकोप्लाकिया किसी व्यक्ति के गाल के अंदर विकसित हो सकता है।