सही उत्तर राकेश शर्मा है। 1984 में , पूर्व भारतीय वायु सेना के पायलट राकेश शर्मा अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले पहले भारतीय नागरिक बन गए।
भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री का नाम क्या है?
आजाद भारत को अंतरिक्ष की सैर कराने वाले प्रथम भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का जन्म आज ही के दिन (13 जनवरी 1949) को पंजाब के पटियाला में हुआ था। वे भारत के पहले और विश्व के 138वें अंतरिक्ष यात्री थे जिन्हें अंतरिक्ष यात्रा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। शर्मा को ये अवसर 2 अप्रैल, 1984 में मिला था।
भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री कौन थे ?`?
राकेश शर्मा भारत के प्रथम और विश्व के 138वें अंतरिक्ष यात्री थे।
दुनिया के पहले अंतरिक्ष यात्री कौन थे?
यूरी गगारिन (Yuri Gagarin) (9 मार्च 1934 – 27 मार्च 1968), भूतपूर्व सोवियत संघ के हवाबाज़ और अंतरिक्ष यात्री थे। १२ अप्रैल, १९६१ को अंतरिक्ष में जाने वाले वे प्रथम मानव थे।
अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम महिला कौन है?
सही उत्तर वैलेंटिना टेरेशकोवा है। वैलेन्टिना टेरेशकोवा पहली महिला थीं जो अंतरिक्ष में गईं।
चांद पर पहला भारतीय आदमी कौन है?
Wing Commander Rakesh Sharma AC |
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क्या भारत चांद पर उतरा है?
चंद्रयान-1 के चंद्र की कक्षा में उड़ान भरने के बाद के दशक में, भारत ने चंद्रयान-2 के साथ चंद्रमा पर उतरने का प्रयास किया, लेकिन अंतरिक्ष यान दुर्भाग्य से अंतिम क्षण में दुर्घटनाग्रस्त हो गया । इसरो अगले साल चंद्रयान-3 के साथ दोबारा लैंडिंग का प्रयास करेगा।
अंतरिक्ष में अंधेरा क्यों होता है?
इसका कारण प्रकाश प्रकीर्णन(Light scattering) है। सूर्य का प्रकाश वातावरण के कणो से टकराकर हर ओर बिखर जाता है, जिससे उजाला होता है। अंतरिक्ष मे वातावरण नही है, प्रकाश एक सीध मे चलते जाता है जिससे उजाला नही हो पाता। अंतरिक्ष मे केवल प्रकाश के रास्ते मे आने वाली चीजे या पिंड परावर्तन के फ़लस्वरूप चमकते है।
सूर्य पर जाने वाला प्रथम व्यक्ति कौन है?
कोई भी व्यक्ति कभी भी सूर्य पर नहीं चला है । इस तथ्य के अलावा कि अगर मनुष्य इसके पास पहुंच गया तो बिखर जाएगा – यह है, जैसा कि सभी तारे हैं, गैस की एक गर्म गेंद जो ज्यादातर हाइड्रोजन से बनी होती है, और ठोस नहीं होती है।
चांद पर जमीन कौन बेच रहा है?
यह शख्स हैं जिले के इस्लामपुर के रहने वाले एनआरआई व्यवसायी ओमप्रकाश जांगिड़, इन्होंने चांद पर इससे पहले 2012 में भी जमीन खरीदी थी, जो तीन एकड़ थी. यह 3 एकड़ जमीन सी ऑफ़ मसकोवी में थी. सी ऑफ़ मसकोवी में ही दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत राजपूत की जमीन भी है.
चांद पर कितनी लड़कियां गई हैं?
इस प्रश्न का उत्तर कोई नहीं दे सकता, क्योंकि आज तक चांद पर किसी भी महिला ने कदम ही नहीं रखा परंतु जल्द ही इस प्रश्न का भी उत्तर मिल जाएगा।
चांद पर घर किसका है?
सुशांत सिंह राजपूत ने 25 जून 2018 को चांद पर जमीन खरीदी थी. सुशांत ने भी इंटरनेशनल लूनर लैंड्स रजिस्ट्री से ही चांद पर जमीन खरीदी थी. उनकी ये जमीन चांद के ‘सी ऑफ मसकोवी’ में है.
चांद पर पानी होता है क्या?
वैज्ञानिकों के मुताबिक चांद पर पानी कहीं और से नहीं बल्कि धरती से गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक चंद्रमा पृथ्वी के वायुमंडल से पानी निकाल रहा है और चंद्रमा में मौजूद गड्ढ़ों में यही पानी हजारों-लाखों सालों से बर्फ के रूप में जमा हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक चांद पर करीब 840 क्यूबिक मील पानी मौजूद है।
अंतरिक्ष में लोग उल्टा क्यों सोते हैं?
अंतरिक्ष में क्योंकि कोई गुरुत्वाकर्षण नहीं होता इसलिए अंतरिक्ष यात्री ग़ुब्बारे की तरह उल्टे पुल्टे होते रहते हैं. इन्हे सोने के लिए एक बैग दिया जाता है जिसे बर्थ से बाँध दिया जाता है जिससे ये लोग आराम से सो सकें.
रात का आसमान काला क्यों होता है?
रात के समय, जब पृथ्वी का वह हिस्सा सूर्य से दूर होता है, तो अंतरिक्ष काला दिखाई देता है, क्योंकि पास में बिखरने के लिए सूर्य जैसा प्रकाश का कोई उज्ज्वल स्रोत नहीं होता है । यदि आप चंद्रमा पर होते, जिसमें कोई वायुमंडल नहीं होता, तो आकाश रात और दिन दोनों समय काला होता।
चांद पर मनुष्य रह सकता है क्या?
वैज्ञानिकों ने चांद पर इंसानों के रहने लायक जगह खोज ली है. यहां पर तापमान इतना अच्छा है कि कुछ सामान्य परिवर्तन के साथ इंसान यहां पर रह भी सकते हैं और यहां रह कर काम भी किया जा सकता है.
काला क्यों दिखाई देता है?
जब प्रकाश किसी वस्तु से टकराकर हमारी आंख में पहुंचता है तो वह वस्तु दिखाई देती है। वायुमंडल में छोटे-छोटे धूल के कण होते हैं जिससे टकराकर प्रकाश हमारी आंख में पहुंचता है और हमें उजाला दिखाई देता है। अब चूंकि अंतरिक्ष में वायुमंडल नहीं है इसलिए वह काला दिखाई देता है।
अंतरिक्ष का रंग काला क्यों होता है?
Solution : अंतरिक्ष यात्री आकाश में उस ऊँचाई पर होते हैं जहाँ वायुमंडल नहीं होता और न ही वहाँ कोई प्रकीर्णन हो पाता है इसलिए उन्हें आकाश नीला नहीं बल्कि काला प्रतीत होता है।
आसमान कितने दूर है?
जो भी हम जमीन से ऊपर देख रहे हैं वह आकाश है, यह पृथ्वी के चारों ओर है क्योंकि आकाश में पृथ्वी लेकिन आकाश के बारे में अधिकांश लोगों का बादल बादल है, इसलिए हम कह सकते हैं कि पृथ्वी और बादल के बीच लगभग 2 किलोमीटर की दूरी 18 किमी के आसपास स्थित है और जलवायु के आधार पर है।
आसमान कितने दूर रहता है?
धरती से आसमान के बीच की दूरी (एकदम सटीक) कितनी है? “अनंत”। क्योंकि आसमान कोई भौतिक या ठोस वस्तु नहीं जिसे छूआ, पकड़ा या किसी सीमांकन के लिए चिन्हित किया जा सके पृथ्वी के चारों ओर के वायुमंडलीय आवरण के बाद तो शून्य और केवल अनंत शून्य ही है तथा वायुमंडल तो हवा का एक गोला मात्र है।
अभी सूरज कहां है?
सूर्य इस समय धनु राशि में हैं । सूर्य का वर्तमान दाहिना उदगम 19h 05m 26s है और गिरावट -22° 35′ 07” है (चयनित स्थान के लिए स्थलकेंद्रित निर्देशांकों की गणना की गई: ग्रीनविच, यूनाइटेड किंगडम [बदलें])। सूर्य का वर्तमान परिमाण -26.78 (JPL) है।
अगर सूर्य गायब हो जाए तो क्या होगा?
जब सौरमंडल से सूर्य गायब हो जाएगा तो पृथ्वी अपना गुरुत्वाकर्षण बल खो देगी। जिसके बाद पृथ्वी अंतरिक्ष में एक पथ पर चलने के बजाय वो तैरने लगेगी। वही 3 किलोमीटर प्रति सेकंड के रफ्तार से भ्रमण होने लगेगी। ये सौर मंडल में रास्ता भटक जाएगा।
सूर्य को कौन चलाता है?
सूर्य देव हर सुबह अपने रथ पर सवार होकर पूर्व दिशा से दिन का प्रकाश लेकर आते हैं। पुराणों में बताया गया है कि सूर्य देव के रथ के सारथी अरुण हैं। अरुण भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ के भाई हैं।
सूर्य का बेटा कौन है?
धर्मराज या यमराज सूर्य के सबसे बड़े पुत्र और संज्ञा की प्रथम संतान हैं। यमी यानि यमुना नदी सूर्य की दूसरी संतान और ज्येष्ठ पुत्री हैं जो अपनी माता संज्ञा को सूर्यदेव से मिले आशीर्वाद चलते पृथ्वी पर नदी के रूप में प्रसिद्ध हुईं। सूर्य और संज्ञा की तीसरी संतान हैं वैवस्वत मनु वर्तमान (सातवें) मन्वन्तर के अधिपति हैं।
चांद पर कितनी लड़कियां गई है?
इस प्रश्न का उत्तर कोई नहीं दे सकता, क्योंकि आज तक चांद पर किसी भी महिला ने कदम ही नहीं रखा परंतु जल्द ही इस प्रश्न का भी उत्तर मिल जाएगा।
लोग गोरे और काले क्यों होते हैं?
लोगों का रंग गोरा या काला होना हमारी त्वचा में पाए जाने वाले मेलेनिन नामक वर्णक की मात्रा के आधार पर तय होता है। जिसके शरीर/त्वचा में मेलेनिन की मात्रा अधिक होती है, वह काला दिखता है व जिसकी त्वचा में मेलेनिन की मात्रा कम होती है, वह गोरा दिखता है। शरीर के अलग-अलग भाग में मेलेनिन की मात्रा अलग-अलग हो सकती है।
इंसान अंधेरे में क्यों नहीं देख सकता?
अंधेरे में दिखाई नहीं देने का कारण क्या है? किसी भी वस्तु को देखने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है, जबकि अंधेरे में कोई प्रकाश नहीं होता है जिसके कारण हमें कुछ नहीं दिखाई देता है ।
रात में अंधेरा क्यों हो जाता है?
रात को अंधेरा कैसे होता है? प्रथ्वी को प्रकाश सूर्य से प्राप्त होता है। सूर्य के चक्कर लगाने के साथ साथ प्रथ्वी अपनी धुरी पर घूम रही है। प्रथ्वी का को भाग सूर्य के सामने नहीं होता है वहां सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंचता है इसलिए इस भाग पर अंधेरा होता है।
रात का आसमान अंधेरा क्यों होता है?
1823 में, जर्मन खगोलशास्त्री हेनरिक ओल्बर्स ने सुझाव दिया कि अंतरिक्ष के माध्यम से यात्रा करते समय स्टारलाईट धीरे-धीरे अवशोषित हो जाती है , और यह पर्याप्त दूरी से परे किसी भी तारे से प्रकाश को काट देता है।