केस डायरी सिर्फ मुकदमे के जांच अधिकारी को अपनी याददाश्त पुख्ता करने का एक सटीक दस्तावेज है. यदि कोर्ट उन्हें ऐसी पुलिस अधिकारी की बातों का खंडन करने के प्रयोजन के लिए उपयोग में लाता है तो, भारतीय साक्ष्य अधिनियम-1872 की, यथास्थिति धारा-161 या धारा 145 के उपबंध लागू होंगे.
पुलिस डायरी का मतलब क्या होता है?
जांच करने वाला प्रत्येक पुलिस अधिकारी अपनी कार्यवाही एक डायरी में दर्ज करेगा, जिसका उपयोग परीक्षण या पूछताछ में किया जाना चाहिए, मामले में साक्ष्य के रूप में नहीं, बल्कि ऐसी जांच या परीक्षण में न्यायालय की सहायता के लिए ।
क्या केस डायरी कोर्ट में स्वीकार्य है?
न्यायालय विशेष डायरी का उपयोग किसी तिथि, तथ्य या कथन के साक्ष्य के रूप में नहीं कर सकता है, बल्कि स्रोतों और पूछताछ की पंक्तियों के संकेत के रूप में और उन व्यक्तियों के नाम सुझाने के रूप में कर सकता है जिनके साक्ष्य उद्देश्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। राज्य और अभियुक्तों के बीच न्याय करना।
सीआरपीसी की कौन सी धारा केस डायरी से संबंधित है?
सीआरपीसी की धारा 172 में अन्वेषण में कार्यवाहियों की डायरी (Diary of proceedings in investigation) को परिभाषित किया गया है.
क्या पुलिस डायरी और केस डायरी एक ही है?
केस डायरी की सामग्री मूल साक्ष्य नहीं है; हालाँकि, यदि प्रविष्टि करने वाले व्यक्ति को गवाह के रूप में बुलाया जाता है, तो इसे साक्ष्य के रूप में रखा जा सकता है। न्यायाधीशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी निर्णय पर पहुँचने के लिए डायरी का उपयोग बिल्कुल नहीं किया जाता है, और पुलिस डायरी की सामग्री उनके निर्णय लेने को प्रभावित नहीं करती है।
पुलिस को हिंदी में कैसे लिखें?
चिकित्सा विज्ञान में हृदय की धड़कन के कारण धमनियों में होने वाली हलचल को नाड़ी या नब्ज़ (Pulse) कहते हैं।
पुलिस स्टेशन को हिंदी में क्या कहा जाता है?
थाना या पुलिस स्टेशन एक इमारत है जो पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के अन्य सदस्यों को समायोजित करने में काम आती है।
झूठा केस करने पर क्या होता है?
अगर आपके खिलाफ या आपके जाननेवाले के खिलाफ कोई झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है तो धारा 482 के तहत उसे हाईकोर्ट से राहत मिल सकती है. इस मामले में आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी और पुलिस को अपनी कार्रवाई रोकनी होगी. लेकिन एफआईआर को झूठा साबित करने के लिए आपके पास पर्याप्त सबूत होने चाहिए.
अपना केस खुद कैसे लड़े?
दरअसल, इसके लिए आपको जज से परमिशन लेनी जरूरी है. आप परमिशन लेने के बाद खुद के केस में पैरवी कर सकते हैं. हालांकि, जज आपको वकील नियुक्त करने का परामर्श दे सकते हैं. इसके लिए आप अपना पक्ष रख सकते हैं और कागजी कार्यवाही करने के लिए और खुद को अपना केस रिप्रेजेंट करने के लिए उचित समय मांग सकते हैं.
भारत में कुल कितनी धारा है?
भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) यानी IPC भारत में होने वाले कुछ अपराधों की परिभाषा और उनके लिए सजा का प्रावधान करती है. आईपीसी में कुल 511 धाराएं हैं. जिन्हें 23 चैप्टर के तहत परिभाषित किया गया है.
केस खारिज कैसे होता है?
जब किसी मामले में चालान की फाइनल रिपोर्ट (final report) में यह साबित (prove) होता है कि वो रिपोर्ट झूठी (false) है, तो वो खारिजी (Khariji) हो जाती है. इसे ईआर (ER) लिखा जाता है.
चार्ज शीट का मतलब क्या होता है?
चार्जशीट का मतलब
चार्जशीट में अपराध के संक्षिप्त विवरण के साथ अभियुक्तों के नाम पते तथा उनके खिलाफ की गई गिरफ्तारी, जमानत, फरार इत्यादि का विवरण होता है। साथ ही अपराध का संक्षिप्त नैरेटिव और उसे कोर्ट में साबित करने के लिए पेश किये जाने वाले गवाह, अभिलेख और अन्य साक्ष्यों के बारें में लिखा जाता है।
मोबाइल को हिंदी में क्या कहते हैं?
मोबाइल को शुद्ध हिंदी में चलंत दूरभाष यंत्र कहते हैं.
डॉक्टर को हिंदी में क्या कहते हैं?
[सं-पु.] – 1. वह जिसने चिकित्सा संबंधी शिक्षा प्राप्त की हो और जिसे चिकित्सा करने का विधिक अधिकार प्राप्त हो; चिकित्सक; वैद्य 2. विश्वविद्यालय की सर्वोच्च उपाधि प्राप्त व्यक्ति 3.
भारत का सबसे अच्छा पुलिस स्टेशन कौन है?
दिल्ली के सदर बाजार पुलिस स्टेशन को गृह मंत्रालय ने इस साल देश भर में सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन घोषित किया है. दूसरा स्थान ओडिशा के गंगापुर पुलिस थाने ने हासिल किया. तीसरे नंबर पर हरियाणा के फतेहाबाद में स्थित भट्टू कलां थाना है. उत्तरी गोवा के वालपोई पुलिस स्टेशन ने चौथा स्थान हासिल किया.
भारत में कुल कितने पुलिस स्टेशन है?
जिन थानों में ऐसे मामले कम पाए गए हैं उन्हें सबसे बढ़िया थाना माना गया है. ज़ाहिर है पिछले एक हफ़्तों में महिलाओं के साथ रेप और फिर हत्या के लगातार कई मामले आ रहे हैं. ऐसे में पुलिस स्टेशन की रैंकिग कई राज्यों में बढ़ रहे अपराध की पोल खोल रही है. सभी राज्यों से कुल 15,579 पुलिस स्टेशन का चुनाव किया गया था.
धमकी देने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 506 यह स्पष्ट रूप से कहती है कि अगर धमकी जान से मारने की दी जा रही है तो ऐसा करना अपराध माना जाएगा. इस तरह की धमकी देने वाले व्यक्ति को 7 वर्ष तक की सजा भी हो सकती है.
छेड़छाड़ के केस में क्या होता है?
धारा 354 C में सजा का प्रावधान
अगर कोई व्यक्ति किसी भी स्त्री की ताक झांक करता है छुप छुप कर देखता है तो इस स्थिति में उस व्यक्ति को दोषी पाए जाने पर अधिकतम 3 वर्ष तक के कारावास की सजा का प्रावधान है। एवं जुर्माने से भी दंडित किया जा सकता है। यह अजमानती अपराध है।
कोई झूठा केस लगा तो क्या करें?
जब यह मामला कोर्ट में आएगा और कोर्ट को लगेगा कि आपके पक्ष में पेश किए गए सबूत और गवाह पर्याप्त हैं तो पुलिस को तुरंत कार्रवाई रोकनी होगी. यदि किसी भी मामले में आपको साजिश करके फंसाया जा रहा हो तो आप हाईकोर्ट में अपील कर सकते हैं. हाईकोर्ट में केस चलने के दौरान पुलिस आपके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती.
क्या आप बिना वकील के कोर्ट जा सकते हैं?
यदि आपके पास कोई वकील (वकील या बैरिस्टर) नहीं है, तो आप अपना मामला खुद ले सकते हैं या अदालत में या न्यायाधिकरण में अपना बचाव कर सकते हैं । यदि आप कर सकते हैं तो उचित कानूनी सहायता प्राप्त करने का प्रयास करना महत्वपूर्ण है। यदि आपकी आय कम है, तो पता करें कि क्या आपको मुफ्त या सस्ती कानूनी सलाह मिल सकती है।
शिक्षा में धारा क्या है?
एक स्ट्रीम क्षेत्र-विशिष्ट पाठ्यक्रमों की एक श्रृंखला है जिसे आप अपनी डिग्री के हिस्से के रूप में लेते हैं । यह आपको अध्ययन के एक विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता की अनुमति देता है।
क्या कोर्ट केस छोड़े जा सकते हैं?
यदि आपको लगता है कि ऐसे सबूत हैं जो दिखाते हैं कि आपने कोई अपराध नहीं किया है या आप पर कई अपराधों का आरोप लगाया गया है और आप कुछ को स्वीकार करने में प्रसन्न हैं, लेकिन सभी को नहीं तो आप पुलिस से आरोपों को वापस लेने (छोड़ने) के लिए कह सकते हैं ।
पासवर्ड को हिंदी में क्या कहते हैं?
पासवर्ड अंग्रेजी का एक शब्द है जिससे हिंदी में ‘गुप्त शब्द’ या ‘कूटशब्द’ कहते हैं.
बेटी की स्पेलिंग क्या होती है?
डॉटर (Daughter) = Daughter
Devnagari to roman Dictionary.
पुलिस में सबसे ऊपर कौन होता है?
इंडियन पुलिस सर्विस में सबसे उच्च पद पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का होता है। इस पद में तैनात अधिकारी पुलिस विभाग का सर्वोच्च अधिकारी होता है। यह पुलिस विभाग में Highest Police Rank In India है।
कौन सा देश जहां पुलिस नहीं है?
मॉरीशस हिंद महासागर में एक द्वीप राज्य है, जहां 13 लाख निवासी रहते हैं। देश ने 1968 में यूनाइटेड किंगडम से स्वतंत्रता प्राप्त की। हालांकि मॉरीशस के पास अपनी कोई नियमित सशस्त्र सेना नहीं है, इसके पास पुलिस बल और एक अर्धसैनिक इकाई है जिसे स्पेशल मोबाइल फोर्स कहा जाता है।
फोन पर गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 294 के अनुसार किसी के साथ गाली गलौज करना एक दंडनीय अपराध है। इस धारा के अंतर्गत किसी व्यक्ति को गाली देने पर करीब तीन महीने तक की सजा हो सकती है।
महिला को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
इंडियन पेनड कोड की धारा 498 ए शादीशुदा महिला के साथ ससुराल में क्रूरता के मामले में लगाई जाती है। दहेज उत्पीड़न और दहेज के लिए हत्याओं के मामलों को देखते हुए 1983 में आईपीसी में धारा 498ए शामिल की गई थी। ये एक गैरजमानती धारा है।
धक्का मुक्की करने पर कौन सी धारा लगती है?
जेल:महिला से धक्का–मुक्की करने वाले को जेल, आईपीसी की धारा 354, 455, 294, 506 और 509 के तहत केस दर्ज
पुलिस को गुमराह करने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा 177 (Indian Penal Code Section 177)
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 177 (Section 177) के तहत किसी लोक सेवक या अधिकारी को झूठी जानकारी देना एक अपराध बताया गया है.
भारत का सबसे बड़ा वकील कौन सा है?
देश के सबसे बड़े वकीलों में कमाई के लिहाज से पहला नंबर राम जेठमलानी का ही आता है। जेठमलानी सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील और राजनीतिज्ञ हैं। 90 वर्षीय जेठमलानी इस उम्र में भी पूरी मजबूती के साथ इस मैदान में डटे हुए हैं। उन्हें क्रिमिनल और संवैधानिक नियम कानूनों की बहुत अच्छी जानकारी है।
एक वकील का वेतन कितना है?
payscale.com के अनुसार, भारत में एक सरकारी वकील को मिलने वाला सलाना औसत वेतन ₹445,861 है।
बच्चों को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 324 (जख्मी करना), 325 (गंभीर जख्म पहुंचाना) के तहत भी मामला दर्ज हो सकता है. धारा-325 तहत आरोप सिद्ध होने पर 7 साल तक की जेल का प्रावधान है. अगर बच्चे पर जानलेवा हमला किया गया हो तो फिर धारा-307 लगाया जा सकता है इसमें अधिकतम 10 साल या फिर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है.
Katl करने पर कौन सी धारा लगती है?
क्या है IPC की धारा 302
कोई भी व्यक्ति अगर हत्या का दोषी साबित होता है तो उसपर आईपीसी की धारा 302 लगाई जाती है. इस धारा के तहत उम्रकैद या फांसी की सजा और जुर्माना हो सकता है. हत्या के मामले में सजा सुनाने के पहले कत्ल के मकसद पर ध्यान दिया जाता है.
बच्चे को मारने पर कौन सी धारा लगती है?
आईपीसी की धारा : इस पर आईपीसी की धारा 323 लग सकती है। यह मामला मारपीट की श्रेणी में आता है। सजा : एक साल की जेल संभव है। शिक्षक अगर करते हैं : सर या मैडम बच्चे के नाजुक अंगों पर चोट पहुंचाते हैं, और इससे अंग-भंग हो जाता है तो यह कृत्य गंभीर है।
कोई झूठा केस करे तो क्या करें?
जब यह मामला कोर्ट में आएगा और कोर्ट को लगेगा कि आपके पक्ष में पेश किए गए सबूत और गवाह पर्याप्त हैं तो पुलिस को तुरंत कार्रवाई रोकनी होगी. यदि किसी भी मामले में आपको साजिश करके फंसाया जा रहा हो तो आप हाईकोर्ट में अपील कर सकते हैं. हाईकोर्ट में केस चलने के दौरान पुलिस आपके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती.
चार्जशीट कब तक नहीं दाखिल होती है?
हाईकोर्ट ने अहम फैसला देते हुए कहा कि 90 दिन खत्म होने के बाद यदि अरोपी चार्जशीट दाखिल होने से पहले डिफॉल्ट जमानत अर्जी …
फिर के बाद पुलिस क्या करती है?
एक बार एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच शुरू करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य होती है। जांच में साक्ष्य एकत्र करना, गवाहों से पूछताछ करना, अपराध स्थल का निरीक्षण करना, फोरेंसिक परीक्षण, बयान दर्ज करना आदि शामिल हैं। अगर पुलिस अपराधियों की पहचान करने और उन्हें खोजने में सफल होती है तो गिरफ्तारी की जा सकती है।
फिर के कितने दिन बाद चार सीट का लगना तय?
किसी भी मामले में FIR दर्ज होने के बाद जांच शुरू होती है और 90 दिनों के अंदर पुलिस को अदालत के समझ केस से संबंधित चार्जशीट दाखिल करनी होती है।
चार्जशीट में क्या लिखा होता है?
चार्जशीट में अपराध के संक्षिप्त विवरण के साथ अभियुक्तों के नाम पते तथा उनके खिलाफ की गई गिरफ्तारी, जमानत, फरार इत्यादि का विवरण होता है। साथ ही अपराध का संक्षिप्त नैरेटिव और उसे कोर्ट में साबित करने के लिए पेश किये जाने वाले गवाह, अभिलेख और अन्य साक्ष्यों के बारें में लिखा जाता है।
Online ko हिंदी में क्या बोलते हैं?
Online का हिंदी में मतलब अभी सक्रिय होना होता हैं. इसका मतलब होता हैं कि किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जिसे कंप्यूटर इंटरनेट लैपटॉप मोबाइल के माध्यम से सदैव जुड़े रहना. इसका सीधा सीधा मतलब यह होता हैं की जुड़ा हुआ होना या इंटरनेट से connected होना.