वास्तुशास्त्र में दक्षिण दिशा का द्वार शुभ नहीं माना जाता है। इसे संकट का द्वारा भी कहा जाता है। यदि आपका घर दक्षिणमुखी होकर दूषित दूषित है तो गृहस्वामी को कष्ट, भाइयों से कटुता, क्रोध की अधिकता और दुर्घटनाएं बढ़ती हैं।
अगर घर का दरवाजा दक्षिण दिशा में हो तो क्या करना चाहिए?
यदि आपका दरवाजा दक्षिण की तरफ है तो द्वार के ठीक सामने एक आदमकद दर्पण इस प्रकार लगाएं जिससे घर में प्रवेश करने वाले व्यक्ति का पूरा प्रतिबिंब दर्पण में बने। इससे घर में प्रवेश करने वाले व्यक्ति के साथ घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक उर्जा पलटकर वापस चली जाती है।
क्या दक्षिण मुखी घर भाग्यशाली हो सकता है?
वास्तु शास्त्र और दक्षिण मुखी घर
स्पष्ट रूप से, दक्षिण एक अशुभ दिशा नहीं है, इसलिए दक्षिण की ओर मुंह करने वाला घर कयामत और निराशा नहीं लाएगा । आपकी कुंडली में मंगल की मजबूत उपस्थिति दक्षिणमुखी घर को आपकी ऊर्जाओं के लिए सही संरेखण बनाती है।
कौन सा मुखी घर अच्छा नहीं होता है?
दक्षिण-पश्चिम मुखी घर (Vastu For South West Facing House) को अशुभ माना जाता है।
दक्षिण मुखी घर क्यों नहीं होना चाहिए?
ज्योतिष में दक्षिण दिशा मंगल से सम्बन्ध रखती है. इस दिशा को सामान्यतः अच्छा नहीं माना जाता है. लोग दक्षिण मुख वाले प्लॉट या मकान खरीदने से बचते हैं. लोगों की मान्यता है कि दक्षिण मुख वाले मकान में रहने से जीवन में समस्याएं आनी शुरू हो जाएंगी.
घर के दरवाजे पर पानी डालने से क्या होता है?
इससे घर के आस-पास का वातावरण तो साफ होता ही है, वास्तु के इस उपाय से घर में धन-धान्य की भी वृद्धि होती है। ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर होती है और घर में खुशियां आती हैं।
वास्तु के अनुसार घर के सामने क्या नहीं होना चाहिए?
वास्तु के नियमानुसार घर के मुख्य द्वार के सामने गड्ढा या कुआं नहीं होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि घर के मुख्य द्वार के सामने गड्ढा या कुआं होने पर मानसिक रोग और परेशानी होती है। ऐसे में इस चीज का विशेष ध्यान रखें। वास्तु के नियमानुसार कभी भी घर के मुख्य दरवाजे के सामने कीचड़ नहीं होनी चाहिए।
क्या उत्तर मुखी मकान शुभ होता है?
वास्तु के अनुसार उत्तरमुखी प्लॉट शुभ माना जाता है। उत्तरमुखी प्लॉट के लिए दक्षिण और पश्चिम दिशा की दीवारों की तुलना में उत्तर और पूर्व में चारदीवारी पतली और छोटी बनाएं। सुनिश्चित करें कि उत्तरमुखी प्लॉट का ढलान दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं है, क्योंकि इससे संपत्ति का नुकसान हो सकता है।
कौन सा मुखी घर अच्छा है?
दक्षिणमुखी घर स्वास्थ्य के लिए हो सकता है अच्छा
वास्तु के अनुसार दक्षिण मुखी घर के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। इसके फायदों की बात करें तो एक सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि दक्षिणमुखी घर स्वास्थ्य और धन के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसे घरों में सूर्य की किरणें घर में प्रवेश करती हैं और सकारात्मक ऊर्जा लाती हैं।
घर के दक्षिण कोने में क्या रखना चाहिए?
साउथ वेस्ट कॉर्नर में राहु यंत्र रखें. सभी दिशाओं में वास्तु पिरामिड रखें क्योंकि इससे सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होगी और पैदा हुई नकारात्मक ऊर्जा का सामना करने में मदद मिलेगी.
शेर मुखी मकान क्यों नहीं लेना चाहिए?
सिंह मुखी भवन किसके लिए
ऐसा माना जाता है कि जैसे-जैसे दोनों ओर दुकान अथवा फैक्ट्री की दीवारों की वृद्धि होती है, उसी प्रकार दुकान के व्यवसाय और फैक्ट्री में निरंतर वृद्धि के संकेत होते हैं। सिंह मुखी भूखंड पर आवासीय भवन या फ्लैट नहीं बनाने चाहिए।
शेर मुखी मकान में रहने से क्या होता है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार शेर मुखी भू खण्ड को व्यवसाय की दृष्टिकोण से उत्तम माना जाता है साथ मे उत्तर या पूर्वमुखी हो तो अति श्रेष्ठ रहता है । गृह निवास की दृष्टि से शेर मुखी भू खण्ड को अच्छा नही माना जाता है निर्माण मे समान भुजा बनाकर उपयोग करना चाहिए तो उत्तम रहता है ।
रात में पति और पत्नी को कैसे सोना चाहिए?
बेड के दोनों तरफ कुछ जगह खाली रखें। पति को बेड के दाहिनी ओर और पत्नी को बायीं ओर सोना चाहिए। अगर आप रात में कई बार उठते रहते हैं तो आपको सोने के माहौल में सुधार करना चाहिए।
मेन गेट पर कौन सा फोटो लगाना चाहिए?
4- मेनगेट पर हमें स्वास्तिक, ऊँ या भगवान गणेश की प्रतिमा लगानी चाहिए। ऐसा करने से शुभता में वृद्धि होती है और घर में सुख –समृद्धि का आगमन होता है।
सुबह उठते ही क्या नहीं देखना चाहिए?
- मान्यता है कि सुबह उठकर तुरंत अपना चेहरा नहीं देखना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना गया है.
- सुबह उठकर जंगली जानवरों की तस्वीरें नहीं देखना चाहिए. माना जाता है कि इससे विवाद होने की संभावना बढ़ जाती है.
- सुबह उठकर स्वयं की परछाई भी नहीं देखनी चाहिए. माना जाता है कि परछाई देखने से अज्ञात भय, तनाव होता है.
सुबह उठते ही मुख्य द्वार पर क्या करना चाहिए?
वास्तु के अनुसार उत्तरमुखी प्लॉट शुभ माना जाता है। उत्तरमुखी प्लॉट के लिए दक्षिण और पश्चिम दिशा की दीवारों की तुलना में उत्तर और पूर्व में चारदीवारी पतली और छोटी बनाएं। सुनिश्चित करें कि उत्तरमुखी प्लॉट का ढलान दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं है, क्योंकि इससे संपत्ति का नुकसान हो सकता है।
घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?
माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल
ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए।
कौन सा मुखी घर अच्छा होता है?
वास्तु के अनुसार एक आदर्श मकान का मेनगेट सिर्फ पूर्व या उत्तर दिशा में ही होना चाहिए। वहीं आपके घर का ढलान पूर्व, उत्तर या पूर्व-उत्तर (इशान कोण) की और होना शुभ माना गया है। इस तरह वास्तु के अनुसार घर के कमरे, हॉल, किचन, बाथरुम और बेडरुम एक खास दिशा में होने चाहिए। जिससे घर में वास्तुदोष नहीं होता और लोग सुखी रहते हैं।
घर में शेर की मूर्ति रखने से क्या होता है?
वास्तु जानकारों के अनुसार घर में शेर की मूर्ति रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. वहीं, परिवार के सदस्यों में लोकतांत्रिक भावना का भी विकास होता है. घर के लोगों में आपसी मेल बना रहता है. शेर की मूर्ति रखने से जहां व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ता है, वहीं इसी के चलते लोगों में सजगता और मजबूती आती है.
सुबह सुबह कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?
सुबह उठकर भगवान का नाम लेना चाहिए यह हम सभी जानते हैं। लेकिन एक रामचरित मानस के अंश सुंदरकांड में स्वयं भगवान हनुमान का एक कथन है, जिसमें वह कहते हैं कि सुबह उठते ही उनका नाम नहीं लेना चाहिए। तुलसीदासजी हनुमानजी के कथन में लिखते हैं – ‘प्रात: लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा।।
सुबह सुबह किसका चेहरा देखना चाहिए?
कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आईने में अपना नहीं तो किसका चेहरा देखना चाहिए। इस सवाल का जवाब है कि व्यक्ति को सुबह उठकर अपने ईष्ट देव का चेहरा देखना चाहिए क्योंकि सुबह सोकर उठने के वक्त हर व्यक्ति के चेहरे पर अलग-अलग भाव होते हैं। ऐसे में जब किसी का चेहरा देखकर हमारे अंदर भी उसकी नकारात्मकता आ सकती है।
बेडरूम में कौन से भगवान की तस्वीर लगानी चाहिए?
बेडरूम में मोर-मोरनी की तस्वीर जरूर लगानी चाहिए, इससे न सिर्फ पति-पत्नी के संबंध लंबे समय तक मधुर रहते हैं, बल्कि दोनों के बीच रोमांस भी बढ़ता है। साथ ही इसे समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। मोर को प्रेम का भी प्रतीक माना जाता है।
मरे हुए लोगों की तस्वीर कौन सी दिशा में लगानी चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितरों की तस्वीरों को हमेशा उत्तर की दिवारों पर लगाएं ताकि उनकी दृष्टि दक्षिण की ओर रहे। दक्षिण दिशा को यम और पितरों की दिशा माना गया है, इससे अकाल मृत्यु और संकट से बचाव होता है।
स्त्री को सबसे ज्यादा मजा कब आता है?
महिलाओं को कब पसंद है सेक्स करना
लेकिन महिलाओं का मानना था कि सुबह के समय उन्हें सेक्स करने में ज्यादा आनंद आता है। जब वह सुबह के समय यौन संबंध बनाती हैं तो उन्हें जल्दी ही संतुष्टि प्राप्त हो पाती है। यही कारण है कि ज्यादातर महिलाएं सुबह के समय सेक्स करना ज्यादा पसंद करती हैं।
स्त्री को जोश कब आता है?
ओव्यलैशन के समय- ओव्यलैशन जैविक रुप से सेक्स का सर्वोत्तम समय है क्योंकि इस वक़्त महिलाओं के हार्मोन्स काफी सक्रिय होते हैं। एस्ट्रोजन का स्तर अक्सर उच्च होता है और कभी-कभार ही कम होता है। साथ ही इस समय प्रोजेस्ट्रॉन का स्तर भी काफी ऊंचा होता है जिससे महिलाओं को सेक्स की डिज़ायर बहुत अधिक होती है।
सुबह उठकर पति के पैर छूने से क्या होता है?
ऐसा कहा जाता है कि पुरुष शरीर की सभी नसें पैरों पर समाप्त होती हैं और महिला शरीर की सभी नसें हाथों में शुरू होती हैं इसलिए जब महिला अपने पति के पैर दबाती है तो यह उसके पति को उसके सभी तनावों से मुक्त कर देती है।
बिस्तर में पति को खुश कैसे करें?
बोल्ड बनें: बोल्ड बन जाना, अपने पति को खुश करने का एक और दूसरा तरीका होता है। बोल्ड बनने के लिए, जब आप किसी चीज को चाहें, तो उसके बारे में आपके पति को बताना शामिल होता है। आप जो करना चाहती हैं, उसे बताते हुए रात की कमान अपने हाथ में लें और अपने पति को बेडरूम में खींचकर ले जाएँ।
सोते समय कौन सा भगवान का नाम लेना चाहिए?
-ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। -राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें.
महिलाओं को सुबह कितने बजे उठना चाहिए?
सुबह इस बीच जागने की कोशिश करें
इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में जागना हो सकता है उनके लिए मुमकिन न हो। डॉ. भवसार कहती हैं कि ऐसे में सुबह 6:30 बजे से 7 बजे के बीच जागने की कोशिश करनी चाहिए।
सुबह खाली पेट क्या पीना चाहिए?
- गर्म पानी में शहद- कई डायटीशियन सुबह–सुबह गर्म पानी में शहद मिलाकर पीने की सलाह देते है। …
- पपीता और तरबूज- पपीता खाली पेट खाने के लिए एक सुपरफूड है। …
- नट्स और भीगे बादाम- नाश्ते में मुट्ठी भर नट्स खाना बहुत जरूरी है। …
- दलिया- अगर आप कम कैलोरी और ज्यादा पोषण चाहते हैं तो दलिया एक बेहतरीन नाश्ता है।
सुबह उठकर हथेली देखने से क्या होता है?
शास्त्रों के अनुसार, हथेली को देवताओं का निवास माना गया है. जहां हथेली आगे के हिस्से में मांं लक्ष्मी, बीच में सरस्वती और सबसे नीचे गोविंद का वास होता है, इसलिए सुबह उठने के बाद हथेलियों को देखना शुभ होता है. ऐसा करने से देवताओं का आशीर्वाद मिलता है, जिससे धन, स्वास्थ्य और व्यापार से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं.
लेट उठने से क्या होता है?
सुबह देर से उठने से बॉडी में आलस भरा रहता है जिससे काम करने में मन नहीं लगता। दिन तक सोने से सिर भारी रहता है और आंखों में दर्द और आंखों की कई समस्याएं लगातार बनी रहती है। रात भर जगने से दिमाग पर भी असर पड़ता है। देर रात तक जागने से भ्रम की समस्या पैदा हो जाती है।
रोज कितनी देर लेटना चाहिए?
आपकी नींद भी है जरूरी
आपके लिए कम से कम 7 घंटे की नींद जरूरी है. अगर आप सात घंटे से कम सोते हैं तो आप कई तरह की बीमारियों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का शिकार हो सकते हैं.
दोपहर में क्यों नहीं सोना चाहिए?
लेकिन दोपहर की नींद सेहत के लिए ठीक नहीं होती। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सर्दियों में दिन में सोने से आपको पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे- कब्ज, गैस, अपच आदि हो सकती हैं। इसके अलावा मोटापे और डायबिटीज का भी खतरा होता है। आयुर्वेद में भी दिन में न सोने की हिदायत दी गई है, खासकर ठंड में।