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तिरंगे के अपमान पर कौन सी धारा लगती है?

ऐसे लोगों के खिलाफ भारतीय ध्वज आचार संहिता 2002 व राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा-2 के तहत कार्रवाई की जाएगी जिसमें ३ वर्ष की सजा व जुर्माने का प्रावधान है या फिर दोनों ही हो सकते हैं।

राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कब होता है?

साल 2002 से पहले राष्ट्रीय ध्वज को आम लोग सिर्फ स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर ही फहरा सकते थे लेकिन साल 2002 में इंडियन फ्लैग कोड में बदलाव किया गया जिसके तहत कोई भी नागरिक किसी भी दिन झंडे को फहरा सकता है। झंडा अगर फट जाए या फिर मैला हो जाए तो उसे एकांत में मर्यादित तरीके से नष्ट करना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज के अपमान करने पर क्या प्रावधान है?

राष्ट्रध्वज का अपमान करने वालों पर कार्रवाई :

(तीन साल की कारावास, जुर्माना अथवा दोनों)। किसी व्यक्ति या किसी वस्तु के अभिवादन में राष्ट्रीय ध्वज को झुकाना। (तीन साल की कारावास, जुर्माना अथवा दोनों)। भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज को झुका हुआ फहराना।

तिरंगे का क्या नियम है?

इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी। इसे १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व २२ जुलाई, १९४७ को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था।

तिरंगा के रचयिता कौन है?

ध्वजारोहण के नियम कानून

झंडे की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 ही होना चाहिए। ध्वजारोहण करते समय झंडे को आधा झुकाकर नहीं फहराना चाहिए। बिना आदेश तिरंगे को आधा नहीं फहराया जा सकता। किसी को सलामी देने के लिए तिरंगे को झुकाया नहीं जा सकता।

भारत का सबसे पहला झंडा कौन सा था?

1906 में था भारत का गैर आधिकारिक ध्‍वज पहला राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्‍त 1906 को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क) कलकत्ता (अब कोलकाता) में फहराया गया था, जिसे अब कोलकाता कहते हैं. इस झंडे को लाल, पीले और हरे रंग की क्षैतिज पट्टियों से बनाया गया था.

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भारत में कितने रंग होते हैं?

भारत का राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों का होता है, जिसे तिरंगा भी कहा जाता है। इसमें तीन रंग यानी सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद और सबसे नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी मौजूद होती है। इसमें केसरिया रंग ‘त्याग और बलिदान’, सफेद रंग ‘शांति, एकता और सच्चाई’ वहीं हरा रंग ‘विश्वास और उर्वरता’ का प्रतीक है।

झंडा कितने बजे उतारा जाता है?

सरकारी भवन पर ध्वज रविवार और अन्य छुट्‍टियों के दिनों में भी सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाता है, विशेष अवसरों पर इसे रात को भी फहराया जा सकता है। ध्वज को सदा स्फूर्ति से फहराया जाए और धीरे-धीरे आदर के साथ उतारा जाए।

घर की छत पर कौन सा झंडा लगाना चाहिए?

अनिरुद्ध जोशी
  • ध्वज का रंग : घर की छत पर तीन रंग में से किसी एक रंग का ध्वज लगते। …
  • किस दिशा में लगाते हैं ध्वज : घर के ऊपर वायव्य कोण में ध्वज लगाते हैं। …
  • कैसा होना चाहिए ध्वज : स्वास्तिक या ॐ लगा हुआ केसरिया ध्वज होना चाहिए। …
  • क्या होगा इससे : इससे यश, कीर्ति और विजय मिलती है।

तिरंगे को कैसे उतारे?

  1. राष्ट्रीय ध्वज को तेजी से फहराया जाता, लेकिन धीरे-धीरे आदर के साथ उतारा जाता है.
  2. तिरंगा फहराते और उतारते समय बिगुल बजाया जाता है.
  3. ध्वज को बिगुल की आवाज के साथ ही फहराया और उतारा जाता है.
  4. तिरंगे को जमीन पर नहीं रखा जाता है.
  5. तिरंगे को उतार कर संभालकर रखा जाता है.

सबसे ऊंचा झंडा कौन है?

कर्नाटक में है देश का सबसे ऊंचा तिरंगा

कर्नाटक के बेलगाम में देश का सबसे ऊंचा झंडा फहरा रहा है। झंडे की ऊंचाई 110 मीटर (360.8 फीट) है। इससे पहले पंजाब के अटारी पर भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर लगा तिरंगा सबसे ऊंचा था। बेलगाम का तिरंगा इस तिरंगे से एक फीट ऊंचा है।

रंगों का राजा कौन है?

ब्लू (जैसा कि “रॉयल ब्लू”) विशिष्टता की सूची में उच्च है।

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झंडा उतारने का समय क्या है?

सरकारी भवन पर झंडा रविवार और अन्य छुट्‍टियों के दिनों में भी सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाता है, विशेष अवसरों पर इसे रात को भी फहराया जा सकता है। पंद्रह अगस्त पर तिरंगे को सूर्योदय के पश्चात फहराया जाता है एवं सूर्यास्त से पूर्व इसे उतारना अनिवार्य है।

रात में झंडे क्यों नीचे आते हैं?

यूएस फ्लैग कोड के अनुसार, सभी अमेरिकी झंडे हर दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक प्रदर्शित किए जाने चाहिए। रात में ध्वज को नीचे करना ओल्ड ग्लोरी के सम्मान का एक अंतिम संकेत है । लेकिन कई नियमों की तरह इसका भी एक अपवाद है। आप अपने झंडे को 24 घंटे फहरा सकते हैं यदि अंधेरे के सभी घंटों में इसे ठीक से रोशन किया जाए।

हम झंडा जमीन को छूने क्यों नहीं देते?

ध्वज संहिता में कहा गया है कि ध्वज को जमीन सहित उसके नीचे किसी भी चीज को नहीं छूना चाहिए। यह इंगित करने के लिए कहा गया है कि ध्वज के प्रबंधन में सावधानी बरती जानी चाहिए, ताकि इसे गंदे या क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सके । ऐसा होने पर आपको ध्वज को नष्ट करने की आवश्यकता नहीं है।

तिरंगे को कब उतारे?

सरकारी भवन पर झंडा रविवार और अन्य छुट्‍टियों के दिनों में भी सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाता है, विशेष अवसरों पर इसे रात को भी फहराया जा सकता है। पंद्रह अगस्त पर तिरंगे को सूर्योदय के पश्चात फहराया जाता है एवं सूर्यास्त से पूर्व इसे उतारना अनिवार्य है।

झंडे का महत्व क्या है?

1) भारत का राष्ट्रीय ध्वज देश की स्वतंत्रता को दर्शाता है। 2) राष्ट्रीय ध्वज देश के गौरव का प्रतीक होता है। 3) राष्ट्र का झंडा उस देश की अखंडता को प्रदर्शित करता है। 4) राष्ट्रीय ध्वज लोगों में देशभक्ति की भावना को प्रेरित करता है।

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तिरंगे का अपमान कब होता है?

भारतीय ध्वज संहिता (Flag Code Of India) के अनुसार, फटा या डैमेज तिरंगा एकांत में दफनाया या जलाया जाना चाहिए। यह बेहद सावधानी से होना चाहिए क्‍योंकि राष्‍ट्रध्‍वज का अपमान नहीं होने देना है। सभी लोग ऐसा नहीं कर सकते इसलिए कई सिविक अथॉरिटीज ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपमान करने के बजाय तिरंगा उन्‍हें दे दें।

पृथ्वी का राजा कौन है?

पृथु राजा वेन के पुत्र थे। भूमण्डल पर सर्वप्रथम सर्वांगीण रूप से राजशासन स्थापित करने के कारण उन्हें पृथ्वी का प्रथम राजा माना गया है।

रानी के रंग क्या हैं?

रानी का रंग एक डबल मुड़ा हुआ रेशम सफेद पताका है जिस पर एक मुकुट और रॉयल साइफर की कढ़ाई की गई है । इसकी माप ठीक 44 इंच x 36 इंच है और इसमें एक सोने और नीले रेशम की रस्सी और सोने के लटकन हैं। आकार और डिज़ाइन रॉयल नेवी को प्रस्तुत रानी के सभी रंगों के लिए मानक है।

झंडे को ऊंचा रखने से क्या है?

(ख) झंडे को ऊँचा रखने से क्या तात्पर्य है? उत्तर- झंडा ऊँचा रखने का तात्पर्य है कि हमारे देश का मान सम्मान और गौरव ऊँचा रहे।

हमारे झंडे का दूसरा नाम क्या है?

भारत के राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी।

तिरंगा को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?

Usage : The Indian flag is called the tricolour because it has stripes of three colours – saffron, white and green.

झंडा लेकर चलने वाला व्यक्ति को क्या कहते है?

प्रधानाध्यापक/झंडे को फहराने वाला गणमान्य व्यक्ति और मुख्य छात्र; झंडे से तीन कदम पीछे खड़े होंगे. भारत का राष्ट्रीय झंडा यहाँ के हर निवासी के गौरव और सम्मान का प्रतीक है.