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टूटा हुआ इंद्रधनुष किसकी रचना है?

मंजुल भगत– (1) गुलमोहर के गुच्छे (1974), (2) टूटा हुआ इन्द्रधनुष (1976), (3) क्या छूट गया (1976), (4) आत्महत्या के पहले (1979), (5) कितना छोटा सफ़र (1979), (6) बावन पत्ते एक जोकर (1982), (7) लेडिज क्लब (1976), (8) सफेद कौआ (1986), (9) दूत (1992), (10) बूँद (1998), (11) अन्तिम बयान (2001)।

टूटा हुआ इंद्रधनुष किसका उपन्यास है?

टूटा हुआ इंद्रधनुष(1976ई.) व तिरछी बौछार(1984ई.) उपन्यास मंजुल भगत द्वारा रचित है।

इंद्रधनुष के ऊपर किसने रचना की?

यह चोट नहीं कर सकता। 75 से अधिक वर्षों के बाद, संगीतकार हेरोल्ड अर्लेन और गीतकार यिप हार्बर्ग की फिल्म और गीत सांस्कृतिक टचस्टोन हैं।

केसी मुसाग्रेव्स द्वारा गाया गया इंद्रधनुष किसने लिखा था?

मुस्ग्रेव्स ने शेन मैकअनली और नताली हेम्बी के साथ मिलकर गीत लिखा। इसका विमोचन 61वें वार्षिक ग्रैमी अवार्ड्स में उनके प्रदर्शन के साथ हुआ। "रेनबो" को सॉन्ग ऑफ द ईयर के लिए नामांकित किया गया था और 53वें वार्षिक कंट्री म्यूजिक एसोसिएशन अवार्ड्स में म्यूजिक वीडियो ऑफ द ईयर जीता।

इंद्रधनुष का बनना किसका उदाहरण है?

परावर्तन, पूर्ण आन्तरिक परावर्तन तथा अपवर्तन द्वारा वर्ण विक्षेपण का सबसे अच्छा उदाहरण इन्द्रधनुष है।

आपको इंद्रधनुष कब दिखाई देता है?

वर्षा अथवा बादल में पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़नेवाली सूर्य किरणों का विक्षेपण (डिस्पर्शन) ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। सूर्य की किरणें वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैं। इंद्रधनुष सदा दर्शक की पीठ के पीछे सूर्य होने पर ही दिखाई पड़ता है।

इंद्रधनुष कहां सेट है?

रेनबो नॉटिंघमशायर और डर्बीशायर की सीमाओं पर इंग्लैंड के ईस्ट मिडलैंड्स में रहने वाले किसानों और कारीगरों के वंश ब्रांगवेन परिवार की तीन पीढ़ियों की कहानी कहता है।

इंद्रधनुष का नाम कैसे पड़ा?

इंद्रधनुषइंद्रधनुष शब्द लैटिन भाषा के ‘Arcus Pluvius’ शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ होता है ‘बरसात की चाप’। वैसे तो इस नाम से लगभग सभी लोग परिचित होंगे। और जो इस नाम से परिचित हैं उन्होंने अपने जीवन में एक या कई बार इंद्रधनुष जरूर देखा होगा।

इंद्रधनुष में कौन सा रंग नहीं होता है?

Detailed Solution

सही उत्तर काला है। इंद्रधनुष विक्षेपण(फैलाव) दिखाने वाली एक प्राकृतिक घटना है।

इंद्रधनुष देखने से क्या होता है?

स्‍वप्‍नशास्‍त्र के अनुसार इंद्रधनुष का द‍िखना जीवन में सुख-समृद्धि आने का संकेत होता है। यह सपना व्‍यक्ति की प्रतिष्ठा-प्रसिद्धि में वृद्धि कराता है। इसके अलावा यह नौकरी-व्‍यवसाय में भी सफलता का प्रतीक है। अगर कोई नई नौकरी की तलाश में हैं तो जल्‍दी ही प्रयासों में सफलता म‍िलती है।

क्या रात में इंद्रधनुष निकलता है?

rainbow in hindi – अपने बारिश के बाद कभी एक इंद्रधनुष देखा होगा यानी रेनबो. तो आपके हिसाब से उत्तर क्या होगा ? प्रश्न काफी रोचक है और जवाब भी काफी मजेदार. और जवाब यह है कि रात में भी रेनबो सकते हैं.

इंद्रधनुष रात में क्यों नहीं दिखाई देता?

रेनबो में लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, इंडिगो (नील) और बैंगनी रंग देखने को मिलते हैं। इंद्रधनुष रात में क्यों नहीं दिखाई देते हैं ? Rainbow रात में इसलिए नहीं दिखाई देते क्यूंकि रेनबो के रंग देखने के लिए सबसे आवश्यक सूर्य का प्रकाश और पानी के कण, दोनों ही होने आवश्यक है।

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इंद्रधनुष कब देख सकते हैं?

वर्षा अथवा बादल में पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़नेवाली सूर्य किरणों का विक्षेपण (डिस्पर्शन) ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। सूर्य की किरणें वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैंइंद्रधनुष सदा दर्शक की पीठ के पीछे सूर्य होने पर ही दिखाई पड़ता है।

बारिश के बाद इंद्रधनुष क्यों होता है?

बारिश की बौछार के बाद, बारिश की बूंदों को हवा में निलंबित कर दिया जाता है और जब प्रकाश की एक किरण इस बूंद में प्रवेश करती है, तो बूंद एक प्रिज्म के रूप में कार्य करती है और फैलाव के रूप में अपने घटक रंगों में विभाजित हो जाती है । बारिश की बूंदों से अलग-अलग रंगों की रोशनी निकलती है जैसे ऊपर लाल और नीचे बैंगनी। इस प्रकार, एक इंद्रधनुष बनता है।

सूर्य कुत्ता इंद्रधनुष क्या है?

सनडॉग प्रकाश के रंगीन धब्बे होते हैं जो बर्फ के क्रिस्टल के माध्यम से प्रकाश के अपवर्तन के कारण विकसित होते हैं । बर्फ के क्रिस्टल कहां मौजूद हैं, इस पर निर्भर करते हुए, वे सूर्य से लगभग 22 डिग्री या तो बाएं, दाएं या दोनों पर स्थित हैं।

कभी कभी दो इंद्रधनुष क्यों दिखाई देते हैं?

आपने शायद ध्यान ना दिया हो, लेकिन कभीकभी आसमान में एक नहीं बल्कि दोदो इंद्रधनुष दिखाई पड़ते हैं। दरअसल, एक ही जगह मौजूद बारिश की बूंदों के बार-बार धूप के संपर्क में आने पर ही दो इंद्रधनुष दिखाई देखने को मिलते हैं

इंद्रधनुष कब दिखाई देता है?

वर्षा अथवा बादल में पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़नेवाली सूर्य किरणों का विक्षेपण (डिस्पर्शन) ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। सूर्य की किरणें वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैं। इंद्रधनुष सदा दर्शक की पीठ के पीछे सूर्य होने पर ही दिखाई पड़ता है।

इंद्रधनुष हम कब देते हैं?

वर्षा अथवा बादल में पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़नेवाली सूर्य किरणों का विक्षेपण (डिस्पर्शन) ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। सूर्य की किरणें वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैंइंद्रधनुष सदा दर्शक की पीठ के पीछे सूर्य होने पर ही दिखाई पड़ता है।

इंद्रधनुष जादुई होते हैं?

इंद्रधनुष जादुई होते हैं, क्योंकि वे वास्तव में मौजूद नहीं होते हैं । इंद्रधनुष एक ऑप्टिकल भ्रम है जो इस बात पर निर्भर करता है कि प्रकाश और पानी किस तरह से परिप्रेक्ष्य के साथ परस्पर क्रिया करते हैं ताकि आप रंग के कॉर्नुकोपिया को देख सकें।

इंद्रधनुष कहां मिलता है?

इंद्रधनुष तब देखा जा सकता है जब हवा में पानी की बूंदें हों और कम ऊंचाई वाले कोण पर पर्यवेक्षक के पीछे से सूरज की रोशनी चमक रही हो। इस वजह से, इंद्रधनुष आमतौर पर सुबह के समय पश्चिमी आकाश में और शाम के समय पूर्वी आकाश में देखा जाता है।

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इंद्रधनुष दिन में कब दिखाई देता है?

इंद्रधनुष हमेशा बरसात के समय दिखाई देता है । इसकी एक और शर्त है इंद्रधनुष तभी दिखाई देगा जब सूरज आपके पीछे हो ना कि सामने । जब सूर्य की किरणें पानी पर पड़ती है तो वो प्रकाश हमारी आंखों पर पड़ता है और हमें 7 तरह की रंग एकसाथ दिखाई देते हैं।

कुत्ते को मारने से क्या होता है?

धारा 428 : पशुओं को मारना और जहर देना या उसे अपाहिज करने पर दो साल की कैद या दंड तथा दाेनों दिया जा सकता है। धारा 429 : पशुओं को मार डालने, जहर देना या अपाहिज कर देने पर पांच साल की सजा या दंड या फिर दोनों दिया जा सकता है। पीसीए एक्ट 1960 : इस एक्ट के तहत पशुओं के साथ क्रूरता किए जाने पर तीन माह की सजा का प्रावधान है।

सफेद कुत्ता पालने से क्या होता है?

सफेद रंग के कुत्ते को भी काफी शुभ बताया गया है। कहते हैं कि कुंडली में राहु और केतु का दोष होने से सफेद कुत्ता बचाता है। इस स्थिति में काले और सफेद रंग के कुत्ते को रोटी खिलाने से भी काफी लाभ मिलता है। इसके अलावा भूरे रंग के कुत्ते को पालने के भी कई सारे लाभ बताए गए हैं।

काला रंग पसंद करने वाले लोग कैसे होते हैं?

काला रंग जिन लोग का पसंदीदा कलर काला होता है वे लोग रूढ़िवादी और गुस्से स्वभाव वाले हो सकते हैं. ऐसे लोग दूसरों से दूरी बनाए रखने में भरोसा करते हैं. ये लोग बदलाव को जल्दी स्वीकार नहीं कर पाते.

छाती का रंग काला क्यों होता है?

हम सभी जानते है कि काला रंग गर्मी को जल्दी अवशोषित कर लेता है और उतनी ही तेजी से गर्मी को उत्सर्जित भी कर देता है जबकि बाकि के कलर ऐसा नहीं कर पाते हैं. काले छातों के भीतरी साइड सिल्वर कलर होता है जिसकी वजह से गर्मी छाते के अन्दर प्रवेश नहीं कर पाती है और इस तरह आप काले छाते के प्रयोग से गर्मी से बच जाते हैं.

लोग गोरे और काले क्यों होते हैं?

लोगों का रंग गोरा या काला होना हमारी त्वचा में पाए जाने वाले मेलेनिन नामक वर्णक की मात्रा के आधार पर तय होता है। जिसके शरीर/त्वचा में मेलेनिन की मात्रा अधिक होती है, वह काला दिखता है व जिसकी त्वचा में मेलेनिन की मात्रा कम होती है, वह गोरा दिखता है। शरीर के अलग-अलग भाग में मेलेनिन की मात्रा अलग-अलग हो सकती है।

इंद्रधनुष कैसे निकलता है?

वर्षा अथवा बादल में पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़नेवाली सूर्य किरणों का विक्षेपण (डिस्पर्शन) ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। सूर्य की किरणें वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैं। इंद्रधनुष सदा दर्शक की पीठ के पीछे सूर्य होने पर ही दिखाई पड़ता है।

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असली इंद्रधनुष कैसे बनाते हैं?

इन्द्रधनुष का निर्माण
  • बारिश के दिन वायु में लटकी हुई पानी की बूंदों द्वारा सूर्य के प्रकाश के वर्ण विक्षेपण से प्रकृति में एक भव्य प्रभाव उत्पन्न होता है।
  • द्वितीयक इन्द्रधनुष पानी की बूंद से सूर्य के प्रकाश के दो बार अपवर्तन व दो बाद आंतरिक परावर्तन से बनता है।

इंद्रधनुष कहाँ दिखाई देता है?

आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की इंद्रधनुष सदैव सूर्य के विपरीत दिशा में ही दिखाई देता है। इस बात को आसान भाषा में आप इस तरह से समझ सकते हैं कि एक तरफ से सूर्य की किरण आती है वर्षा के छोटे बूंद से होकर गुजरती है और दूसरी तरफ इंद्रधनुष बनता है।

इंद्रधनुष कौन चलाता है?

वर्षा अथवा बादल में पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़नेवाली सूर्य किरणों का विक्षेपण (डिस्पर्शन) ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। सूर्य की किरणें वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैं।

क्या कुत्ता पालना शुभ होता है?

कुत्ता पलने से शांत रहते हैं ये ग्रह

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि और राहु, केतु ग्रहों को शांत रखने के लिए सबसे अच्छा उपाय घर में कुत्ता पालना बताया गया है. ज्योतिष शास्त्र में ये भी पढ़ने को मिलता है कि यदि आप काले रंग का कुत्ता घर में पालते हैं तो इससे सभी ग्रह शांत रहेंगे.

सुबह सुबह कुत्ते का मुंह देखने से क्या होता है?

अगर सुबह उठते ही आपको घर के बाहर मैथुन करता हुआ कुत्ता दिख जाए तो उस दिन कोई नया काम नहीं करना चाहिए। इस दिन सभी महत्वपूर्ण कार्य को टाल देना ही शुभ रहता है। किसी कार्य के लिए जा रहे हों और सामने से कोई कुत्ता मुंह में पत्थर, लकड़ी का टुकड़ा या हड्डी लेकर आता दिखे तो यह भी शुभ संकेत नहीं माना जाता है।

घर में कौन सा रंग का कुत्ता पालना चाहिए?

सफेद रंग के कुत्ते को भी काफी शुभ बताया गया है। कहते हैं कि कुंडली में राहु और केतु का दोष होने से सफेद कुत्ता बचाता है। इस स्थिति में काले और सफेद रंग के कुत्ते को रोटी खिलाने से भी काफी लाभ मिलता है। इसके अलावा भूरे रंग के कुत्ते को पालने के भी कई सारे लाभ बताए गए हैं।

कुत्ते को दूध पिलाने से कौन सा ग्रह शांत होता है?

यदि आपकी कुंडली में केतु कमजोर है, तो आपको नियमित काले कुत्ते को एक कटोरी दूध पिलाना चाहिए। ऐसा करने से केतु ग्रह शांत होता है। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो भी आपको काले कुत्ते को नियमित दूध पिलाना चाहिए ।