वास्तु के अनुसार, चांदी की गाय और बछड़े की मूर्ति सबसे शुभ मानी जाती है। इस मूर्ति को आप मंदिर में रखकर पूजा कर सकते हैं। आप चाहे तो पीतल या तांबे की गाय और बछड़े की मूर्ति ला सकते हैं। इसे घर के प्रवेश द्वार में लगा सकते हैं।
घर में कौन सी गाय रखनी चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर पर कामधेनु गाय की मूर्ति लगाना शुभ माना जाता है. कामधेनु गाय की मूर्ति स्थापित करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. ऐसा माना जाता है कि इसे रखने से घर के वास्तुदोष दूर होते हैं और परिवार में सौभाग्य और प्रेम बना रहता है.
घर में गाय की मूर्ति रखने से क्या होता है?
वास्तु के अनुसार, घर में कामधेनु गाय की मूर्ति लगाना शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि घर में सही दिशा में कामधेनु गाय की मूर्ति रखने से घर में सुख, समृद्धि और वैभव आता है। साथ ही परिवार के सदस्य हमेशा खुशहाल जीवन जीते हैं।
कौन सी गाय भाग्यशाली होती है?
मनुष्य अगर जीवन में गौ माता को स्थान देने का संकल्प कर ले तो वह संकट से बच सकता है। पुराणों में भी इसका उल्लेख मिलता है कि गाय की पूंछ छूने मात्र से मुक्ति का मार्ग खुल जाता है। जिस घर में गाय को निवास कराया जाता है। उस घर में 33 कोटि देवता प्रसन्न रहते हैं।
क्या भैंस गायों के साथ संभोग कर सकती है?
यदि सुबह-सवेरे घर से निकलते हुए आपको सफेद रंग की गाय दिखाई दे जाए तो यह अत्यंत ही शुभ संकेत माना जाता है।
गाय को गुड़ खिलाने से क्या लाभ होता है?
शुरुआत में यह पाया गया था कि घरेलू गाय के साथ एक नर बाइसन को पार करने से कुछ संतान पैदा होती है, लेकिन एक घरेलू बैल को एक बाइसन गाय के साथ पार करने से स्पष्ट रूप से समस्या हल हो जाती है। मादा संतान उपजाऊ साबित हुई, लेकिन पुरुषों के लिए शायद ही कभी ऐसा हुआ हो।
गाय पर हाथ फेरने से क्या होता है?
– जो व्यक्ति गाय को प्रतिदिन गुड़ के साथ रोटी खिलाता है उसे आलौकिक शक्ति की सहायता प्राप्त होती है और उसके हर बिगड़े काम संवर जाते हैं. – मान्यता के अनुसार प्रतिदिन गुड़ के साथ गाय को रोटी खिलाने से बिना किसी रुकावट के लंबे समय से अटके काम भी पूरे हो जाते हैं.
गाय के हाथ चाटने से क्या होता है?
रोजाना सुबह गौ माता की पीठ पर हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है। – तन मन धन से जो मनुष्य गौ सेवा करता है वो वैतरणी गौ माता की पूंछ पकड कर पार करता है। उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती और उन्हें गौ लोकधाम में वास मिलता है।
कौन सी गाय शुभ मानी जाती है?
जिस व्यक्ति का भाग्य साथ नहीं देता हो, वह अपने हाथ में गुड़ रखकर गाय को खिलाए। गाय की जीभ से हथेली चाटने पर भाग्य जाग जाता है। गाय की पूजा करने से नौ ग्रह शांत रहते हैं। गौ माता के पंचगव्य के बिना पूजा पाठ हवन सफल नहीं होते।
गाय क्यों लात मारती है?
प्रात: उठकर काली गाय के भक्तिपूर्वक परिक्रमा करने से पृथ्वी के समान फल माना जाता है। गाय के शरीर में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास माना जाता है, उसकी पूजा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
गाय की पूंछ लगने से क्या होता है?
गाय या भैंस के लात मारने की वजह
गाय को अगर किसी तरह का रोग हो जाए या उसके थनों में दर्द हो तो भी वह लात मारने लगती है। ऐसा कई बार देखने को मिलता है कि पशु किसी विशेष व्यक्ति से चिड़ता है। जिसकी वजह से वह उसे दूध दुहने नहीं देता और बार – बार लात मारने लगता है। गर्भधारण करने के दौरान पशु के शरीर में कई बदलाव आते हैं।
गायों की उम्र क्या है?
गाय का जीवनकाल लगभग 25 वर्षों का होता हैं.
गाय को छूने से क्या होता है?
मनुष्य अगर जीवन में गौ माता को स्थान देने का संकल्प कर ले तो वह संकट से बच सकता है। पुराणों में भी इसका उल्लेख मिलता है कि गाय की पूंछ छूने मात्र से मुक्ति का मार्ग खुल जाता है। जिस घर में गाय को निवास कराया जाता है। उस घर में 33 कोटि देवता प्रसन्न रहते हैं।
गाय के ऊपर हाथ फेरने से क्या होता है?
रोजाना सुबह गौ माता की पीठ पर हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है। – तन मन धन से जो मनुष्य गौ सेवा करता है वो वैतरणी गौ माता की पूंछ पकड कर पार करता है। उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती और उन्हें गौ लोकधाम में वास मिलता है।
गाय की पूंछ मारने से क्या होता है?
मनुष्य अगर जीवन में गौ माता को स्थान देने का संकल्प कर ले तो वह संकट से बच सकता है। पुराणों में भी इसका उल्लेख मिलता है कि गाय की पूंछ छूने मात्र से मुक्ति का मार्ग खुल जाता है। जिस घर में गाय को निवास कराया जाता है।
गाय को रोटी देते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?
गौ माता को रोटी खिलाते समय निम्न मंत्र का जाप करें-
त्वं माता सर्वदेवानां त्वं च यज्ञस्य कारणम्।
घर में गाय घुसने से क्या होता है?
गाय का दरवाजे पर आकर खड़ा होना होता है शुभ : गाय का दरवाजे पर आकर रंभाना यानि बोलना शुभ संकेत माना जाता है। शास्त्रों में वर्णित कथा के अनुसार यह दर्शाता है कि भगवान साक्षात आपकी सभी गलतियों को क्षमा करने के लिए द्वार पर खड़े हैं। इस दौरान गाय को रोटी खिलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
गाय हिंदुओं के लिए पवित्र क्यों है?
गाय, हिंदू धर्म में एक पूजनीय जानवर है
यह धरती माता का प्रतिनिधित्व करता है, क्योंकि यह अच्छाई का स्रोत है और इसका दूध सभी प्राणियों का पोषण करता है । कृष्ण, एक केंद्रीय हिंदू देवता, को अक्सर एक चरवाहे के रूप में अपने जीवन का वर्णन करने वाली कहानियों में चित्रित किया जाता है और उन्हें गायों की रक्षा करने वाले बच्चे के रूप में संदर्भित किया जाता है।
सबसे अच्छा दूध किसका होता है?
गाय का दूध बच्चों और बुजुर्गों के लिए अधिक हेल्दी हो सकता है. गाय के दूध की तुलना में भैंस के दूध में 10 से 11 फीसदी अधिक प्रोटीन होता है. ऐसे नें अगर आपके शरीर में प्रोटीन की कमी है तो भैंस का दूध आपके लिए बेहतर विकल्प है.
गाय को रोज गुड़ खिलाने से क्या होता है?
– मान्यता है कि जिस व्यक्ति को संतान सुख की इच्छा होती है वह रोज सुबह गाय को गुड़ खिलाएं. यह उपाय करने से उसके घर में बुद्धिमान संतान का जन्म होता है. – नियमित रूप से गाय को गुड़ और रोटी खिलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है यह पुण्य चार धाम की यात्रा के बराबर मान्य होता है.
जानवरों को क्यों नहीं मारना चाहिए?
संस, पलवल : पशु-पक्षी कष्ट निवारण समिति के संयोजक स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि यजुर्वेद में कहा गया है कि पशु-पक्षियों को नहीं मारना चाहिए, उनकी रक्षा करनी चाहिए। पशु पशु हमारे मित्र हैं, हितकारक हैं। इस धरती पर सभी को जीने का समान अधिकार है।
जानवरों की पूछ क्यों होती है?
जानकर हैरानी होगी की तमाम पुंछ वाले जीवों मे पुंछ उनके शारीरिक संतुलन को बनाए रखने मे एक महत्वपुर्ण भूमिका निभाती है। इसका एक उदाहरण हम चीते और कंगारू को देखते है , चीता तेज भागने वाला प्राणी है इसकी गति बहुत ज्यादा होती है ऐसे मे तेज रफ्तार के समय जब भी इसे दिशा बदलनी होती है तब इसकी पुंछ इसकी सहायता करती है।
गाय अपने बछड़े की देखभाल कैसे करती है?
- बछड़े या बछड़ी को पूरी तरह दूध पर पालना।
- मक्खन निकाला हुआ दूध देना।
- दूध की बजाए अन्य द्रव पदार्थ जैसे ताजा छाछ, दही का मीठा पानी, दलिया इत्यादि देना।
- दूध के विकल्प देना।
- काफ स्टार्टर देना।
- पोषक गाय का दूध पिलाना।
- पूरी तरह दूध पर पालना।
अच्छे दिन आने के क्या संकेत होते हैं?
- सफेद गाय …
- मधुर ध्वनियों का सुनाई पड़ना …
- नव वर-वधू का दिखाई देना …
- श्रीफल …
- पक्षी का आपके ऊपर बीट करना …
- ट्रैवल के दौरान सांप, कुत्ते या बंदर का दिखना …
- बारिश के दौरान सूरज का दिखाई देना …
- हरियाली
क्या मुसलमान गाय खाते हैं?
फ़िरक़ापरस्त ताक़ते ये अफ़वाह उड़ाते रहती हैं कि इस्लाम में गौमांस खाने की इजाज़त है लेकिन सच्चाई इससे एकदम विपरीत है। इस्लाम कभी भी गौ-हत्या की इजाजत नहीं देता।
गाय दूध निकालते समय लात क्यों मारती है?
गर्भधारण करने के दौरान पशु के शरीर में कई बदलाव आते हैं। जिसकी वजह से पशु दूध दुहते समय लात मारने लगता है। अगर पशु को सही तरह से चारा न दिया जा रहा हो और वह शारीरिक रूप से कमजोर हो जाए तो भी वह दूध दुहते समय लात मार सकता है। अगर गाय या भैंस की तबीयत खराब हो या वह किसी पीड़ा में हों तो भी वह बार – बार लात मार सकते हैं।
गाय का मुख्य भोजन क्या है?
दाना (मक्का, जौ, गेंहू, बाजरा) इसकी मात्रा लगभग 35 प्रतिशत होनी चाहिए। चाहें बताए गए दाने मिलाकर 35 प्रतिशत हो या अकेला कोई एक ही प्रकार का दाना हो तो भी खुराक का 35 प्रतिशत दे। खली(सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल) की मात्रा लगभग 32 किलो होनी चाहिए। इनमें से कोई एक खली को दाने में मिला सकते है।
1 गाय 1 दिन में कितना भूसा खाती है?
एक स्वस्थ गाय का वजन 400-450 किलो होता है जो दिन में करीब 8-10 किलो चारा खाती है।