Skip to content
Home » घर में काली जी का फोटो रखने से क्या होता है?

घर में काली जी का फोटो रखने से क्या होता है?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में कभी भी मां काली की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि मां काली दुर्गा माता का विध्वंसक रूप है जो हमेशा क्रोध रूप में होती है। मां काली की पूजा तंत्र साधना में अधिक की जाती है। इसलिए इस तरह की तस्वीर पूजा घर में नहीं रखनी चाहिए।

काली जी का दिन कौन सा होता है?

मां काली की उपासना का सबसे उपयुक्त समय मध्य रात्रि का होता है. – शुक्रवार के दिन पवित्र होकर हल्के लाल या गुलाबी वस्त्र पहनकर माता के मंदिर में जाकर गुग्गल की धूप जलाने के बाद गुलाब के फूल चढ़ाएं और माता की मूर्ति के समक्ष बैठकर अपनी समस्याओं के खत्म करने की प्रार्थना करें.

मां काली को क्या पसंद है?

काली को गुड बहुत प्रिय हैं, इसलिए माता को गुड़ का भोग जरूर लगायें । माँ काली को गुड़हल का फूल बहुत पसंद है। मान्यता है की इनको 108 लाल गुड़हल के फूल अर्पित करने से मनोकामना पूर्ण होती है।

काली कौन सा भगवान है?

काली, कालिका या महाकाली हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। वे मृत्यु, काल और परिवर्तन की देवी हैं। यह सुन्दरी रूप वाली आदिशक्ति दुर्गा माता का काला, विकराल और भयप्रद रूप है, जिसकी उत्पत्ति असुरों के संहार के लिये हुई थी। उनको विशेषतः बंगाल, ओडिशा और असम में पूजा जाता है।

काली माता किसकी बेटी है?

मां भगवती का वह अंश भगवान शिव के शरीर में प्रवेश कर उनके कंठ में स्थित विष से अपना आकार धारण करने लगा. विष के प्रभाव से वह काले वर्ण में परिवर्तित हुआ. भगवान शिव ने उस अंश को अपने भीतर महसूस कर अपना तीसरा नेत्र खोला. उनके नेत्र द्वारा भयंकर-विकराल रूपी काले वर्ण वाली मां काली उत्तपन हुई.

शायद तुम पसंद करोगे  भारत में कृषि क्या है?

घर में काली जी का फोटो रखने से क्या होता है?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में कभी भी मां काली की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि मां काली दुर्गा माता का विध्वंसक रूप है जो हमेशा क्रोध रूप में होती है। मां काली की पूजा तंत्र साधना में अधिक की जाती है। इसलिए इस तरह की तस्वीर पूजा घर में नहीं रखनी चाहिए।

काली मां खून क्यों पीती है?

क्योकि रक्तबीज का अंत करने के लिए माँ काली को उसका और उसके खून से उत्पन्न दैत्यों का खून पीना पड़ा था इसलिए तभी से माता काली राक्षसो को मारकर उनका खून पीने लगी।

काली माता किसकी पत्नी थी?

मां महाकाली : भगवान शिव की चौथी पत्नी मां काली को माना जाता है। काली ने भयानक दानवों का संहार किया था।

काली माता किसकी सवारी करती है?

स्याह रात्रि के समान माता का स्वरूप काला है। कालारात्रि माता गले में विद्युत की माला धारण करती हैं। इनके बाल खुले हुए हैं और गर्दभ की सवारी करती हैं।

काली माता क्या पहनती है?

कालरात्रि माता गले में विद्युत की माला धारण करती हैं। इनके बाल खुले हुए हैं और गर्दभ की सवारी करती हैं, जबकि काली नरमुंड की माला पहनती हैं और हाथ में खप्पर और तलवार लेकर चलती हैं। काली माता के हाथ में कटा हुआ सिर है जिससे रक्त टपकता रहता है। भयंकर रूप होते हुए भी माता भक्तों के लिए कल्याणकारी हैं।

काली से क्या होता है?

आपको बता दें कि काली माता को पापियों का संहार करने वाली माता के रूप में जाना जाता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार काली माता का पूजन करने से भक्तों के जीवन में सभी प्रकार के दुखों का अंत होता है। आपको बता दें कि माता काली की पूजा से कुंडली में विराजमान राहु और केतु भी शांत हो जाते हैं।

शायद तुम पसंद करोगे  आपकी प्रोफाइल चोरी चोरी कौन देखता है?

मां काली को नींबू क्यों चढ़ाते हैं?

यह 108 नींबू की माला बनाकर मां काली को चढ़ाएं और उनके आगे प्रार्थना भी करें। शीघ्र आप पाएंगे कि आपके सभी शत्रु व गुप्त शत्रु आप से दूर होते जा रहे हैं। नींबू को बलि देने के तौर पर उपयोग किया जाता है। मां काली को नींबू की माला चढ़ाने से वह बहुच प्रसन्न होती हैं।

माँ काली से बात कैसे करे?

मां काली को बुलाने से पहले अर्थात मां काली का आवाहन करने से पहले भक्तों को पूर्ण निष्ठा भक्ति भाव से मां काली की पूजा अर्चना करनी चाहिए। क्रीं हूं हूं ह्रीं हूं हूं क्रीं स्वाहा। क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं स्वाहा। ॐ श्री महाकालिकायै नमः।।

काली मां को नींबू क्यों चढ़ाया जाता है?

यह 108 नींबू की माला बनाकर मां काली को चढ़ाएं और उनके आगे प्रार्थना भी करें। शीघ्र आप पाएंगे कि आपके सभी शत्रु व गुप्त शत्रु आप से दूर होते जा रहे हैं। नींबू को बलि देने के तौर पर उपयोग किया जाता है। मां काली को नींबू की माला चढ़ाने से वह बहुच प्रसन्न होती हैं।

मां काली की फोटो घर में क्यों नहीं रखनी चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में कभी भी मां काली की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि मां काली दुर्गा माता का विध्वंसक रूप है जो हमेशा क्रोध रूप में होती है। मां काली की पूजा तंत्र साधना में अधिक की जाती है। इसलिए इस तरह की तस्वीर पूजा घर में नहीं रखनी चाहिए