छोड़कर सामग्री पर जाएँ
Home » घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखते हैं?

घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखते हैं?

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए।

घर के मंदिर में माचिस रखने से क्या होता है?

घर में बना मंदिर घर का सबसे पवित्र स्थान होता है यहां पर माचिस रखना घर में नकारात्‍मकता लाता है और अपशगुन का कारण बनता है. घर के मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्ति-तस्‍वीरें रखी जाती हैं, उनकी पूजा की जाती है इसलिए यहां पर हमेशा पवित्र और सकारात्‍मकता लाने वाली चीजें ही रखनी चाहिए.

घर के मंदिर में कौन से रंग का बल्ब लगाएं?

पीले रंग का बल्ब लगा सकते हैं पूजा स्थल में

इस पर आचार्य बताते हैं कि वास्तु के अनुसार घर के मंदिर में पीले रंग का बल्ब लगाना शुभ होता है. पीला रंग शुभता का प्रतीक है. इसलिए अपने पूजा कमरे में सात्विकता भरे वातावरण और शुभ फल के लिए आप पीले रंग की रोशनी वाले बल्ब का इस्तेमाल कर सकते हैं.

पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखते?

आपको अपने पूजा गृह में माचिस नहीं रखनी चाहिए। हिंदू धर्म के कुछ शास्त्र के मुताबिक माचिस नकारात्मक शक्तियों का प्रतीक होता है, जिस वजह से माचिस को पूजा घर में नहीं रखा जाता। अगर आप उसे पूजा घर में रखना चाहते है तो उसे कागज या कपड़े में लपेट कर रखना चाहिए।

सुबह कितने बजे तक पूजा कर लेना चाहिए?

कुछ लोग पूजा सुबह 6:00 बजे से लेकर 8:00 बजे के बीच में करने को सही समय मानते हैं. तो बता दे कि भगवान की पूजा सुबह 8:00 बजे के बाद में भी की जा सकती है. पूजा करने का नियमित समय सुबह 10:00 बजे तक का होता है, इसके बाद भगवान की पूजा करना अशुभ माना जाता है.

भगवान की पूजा कब नहीं करनी चाहिए?

यदि हम ज्योतिष के नियमों की मानें तो दोपहर 12 से 3 बजे का समय देवताओं के आराम का समय माना जाता है और इस समय यदि पूजन किया जाता है तो पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसके साथ ही, इस समय को अभिजीत मुहूर्त कहा जाता है और ये पितरों का समय माना जाता है। इस वजह से इस विशेष समय अवधि में देवताओं की पूजा का विधान नहीं है।

पूजा घर कहाँ नहीं होना चाहिए?

इन 7 जगहों पर नहीं होना चाहिए पूजा घर, आती है एक के बाद एक…
  • सीढ़‍ियों के नीचे वास्‍तुशास्‍त्र कहता है कि घर में कभी भी मंदिर को सीढ़ियों के नीचे नहीं बनवाना चाहिए। …
  • बाथरूम के बगल …
  • बेसमेंट को करें अवॉयड …
  • शयनकक्ष में न बनाएं मंदिर …
  • मूर्ति का भी रखें ख्‍याल …
  • नैऋत्‍य कोण को करें अवॉयड …
  • 3 को नहीं माना है शुभ

घर के पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?

माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल

शायद तुम पसंद करोगे  छींक क्यों नहीं आनी चाहिए?

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए

घर में पूजा कितने बजे करनी चाहिए?

पूजा करने का सबसे अच्छा समय
  1. पहली पूजा -ब्रह्म मुहूर्त में प्रातः 4:30 से 5:00 बजे के बीच
  2. दूसरी पूजा प्रातः 9 बजे तक
  3. मध्याह्न पूजा– दोपहर 12 बजे
  4. संध्या पूजा-शाम को 4:30 बजे से शाम 6:00 बजे के बीच
  5. शयन पूजा -रात 9:00 बजे

मां काली की फोटो घर में क्यों नहीं रखनी चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में कभी भी मां काली की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि मां काली दुर्गा माता का विध्वंसक रूप है जो हमेशा क्रोध रूप में होती है। मां काली की पूजा तंत्र साधना में अधिक की जाती है। इसलिए इस तरह की तस्वीर पूजा घर में नहीं रखनी चाहिए

बिना नहाए पूजा कैसे करें?

जी हाँ बिना नहाए पूजा की जा सकती है और इससे परमेश्वर को कोई फर्क नई पड़ता कि हम नहाए है या नही ओर कोई भी चीज़ हमे बाहर से लग कर इस तरह असुद्ध नही कर सकती कि हम उस स्थिति में परमेश्वर से पूजा या प्राथना न कर सके या परमेश्वर हमारी प्राथना पूजा ग्रहण न करे वो हमारी प्राथना विनती तब भी सुनता है और हमे क़बूल भी करता है जब …

रोज किसकी पूजा करनी चाहिए?

शास्त्रों के अनुसार इन पंचदेवों की पूजा करनी चाहिए—सूर्य, गणेश, दुर्गा, शंकर एवं विष्णु। सबसे पहले सूर्य की पूजा की जाती है। अब समयानुसार यह क्रम थोड़ा परिवर्तित हो गया।

घर के मंदिर में क्या नहीं रखना चाहिए?

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए

मां काली को नींबू क्यों चढ़ाते हैं?

यह 108 नींबू की माला बनाकर मां काली को चढ़ाएं और उनके आगे प्रार्थना भी करें। शीघ्र आप पाएंगे कि आपके सभी शत्रु व गुप्त शत्रु आप से दूर होते जा रहे हैं। नींबू को बलि देने के तौर पर उपयोग किया जाता है। मां काली को नींबू की माला चढ़ाने से वह बहुच प्रसन्न होती हैं।

शायद तुम पसंद करोगे  एक बार में कैसे याद करें?

शाम को घंटी क्यों नहीं बजाना चाहिए?

– हिंदू धर्म शास्त्रों में ऐसा कि बताया गया है कि शाम के वक्त पूजा के दौरान घंटी या शंख नहीं बजाना चाहिए. क्योंकि सूर्य अस्त होने के बाद देवी देवता शयन को चले जाते हैं और घंटी और शंख बजाने से उनके आराम में खलल पड़ता है.

घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?

माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए

कौन से भगवान की मूर्ति घर में नहीं रखना चाहिए?

वास्तु के अनुसार, पूजा घर में कभी भी एक ही देवी-देवता की अधिक मूर्ति नहीं रखनी चाहिए. वास्तु में इसे अशुभ माना गया है. इसके अलावा मंदिर में कभी भी रौद्र रूप वाली मूर्तियां भी नहीं रखनी चाहिए. ऐसी तस्वीर या मूर्ति रखने से अनिष्ट होता है.

मन का देवता कौन है?

वैसे चंद्रदेव और शुक्र को मन की नाजुक अनुभूतियों का देवता माना जाता है।

तुलसी के पास कौन सी पांच चीजें नहीं रखनी चाहिए?

तुलसी के आस-पास कभी भी जूते या चप्पल नहीं रखना चाहिए. तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. माना जाता है कि तुलसी के पास जूते-चप्पल रखने से माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं. तुलसी के गमले में कभी भी शिवलिंग नहीं रखना चाहिए.

क्या झाड़ू को बेड के नीचे रख सकते हैं?

बेड के नीचे न रखें झाड़ू

अगर आप अपने बेड के नीचे झाड़ू रखते हैं तो तुरंत उसे वहां से हटा दें। वास्तु के मुताबिक, बेड के नीचे इस तरह की चीजें रखने से हमारे मन और मस्तिष्क पर गहरा असर होता है। ऐसा करने से घर परिवार के सदस्य बीमार रहने लगते हैं और आर्थिक परेशानी भी बनी रहती है।

काली माता किसकी बेटी है?

मां भगवती का वह अंश भगवान शिव के शरीर में प्रवेश कर उनके कंठ में स्थित विष से अपना आकार धारण करने लगा. विष के प्रभाव से वह काले वर्ण में परिवर्तित हुआ. भगवान शिव ने उस अंश को अपने भीतर महसूस कर अपना तीसरा नेत्र खोला. उनके नेत्र द्वारा भयंकर-विकराल रूपी काले वर्ण वाली मां काली उत्तपन हुई.

शंख टूटने से क्या होता है?

इस विषय पर शास्त्र कहता है कि शंख का टूटना अशुभ नहीं बल्कि शुभ होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शंख (घर पर शंख रखने के नियम) सकारात्मकता का संचार करता है और ऐसे में अगर ये टूट जाए तो इसका अर्थ होता है कि कोई बुरी बला या होने वाली अशुभ घटना टल गई है।

शायद तुम पसंद करोगे  कौन से महीने में लड़के ज्यादा पैदा होते हैं?

पूजा घर में क्या नहीं करना चाहिए?

ऐसी मान्‍यता है कि घर के पूजा स्‍थल में हमें मूर्तियां नहीं स्‍थापित करनी चाहिए। इसे गृहस्‍थ लोगों के लिए अच्‍छा नहीं माना जाता है। आप इसके स्‍थान पर तस्‍वीरों या फिर बहुत छोटी मूर्तियां रख सकते हैं और किसी भी भगवान की एक से अधिक तस्‍वीर या फिर प्रतिमा न रखें।

12 00 बजे के बाद पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए?

यदि हम ज्योतिष के नियमों की मानें तो दोपहर 12 से 3 बजे का समय देवताओं के आराम का समय माना जाता है और इस समय यदि पूजन किया जाता है तो पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसके साथ ही, इस समय को अभिजीत मुहूर्त कहा जाता है और ये पितरों का समय माना जाता है। इस वजह से इस विशेष समय अवधि में देवताओं की पूजा का विधान नहीं है।

बेडरूम में किस भगवान की फोटो लगाई जा सकती है?

वास्तु शास्त्र – विकिपीडिया

विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि राधा कृष्ण की मूर्ति और फोटो को बेडरूम में रखना चाहिए। उनका कहना है कि राधा कृष्ण की पेंटिंग्स, मूर्तियां या तस्वीरें शादीशुदा जोड़े के बीच प्यार का माहौल बनाएंगी। यह घर के अन्य निवासियों के लिए एक शांतिपूर्ण आभा भी बनाएगा।

सबसे सुंदर देवता कौन सा है?

कामदेव को हिंदू शास्त्रों में प्रेम और काम का देवता माना गया है। उनका स्वरूप युवा और आकर्षक है। वे विवाहित हैं और रति उनकी पत्नी हैं।

घर के देवी देवता को कैसे मनाये?

घर में कुलदेवता और कुलदेवी की पूजा करने से शांति का माहौल रहता है. कुलदेवता की पूजा करते समय शुद्ध देसी घी का दीया, धूप, अगरबत्ती, चंदन और कपूर तो जलाना ही चाहिए साथ ही कुलदेवता को रोजाना स्नान भी करवाना चाहिए और प्रसाद स्वरूप भोग भी लगाना चाहिए.

रात में पति और पत्नी को कैसे सोना चाहिए?

वास्तु के अनुसार विवाहित जोड़ों को अपना सिर दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम की ओर रखना चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि सोते समय सिर उत्तर की ओर न रखें।

Bed के नीचे क्या नहीं रखना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, अधिकतर लोगों की आदत होती है कि वह घर में बंद या खराब पड़े इलेक्ट्रॉनिक सामान को पलंग के नीचे रख देते हैं। वास्तु के अनुसार, ऐसा करने से आपको नींद की समस्या हो सकती है। इसलिए कभी भी बेड के नीचे इलेक्ट्रॉनिक सामान नहीं रखना चाहिए