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घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए।

सुबह कितने बजे तक पूजा कर लेना चाहिए?

कुछ लोग पूजा सुबह 6:00 बजे से लेकर 8:00 बजे के बीच में करने को सही समय मानते हैं. तो बता दे कि भगवान की पूजा सुबह 8:00 बजे के बाद में भी की जा सकती है. पूजा करने का नियमित समय सुबह 10:00 बजे तक का होता है, इसके बाद भगवान की पूजा करना अशुभ माना जाता है.

पूजा घर में क्या नहीं करना चाहिए?

वास्तु के अनुसार, पूजा घर में कभी भी एक ही देवी-देवता की अधिक मूर्ति नहीं रखनी चाहिए. वास्तु में इसे अशुभ माना गया है. इसके अलावा मंदिर में कभी भी रौद्र रूप वाली मूर्तियां भी नहीं रखनी चाहिए. ऐसी तस्वीर या मूर्ति रखने से अनिष्ट होता है.

कौन से भगवान की मूर्ति घर में नहीं रखना चाहिए?

घर में कौन कौन सी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए? शनि देव और भैरव जी की मूर्तियों को घर के मंदिर में रखना सख्त वर्जित है। मंदिर में जो भी मूर्ति या चित्र रखे जाते हैं, उनके बीच कुछ दूरी अवश्य होनी चाहिए। यदि किसी एक देवता की एक ही मूर्ति या चित्र हो तो ठीक है।

मंदिर में रखे जल का क्या करना चाहिए?

ज्योतिष में ऐसे नियम बताए गए हैं कि अगर आप पूजा करने के लिए मंदिर जा रहे हैं तो आपको हमेशा अपने घर से लोटे में जल ले जाना चाहिए। कभी भी मंदिर में ही रखे जल से ईश्वर का जलाभिषेक न करें। घर से लोटे में जल लेकर ही मंदिर जाएं ऐसा करने से घर में हमेशा बरकत बनी रहती है।

बिना नहाए पूजा कैसे करें?

जी हाँ बिना नहाए पूजा की जा सकती है और इससे परमेश्वर को कोई फर्क नई पड़ता कि हम नहाए है या नही ओर कोई भी चीज़ हमे बाहर से लग कर इस तरह असुद्ध नही कर सकती कि हम उस स्थिति में परमेश्वर से पूजा या प्राथना न कर सके या परमेश्वर हमारी प्राथना पूजा ग्रहण न करे वो हमारी प्राथना विनती तब भी सुनता है और हमे क़बूल भी करता है जब …

घर के मंदिर में माचिस रखने से क्या होता है?

माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए।

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बेडरूम में किस भगवान की फोटो लगाई जा सकती है?

वास्तु शास्त्र – विकिपीडिया

विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि राधा कृष्ण की मूर्ति और फोटो को बेडरूम में रखना चाहिए। उनका कहना है कि राधा कृष्ण की पेंटिंग्स, मूर्तियां या तस्वीरें शादीशुदा जोड़े के बीच प्यार का माहौल बनाएंगी। यह घर के अन्य निवासियों के लिए एक शांतिपूर्ण आभा भी बनाएगा।

घर के पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?

माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए

घर के दरवाजे पर पानी डालने से क्या होता है?

इससे घर के आस-पास का वातावरण तो साफ होता ही है, वास्तु के इस उपाय से घर में धन-धान्य की भी वृद्धि होती है। ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर होती है और घर में खुशियां आती हैं।

घर में रोज की पूजा कैसे करें?

ये हैं दैनिक पूजा के जरूरी नियम

– दैनिक पूजा का समय निश्चित करें और रोजाना उसकी समय पर पूजा करें. – हमेशा स्‍नान करके, साफ कपड़े पहनकर, साफ जमीन पर आसन बिछाकर उस पर बैठें. कभी भी जमीन पर सीधे बैठकर पूजा नहीं करनी चाहिए. हो सके तो ऊनी आसन पर बैठें.

सिंपल पूजा कैसे करें?

कैसे करें पूजा :

नित्य कर्म से निवृत्त होने के बाद अपने ईष्ट देव या जिसका भी पूजन कर रहे हैं उन देव या भगवान की मूर्ति या चि‍त्र को लाल या पीला कपड़ा बिछाकर लकड़ी के पाट पर रखें। मूर्ति को स्नान कराएं और यदि चित्र है तो उसे अच्छे से साफ करें। 3. पूजन में देवताओं के सामने धूप, दीप अवश्य जलाना चाहिए।

भगवान की पूजा कब नहीं करनी चाहिए?

यदि हम ज्योतिष के नियमों की मानें तो दोपहर 12 से 3 बजे का समय देवताओं के आराम का समय माना जाता है और इस समय यदि पूजन किया जाता है तो पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसके साथ ही, इस समय को अभिजीत मुहूर्त कहा जाता है और ये पितरों का समय माना जाता है। इस वजह से इस विशेष समय अवधि में देवताओं की पूजा का विधान नहीं है।

ज्यादा पूजा पाठ करने से क्या होता है?

इसका सीधा सा उत्तर यह है कि ज्यादा पूजा पाठ करने वाला भक्ति के स्वरूप को नही समझने के कारण पूजा पाठ तो करता है, लेकिन वह अनजाने में सकाम पूजा ही करता है जिसका फल उसे सुख दुख के रूप में ही मिलता है। ज्यादा पूजा पाठ करने वाला बेशक ज्यादा पूजा पाठ या भक्ति करता हुआ नजर आता है लेकिन वह कर्मकांड को ठीक से नही करना जानता है।

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घर में रोज कौन सी आरती करनी चाहिए?

पुराणों में बताया गया है कि आरती सदैव पंचमुखी ज्योति या सप्तमुखी ज्योति से करना ही सर्वोतम है। यानी दीपक में 5 या फिर 7 बाती लगाकर ही भगवान की आरती करनी चाहिए। इसके साथ ही शंख और घंटी का प्रयोग आरती में जरूर होना चाहिए

क्या रात में पूजा करना चाहिए?

सूर्यादि पंचदेवता में सूर्यदेव, भगवान गणेश, देवी दुर्गा, भगवान शिव और भगवान विष्णु हैं। इनकी बजाय आप गणपपत्यादि पंच देवता की पूजा कर सकते हैं। रात के समय इनकी पूजा करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। साथ ही ईश्वर की भी कृपा मिलती है।

मेन गेट पर कौन सा फोटो लगाना चाहिए?

4- मेनगेट पर हमें स्वास्तिक, ऊँ या भगवान गणेश की प्रतिमा लगानी चाहिए। ऐसा करने से शुभता में वृद्धि होती है और घर में सुख –समृद्धि का आगमन होता है।

रात में पति और पत्नी को कैसे सोना चाहिए?

वास्तु के अनुसार कपल्स को उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिशा में सोना चाहिए है। कपल्स को अपने सिर को दक्षिण की ओर तथा अपने पैरों को उत्तर की ओर करके सोना चाहिए

बेडरूम में क्या नहीं होना चाहिए?

भूलकर भी नवविवाहितों को अपने बेडरूम में इन चीजों को नहीं रखना…
  • एक ही गद्दे का करें प्रयोग …
  • इस दिशा में सोएं पति-पत्नी …
  • इस तरह की रोशनी ना करें कमरे में …
  • इस तरह ना हो बेड …
  • हीरे की चीजें ना करें इस्तेमाल …
  • बेडरूम में ना रखें यह चीज …
  • इस तरफ हो आईना …
  • यहां रखें जूते-चप्पल

घर में कौन से देवता की पूजा करनी चाहिए?

कौन से देवी देवता रखने चाहिए

घर के पूजनस्थल में किन देवी-देवताओं को स्थापित करना चाहिए यह भी वास्तु के लिहाज से आवश्यक होता है। वास्तुशास्त्र कहता है कि गुडलक पाने के लिए पूजाघर में विष्णु, लक्ष्मी, राम-सीता, कृष्ण, एवं बालाजी जैसे सात्विक एवं शांत देवी देवता का यंत्र, मूर्ति और तस्वीर रखना शुभ फलदायी होता है।

सुबह उठते ही क्या नहीं देखना चाहिए?

  • मान्यता है कि सुबह उठकर तुरंत अपना चेहरा नहीं देखना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना गया है.
  • सुबह उठकर जंगली जानवरों की तस्वीरें नहीं देखना चाहिए. माना जाता है कि इससे विवाद होने की संभावना बढ़ जाती है.
  • सुबह उठकर स्वयं की परछाई भी नहीं देखनी चाहिए. माना जाता है कि परछाई देखने से अज्ञात भय, तनाव होता है.

सुबह उठते ही मुख्य द्वार पर क्या करना चाहिए?

घर के प्रवेश द्वार पर ओम, श्री गणेश, मां लक्ष्‍मी के चरण चिन्‍ह और शुभ-लाभ के प्रतीक चिह्नों को लगाएं। इससे आपके घर में सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार होगा और नकारात्‍मक ऊर्जा का क्षय होगा। ख्‍याल रखें कि सुबह जब भी मुख्‍य द्वार खोलें तो सर्वप्रथम इन प्रतीक चिन्‍हों को प्रणाम करें, इसके बाद ही द्वार खोलें।

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कैसे पता करें कि भगवान हमारे साथ है या नहीं?

अगर आपको रात में नींद के दौरान बार-बार सपने आते हैं और सपनों में मंदिर, भगवान की मूर्ति या फोटो दिखाई देती हैं तो इसका मतलब है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी चीज को लेने के लिए आगे बढ़ते हैं, लेकिन लेते वक्त आपके मन में उसे लेकर कुछ संशय आ जाता है।

पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए?

पूजा में क्षमा मांगने के लिए बोला जाता है ये मंत्र

आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥ मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन।

रोज किसकी पूजा करनी चाहिए?

शास्त्रों के अनुसार इन पंचदेवों की पूजा करनी चाहिए—सूर्य, गणेश, दुर्गा, शंकर एवं विष्णु। सबसे पहले सूर्य की पूजा की जाती है। अब समयानुसार यह क्रम थोड़ा परिवर्तित हो गया।

घड़ी का मुंह किधर होना चाहिए?

घड़ी लगाने की सही सही दिशा पूर्व दिशा मानी जाती है। वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा में घड़ी लगाना शुभ होता है। इसे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और मां लक्ष्मी का आगमन होता है। इसके अलावा घड़ी को पश्चिम दिशा में भी लगाना अच्छा नहीं माना जाता है।

सुबह सुबह कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?

सुबह उठकर भगवान का नाम लेना चाहिए यह हम सभी जानते हैं। लेकिन एक रामचरित मानस के अंश सुंदरकांड में स्वयं भगवान हनुमान का एक कथन है, जिसमें वह कहते हैं कि सुबह उठते ही उनका नाम नहीं लेना चाहिए। तुलसीदासजी हनुमानजी के कथन में लिखते हैं – ‘प्रात: लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा।।

सुबह सुबह किसका चेहरा देखना चाहिए?

कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आईने में अपना नहीं तो किसका चेहरा देखना चाहिए। इस सवाल का जवाब है कि व्यक्ति को सुबह उठकर अपने ईष्ट देव का चेहरा देखना चाहिए क्योंकि सुबह सोकर उठने के वक्त हर व्यक्ति के चेहरे पर अलग-अलग भाव होते हैं। ऐसे में जब किसी का चेहरा देखकर हमारे अंदर भी उसकी नकारात्मकता आ सकती है।

रात को सोते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै । तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

घर में किसकी पूजा करनी चाहिए?

घर के पूजनस्थल में किन देवी-देवताओं को स्थापित करना चाहिए यह भी वास्तु के लिहाज से आवश्यक होता है। वास्तुशास्त्र कहता है कि गुडलक पाने के लिए पूजाघर में विष्णु, लक्ष्मी, राम-सीता, कृष्ण, एवं बालाजी जैसे सात्विक एवं शांत देवी देवता का यंत्र, मूर्ति और तस्वीर रखना शुभ फलदायी होता है।