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गुरुवार के दिन तुलसी जी में दूध डालने से क्या होता है?

भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार के दिन स्नान के बाद तुलसी की जड़ को कच्चे दूध से सींचना चाहिए. इसका मतलब है कि तुलसी में कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए. इसके बाद शाम के समय तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से तुलसी माता प्रसन्न होती हैं और तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है.

तुलसी जी में दूध चढ़ाने से क्या होता है?

तुलसी के पौधे में यदि आप नियमित रूप से जल में कच्चे दूध की कुछ बूंदें मिलाकर अर्पित करती हैं तो इससे भगवान् विष्णु की कृपा होती है। दरअसल तुलसी को विष्णु प्रिया माना जाता है इसलिए तुलसी में दूध चढ़ाने का मतलब है कि भगवान् विष्णु को दूध अर्पित करना। इस उपाय से घर की सुख समृद्धि बढ़ने के साथ धन लाभ के योग भी बनते हैं।

तुलसी में दीपक कब नहीं चलना चाहिए?

तुलसी पूजा की सावधानियां

रविवार के दिन तुलसी के नीचे दीपक नहीं जलाने चाहिए.

तुलसी को जल देते समय क्या बोलना चाहिए?

तुलसी में जल देते समय विशेष मंत्र का उच्चारण किया जाता है. मान्यता है कि तुलसी में जल देते समय इस मंत्र को बोलने से सुख-समृद्धि बढ़ती है. इसके अलावा इस मंत्र के उच्चारण से रोग-शोक मिट जाते हैं. मंत्र है- 'महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते.

तुलसी को रात में क्यों नहीं छूना चाहिए?

तुलसी के आस-पास कभी भी जूते या चप्पल नहीं रखना चाहिए. तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. माना जाता है कि तुलसी के पास जूते-चप्पल रखने से माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं. तुलसी के गमले में कभी भी शिवलिंग नहीं रखना चाहिए.

क्या रविवार को तुलसी में दीपक जलाना चाहिए?

रात के समय क्यों न करें तुलसी का स्पर्श

शास्त्रों के अनुसार कभी भी रात के समय तुलसी को छूना नहीं चाहिए। ऐसा माना जाता है कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है और यदि इस पौधे का स्पर्श रात में किया जाता है तो घर में धन हानि के योग बनते हैं। मान्यता यह भी है कि तुलसी में कभी भी रात के समय जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए

सूर्य को जल कब नहीं चढ़ाना चाहिए?

तुलसी पूजा की सावधानियां

रविवार के दिन तुलसी के नीचे दीपक नहीं जलाने चाहिए. भगवान विष्णु और इनके अवतारों को तुलसी दल जरूर अर्पित करें. भूलकर भी भगवान गणेश और मां दुर्गा को तुलसी अर्पित न करें. तुलसी के पत्ते कभी बासी नहीं होते हैं.

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तुलसी का पत्ता तकिए के नीचे रखने से क्या होता है?

रात के समय क्यों न करें तुलसी का स्पर्श

शास्त्रों के अनुसार कभी भी रात के समय तुलसी को छूना नहीं चाहिए। ऐसा माना जाता है कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है और यदि इस पौधे का स्पर्श रात में किया जाता है तो घर में धन हानि के योग बनते हैं। मान्यता यह भी है कि तुलसी में कभी भी रात के समय जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए

तुलसी के पास कौन सी पांच चीजें ना रखें?

तुलसी पूजा की सावधानियां

रविवार के दिन तुलसी के नीचे दीपक नहीं जलाने चाहिए. भगवान विष्णु और इनके अवतारों को तुलसी दल जरूर अर्पित करें. भूलकर भी भगवान गणेश और मां दुर्गा को तुलसी अर्पित न करें. तुलसी के पत्ते कभी बासी नहीं होते हैं.

तुलसी के पास कौन सी पांच चीजें नहीं रखनी चाहिए?

तुलसी पूजा की सावधानियां

रविवार के दिन तुलसी के नीचे दीपक नहीं जलाने चाहिए. भगवान विष्णु और इनके अवतारों को तुलसी दल जरूर अर्पित करें. भूलकर भी भगवान गणेश और मां दुर्गा को तुलसी अर्पित न करें. तुलसी के पत्ते कभी बासी नहीं होते हैं.

तुलसी की पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए?

1-तुलसी स्तुति मंत्र :

नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।। तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी। धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।। लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।

सुबह उठकर क्या करना चाहिए जिससे लक्ष्मी आए?

  • अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाएं और सुबह स्नान करके जल जरूर चढ़ाएं। …
  • सुबह से समय स्नान करने के बाद तांबे के लोटे में जल भरकर थोड़ा सा सिंदूर, फूल डालकर उगते हुए सूर्य को अर्पित जरूर करें। …
  • सुबह के समय घर की साफ-सफाई करके मुख्य द्वार में घी का दीपक जलाना चाहिए

धन लक्ष्मी का पौधा कौन सा होता है?

लक्ष्मणा पौधे को कई जगह गूमा नाम से भी जाना जाता है. वहीं, आयुर्वेद में इसे लक्ष्मणा बूटी के नाम से जाना गया है. वास्तु शास्त्र में लक्ष्मणा के पौधे को धन आकर्षित करने वाला पौधा भी कहा गया है. कहते हैं ये पौधा जहां लगा होता है वहां लक्ष्मी जी का वास होता है.

सूर्य भगवान को जल देते समय क्या बोलना चाहिए?

सूर्य को जल देते समय ”ऊं आदित्य नम: मंत्र या ऊं घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए

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सूर्य देव को सुबह कितने बजे जल देना चाहिए?

सूर्य देव को हमेशा तांबे के पात्र से ही जल अर्पित करना चाहिए। एक बात का ध्यान रखें कि सूर्य को जल प्रातः काल यानी सूर्योदय के समय ही चढ़ाएं। सुबह के समय जल अर्पित करना फायदेमंद माना जाता है।

घर में कौन सी तुलसी शुभ होती है?

वास्तु के अनुसार घर के लिए कौन सी तुलसी है शुभ

आमतौर पर घर में दो तरह के तुलसी के पौधे लगाए जाते हैं -रामा और श्यामा तुलसी। वास्तु विशेषज्ञ मधु कोटिया जी के अनुसार, घर पर लगाने के लिए सबसे अच्छी तुलसी रामा को माना जाता है। इसे सभी तुलसी के पौधों में सबसे पवित्र माना जाता है।

घर में कौन सी तुलसी लगाये राम या श्याम?

घर के लिए कौन सी तुलसी लगाना शुभ – रामा या श्यामा तुलसी

वास्तु के अनुसार, रामा और श्यामा दोनों की तुलसी का अपना-अपना महत्व है। आप इन दोनों में से किसी एक को ही घर में रखें। वास्तु के मुताबिक, हरी पत्तियों वाली तुलसी को रामा तुलसी कहा जाता है। इसे श्री तुलसी, भाग्यशाली तुलसी या उज्ज्वल तुलसी भी कहा जाता है।

तुलसी की पूजा कब नहीं करना चाहिए?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रविवार के दिन तुलसी माता भगवान विष्णु जी के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. रविवार के दिन उन्हें जल चढ़ाने से उनका व्रत खंडित हो जाता है इसलिए इस दिन तुलसी को जल नहीं अर्पित करना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार के दिन तुलसी के पौधे में जल चढ़ाने से नकारात्मक शक्तियों का वास होता है.

तुलसी में दीपक कब जलाना चाहिए?

प्रातःकाल तुलसी के पौधे में जल डालकर, इसकी परिक्रमा करनी चाहिए. नियमित रूप से सायंकाल इसके नीचे घी का दीपक जलाना सर्वोत्तम होता है.

पर्स में क्या रखने से लक्ष्मी आती है?

Peepal leaves in purse पर्स में पीपल के पत्ते: पीपल के पत्ते में मां लक्ष्मी का वास होता है। जो व्यक्ति शुक्रवार और शनिवार पीपल के पेड़ की पूजा करता है, जीवन भर उसके पास धन की कोई कमी नहीं होती। वास्तु शास्त्र के अनुसार कहा जाता है की पीपल के पत्तों को पर्स में रखने से मां का आशीर्वाद बना रहता है।

क्या 3 30 बजे उठना अच्छा है?

यदि आप सुबह 3 बजे या किसी अन्य समय पर उठते हैं और ठीक से वापस नहीं सो पाते हैं, तो इसके कई कारण हो सकते हैं। इनमें हल्का नींद चक्र, तनाव या अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियां शामिल हैं। आपका सुबह 3 बजे जागना शायद ही कभी हो और कुछ भी गंभीर न हो, लेकिन नियमित रूप से इस तरह की रातें अनिद्रा का संकेत हो सकती हैं।

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कुबेर का पौधा कौन सा होता है?

इस पौधे का नाम क्रासुला (crassula plant) है। जी हां, क्रासुला के पौधे को कुबेर देवता का प्रिय पौधा माना जाता है।

घर में लक्ष्मी क्यों नहीं आती है?

जिन घरों में लोग महिलाओं का अपमान करते हैं या फिर उनके साथ मार-पीट करते हैं, उनके घर में कभी मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। इसके साथ ही घर के बड़े-बुजुर्गों और गरीबों का अपमान करने पर भी मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।

सूर्य को जल देने वाले लोटे में क्या डालें?

भविष्य पुराण के अनुसार रोज सुबह स्नान के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। इसके लिए तांबे के लोटे में जल भरें, इसमें चावल, फूल डालकर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए।

सूर्य देव को कब जल नहीं चढ़ाना चाहिए?

जब सूर्य की रौशनी तेज हो या चुभने लगे तब जल देने से कोई लाभ नहीं होता है. सूर्य को जल देने के बाद ऊं आदित्य नम: मंत्र या ऊं घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ होता है. पंडित शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, बिना स्नान किए सूर्य को कभी अर्घ्य नहीं देना चाहिए.

तुलसी का पौधा किसी को देने से क्या होता है?

देने वाला सद्भाव से उसे दे और प्राप्त करने वाला उतने ही आदर से उस वस्तु को ग्रहण करे। तभी ऐसे लेन देन का औचित्य है। तुलसी धार्मिक रूप से पूज्य है औषधीय रूप से गुणों की खान है इसे देने से सकरात्मकता का ही प्रचार प्रसार होगा मानसिक रूप से भी और प्राकृतिक रूप से भी अतः किसी को भी तुलसी पौधा देना वर्जित तो नहीं होना चाहिए।

क्या तुलसी के पास शिवलिंग रख सकते हैं?

तुलसी के पास न रखें शिवलिंग

कई लोग तुलसी के गमले में शिवलिंग रख देते हैं और वहीं तुलसी और शिवलिंग का पूजन करते हैं। लेकिन वास्तु के अनुसार कभी ही तुलसी के पौधे में शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। दरअसल तुलसी का पूर्व जन्म में नाम वृंदा था और वह जालंधर नाम के एक राक्षस की पत्नी थी।