हिन्दू कभी गाय का मांस नहीं खाता और मुस्लिम कभी सुअर का मांस नहीं खाता तो क्या खाने का भी धर्म होता है? जी हाँ, खाने का भी धर्म होता है अगर ऐसा नहीं होता तब हिंदू भी बीफ खाते और मुस्लिम भी हलाल/ झटका और किसी विशेष जानवर के मांस से परहेज न करते.
क्या ब्राह्मण गाय का मांस खाते है?
प्राचीन भारत में हिन्दू ही नहीं बल्कि ब्राह्मणों ने भी गौ मांस खाया हैं। उनके धर्मग्रंथो में इसका स्पष्ट उल्लेख हैं।
हिन्दू धर्म में गोमांस खाना क्यों पाप है?
हर धर्म में अहिंसा को सबसे परम धर्म माना गया है। लेकिन वह हिंसा जो अत्याचारी से अपनी रक्षा के लिए ना की गई हो, उसे सबसे बड़ा अधर्म माना जाता है और मांस का भोजन इसी प्रकार की हिंसा से प्राप्त होता है। इस तरह हिंदुओं के लिए मांस खाना सबसे बड़ा पाप माना जाता है। मांसभक्षण को लेकर महाभारत में घोर निंदा की गई है।
गाय का मांस कौन खाता है?
भारत में धर्म के आधार पर गाय या भैंस का मांस खाने वाला सबसे बड़ा समुदाय 6 करोड़ से अधिक मुसलमानों का है। संख्या के मामले में इसके बाद सबसे अधिक हिन्दू समुदाय आता है। जबकि प्रतिशत के अनुसार मुसलमानों के बाद ईसाई आते हैं।
मुसलमान गाय का मांस क्यों खाते हैं?
गाय की पूजा से जहां धार्मिक आस्था जुड़ी हुई वहीं उसे प्रतिदिन रोटी खिलाने से जुड़ा है भावनात्मक लगाव। लेकिन यही गाय अक़्सर हिंदू-मुस्लिम दंगो की भी वजह बन जाती है। फ़िरक़ापरस्त ताक़ते ये अफ़वाह उड़ाते रहती हैं कि इस्लाम में गौमांस खाने की इजाज़त है लेकिन सच्चाई इससे एकदम विपरीत है।
कौन सा भगवान मांस खाता है?
साथ ही भगवान विष्णु के वराह अवतार पृथ्वी देवी से यह कहते हैं कि जो मनुष्य मछली या दूसरे पशुओं के मांस का सेवन करता है मेरे लिए उससे बड़ा अपराधी और कोई भी नहीं। इसके अलावा भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने यह भी बताया है कि मनुष्य को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।
हिंदू कौन सा मांस खा सकता है?
हालांकि हिन्दू धर्म मांसाहार खाने की सलाह या अनुमति नहीं देता है। खासकर हिन्दू धर्म में अश्व, नर, गाय, श्वान, सर्प, सुअर, शेर, गज और पवित्र पक्षी (हंसादि) का मांस खाना घोर पाप माना गया है।
विश्व में सबसे ज्यादा शाकाहारी देश कौन सा है?
नेशनल ज्योग्राफिक के विशेषज्ञों ने दुनिया के खान-पान से जुड़ी आदतों और प्रकार से संबंधित सारिणी ‘फ्यूचर ऑफ फूड’ संस्करण के तहत तैयार की है। इसके अनुसार भारत एक ऐसा देश है, जहां अधिकतर लोग शाकाहारी हैं। इसकी तुलना में हांगकांग दुनिया का ऐसा देश है, जहां लोग सबसे ज्यादा मांसाहारी हैं।
क्या भगवान राम मांस खाते थे?
अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।
कृष्ण भगवान का बेटा कौन है?
कृष्ण वसुदेव और देवकी की 8वीं संतान थे। देवकी कंस की बहन थी। कंस एक अत्याचारी राजा था। उसने आकाशवाणी सुनी थी कि देवकी के आठवें पुत्र द्वारा वह मारा जाएगा।
मछली खाने से क्या पाप होता है?
यह वेदो मे बताये गये मनुष्य के भोजन शाकाहार के विधान से विपरीत है अतः मीट मांसाहार व मच्छी खाने वालो मनुष्य को पाप ही लगता है। यह नियम सृष्टि रचियाता ब्रह्मा जी ने बनाकर वेदो मे लिखवाये है ऋषि महर्षि व मुनियो से । यही विधाता का विधान व नियम है । जी हाँ।
क्यों मुस्लिम मांस खाते हैं?
इनका आधार पशु अधिकारों के सम्मान के सिद्धांत पर आधारित है और यह लोग प्रत्येक उस चीज़ से परहेज करते हैं जिसके परिणामस्वरूप पशुओं की हत्या होती है। इसलिए वह उनसे किसी तरह लाभ प्राप्त करने से बचते हैं । एक मुसलमान पूर्ण शाकाहारी होने के बावजूद एक अच्छा मुसलमान हो सकता है। मांसाहारी होना एक मुसलमान के लिए ज़रूरी नहीं है।
कौन सा धर्म सूअर नहीं खाता?
मुस्लिम धर्म की सबसे बड़ी धार्मिक पुस्तक कुरान में तीन जगह साफ़ लिखा गया है कि मुसलमान सूअर का मांस नहीं खा सकता है. सबसे पहले तो यह बता दें कि इस्लाम में ‘सूअर‘ नाम लेना भी हराम ही बोला जाता है.
क्या मुसलमान गाय खाते हैं?
फ़िरक़ापरस्त ताक़ते ये अफ़वाह उड़ाते रहती हैं कि इस्लाम में गौमांस खाने की इजाज़त है लेकिन सच्चाई इससे एकदम विपरीत है। इस्लाम कभी भी गौ-हत्या की इजाजत नहीं देता।
मुसलमान मुझे क्यों नहीं रखते हैं?
एक हदीस के मुताबिक हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैही वसल्लम ने कहा था कि उन प्राकृतिक देवी-देवताओं के विपरीत करो। चूंकि वह बड़ी मूंछें रखते थे और दाढ़ी साफ करा देते थे। इसलिए मुस्लिम इसके विपरीत करने लगे और मूंछें कटाने लगे। वहीं, एक अन्य मत है कि मुस्लिमों में मूंछें कटाकर रखना अरब संस्कृति का हिस्सा है।
मुस्लिम लोग खाने में थूक क्यों लगाते हैं?
TNM के मुताबिक, कई मुस्लिम मौलवियों ने इस बारे में बताया है कि धार्मिक अवसरों पर मौलवियों के एक निश्चित वर्ग द्वारा ही भोजन में फूंकने या थूकने की प्रथा का पालन किया गया, लेकिन ये सिर्फ निजी समारोहों के दौरान किया गया.
मुस्लिम गाय क्यों खाता है?
गाय के संबंध में इस्लाम का दृष्टिकोण सदा से ही श्रद्धास्पद व उदार रहा है। कुरान शरीफ में स्पष्ट लिखा है कि ”बिना शक तुम्हारे लिए चौपायों से भी सीख है। उनके (गाय के) पेट की चीजों में से गोबर और खून के बीच से बना साफ दूध जो पीने वालों के लिए स्वाद वाला है, हम तुम्हें पिलाते हैं।”
मुस्लिम हलाल क्यों करते हैं?
वे बताते हैं कि दुनियाभर के मुसलमान जानवर को इसलिए हलाल करते हैं कि ताकि जानवर की गर्दन के चारों ओर की नसें कट जाने पर जानवर का ख़ून बह जाए। वो कहते हैं, ”पैगंबर मोहम्मद ने कहा है कि यदि मांस के भीतर ख़ून सूख जाए तो उससे कई बीमारियां हो सकती हैं।
क्या भगवान राम मांसाहारी थे?
अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।
कौरवों की जाति क्या थी?
कौरव, पौरव और यादव तीनों ही चन्द्रवंशी थे।
क्या दूध शाकाहारी है?
दूध मांसाहार का हिस्सा है। दूध मांसाहारी है, क्योंकि मां के खून और मांस से निर्मित होता है। शुद्धतम मांसाहार है इसलिए जैनी, जो अपने को कहते हैं हम गैर-मांसाहारी हैं, कहना नहीं चाहिए, जब तक वे दूध न छोड़ दें। केव्कर ज्यादा शुद्ध शाकाहारी है, क्योंकि वे दूध नहीं लेते।
असली अंडे की क्या पहचान है?
असली अंडे को हाथ में लेकर हिलाने पर किसी भी तरह की आवाज नहीं आती. अगर अंडा नकली होगा तो हिलाने पर अंदर किसी चीज की आवाज आएगी. अंडे की चमक पर गौर कीजिए. अगर वह ज्यादा चमकदार है तो वह यकीनन नकली है.
क्या रावण मांस खाता था?
रावण मांसाहारी था। इसका प्रमाण वाल्मीकि रामायण में मिलता है। जब हनुमान रावण के महल में माता सीता की तलाश कर रहे थे, तो उन्होंने वहां एक बार देखा जिसमें भैंस, जंगली सूअर और प्रिय थे।
क्या चिकन खाना पाप है?
मांस खाने वाले का पक्ष लेना भी दोष
अर्थ: जो स्वयं तो मांस नहीं खाता, परन्तु खाने वाले का अनुमोदन करता है, वह भी भाव-दोष के कारण मांसभक्षण के पाप का भागी होता है। इसी प्रकार जो मारने वाले का अनुमोदन करता है, वह भी हिंसा के दोष से लिप्त होता है।
कौन सा देश है जहां आदमी का मांस खाया जाता है?
ब्राजील के सर्गिपे के स्थानीय लोगों में इसके प्रचलन को दर्ज किया गया है, “वे मिलने पर मानव मांस का भक्षण किया करते हैं और अगर किसी महिला का गर्भपात हो जाय तो अकालप्रसूत को बड़े शौक से तुरंत खा लिया जाता है।
मांस खाने पर श्रीकृष्ण ने गीता में क्या कहा?
गीता में मांस खाना मना नही है। गीता में अन्न को तीन श्रेणियों में विभाजित किया है। गितानुसार जैसा अन्न हम कहते हैं वैसा हमारे विचारों और सोच पर प्रभाव डालता है। यह गीता जे 17 वें अध्याय में कहा गया है।
राधा जी के कितने पुत्र थे?
कर्ण को अधिरथ की पत्नी राधा ने पाला इसलिए कर्ण को राधेय या राधा का पुत्र भी कहते हैं। ‘अंग’ देश के राजा कर्ण की पहली पत्नी का नाम वृषाली था। वृषाली से उसको वृषसेन, सुषेण, वृषकेत नामक 3 पुत्र मिले। दूसरी सुप्रिया से चित्रसेन, सुशर्मा, प्रसेन, भानुसेन नामक 3 पुत्र मिले।
कृष्ण भगवान की सबसे प्रिय पत्नी कौन थी?
रुक्मिणी भगवान कृष्ण की पत्नी थी। रुक्मिणी को लक्ष्मी का अवतार भी माना जाता है। उन्होंने श्रीकृष्ण से प्रेम विवाह किया था।
क्या श्री कृष्ण मांसाहारी थे?
श्रीकृष्ण मांसाहारी नही थे। वह मक्खन मिस्री खाते थे। विदुर के यहां साग खाया। दुर्योधन ने मेवे मिष्ठान्न की दावत दी थी मासाहार की नही।
भगवान राम क्या खाते थे?
क्योंकि प्रभु श्रीराम छत्रिय थे और वे मांस खाते थे। इसका जवाब है कि रामायण में कहीं भी प्रभु श्रीराम के मांसाहर सेवन के बारे में नहीं लिखा है। हर जगह श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के द्वारा कंद मूल खाए जाने का जिक्र मिलता है।
सूअर के मांस के बारे में कुरान क्या कहता है?
मुसलमानों के लिए सूअर का मांस वर्जित होने का मुख्य कारण यह है कि पवित्र कुरान में कहा गया है कि कुछ भोजन की अनुमति है, जबकि अन्य को स्पष्ट रूप से हराम घोषित किया गया है, जिसका अर्थ है निषिद्ध। और सूअर का मांस वर्जित खाद्य पदार्थों में से एक है।
सूअर कौन से देवता का वाहन है?
भगवान विष्णु के वराह (सूअर)अवतार की कथा। वराह अवतार हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के दस अवतारों में से तृतीय अवतार हैं जो भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया को अवतरित हुए।
मुसलमान कौन से मीट नहीं खाते हैं?
यदि जानवर के साथ खराब व्यवहार किया जाता है, या वध करते समय उसे प्रताड़ित किया जाता है, तो मांस हराम है। निषिद्ध खाद्य पदार्थों में शराब, सूअर का मांस, मांसाहार, मांसाहारियों का मांस और बीमारी, चोट, तेजस्वी, विषाक्तता, या भगवान के नाम पर वध के कारण मरने वाले जानवर शामिल हैं ।
भगवान के दाढ़ी मूंछ क्यों नहीं होती?
कोई भी पुरुष पूर्णता को उपलब्ध होता है, अर्थात भगवान की श्रेणी में आता है, तब उसमें पुरुष व स्त्री के गुण समान होते हैं। इसी कारण उसके चेहरे पर बाल नहीं होते। आपने भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान महावीर, भगवान बुद्ध के जितने भी चित्र या मूर्तियां देखी होंगी, उनमें उनके दाढ़ी–मूंछ नजर नहीं आई होगी।
असली मुसलमान क्या होते हैं?
मुसलमान (अरबी: مسلم، مسلمة फ़ारसी: مسلمان،, अंग्रेजी: Muslim) का मतलब वह व्यक्ति है जो इस्लाम में विश्वास रखता हो। हालाँकि मुसलमानों की आस्था के अनुसार इस्लाम ईश्वर का धर्म है और यह धर्म हज़रत मुहम्मद से पहले मौजूद था। जो लोग अल्लाह के धर्म का पालन करते रहे वह मुसलमान हैं।
मुस्लिम हिजाब क्या होता है?
हिजाब एक स्कार्फ जैसा चौकोर कपड़ा होता है. मुस्लिम महिलाएं इसका इस्तेमाल अपने बालों, सिर और गर्दन को ढकने के लिए करती हैं, ताकि सार्वजनिक स्थानों या घर पर भी असंबंधित या अनजान पुरुषों से विनम्रता और गोपनीयता बनाए रखी जा सके.
इस्लाम में अल तकिया क्या होता है?
अल–तकिया के अनुसार यदि इस्लाम के प्रचार – प्रसार अथवा बचाव के लिए किसी भी प्रकार का झूठ, धोखा करना पड़े, या माफी मांगनी पड़े – सब धर्म स्वीकृत है। यह सब धर्म स्वीकृत तब भी है जब यह सब माफी मांगना काफिरों से भी किया जाए। मुसलमानों के विश्वासघात के अन्य उदाहरण, जो कि अल तकिया का प्रयोग कर के हुआ है।
कौन सी गाय शुभ मानी जाती है?
प्रात: उठकर काली गाय के भक्तिपूर्वक परिक्रमा करने से पृथ्वी के समान फल माना जाता है। गाय के शरीर में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास माना जाता है, उसकी पूजा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
क्या कुरान मांस खाने की इजाजत देता है?
नहीं बिलकुल नहीं क़ुरान में गौमांस खाने या ना खाने का कोई ज़िक्र नहीं है। क़ुरान में ये बताया गया है की आपको क्या क्या नहीं खाना है और वो ये हैं-शराब, सूअर का मांस, मुर्दे का मांस(जो बिना हलाल किये मर गया), खून, और ऐसी कोई भी चीज़ जिसपे अल्लाह के अलावा किसी और का नाम लिया गया हो.
मुसलमान क्या नहीं खाते हैं?
निषिद्ध खाद्य पदार्थों में शराब, सूअर का मांस, मांसाहार, मांसाहारियों का मांस और बीमारी, चोट, तेजस्वी, विषाक्तता, या भगवान के नाम पर वध के कारण मरने वाले जानवर शामिल हैं ।
अल्लाह की फोटो क्यों नहीं होती?
जानकारों के मुताबिक़ क़ुरान के 42वीं सूरे की 42 नंबर आयत में कहा गया है, “अल्लाह ही धरती और स्वर्ग को पैदा करने वाला है. उसकी तस्वीर जैसी कोई चीज़ नहीं है.” क़ुरान में लिखी गई इन बातों के आधार पर इस्लाम के जानकार मतलब निकालते हैं कि अल्लाह को किसी मनुष्य के हाथों से बनाई गई तस्वीर में क़ैद नहीं किया जा सकता.