हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भूलोक, भुवर्लोक, स्वर्लोक हमारी त्रिआयामी सृष्टि में ही निवास करते हैं।
क्या वास्तव में भगवान है या नहीं?
क्या भगवान सच में होते हैं? जी हा , भगवान सच में होते हैं। सभी धर्मों के पवित्र शास्त्र प्रमाणित करते हैं की भगवान ब्रह्मा विष्णु या शिव जी या इस मसीह नहीं बल्कि कबीर साहिब हैं जो साकार है निराकार नहीं जरा सोचिए भगवान नहीं है तो यह सब ग्रह सृष्टि कैसे चलती है। अगर भगवान ना होते तो आज सब जगह हाहाकार मची होती।
भगवान कहां है और क्या करते हैं?
भगवान का अपना कोई रूप नहीं है, बल्कि वह सभी रूपों में सबके भीतर मौजूद हैं। भगवान मंदिरों की मूर्त तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सभी जगह हर रूप में बसे हैं। परमात्मा दुनिया की हर चीज में फैले हैं। सृष्टि में ऐसा कुछ भी नहीं जिसमें भगवान न हो।
विज्ञान के अनुसार क्या भगवान है?
विज्ञान अस्थाई है जबकि परमात्मा अजर अविनाशी है और विज्ञान परमात्मा की अनुकंपा से ही है। इसलिए कह सकते है कि भगवान सर्वोपरि है। पानी की एक बूंद से इंसान का यह सुंदर शरीर जिस भगवान ने बनाया है। आज इंसान विज्ञान को पढ़कर उसी भगवान के अस्तित्व को मानने से इनकार करने लगा हैं, यह बड़ी विचित्र बात है ।
पूरे ब्रह्मांड का भगवान कौन है?
सम्पूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं शिव
भगवान कहाँ रहता है?
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भूलोक, भुवर्लोक, स्वर्लोक हमारी त्रिआयामी सृष्टि में ही निवास करते हैं।
असली भगवान कौन है?
एकेश्वरवादी विचार में, ईश्वर को आमतौर पर सर्वोच्च प्राणी, निर्माता और विश्वास की प्रमुख वस्तु के रूप में देखा जाता है। भगवान को आम तौर पर सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, सर्वव्यापी और सर्वव्यापी होने के साथ-साथ एक शाश्वत और आवश्यक अस्तित्व के रूप में माना जाता है।
बाइबिल में भगवान कौन है?
ईसाई धर्म में ईश्वर को शाश्वत, सर्वोच्च प्राणी माना जाता है जिसने सभी चीजों का निर्माण और संरक्षण किया है । ईसाई भगवान की एक एकेश्वरवादी अवधारणा में विश्वास करते हैं, जो दोनों पारलौकिक है (पूर्ण रूप से स्वतंत्र है, और भौतिक ब्रह्मांड से हटा दिया गया है) और आसन्न (भौतिक ब्रह्मांड में शामिल)।
कलयुग में भगवान कौन है?
धर्म ग्रंथों के अनुसार कलयुग में भगवान विष्णु कल्कि रूप में अवतार लेंगे। कल्कि अवतार कलियुग व सतयुग के संधिकाल में होगा। पुराणकथाओं के अनुसार कलियुग में पाप की सीमा पार होने पर विश्व में दुष्टों के संहार के लिये कल्कि अवतार प्रकट होगा।
भगवान से बड़ा कौन है?
यानी माता पिता का स्थान सर्वोपरि है। शास्त्र की व्याख्या करते कथा व्यास कहते हैं कि शास्त्र कहता है कि सबसे बड़ा भगवान, उससे बड़ा गुरु, गुरु से बड़ा पिता तथा पिता से भी बड़ा है मां का स्थान।
Ram किसकी पूजा करते थे?
वैसे तो सभी जानते हैं कि श्री राम शिव जी की भक्ति करते थे।
कौन सा देश जो भगवान को नहीं मानता?
मध्य और पूर्वी यूरोपीय पड़ोसी देशों के विपरीत यूरोप महाद्वीप में बसे चेक गणराज्य के लोग ईश्वर में विश्वास नहीं रखते। प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण के मुताबिक 18 देशों में किये गये प्रयोग से यह पता चला है कि चेक गणराज्य के लोग ईश्वर में यकीन नहीं रखते यानि वो पूरी तरह नास्तिक होते हैं।
बाइबल कितने साल पुरानी है?
बाइबिल का रचनाकाल १२०० ई. पू. से १०० ई. तक माना जाता है।
आपके कितने भगवान हैं?
इसीलिए मान्यता प्रचलित हो गई कि कुल 33 करोड़ देवी-देवता हैं। 33 कोटि देवी-देवताओं में आठ वसु, ग्यारह रुद्र, बारह आदित्य, इंद्र और प्रजापति शामिल हैं। कुछ शास्त्रों में इंद्र और प्रजापति के स्थान पर दो अश्विनी कुमारों को 33 कोटि देवताओं में शामिल किया गया है।
कलयुग किसका बेटा है?
परीक्षित |
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कलयुग में हनुमान जी के दर्शन कैसे होंगे?
भगवान राम से वरदान पाने के कारण हनुमान जी अमर हो गए। तुलसीदास जी ने कलियुग में हनुमान जी की मौजूदगी का उल्लेख किया है और बताया है कि हनुमान जी की कृपा से ही उन्हें राम लक्ष्मण जी के दर्शन प्राप्त हुए। राम जी से अमरता का वरदान पाने के बाद हनुमान जी ने अपना निवास उस स्थान को चुना जो पवित्र और ईश्वरीय कृपा प्राप्त हो।
शिव जी की मृत्यु कैसे हुई?
शिव पुराण के मुताबिक भगवान शिव को स्वयंभू माना गया है यानि इनकी उत्पत्ति स्वंय हुई हैं. शिव जन्म और मृत्यु से परे हैं.
सबसे सुंदर देवता कौन सा है?
कामदेव को हिंदू शास्त्रों में प्रेम और काम का देवता माना गया है। उनका स्वरूप युवा और आकर्षक है। वे विवाहित हैं और रति उनकी पत्नी हैं।
पूरी दुनिया का भगवान कौन है?
शिव ही महाकाल हैं, उन्हे देवों के देव महादेव के नाम से जाना जाता हैं. शिव ही सृष्टि के निर्माता हैं और शिव की सृष्टि का नाश करते हैं. शिव ऐसी शक्ति हैं जिनसे बाकी देवी देताओं की उत्पति हुई हैं. इसीलिए यह कहा जा सकता हैं कि शिव शकंर ही सबसे बड़े भगवान हैं.
भगवान कहाँ मिलेंगे?
भगवान का अपना कोई रूप नहीं है, बल्कि वह सभी रूपों में सबके भीतर मौजूद हैं। भगवान मंदिरों की मूर्त तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सभी जगह हर रूप में बसे हैं। परमात्मा दुनिया की हर चीज में फैले हैं। सृष्टि में ऐसा कुछ भी नहीं जिसमें भगवान न हो।
बाइबल को हिंदी में क्या बोलते हैं?
BIBLE MEANING IN HINDI – EXACT MATCHES
The Bible is the sacred religious book of Christian community. उदाहरण : holywrit(बाईबल) ईसाइयों का पवीत्र ग्रंथ है.
बाइबल में डर क्या है?
बाइबल में ‘डर‘ के दो अर्थ हैं –एक स्वस्थ, एक अस्वस्थ। शब्द के अच्छे बोध में, सामान्य रूप से इसका इस्तेमाल परमेश्वर के लिए सम्मान के संदर्भ में किया गया है और कभी कभी लोगों के सम्मान में (विशेष रूप से वे लोग जो अधिकार के स्थान में हैं)। बुरे बोध में इसका अर्थ है भयभीत होना।
कलयुग के अंत में कौन आएगा?
कलियुग में भगवान कल्कि का अवतार होगा, जो पापियों का संहार करके फिर से सतयुग की स्थापना करेंगे। कलियुग के अंत और कल्कि अवतार के संबंध में अन्य पुराणों में भी इसका वर्णन मिलता है।
हनुमान जी खुश होने पर क्या संकेत देते हैं?
- यदि आपके हाथों में मंगल रेखा स्पष्ट नजर आ रही है तो निश्चित ही हनुमानजी की आप पर कृपा है। …
- यदि कुंडली में मंगल मेष, वृश्चिक या मकर राशि में है या सूर्य-बुध एक ही जगह पर बैठे हैं या दसवें भाव में मंगल है तो माना जाता है कि यह मंगल नेक है।
हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
चालीसा में से किसी भी एक पंक्ति का चुनाव अपनी आवश्यकता के अनुसार करें और नित्य प्रातः तुलसी की माला पर , मंत्र की तरह तीन से लेकर ग्यारह माला तक जाप करें. जितने समय तक यह प्रयोग किया जाय , खान पान और आचरण की शुद्धता पर ध्यान दिया जाय. बिना श्रीराम की पूजा के हनुमान जी की पूजा न करें.
अच्छे दिन आने से पहले भगवान क्या संकेत देते हैं?
पूजा के दौरान यदि भगवान की प्रतिमा पर रखा फूल या पत्ता आपके सामने गिर जाए, तो इसका मतलब होता है कि भगवान आपसे प्रसन्न हैं और जल्द ही आपकी मनोकामना पूरी होगी। किसी नौकरी के लिए इंटरव्यू देते जाते समय अगर आपको कोई गाय या नारियल दिख जाए तो यह शुभ संकेत माना जाता है।
गूगल हमें भगवान क्यों नहीं दिखते?
ठीक इसी तरह ईश्वर भी कण-कण में हैं, लेकिन हम उन्हें देख नहीं सकते, सिर्फ महसूस कर सकते हैं। जिस तरह पानी को गर्म करने का बाद नमक के कण दिखाई दिए, ठीक उसी तरह जब हम ध्यान, भक्ति और तप करते हैं, तब हमें भगवान के दर्शन हो सकते हैं। इसके लिए हमें हमारी बुराइयों को छोड़ना पड़ता है, तभी हम ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं।
पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए?
पूजा में क्षमा मांगने के लिए बोला जाता है ये मंत्र
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥ मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन।
भगवान कब खुश होते हैं?
अपने कर्म को ही बनाए पूजा…
भगवान माला और माल से राजी नहीं होते, बल्कि हमारे कर्मों से प्रसन्न होते हैं। गीता निष्काम कर्मों के द्वारा मोक्ष प्राप्ति का मार्ग बताती है। श्रेष्ठ कर्मों को ही सच्ची भक्ति समझो। इसीलिए अपने कर्मों को ही पूजा बना लो।
भोलेनाथ की बेटी का नाम क्या है?
पद्म पुराण में भी शिव की पुत्री अशोक सुंदरी का जिक्र किया गया है. माना जाता है कि देवी पार्वती अपने अकेलेपन और उदासी से मुक्ति पाने के लिए कल्प वृक्ष से पुत्री की कामना की जिससे एक सुंदर सी पुत्री का जन्म हुआ. इसलिए उसका नाम अशोक सुंदरी रखा गया.
मृत्यु की देवी कौन है?
मां काली मृत्यु की देवी भी मानी जाती हैं।
बुद्धिमान भगवान कौन है?
भगवान गणेश बुद्धि के अधिष्ठाता और साक्षात् प्रणव रूप हैं। इन्हें विघ्नहर्ता और ऋद्धि-सिद्धि का स्वामी भी कहा जाता है। इसलिए हिन्दू धर्म के अनुसार किसी काम को करने से पहले या किसी नए कार्य की शुरुआत से पूर्व गणेश जी की पूजा करना आवश्यक माना गया है। इसके अलावा गणेश जी को सभी देवों में सबसे अधिक बुद्धिमान माना जाता है।
हिंदू धर्म में सबसे सुंदर भगवान कौन है?
आइकनोग्राफी। कामदेव को एक युवा, सुंदर व्यक्ति के रूप में दर्शाया गया है जो धनुष और बाण धारण करता है। उनका धनुष गन्ने से बना है, और उनके बाण पाँच प्रकार के सुगंधित फूलों से सुशोभित हैं।
मांस कौन से भगवान खाते हैं?
इस टेलीविज़न विज्ञापन में ऑस्ट्रेलिया के एक मांस उत्पादक समूह ने भगवान गणेश को मेमने का मांस खाते दिखाया है. हालांकि विज्ञापन में अन्य धर्मों के प्रतीक भी खाने पर साथ बैठे हुए दिखाए गए हैं.
कौन से दिन मांस नहीं खाना चाहिए?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि हिंदू धर्म के लोगों को मंगलवार के दिन मांस के सेवन से बचना चाहिए। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मंगलवार के दिन ही मांस का सेवन नहीं किया जाता। शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के साथ गुरुवार और शनिवार को भी पवित्र दिन माना जाता है। इन दिनों में मांस का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
रावण की मृत्यु का कारण क्या था?
अध्यात्म रावण के अनुसार रावण की नाभि में अमृतकुंड था। विभीषण से यह रहस्य जानकर राम ने आग्नेय बाण से उसे सुखा दिया जिसके कारण बाद में रावण की मृत्यु हुई थी।
भगवान राम की मृत्यु कैसे हुई?
भाई की जलसमाधि से आहत होकर श्रीराम ने भी जल समाधि का निर्णय लिया। वो सरयू नदी के अंदर गए और भगवान विष्णु का अवतार ले लिया। इस तरह श्रीराम ने मानव शरीर त्याग दिया और बैकुंठ धाम चले गए।
शंकर भगवान से बड़ा कौन है?
वे श्री नारायण को ही सर्वोपरि मानते हैं। उनकी मान्यता है कि भगवान शिव के पलक झपकने से ब्रह्म देव की मृत्यु होती है और श्री विष्णु के आँख झपकने से शिव जी मृत्यु को प्राप्त होते हैं।
भगवान किसकी सहायता करते हैं?
परम सत्य है कि भगवान उन्ही की मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं।” “जो कोई स्वतंत्र रूप से एक चट्टान से गिर रहा हो, सौभाग्य से, किसी चीज को तभी पकड़ सकता है जब वह उसके लिए प्रयास करता है।