एक सैद्धांतिक भौतिकविद मैट कैप्लान ने पूर्वानुमान लगाया है कि हमारा ब्रह्माण्ड एक काले ड्वार्फ तारे के सुपरनोवा
के साथ खत्म होगा. यह घटना आज से 10^3,2000 साल बाद होगी. कैपलान ने एक बयान में कहा है कि हमारा ब्रह्माण्ड एक अकेली, दुखी और ठंडी जगह हो जाएगी.
ब्रह्मांड का अंत कैसे होगा?
उनके मुताबिक ब्रह्मांड का अंत भयानक अंधकार के बाद होगा। इसे 'हीट डेथ' या 'बिग फ्रीज' कहा जाएगा। इसके मुताबिक कई अरब साल या उससे भी ज्यादा तक्त ब्रह्मांड का विस्तार होता रहेगा। इस दौरान सितारों और गैलेक्सी के बीच स्पेस तेजी से बढ़ेगा और उनकी रोशनी हम तक पहुंच नहीं सकेगी।
इस ब्रह्मांड का मालिक कौन है?
सम्पूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं शिव
क्या ब्रह्मांड का कोई अंत है?
इस सिद्धांत के अनुसार, न तो ब्रह्माण्ड का कोई आदि है और न ही कोई अंत. यह समयानुसार अपरिवर्तित रहता है. यद्यपि इस सिद्धांत में प्रसरणशीलता समाहित है, परन्तु फिर भी ब्रह्माण्ड के घनत्व को स्थिर रखने के लिए इसमें पदार्थ स्वत: रूप से सृजित होता रहता है.
ब्रह्मांड में हर 1 सेकंड में क्या होता है?
इसमें यह निष्कर्ष निकाला गया है कि ब्रह्मांड के विस्तार की दर 73.4 किलोमीटर प्रति सेकेंड प्रति मेगा पार्सेक (किमी/सेकेंड/एमपीसी) है, जबकि सीएमबी के आधार पर मापे गए ब्रह्मांड के विस्तार की दर 67.4 (किमी/सेकेंड/एमपीसी) है।
भगवान से पहले कौन था?
भगवान से पहले कौन आया? शिव को आदि अनंत कहा गया है अर्थात जीस का कोई सुरुआत न हो और न ही जीस का कोई अंत हो। उत्तर है भगवान ही सबसे पहले थे। ईश्वर की उत्पति कैसे कहाँ और कब हुई?
जब कुछ नहीं था तब क्या था?
किसी वक्त ब्रह्मांड एक परमाणु से भी छोटा था। सूक्ष्म बिंदु में करीब 14 अरब साल पहले महाविस्फोट हुआ। इसे ही बिग बैंग कहते हैं। विस्फोट से बिंदु टुकड़े-टुकड़े होकर इधर-उधर छिटकने लगा।
पूरे ब्रह्मांड का भगवान कौन है?
सम्पूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं शिव
भगवान से बड़ा कौन है?
यानी माता पिता का स्थान सर्वोपरि है। शास्त्र की व्याख्या करते कथा व्यास कहते हैं कि शास्त्र कहता है कि सबसे बड़ा भगवान, उससे बड़ा गुरु, गुरु से बड़ा पिता तथा पिता से भी बड़ा है मां का स्थान।
भगवान का असली नाम क्या है?
यहोवा, इस्राएलियों के परमेश्वर का नाम, “YHWH” के बाइबिल उच्चारण का प्रतिनिधित्व करता है, इब्रानी नाम निर्गमन की पुस्तक में मूसा को प्रकट किया गया था। योद, हेह, वाव और हेह व्यंजनों के अनुक्रम से मिलकर YHWH नाम को टेट्राग्रामेटन के रूप में जाना जाता है।
सबसे पहले कौन रहता था?
वैज्ञानिकों ने बताया कि धरती पर इंसान पहले नहीं बल्कि बाद में आए थे। वैज्ञानिकों की मानें तो पैंसपर्मिया परिकल्पना को किसी भी सूरत में अनदेखा नहीं किया जा सकता है। और इसी दृष्टि से देखें तो धरती पर सबसे पहले अंतरिक्ष से जीवाणु आए थे। ये जीवाणु अंतरिक्ष से आने वाली धूल-मिट्टी और उल्का पिंड की मदद से धरती पर पहुंचे थे।
शिव जी की मृत्यु कैसे हुई?
शिव पुराण के मुताबिक भगवान शिव को स्वयंभू माना गया है यानि इनकी उत्पत्ति स्वंय हुई हैं. शिव जन्म और मृत्यु से परे हैं.
सबसे सुंदर देवता कौन सा है?
कामदेव को हिंदू शास्त्रों में प्रेम और काम का देवता माना गया है। उनका स्वरूप युवा और आकर्षक है। वे विवाहित हैं और रति उनकी पत्नी हैं।
भगवान क्या खाता है?
सनातन धर्म की मान्यता है कि भगवान खाते-पीते नहीं हैं। ‘न वै देवा: तु खादन्ति, न पिबन्ति जलं फलम्।
पृथ्वी पर सबसे पहला धर्म कौन सा है?
हिन्दू धर्म (संस्कृत: हिन्दू धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म‘ भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है।
धरती का पहला मानव कौन है?
* संसार के प्रथम पुरुष स्वायंभुव मनु और प्रथम स्त्री थीं शतरूपा। भगवान ब्रह्मा ने जब 11 प्रजातियों और 11 रुद्रों की रचना की तब अंत में उन्होंने स्वयं को दो भागों में विभक्त कर लिया। पहले भाग का नाम ‘का’ था और दूसरे भाग का नाम ‘या’ था। पहला भाग मनु के रूप में और दूसरा शतरूपा के रूप में प्रकट हुआ।
Ram किसकी पूजा करते थे?
वैसे तो सभी जानते हैं कि श्री राम शिव जी की भक्ति करते थे।
भगवान का फोन नंबर क्या है?
उनकी नजर में 786 का बहुत महत्व है। अधिकतर लोग इस नंबर के नोट अपने पास सहेज कर रखते हैं, तो वही कई लोग अपनी गाड़ियों का नंबर भी यही रखते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि 786 नंबर का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से भी है। दरअसल, मुस्लिम धर्म के लोग 786 नंबर को बिस्मिल्लाह का रूप मानते हैं।
क्या संकेत हैं कि भगवान आपके साथ है?
मधुर स्वभाव और विनम्र लोगों का साथ भी ईश्वर कभी नहीं छोड़ते हैं। अगर सपने में लगातार मंदिर या फिर भगवान की छवि दिखाई दे तो माना जाता है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। अगर किसी महत्वपूर्ण कार्य में गलत निर्णय लेने से पहले मन में कुछ संशय आ जाए और आपको निर्णय लेने से रोक ले तो समझो ईश्वर आपके साथ हैं।
भोलेनाथ की बेटी का नाम क्या है?
पद्म पुराण में भी शिव की पुत्री अशोक सुंदरी का जिक्र किया गया है. माना जाता है कि देवी पार्वती अपने अकेलेपन और उदासी से मुक्ति पाने के लिए कल्प वृक्ष से पुत्री की कामना की जिससे एक सुंदर सी पुत्री का जन्म हुआ. इसलिए उसका नाम अशोक सुंदरी रखा गया.
मृत्यु की देवी कौन है?
मां काली मृत्यु की देवी भी मानी जाती हैं।
बुद्धिमान भगवान कौन है?
भगवान गणेश बुद्धि के अधिष्ठाता और साक्षात् प्रणव रूप हैं। इन्हें विघ्नहर्ता और ऋद्धि-सिद्धि का स्वामी भी कहा जाता है। इसलिए हिन्दू धर्म के अनुसार किसी काम को करने से पहले या किसी नए कार्य की शुरुआत से पूर्व गणेश जी की पूजा करना आवश्यक माना गया है। इसके अलावा गणेश जी को सभी देवों में सबसे अधिक बुद्धिमान माना जाता है।
भगवान का नंबर कौन सा नंबर है?
शब्द “ईश्वर का नंबर” कभी-कभी रूबिक के ग्राफ के ग्राफ व्यास को दिया जाता है, जो रूबिक के घन को मनमाने ढंग से प्रारंभिक स्थिति (यानी, सबसे खराब स्थिति में) से हल करने के लिए आवश्यक घुमावों की न्यूनतम संख्या है । रोकिकी एट अल। (2010) ने दिखाया कि यह संख्या 20 के बराबर है।
दुनिया में असली भगवान कौन है?
भगवान का अस्तित्व ही एक है यानी की भगवान सिर्फ एक है जिसे बस हम उन्हें अलग अलग रूप में पूजा करते हैं। कोई मंदिर में करता है, तो कोई मस्जिद में या कोई उसे चर्च या गिरजाघर में लेकिन सब पूजा भगवान की ही करते है । बस मनुष्यों ने उन्हें अलग अलग रूप में बाट दिया है।
दुनिया का पहला भगवान कौन है?
भगवान ब्रह्मा द्वारा बनाए गए पुरुष थे मनु और स्त्री थी शतरूपा। आज हमारी सांसारिक दुनिया में जितने भी लोग मौजूद हैं यह सभी मनु से उत्पन्न हुए हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो मानव संसार की रचना करने वाले भगवान ब्रह्मा ही हमारे आदि पूर्वज हैं और हम उनकी भविष्य की पीढ़ी हैं।
हिंदू धर्म का असली नाम क्या है?
हिन्दू धर्म को सनातन धर्म या वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म भी कहा जाता है।
पहला इंसान कैसा दिखता था?
प्रारंभिक एच. इरेक्टस के बाद के नमूनों की तुलना में छोटे, अधिक आदिम दांत, एक छोटे समग्र आकार और पतले, कम मजबूत खोपड़ी थे । आधुनिक मनुष्यों की तुलना में इस प्रजाति का चेहरा भी बड़ा था। निएंडरथल की तरह, उनकी खोपड़ी हमारी तरह गोल होने के बजाय लंबी और नीची थी, और उनके निचले जबड़े में ठोड़ी नहीं थी।