आपको बता दे कि एक पति- पत्नी किसी कारण से तलाक ले सकते हैं। अगर बात करें मुख्य कारणों की तो उसमें संक्रामक रोग भी शामिल है। हिन्दू तलाक कानून के अनुसार अगर कोई पति/पत्नी किसी बड़ी बीमारी जैसे एड्स, सिफिलिस, गोनोरिया, कुष्ठ रोग आदि से ग्रसित है तो उसका पार्टनर उसे तलाक दे सकता है।
पति पत्नी को कब तलाक दे सकता है?
दो वर्ष से अधिक समयावधि तक एक दूसरे से अलग रहने की स्थिति में यदि किसी शादीशुदा जोड़े में पति पत्नी दो 2 साल की अवधी या इससे अधिक के समय से एक दुसरे से अलग रह रहे हों तो ऐसे में भी उनमे से कोई इसे आधार बना के तलाक की याचिका डाल सकता है।
पत्नी से तलाक लेने के लिए क्या करना चाहिए?
- सबसे पहले न्यायालय में किसी वकील के माद्यम से आप एक याचिका दायर करे
- इस तलाक के याचिका में स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि आपसी सहमती से हम पति एंव पत्नी तलाक लेना चाहते है
- न्यायालय में याचिका दाखिल होने के बाद दोनों पक्ष के बयान सुने एंव दर्ज किया जाएगा
पुरुष किस आधार पर अपनी पत्नी को तलाक दे सकता है?
एक पति को आपसी सहमति से या उसके बिना तलाक के लिए याचिका दायर करने का अधिकार है। तलाक दाखिल करने के आधार में क्रूरता, परित्याग, धर्मांतरण, व्यभिचार, बीमारी, मानसिक विकार, त्याग और मृत्यु का अनुमान शामिल है ।
अगर पति तलाक चाहता है और पत्नी नहीं चाहती तो क्या करें?
क्या सहमति से तलाक़ लिया जा सकता है? पति पत्नी के बीच यदि बन नहीं रही है तो सहमति से तलाक लेने की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है। सहमति से तलाक लेने के लिए पहले दोनों ही पक्षों को कोर्ट में एक याचिका दायर करनी होती है। फिर दूसरे चरण में कोर्ट द्वारा दोनों पक्षों के अलग-अलग बयान लिए जाते हैं और दस्तखत की औपचारिकता होती है।
पति पत्नी के झगड़े में कौन सी धारा लगती है?
पत्नी की कमाई पर हक किसका?
भरण पोषण न देने पर क्या होता है?
कोर्ट ने साफ कहा है कि पत्नी की कमाई पर पति का कोई हक नहीं है। यह जरूरी नहीं है कि पत्नी अपनी कमाई का हिस्सा पति को दे। यदि पत्नी ऐसा करती है तो उसे क्रूरता की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता।
दूसरी शादी करने पर क्या सजा है?
– सीआरपीसी धारा 227: अगर पत्नी दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आईपीसी धारा 498A के तहत झूठा केस करती है, तो पति सीआरपीसी की धारा 227 के तहत अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकता है कि उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ झूठा केस किया है.
पति पत्नी को कब मिलना चाहिए?
अगर पति ऐसे नोटिस पर भी भरण–पोषण नहीं देता है तब न्यायालय वसूली वारंट निकाल देती है। ऐसे वारंट के निकलने के बाद पुलिस पति को गिरफ्तार करके अदालत में पेश करती है। अदालत उस समय भी उससे भरण–पोषण की राशि देने का कहती है। अगर पति के पास देने के लिए रुपए नहीं होते हैं तब अदालत उसे जेल भेज सकती है।
रात में पति और पत्नी को कैसे सोना चाहिए?
सोमवार, बुधवार, गुरूवार तथा शुक्रवार यह चार दिन पति पत्नी का मिलना (मिलन करना शारीरिक संबंध बांधना) शुभ माना जाता हैं. अगर इस दिन पति पत्नी के मिलने से पत्नी गर्भधारण करती है. तो अतिउत्तम माना जाता हैं. इसके अलावा पति पत्नी को मंगलवार, शनिवार तथा रविवार के दिन नहीं मिलना चाहिए.
क्या मां के जिंदा होने पर बेटी मां की संपत्ति पर दावा कर सकती है?
– सीआरपीसी धारा 227: अगर पत्नी दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आईपीसी धारा 498A के तहत झूठा केस करती है, तो पति सीआरपीसी की धारा 227 के तहत अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकता है कि उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ झूठा केस किया है.
क्या विवाहित बेटी पिता की संपत्ति पर दावा कर सकती है?
वास्तु के अनुसार विवाहित जोड़ों को अपना सिर दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम की ओर रखना चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि सोते समय सिर उत्तर की ओर न रखें।
क्या तलाक हो के बाद भी पति को देना होगा खर्चे?
2005 के संशोधन के बाद बेटी को समान उत्तराधिकारी माना गया है। अब बेटी के विवाह से पिता की संपत्ति पर उसके अधिकार में कोई बदलाव नहीं आता है। यानी, विवाह के बाद भी बेटी का पिता की संपत्ति पर अधिकार रहता है। हिंदू उत्तराधिकार कानून में हुआ संशोधन 9 सितंबर, 2005 से लागू हुआ।
क्या पत्नी ससुराल से भरण पोषण का दावा कर सकती है?
वास्तु के अनुसार विवाहित जोड़ों को अपना सिर दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम की ओर रखना चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि सोते समय सिर उत्तर की ओर न रखें।
पति पत्नी कैसे साथ में सोते हैं?
तलाक के बाद प्रत्येक पति या पत्नी को गुजारा भत्ता लेने का अधिकार है. हालांकि यह एक पूर्ण अधिकार नहीं है, अदालत का फैसला पति-पत्नी की परिस्थिति और वित्तीय स्थिति दोनों पर निर्भर करता है. कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर यानी CRPC की धारा 125 के तहत भरण-पोषण से जुड़े गुजारा भत्ता अधिकार की व्यवस्था की गई है.
पत्नी अपने पति से क्या क्या छुपाती है?
पति पत्नी के सोने का सही तरीका
वास्तुविज्ञान में कहा गया है कि दाम्पत्य जीवन में आपसी प्रेम और तालमेल के लिए पत्नी को पति के बायीं ओर सोना चाहिए। इसके पीछे एक कारण यह है कि पत्नी को पति का बायां अंग माना गया है। जबकि पति को पत्नी का दायां हिस्सा माना गया है। इससे पारिवारिक जीवन में संतुलन बना रहता है।
वह कौन सी चीज है जो पत्नी अपने पति को नहीं देती?
पत्नियां केवल पति के राज जानने में दिलचस्पी रखती है, खुद के राज को कभी किसी और को नहीं बताती। पत्नी वो सब बात अपने पति से छुपाती है जो उसे लगता है कि भविष्य के झगड़े में पति इस्तेमाल कर सकता है। इसलिए पत्नी को पति को सारी बाते नहीं बतानी चाहिए। पत्नी अपने पति को किस रूप में नहीं देखना चाहती ?
मां की जमीन पर किसका हक होता है?
वास्तु के अनुसार विवाहित जोड़ों को अपना सिर दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम की ओर रखना चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि सोते समय सिर उत्तर की ओर न रखें।
पति की संपत्ति में पत्नी का कितना अधिकार है?
पत्नियां अपने पति को अपने से नीचा स्थान कभी नहीं देतीं. साथ ही पत्नी अपने पति को किसी और के साथ सम्बंध बनाने का अधिकार, खुद को नीचा दिखाने का अधिकार, अपने मायके वालों को बुरा बोलने का अधिकार कभी नहीं देती.
मां की संपत्ति पर किसका हक?
इसका मतलब यह है कि अगर मां की मृत्यु बिना वसीयत के हो जाती है, तो बेटे का अपनी मां की स्व-अर्जित संपत्ति पर दावा होता है। बेटी और बेटे का समान अधिकार है।
तलाक में कौन ज्यादा खोता है?
पत्नियां अपने पति को अपने से नीचा स्थान कभी नहीं देतीं. साथ ही पत्नी अपने पति को किसी और के साथ सम्बंध बनाने का अधिकार, खुद को नीचा दिखाने का अधिकार, अपने मायके वालों को बुरा बोलने का अधिकार कभी नहीं देती.
दूल्हा और दुल्हन को किस तरफ बैठना चाहिए?
– सीआरपीसी धारा 227: अगर पत्नी दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आईपीसी धारा 498A के तहत झूठा केस करती है, तो पति सीआरपीसी की धारा 227 के तहत अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकता है कि उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ झूठा केस किया है.
पत्नी अपने पति से दूर क्यों रहती है?
आमतौर पर, ऐसा लगता है कि महिला ही वह है जिसे सौदे का बेहतर अंत मिलता है। जबकि कई पुरुष यह कहने में जल्दबाजी करते हैं कि उनकी पूर्व-पत्नियों ने कुत्ते समेत सब कुछ ले लिया- या यही वह है जो कई देश गाने आपको विश्वास करने के लिए प्रेरित करते हैं, वैसे भी-सच्चाई यह है कि तलाक में महिलाएं अक्सर खराब होती हैं।
स्त्री को सबसे ज्यादा मजा कब आता है?
ईसाई समारोहों में, दुल्हन का परिवार बाईं ओर बैठता है, दूल्हे की दाईं ओर । इसी तरह, दुल्हन वेदी पर बाईं ओर खड़ी होती है जबकि दूल्हा उसके दाईं ओर खड़ा होता है।
स्त्री को जोश कब आता है?
पत्नी अपने पति निम्नलिखित कारण से दूर रहती है जो कि इस प्रकार है! पति और पत्नी के बीच शारीरिक और मानसिक ताल मेल ठीक नहीं होने से पत्नी अपने पति से दूर रहना चाहती है! या पति अपनी पत्नी का ख्याल तन मन से ख्याल नहीं रखते है सिर्फ काम से काम तक का मतलब रखते हैं जिसे कि पत्नी के मन एक अफसोस सा बना रहता है!
पति को पत्नी का कौन सा अंग नहीं छूना चाहिए?
वास्तु के अनुसार विवाहित जोड़ों को अपना सिर दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम की ओर रखना चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि सोते समय सिर उत्तर की ओर न रखें।
सुबह उठकर पति के पैर छूने से क्या होता है?
महिलाओं को कब पसंद है सेक्स करना
लेकिन महिलाओं का मानना था कि सुबह के समय उन्हें सेक्स करने में ज्यादा आनंद आता है। जब वह सुबह के समय यौन संबंध बनाती हैं तो उन्हें जल्दी ही संतुष्टि प्राप्त हो पाती है। यही कारण है कि ज्यादातर महिलाएं सुबह के समय सेक्स करना ज्यादा पसंद करती हैं।
बिस्तर में पति को खुश कैसे करें?
ओव्यलैशन के समय- ओव्यलैशन जैविक रुप से सेक्स का सर्वोत्तम समय है क्योंकि इस वक़्त महिलाओं के हार्मोन्स काफी सक्रिय होते हैं। एस्ट्रोजन का स्तर अक्सर उच्च होता है और कभी-कभार ही कम होता है। साथ ही इस समय प्रोजेस्ट्रॉन का स्तर भी काफी ऊंचा होता है जिससे महिलाओं को सेक्स की डिज़ायर बहुत अधिक होती है।
12 साल जिसका कब्जा जमीन उसकी?
पति को पत्नी का कौन सा अंग नहीं छूना चाहिए? पति को। पत्नि की नाभी कभी नहीं छूना चाहिए।
बाप की संपत्ति में बेटी का कितना हक है?
पत्नियां केवल पति के राज जानने में दिलचस्पी रखती है, खुद के राज को कभी किसी और को नहीं बताती। पत्नी वो सब बात अपने पति से छुपाती है जो उसे लगता है कि भविष्य के झगड़े में पति इस्तेमाल कर सकता है। इसलिए पत्नी को पति को सारी बाते नहीं बतानी चाहिए। पत्नी अपने पति को किस रूप में नहीं देखना चाहती ?
पत्नी कब तक दूसरी शादी नहीं कर सकती?
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, अगर जमीन का असली मालिक अपनी जमीन को दूसरे के कब्जे से वापस पाने के लिए बनाए गए नियम के समय सीमा के अंदर कोई कदम नहीं उठाएंगे, तो उनका मालिकाना हक समाप्त हो जाएगा और उस जमीन पर जिसने विगत 12 वर्षों से कब्जा जमा रखा है, उसी को कानूनी तौर पर मालिकाना हक दे दिया जाएगा।
पिता की संपत्ति में बेटी का क्या हक है?
दूसरी पत्नी: दूसरी शादी की वैधता
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 5 के अनुसार, किसी व्यक्ति का किसी अन्य व्यक्ति से विवाह अवैध है यदि वह अभी भी किसी और से विवाहित है। इसका अर्थ यह है कि इस मामले में दूसरी पत्नी और पति के बीच दूसरी शादी अवैध है।