Skip to content
Home » क्या नास्तिक हिंदू हो सकता है?

क्या नास्तिक हिंदू हो सकता है?

हिन्दू का अर्थ अगर एक क्षेत्र विशेष में रहने वाले लोगों की संस्कति और जीवन पद्धतियाँ है, तो हाँ – एक हिन्दू नास्तिक हो सकता है. लेकिन अगर हिन्दू का अर्थ धर्म विशेष है, तब नहीं. वर्तमान में अधिसंख्य लोग हिन्दू को धर्म की तरह ही मानते हैं, ऐसे में एक हिन्दू नास्तिक भी हो सकता है, इसकी सम्भावना बहुत ही कम होगी.

भारत में कितने प्रतिशत नास्तिक है?

भारत की जनगणना २०११ के अनुसार, 99.76% भारतीय धार्मिक हैं जबकि 0.24% ने अपनी धार्मिक पहचान नहीं दी है। 2012 के विन-गैलप ग्लोबल इंडेक्स ऑफ रिलीजन एंड नाथिज़्म रिपोर्ट के मुताबिक, 81% भारतीय धार्मिक थे, 13% धार्मिक नहीं थे, 3% नास्तिकों को आश्वस्त थे, और 3% अनिश्चित थे या जवाब नहीं दे रहे थे।

सबसे ज्यादा नास्तिक वाला देश कौन सा है?

चीन देश की आबादी में 91% से भी अधिक लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी है, इसलिए दुनिया के सबसे अधिक नास्तिक लोग चीन में है।

दुनिया में अब तक कितने नास्तिक लोग रहते हैं?

सर्वे के मुताबिक दुनिया की 59 फ़ीसदी आबादी मानती है कि वो धार्मिक है, जबकि 23 फ़ीसदी का मानना है कि वो धार्मिक नहीं हैं. इसी सर्वे से ज़ाहिर होता है कि 13 फ़ीसदी लोग खुद को पक्के तौर पर नास्तिक मानते हैं.

नास्तिक वैज्ञानिक कौन कौन थे?

महान नास्तिक लोग
  • आचार्य चर्वाक : प्राचीन काल में वेदों के विरुद्ध चर्वाक या लोकायत दर्शन स्पष्ट तौर पर 'ईश्वर' के अस्तित्व को नकारते हुए कहता है कि यह काल्पनिक ज्ञान है। …
  • अष्टावक्र : अष्टावक्र भी वेदों में प्रयुक्त ईश्वर के विरोधी थे। …
  • महर्षि कपिल : कपिलवस्तु, जहां बुद्ध पैदा हुए थे, कपिल के नाम पर बसा नगर था।

बिना धर्म वाला देश कौन सा है?

आज भी अल्बानिया को दुनिया का पहला नास्तिक देश माना जाता है लेकिन यहां की बड़ी आबादी किसी न किसी धर्म से जुड़ी है. साल 2011 में हुए जनगणना सर्वे के मुताबिक अल्बानिया की 56.7 आबादी खुद को मुस्लिम मानती है, वहीं 10.03 खुद को क्रिश्चियन मानते हैं. बाकी आबादी अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखती है.

भारत में कितने नास्तिक लोग हैं?

1.2 अरब की जनसंख्या वाले इस देश में 33,000 लोगों ने अपने आप को नास्तिक घोषित कर रखा है । जानकर हैरानी होगी इन नास्तिकों में आधी संख्या महिलाओं की है। इसके अलावा हर 10 नास्तिकों में से 7 लोग ग्रामीण भारत से संबंध रखते हैं

ऐसा कौन सा देश है जो भगवान को नहीं मानता है?

मध्य और पूर्वी यूरोपीय पड़ोसी देशों के विपरीत यूरोप महाद्वीप में बसे चेक गणराज्य के लोग ईश्वर में विश्वास नहीं रखते। प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण के मुताबिक 18 देशों में किये गये प्रयोग से यह पता चला है कि चेक गणराज्य के लोग ईश्वर में यकीन नहीं रखते यानि वो पूरी तरह नास्तिक होते हैं।

विज्ञान के अनुसार क्या भगवान है?

विज्ञान अस्थाई है जबकि परमात्मा अजर अविनाशी है और विज्ञान परमात्मा की अनुकंपा से ही है। इसलिए कह सकते है कि भगवान सर्वोपरि है। पानी की एक बूंद से इंसान का यह सुंदर शरीर जिस भगवान ने बनाया है। आज इंसान विज्ञान को पढ़कर उसी भगवान के अस्तित्व को मानने से इनकार करने लगा हैं, यह बड़ी विचित्र बात है ।

शायद तुम पसंद करोगे  नाटक की शुरुआत कब से हुई?

सबसे कम हिंदू कौन से देश में है?

गयाना, फिजी, त्रिनिदाद और टोबैगो, सूरीनाम में बड़े समूह के रूप में हिन्दू अल्पसंख्यक रहते हैं।

दुनिया में कुल कितने हिंदू देश है?

1. विश्‍व में भारत, नेपाल और मॉरीशस में हिन्दू बहुसंख्यक हैं। 2. अनुमानित रूप से विश्व के करीब 52 से अधिक देशों में हिंदू रहते हैं, जिसमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, रशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, दक्षिण कोरिया, जापान, दक्षिण अफ्रीका, नॉर्वे, जर्मन, सूरीनाम, मॉरीशस और हालैंड का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।

हिंदू धर्म के संस्थापक कौन हैं?

* अक्सर यह कहा जाता है कि हिन्दू धर्म का कोई संस्थापक नहीं। इस धर्म की शुरुआत का कुछ अता-पता नहीं। हालांकि धर्म के जानकारों अनुसार वर्तमान में जारी इस धर्म की शुरुआत प्रथम मनु स्वायम्भुव मनु के मन्वन्तर से हुई थी।

मनुष्य का धर्म क्या होना चाहिए?

इसे साफ अर्थो में जानें तो जो मानव को, मानवता को, समाज को और राष्ट्र को आपस में जोड़े वही धर्म है। जो मनुष्य को अधोगति में जाने से बचाए वही धर्म। इसके विपरीत जो भी है वह धर्म नही है यानी जो एक मनुष्य को दूसरे मनुष्य से लड़ाए वह अधर्म है।

भारत में कौन सा धर्म तेजी से बढ़ रहा है?

2023 में भारत बनेगा आबादी के मामले में नं-1

इस्लाम को मानने वालों की संख्या 25 % है यानी इस्लाम पूरी दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। जबकि हिंदू धर्म को मानने वालों की संख्या करीब 15 % है।

भारत में सबसे अच्छा धर्म कौन सा है?

हिंदू धर्म एक हीनोथीस्टिक (बहुईश्वरवादी) धर्म तथा भारत का सबसे बड़ा धर्म है; जनसंख्या में इसके 828 मिलियन अनुयायियों (2001) का अनुपात 80.5% है।

आँकड़े (सांख्यिकी)
सभी धर्महिन्दूमुसलमानईसाई
धर्म

नास्तिक होने के क्या फायदे हैं?

  • नास्तिक लोगों के विरुद्ध सभी धर्मों के लोग एकमत हो जाते हैं
  • जो लोग अपने अपने धर्म का डंका बजाने में किसी की नही सुनते और एक दूसरे के विरुद्ध ही रहते हैं ऐसे में वे किसी कारण जब एक मंच पर आ जाते हैं तब एकता देखते ही बनती है ।
  • सभी धर्म के लोगों को एक मंच पर ला देना इससे बड़ा एकता का फायदा क्या होगा ।

पूरी दुनिया का भगवान कौन है?

शिव ही महाकाल हैं, उन्हे देवों के देव महादेव के नाम से जाना जाता हैं. शिव ही सृष्टि के निर्माता हैं और शिव की सृष्टि का नाश करते हैं. शिव ऐसी शक्ति हैं जिनसे बाकी देवी देताओं की उत्पति हुई हैं. इसीलिए यह कहा जा सकता हैं कि शिव शकंर ही सबसे बड़े भगवान हैं.

भगवान कहाँ मिलेंगे?

भगवान का अपना कोई रूप नहीं है, बल्कि वह सभी रूपों में सबके भीतर मौजूद हैं। भगवान मंदिरों की मूर्त तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सभी जगह हर रूप में बसे हैं। परमात्मा दुनिया की हर चीज में फैले हैं। सृष्टि में ऐसा कुछ भी नहीं जिसमें भगवान न हो।

असली भगवान कौन है?

एकेश्वरवादी विचार में, ईश्वर को आमतौर पर सर्वोच्च प्राणी, निर्माता और विश्वास की प्रमुख वस्तु के रूप में देखा जाता है। भगवान को आम तौर पर सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, सर्वव्यापी और सर्वव्यापी होने के साथ-साथ एक शाश्वत और आवश्यक अस्तित्व के रूप में माना जाता है।

कलयुग में भगवान कौन है?

धर्म ग्रंथों के अनुसार कलयुग में भगवान विष्णु कल्कि रूप में अवतार लेंगे। कल्कि अवतार कलियुग व सतयुग के संधिकाल में होगा। पुराणकथाओं के अनुसार कलियुग में पाप की सीमा पार होने पर विश्व में दुष्टों के संहार के लिये कल्कि अवतार प्रकट होगा।

कौन से देश भगवान को नहीं मानते हैं?

अपनी स्वयं की आबादी के सापेक्ष, ज़करमैन शीर्ष 5 देशों में अज्ञेयवादियों और नास्तिकों की उच्चतम संभव सीमा के साथ रैंक करता है: स्वीडन (46-85%), वियतनाम (81%), डेनमार्क (43-80%), नॉर्वे (31-72%) ), और जापान (64-65%)

भगवान होने का क्या सबूत है?

गंगाजल का खराब ना होना

गंगा में स्नान करने और पूजा अर्चना करने से कई पापों से मुक्ति मिलती है । वैज्ञानिक भी इस बात को मानते है गंगाजल में कई प्रकार के औषधिये गुण पाए जाते हैं । इसमें नहाने से कई प्रकार के रोग दूर हो जाता है इससे यह सिद्ध होता है कि यह भगवान के होने का सबूत है ।

भगवान कहाँ है?

हिंदू धर्म के अनुसार भगवान बैकुंठ,और स्वर्ग आदि लोकों में रहते हैं। इस्लाम धर्म के अनुसार भगवान यानी अल्लाह जन्नत, मक्का-मदीना, और मस्जिद में रहते हैं। इसी तरह अलग-अलग धर्मों में अलग-अलग स्थानों का जिक्र है। कुछ लोग उन्हें ढूंढने मंदिर जाते हैं, तो कुछ उन्हें ढूंढनेेेेे मस्जिद जाते हैं

पूरा हिंदू देश कौन सा है?

दुनिया के केवल तीन देशों में, हिंदुओं की अधिकांश आबादी है – नेपाल, भारत और मॉरीशस मे ।

कौन से देश हिंदू बन रहे हैं?

Hindu Countries 2022
NepalIndiaMauritiusFiji
Country

हिंदू धर्म कहां जमा हुआ है?

हिंदू धर्म मुख्य रूप से भारत में समूहीकृत है। अनुयायियों की सबसे बड़ी संख्या वाले अन्य जातीय धर्मों को एशिया में कहीं और समूहबद्ध किया गया है।

हिंदू का असली धर्म क्या है?

अनादि काल से चले आ रहे सनातन धर्म में विष्णु, शिव और शक्ति को समान माना गया है। सनातन धर्म ही हिन्दू धर्म का वास्तविक नाम है। ‘सनातन’ का अर्थ है – शाश्वत या ‘हमेशा बना रहने वाला’, अर्थात् जिसका न आदि है न अन्त। सनातन धर्म मूलतः भारतीय धर्म है, जो किसी जमाने में पूरे संसार में व्याप्त था।

सबसे पुराना धर्म कौन सा है?

हिंदू शब्द एक उपनाम है, और जबकि हिंदू धर्म को दुनिया का सबसे पुराना धर्म कहा गया है, कई अभ्यासी अपने धर्म को सनातन धर्म (संस्कृत: सनातन धर्म, शाब्दिक अर्थ) कहते हैं।

पृथ्वी पर मनुष्य का जन्म क्यों हुआ?

मनुष्य का जन्म केवल कमाने और खाने के लिए तो बिलकुल नहीं हुआ था। मनुष्य का जन्म हिंदू मान्यता के अनुसार चौरासी लाख योनिए के बाद होता है। इसलिए मनुष्य का जन्म महत्वपूर्ण है। लेकिन हम मनुष्य इस महत्वपूर्ण जन्म को भी केवल कमाने और खाने में व्यर्थ कर रहे हैं।

मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?

आँकड़े (सांख्यिकी)
हिंदूमुस्लिमईसाईसिख
धार्मिक समूह

भारत में कौन सा धर्म अच्छा है?

हिंदू धर्म एक हीनोथीस्टिक (बहुईश्वरवादी) धर्म तथा भारत का सबसे बड़ा धर्म है; जनसंख्या में इसके 828 मिलियन अनुयायियों (2001) का अनुपात 80.5% है।

आँकड़े (सांख्यिकी)
सभी धर्महिन्दूमुसलमानईसाई
धर्म

दुनिया में कितने लोग नास्तिक हैं?

सर्वे के मुताबिक दुनिया की 59 फ़ीसदी आबादी मानती है कि वो धार्मिक है, जबकि 23 फ़ीसदी का मानना है कि वो धार्मिक नहीं हैं. इसी सर्वे से ज़ाहिर होता है कि 13 फ़ीसदी लोग खुद को पक्के तौर पर नास्तिक मानते हैं.

शंकर भगवान से बड़ा कौन है?

वे श्री नारायण को ही सर्वोपरि मानते हैं। उनकी मान्यता है कि भगवान शिव के पलक झपकने से ब्रह्म देव की मृत्यु होती है और श्री विष्णु के आँख झपकने से शिव जी मृत्यु को प्राप्त होते हैं।

भारत में असली भगवान कौन है?

अद्वैत वेदांत का पालन करने वाले हिंदू प्रत्येक जीवित प्राणी के भीतर विष्णु या शिव या देवी के समान मानते हैं, या वैकल्पिक रूप से शाश्वत तत्वमीमांसा के समान हैं, जिसे हिंदू धर्म में ब्राह्मण कहा जाता है।

भगवान किसकी सहायता करते हैं?

परम सत्य है कि भगवान उन्ही की मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं।” “जो कोई स्वतंत्र रूप से एक चट्टान से गिर रहा हो, सौभाग्य से, किसी चीज को तभी पकड़ सकता है जब वह उसके लिए प्रयास करता है।

कौन सा देश जो भगवान को नहीं मानता?

मध्य और पूर्वी यूरोपीय पड़ोसी देशों के विपरीत यूरोप महाद्वीप में बसे चेक गणराज्य के लोग ईश्वर में विश्वास नहीं रखते। प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण के मुताबिक 18 देशों में किये गये प्रयोग से यह पता चला है कि चेक गणराज्य के लोग ईश्वर में यकीन नहीं रखते यानि वो पूरी तरह नास्तिक होते हैं।

भगवान से भी बड़ा कौन है?

यानी माता पिता का स्थान सर्वोपरि है। शास्त्र की व्याख्या करते कथा व्यास कहते हैं कि शास्त्र कहता है कि सबसे बड़ा भगवान, उससे बड़ा गुरु, गुरु से बड़ा पिता तथा पिता से भी बड़ा है मां का स्थान।

Ram किसकी पूजा करते थे?

वैसे तो सभी जानते हैं कि श्री राम शिव जी की भक्ति करते थे

कलयुग किसका बेटा है?

जीवनसंगीसंतानपितामाता
परीक्षित

कलयुग में हनुमान जी के दर्शन कैसे होंगे?

भगवान राम से वरदान पाने के कारण हनुमान जी अमर हो गए। तुलसीदास जी ने कलियुग में हनुमान जी की मौजूदगी का उल्लेख किया है और बताया है कि हनुमान जी की कृपा से ही उन्हें राम लक्ष्मण जी के दर्शन प्राप्त हुए। राम जी से अमरता का वरदान पाने के बाद हनुमान जी ने अपना निवास उस स्थान को चुना जो पवित्र और ईश्वरीय कृपा प्राप्त हो।

दुनिया में असली भगवान कौन है?

भगवान का अस्तित्व ही एक है यानी की भगवान सिर्फ एक है जिसे बस हम उन्हें अलग अलग रूप में पूजा करते हैं। कोई मंदिर में करता है, तो कोई मस्जिद में या कोई उसे चर्च या गिरजाघर में लेकिन सब पूजा भगवान की ही करते है । बस मनुष्यों ने उन्हें अलग अलग रूप में बाट दिया है।