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क्या कोई हिंदू देवता मांस खाते हैं?

इसका जवाब है कि रामायण में कहीं भी प्रभु श्रीराम के मांसाहर सेवन के बारे में नहीं लिखा है। हर जगह श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के द्वारा कंद मूल खाए जाने का जिक्र मिलता है। मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम ने वनवास पर जाते समय आहारविषयक प्रतिज्ञा: की थी कि वे कभी मांस का नहीं सेवन करेंगे। चतुर्दश हि वर्षाणि वत्स्यामि विजने वने।

क्या हिंदू धर्म में मांस खा सकते हैं?

हालांकि हिन्दू धर्म मांसाहार खाने की सलाह या अनुमति नहीं देता है। खासकर हिन्दू धर्म में अश्‍व, नर, गाय, श्वान, सर्प, सुअर, शेर, गज और पवित्र पक्षी (हंसादि) का मांस खाना घोर पाप माना गया है।

कौन सा भगवान मांस खाता है?

श्रीकृष्ण मांसाहारी नही थे। वह मक्खन मिस्री खाते थे। विदुर के यहां साग खाया। दुर्योधन ने मेवे मिष्ठान्न की दावत दी थी मासाहार की नही।

क्या ऋषि मुनि मांस खाते थे?

साथ ही भगवान विष्णु के वराह अवतार पृथ्वी देवी से यह कहते हैं कि जो मनुष्य मछली या दूसरे पशुओं के मांस का सेवन करता है मेरे लिए उससे बड़ा अपराधी और कोई भी नहीं। इसके अलावा भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने यह भी बताया है कि मनुष्य को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

क्या भगवान राम मांस खाते थे?

साथ ही भगवान विष्णु के वराह अवतार पृथ्वी देवी से यह कहते हैं कि जो मनुष्य मछली या दूसरे पशुओं के मांस का सेवन करता है मेरे लिए उससे बड़ा अपराधी और कोई भी नहीं। इसके अलावा भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने यह भी बताया है कि मनुष्य को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

कृष्ण भगवान का बेटा कौन है?

अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।

भोलेनाथ क्या खाते थे?

कृष्ण वसुदेव और देवकी की 8वीं संतान थे। देवकी कंस की बहन थी। कंस एक अत्याचारी राजा था। उसने आकाशवाणी सुनी थी कि देवकी के आठवें पुत्र द्वारा वह मारा जाएगा।

हिंदू कौन सा मांस खा सकता है?

शिव पुराण में इस संबंध में एक बहुत ही दिलचस्प कहानी मिलती है. एक संत था जो खूब तपस्या करके शक्तिशाली हो चुका था. वह केवल फल और हरी पत्तियां खाते थे इसलिए उनका नाम प्रनद पड़ गया था. अपनी तपस्या के जरिए उस साधु ने जंगल के सभी जीव-जंतुओं पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था.

दुनिया का सबसे शाकाहारी देश कौन सा है?

हालांकि हिन्दू धर्म मांसाहार खाने की सलाह या अनुमति नहीं देता है। खासकर हिन्दू धर्म में अश्‍व, नर, गाय, श्वान, सर्प, सुअर, शेर, गज और पवित्र पक्षी (हंसादि) का मांस खाना घोर पाप माना गया है।

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सबसे शाकाहारी राज्य कौन सा है?

नेशनल ज्योग्राफिक के विशेषज्ञों ने दुनिया के खान-पान से जुड़ी आदतों और प्रकार से संबंधित सारिणी ‘फ्यूचर ऑफ फूड’ संस्करण के तहत तैयार की है। इसके अनुसार भारत एक ऐसा देश है, जहां अधिकतर लोग शाकाहारी हैं। इसकी तुलना में हांगकांग दुनिया का ऐसा देश है, जहां लोग सबसे ज्यादा मांसाहारी हैं।

राधा जी के कितने पुत्र थे?

  1. राजस्थान (74.9%)
  2. हरियाणा (69.25%)
  3. पंजाब (66.75%)
  4. गुजरात (60.95%)
  5. मध्य प्रदेश (50.6%)

कृष्ण भगवान की सबसे प्रिय पत्नी कौन थी?

कर्ण को अधिरथ की पत्नी राधा ने पाला इसलिए कर्ण को राधेय या राधा का पुत्र भी कहते हैं। ‘अंग’ देश के राजा कर्ण की पहली पत्नी का नाम वृषाली था। वृषाली से उसको वृषसेन, सुषेण, वृषकेत नामक 3 पुत्र मिले। दूसरी सुप्रिया से चित्रसेन, सुशर्मा, प्रसेन, भानुसेन नामक 3 पुत्र मिले।

भगवान शिव को सबसे प्रिय क्या है?

रुक्मिणी भगवान कृष्ण की पत्नी थी। रुक्मिणी को लक्ष्मी का अवतार भी माना जाता है। उन्होंने श्रीकृष्ण से प्रेम विवाह किया था।

शिव जी की मृत्यु कैसे हुई?

शिव को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, गंगाजल, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है, से की जाती है। शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंधित हैं।

क्या रावण मांस खाता था?

शिव पुराण के मुताबिक भगवान शिव को स्वयंभू माना गया है यानि इनकी उत्पत्ति स्वंय हुई हैं. शिव जन्म और मृत्यु से परे हैं.

क्या चिकन खाना पाप है?

रावण मांसाहारी था। इसका प्रमाण वाल्मीकि रामायण में मिलता है। जब हनुमान रावण के महल में माता सीता की तलाश कर रहे थे, तो उन्होंने वहां एक बार देखा जिसमें भैंस, जंगली सूअर और प्रिय थे।

क्यों मुस्लिम मांस खाते हैं?

मांस खाने वाले का पक्ष लेना भी दोष

अर्थ: जो स्वयं तो मांस नहीं खाता, परन्तु खाने वाले का अनुमोदन करता है, वह भी भाव-दोष के कारण मांसभक्षण के पाप का भागी होता है। इसी प्रकार जो मारने वाले का अनुमोदन करता है, वह भी हिंसा के दोष से लिप्त होता है।

कौन सा धर्म सूअर नहीं खाता?

इनका आधार पशु अधिकारों के सम्मान के सिद्धांत पर आधारित है और यह लोग प्रत्येक उस चीज़ से परहेज करते हैं जिसके परिणामस्वरूप पशुओं की हत्या होती है। इसलिए वह उनसे किसी तरह लाभ प्राप्त करने से बचते हैं । एक मुसलमान पूर्ण शाकाहारी होने के बावजूद एक अच्छा मुसलमान हो सकता है। मांसाहारी होना एक मुसलमान के लिए ज़रूरी नहीं है।

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कौन सा देश है जहां आदमी का मांस खाया जाता है?

मांस खाने वाले का पक्ष लेना भी दोष

अर्थ: जो स्वयं तो मांस नहीं खाता, परन्तु खाने वाले का अनुमोदन करता है, वह भी भाव-दोष के कारण मांसभक्षण के पाप का भागी होता है। इसी प्रकार जो मारने वाले का अनुमोदन करता है, वह भी हिंसा के दोष से लिप्त होता है।

शाकाहारी देश कौन सा है?

ब्राजील के सर्गिपे के स्थानीय लोगों में इसके प्रचलन को दर्ज किया गया है, “वे मिलने पर मानव मांस का भक्षण किया करते हैं और अगर किसी महिला का गर्भपात हो जाय तो अकालप्रसूत को बड़े शौक से तुरंत खा लिया जाता है।

मनुष्य का मांस कौन सा देश खाता है?

नेशनल ज्योग्राफिक के विशेषज्ञों ने दुनिया के खान-पान से जुड़ी आदतों और प्रकार से संबंधित सारिणी ‘फ्यूचर ऑफ फूड’ संस्करण के तहत तैयार की है। इसके अनुसार भारत एक ऐसा देश है, जहां अधिकतर लोग शाकाहारी हैं। इसकी तुलना में हांगकांग दुनिया का ऐसा देश है, जहां लोग सबसे ज्यादा मांसाहारी हैं।

क्या भगवान राम मांसाहारी थे?

👉खासकर लाइबेरिया और कांगो में, अनेक युद्धों में हाल ही में नरभक्षण के अभ्यास देखने को सामने आया है । आज, बहुत ही कम जनजातियों में एक कोरोवाई हैं जो सांस्कृतिक अभ्यास के रूप में अभी भी मानव मांस खाने में विश्वास करते हैं। विभिन्न मेलेनिशियन जनजातियों में रस्म-रिवाज के रूप में और युद्ध में अब भी इसका प्रचलित है ।

कौरवों की जाति क्या थी?

अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।

कंदमूल कौन सा फल है?

अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।

कृष्ण ने राधा को श्राप क्यों दिया?

रुक्मिणी भगवान कृष्ण की पत्नी थी। रुक्मिणी को लक्ष्मी का अवतार भी माना जाता है। उन्होंने श्रीकृष्ण से प्रेम विवाह किया था।

भोलेनाथ की बेटी का नाम क्या है?

तभी वहां राधा आ पहुंची और उन्होंने कृष्ण और विरजा को अपमानित किया. इसके बाद राधा ने विरजा को धरती पर दरिद्र ब्राह्मण होकर दुख भोगने का श्राप दे दिया. वहां मौजूद सुदामा ये बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने उसी वक्त राधा को कृष्ण से बरसों तक विरह का श्राप दे दिया.

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मृत्यु की देवी कौन है?

पद्म पुराण में भी शिव की पुत्री अशोक सुंदरी का जिक्र किया गया है. माना जाता है कि देवी पार्वती अपने अकेलेपन और उदासी से मुक्ति पाने के लिए कल्प वृक्ष से पुत्री की कामना की जिससे एक सुंदर सी पुत्री का जन्म हुआ. इसलिए उसका नाम अशोक सुंदरी रखा गया.

भगवान राम क्या खाते थे?

कंदमूल को कई जगहों पर राम फल के नाम से भी जाना जाता है. वैसे तो यह एक जंगली फल है, जिसकी खेती नहीं की जाती है, क्‍योंकि यह खेतों और जगंलों में अपने आप ही उगता है. लेकिन इसी जंगली फल में कई ऐसे आयुर्वेदिक लाभ छिपे हैं जिससे मनुष्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं.

सूअर के मांस के बारे में कुरान क्या कहता है?

क्योंकि प्रभु श्रीराम छत्रिय थे और वे मांस खाते थे। इसका जवाब है कि रामायण में कहीं भी प्रभु श्रीराम के मांसाहर सेवन के बारे में नहीं लिखा है। हर जगह श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के द्वारा कंद मूल खाए जाने का जिक्र मिलता है।

सूअर कौन से देवता का वाहन है?

मुसलमानों के लिए सूअर का मांस वर्जित होने का मुख्य कारण यह है कि पवित्र कुरान में कहा गया है कि कुछ भोजन की अनुमति है, जबकि अन्य को स्पष्ट रूप से हराम घोषित किया गया है, जिसका अर्थ है निषिद्ध। और सूअर का मांस वर्जित खाद्य पदार्थों में से एक है।

सूअर क्या खाते थे?

भगवान विष्णु के वराह (सूअर)अवतार की कथा। वराह अवतार हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के दस अवतारों में से तृतीय अवतार हैं जो भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया को अवतरित हुए।

क्या भगवान कृष्ण मांसाहारी थे?

मां काली मृत्यु की देवी भी मानी जाती हैं।

कृष्ण भगवान किसका बेटा था?

कृष्ण वसुदेव और देवकी की 8वीं संतान थे। मथुरा के कारावास में उनका जन्म हुआ था और गोकुल में उनका लालन पालन हुआ था। यशोदा और नन्द उनके पालक माता पिता थे।

पांडव की जाति क्या है?

पांडवों को सूर्यवंशी माना जाता रहा है. सैकड़ों सालों से माना जाता रहा है कि पांडव सूर्यवंशी क्षत्रिय थे. महान कुरु राजवंश से ताल्लुक रखते थे.

पांडव कौन सी जाति के हैं?

चूंकि पांडव क्षत्रिय थे, इस तरह की आत्म-पहचान पांडवों के साथ रिश्तेदारी के एक रूप का दावा करती है और यह निहित है कि ये बहुपत्नी आदिवासी समुदाय वास्तव में कुछ मायनों में पांडवों के वंशज थे, यह दावा उच्च जाति के हिंदुओं को कहीं और स्वीकार्य नहीं है। .