जी हाँ! सिर्फ मुसलमान ही इस्लामी कानून के तहत शादी कर सकते हैं।
क्या इस्लाम में गैर मुस्लिम से शादी करना हराम है?
हालांकि, अगर लड़की इस्लाम को सच्चा धर्म मानकर कुबूल करती है और इस पर दृढ़ रहती है तो इस्लामिक रीति रिवाज से किया गया निकाह जायज है। गैर मुस्लिम निकाह की इजाजत नहीं। इस्लाम कुबूल करने के बाद केवल इस्लामिक तरीका ही जायज है।
गैर मुस्लिम क्या है?
काफ़िर (अरबी كافر (काफ़िर); बहुवचन كافرون काफ़िरून) इस्लाम में अरबी भाषा का बहुत विवादित शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ – "अस्वीकार करने वाला" या "ढ़कने वाला" या गैर–मुसलमान होता है। नास्तिक को "दहरिया" (भौतिकवादी) बुलाया जाता है।
इस्लाम में लड़कियों की शादी कैसे होती है?
इस्लामी कानून के अनुसार, विवाह के लिए दूल्हा-दुल्हन के अलावा काज़ी तथा गवाह (दो पुरुष या चार स्त्री गवाह) होना आवश्यक हैै। निकाह की शुरुआत मेहर की रकम को तय करने से शुरू होती है, लड़की के पिता या गार्जियन एक वली चुनते हैं जो मेहर की रकम लड़के वाले से बात कर तय करते हैं।
क्या एक हिंदू और मुसलमान की शादी हो सकती है?
एक हिंदू लड़की और एक मुस्लिम लड़के के बीच विवाह हिंदू कानून, मुस्लिम कानून और विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत शासित है। शादी का "धर्म" शादी में किए गए रीति-रिवाजों और समारोहों द्वारा निधारित किया जाता है।
इस्लाम में शादी की उम्र कितनी होनी चाहिए?
इस कानून के मुताबिक भी शादी के लिए लड़की की न्यूनतम उम्र 18 साल और लड़कों की 21 साल होनी चाहिए। इसके अलावा मुस्लिम लड़के-लड़कियों की शादी उनके मुस्लिम पर्सनल लॉ के अनुसार होती है, जिसके बारे में संसद से कानून नहीं बना है। विराग गुप्ता का कहना है कि देश में लड़के और लड़कियों की विवाह की उम्र को लेकर बहस कोई नई नहीं है।
मुस्लिम लड़कियों को हिजाब क्यों होता है?
हाँ, इस्लाम धर्म मुस्लिम महिलाओं को ग़ैर मर्दों से पर्दा करने का हुक्म देता है इसलिए मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनती हैं। केवल बाप,भाई, पति,बहन के बेटे और भाई के बेटे आदि से पर्दा नहीं किया जाता है।
क्या इस्लाम में कोई अपनी बहन से शादी कर सकता है?
✔️ इस्लाम ने करीबी रिश्तेदारी में शादी इसलिए जाइज़ ठहराई है क्योंकि इस्लाम मे चचेरी, ममेरी और फुफेरी बहन को “सगी बहन” माना ही नहीं जाता है और इस विषय पर सारी बहस ही चाचा, मामा, और फूफा के बेटे बेटियों को सगे भाई बहन मानने और ना मानने पर है।
मुसलमान अपनी बहन से शादी क्यों करता है?
✔️ इस्लाम ने करीबी रिश्तेदारी में शादी इसलिए जाइज़ ठहराई है क्योंकि इस्लाम मे चचेरी, ममेरी और फुफेरी बहन को “सगी बहन” माना ही नहीं जाता है और इस विषय पर सारी बहस ही चाचा, मामा, और फूफा के बेटे बेटियों को सगे भाई बहन मानने और ना मानने पर है।
कुरान में लड़कियों का सबसे अच्छा नाम क्या है?
- कलिमा
- करीमा
- खालिदाह
- लतीफाह
- महनूर
- मजीदाह
- मनाली
- मिस्बाह
मुसलमान लोग अपनी बहन से शादी क्यों करते हैं?
✔️ इस्लाम ने करीबी रिश्तेदारी में शादी इसलिए जाइज़ ठहराई है क्योंकि इस्लाम मे चचेरी, ममेरी और फुफेरी बहन को “सगी बहन” माना ही नहीं जाता है और इस विषय पर सारी बहस ही चाचा, मामा, और फूफा के बेटे बेटियों को सगे भाई बहन मानने और ना मानने पर है।
मुसलमान जल्दी शादी क्यों करते हैं?
युवा मुस्लिम पुरुषों और महिलाओं को जल्द से जल्द शादी करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, क्योंकि परिवार को इस्लामी समाज की नींव माना जाता है । पारंपरिक इस्लामी कानून के अनुसार, महिला और पुरुष डेट या इंटरमीलिंग के लिए स्वतंत्र नहीं हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक अधिक खींची हुई और जानबूझकर प्रक्रिया होती है।
मुस्लिम लोग खाने में थूक क्यों लगाते हैं?
TNM के मुताबिक, कई मुस्लिम मौलवियों ने इस बारे में बताया है कि धार्मिक अवसरों पर मौलवियों के एक निश्चित वर्ग द्वारा ही भोजन में फूंकने या थूकने की प्रथा का पालन किया गया, लेकिन ये सिर्फ निजी समारोहों के दौरान किया गया.
कुरान में महिलाओं के बारे में क्या लिखा है?
इस्लाम की नैतिक शिक्षा में महिलाएँ एक चर्चित विषय हैं। क़ुरआन में कुछ महिलाओं का स्तवन किया गया है, जबकि दूसरों को अपने अनैतिक कार्यों के लिए निंदा की गयी है। मरयम (मरियम – مريم) वाहिद महिला है जिसके पूरे नाम का ज़िक्र क़ुरआन में मिलता है। बाक़ी के नाम अन्य तौर-तरीक़ों से उल्लिखित हैं।
कुरान के लेखक कौन हैं?
जैद बिन साबित (655 ई) कुरान को इकट्ठा करने वाले पहले व्यक्ति थे, क्योंकि वह अल्लाह के नबी मुहम्मद के द्वारा पढ़ी गई आयतों और सूरों को लिखा करते थे. इस तरह से ज़ैद बिन साबित ने ही आयतों को एकत्र कर कुरान को किताब का रूप दिया. इसकी मूल प्रति अबू बकर को मिली.
मुस्लिम औरतों को जन्नत में क्या मिलता है?
इस्लाम धर्म के अनुसार मुस्लिम पुरुषों को जन्नत में 72 हूरें मिलेंगी, तो मुस्लिम महिलाओं को क्या मिलेगा? क़ुरान के हिसाब से महिला हो या मर्द दोनों ही जन्नत को जायँगे (अगर वो मुस्लिम है और अल्लाह पर यकीन रखते है) और उनके साथ कोई भेदभाव नही किया जाएगा। फिर यह भी बताया है कि औरतों को उनके ही खाविंद मिलेंगे जनत में।
मुस्लिम धर्म में मूंछ क्यों नहीं रखते?
मुस्लिम धार्मिक रिवाजो के अनुसार अगर कोई भी खाने पीने की चीज अगर मूछो को छू कर मुँह में जाती है तो वो मुकरु (अपवित्र) हो जाती है और अगर उस व्यक्ति ने रोजा रखा हुआ हो तो रोजा टूटा हुआ माना जाता है. इसीलिए मुस्लिम बड़ी मूछें नहीं रख कर बहुत छोटी रखते हैं.
मुस्लिम दूसरी शादी करने पर क्या सजा होती है?
ऐसे मामले में 7 साल की सजा और जुर्माना दोनों हो सकता है. भारत में मुसलमानों के लिए एक से ज्यादा शादी करने की छूट है. आईपीसी की धारा 494 के तहत मुसलमान पुरुषों को दूसरा निकाह करने की इजाजत है. इसी तरह से शरियत कानून की धारा 2 के तहत बहुविवाह की अनुमति है.
क्या मैं अपने पिता की बहन की बेटी से शादी कर सकता हूँ?
नही ,आप नही कर सकते क्योंकि यह hindu marriage act, 1955 के तहत prohibted marriage में आता है। कहती है की कोई भी व्यक्ति अपने पिता के तरफ से 5 पीढ़ियों और माता के तरफ से 3 पीढ़ी तक सादी नही कर सकती।। यह आपकी पिता की चचेरी बहन की बेटी आपके पिता की दूसरी generation की है अतः यह संभव नही है।
इस्लाम कौन से नंबर पर आता है?
इस्लाम; दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक समूह है।
इस्लाम कितने नंबर पर आता है?
इस्लाम में सुन्नी, शिया, सूफ़ी व अहमदिया समुदाय प्रमुख हैं। इस्लाम की मज़हबी स्थल मस्जिद कहलाती हैं। अनुयाइयों की कुल आबादी के अनुसार इस्लाम विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पन्थ है। विश्व में आज लगभग 1.9 अरब (या 190 करोड़) से 2.0 अरब (200 करोड़) मुसलमान हैं।
मुस्लिम में हस्बैंड को क्या बोलते हैं?
सीपी को उर्दू भाषा में ‘सदफ़’कहते हैं । जैसा इस मंच पर मैंने कई बार बताया है,उर्दू भाषा का अपना कोई मौलिक शब्दकोष नहीं है। इसके सभी शब्द अरबी ,फ़ारसी,तुर्की ,पुर्तगाली,संस्कृत और यहाँ तक कि बृजभाषा से आए हैं। उर्दू में भी ‘सदफ़’ शब्द अरबी भाषा से आया है।
मुस्लिम हिजाब क्या होता है?
हिजाब एक स्कार्फ जैसा चौकोर कपड़ा होता है. मुस्लिम महिलाएं इसका इस्तेमाल अपने बालों, सिर और गर्दन को ढकने के लिए करती हैं, ताकि सार्वजनिक स्थानों या घर पर भी असंबंधित या अनजान पुरुषों से विनम्रता और गोपनीयता बनाए रखी जा सके.
इस्लाम में अल तकिया क्या होता है?
अल–तकिया के अनुसार यदि इस्लाम के प्रचार – प्रसार अथवा बचाव के लिए किसी भी प्रकार का झूठ, धोखा करना पड़े, या माफी मांगनी पड़े – सब धर्म स्वीकृत है। यह सब धर्म स्वीकृत तब भी है जब यह सब माफी मांगना काफिरों से भी किया जाए। मुसलमानों के विश्वासघात के अन्य उदाहरण, जो कि अल तकिया का प्रयोग कर के हुआ है।
क्या औरत इस्लाम में नेता हो सकती है?
इस्लामिक फ़िक़ह (न्यायशास्त्र) के मलिकी स्कूल के संस्थापक इमाम मलिक ने कथित तौर पर कहा है कि एक महिला अपने सभी मामलों में राज्य की प्रमुख बन सकती है (चौधरी 1997: 147)। इमाम मलिक की राय के आधार पर, मलिकी न्यायविदों ने भी इस दृष्टिकोण के पक्ष में फैसले दिए हैं (हुसैन 1987: 228)।
मुसलमान क्या नहीं कर सकते?
इस मांस को “हलाल” कहा जाता है। मुसलमानों को जुआ खेलने, ब्याज लेने, भाग्य बताने, हत्या करने, झूठ बोलने, चोरी करने, धोखा देने, दूसरों पर अत्याचार करने या गाली देने, लालची या कंजूस होने, शादी से बाहर सेक्स करने, माता-पिता का अपमान करने और रिश्तेदारों, अनाथों या पड़ोसियों के साथ दुर्व्यवहार करने की भी मनाही है।
इस्लाम में हराम क्या है?
सभी व्यापार और व्यापार प्रथाओं के परिणामस्वरूप माल और सेवाओं के मुक्त और निष्पक्ष विनिमय के परिणामस्वरूप हरम, जैसे रिश्वत, चोरी और जुआ के रूप में माना जाता है। इसलिए, इस्लाम में धोखाधड़ी और बेईमानी के सभी रूप निषिद्ध हैं।
इस्लाम से क्या फायदे हैं?
इस्लाम अपनाने से सभी रिश्ते सौहार्दपूर्ण हो जाते हैं।
ईश्वर जानता है कि उसकी रचना के लिए सबसे अच्छा क्या है। उन्हें मानव मानस का पूरा ज्ञान है। नतीजतन इस्लाम स्पष्ट रूप से ईश्वर, हमारे माता-पिता, जीवनसाथी, बच्चों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों, आदि के प्रति हमारे अधिकारों और जिम्मेदारियों को परिभाषित करता है।
मुस्लिम लोग बैठकर पेशाब क्यों करते हैं?
हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि खड़े होकर पेशाब करने से कपड़ों पर उसकी बूँदें पढ़ने की संभावना बढ़ जाती है और अगर ऐसा होता है तो मुस्लिम भाई नमाज और अपनी धार्मिक किताब कुरान तक नहीं पढ़ सकते, इसी वजह से वह बैठकर पेशाब करते हैं.
पत्नी कब तक दूसरी शादी नहीं कर सकती?
आपको बता दें कि हिंदू मैरिज एक्ट 1955 की धारा 17 के अनुसार अगर कोई व्यक्ति जिसकी पत्नी जीवित होती है तब वह दूसरी शादी नहीं कर सकता है ऐसा करने पर धारा 494 के अनुसार दंडनीय अपराध का दोषी माना जाएगा। लेकिन अगर पहली पत्नी से तलाक हो गया है तब वह दूसरी शादी कर सकता है।
पति पत्नी को कब तलाक दे सकता है?
सवाल यह कि क्या ऐसे मामलों में तलाक की अनुमति दी जा सकती है जिनमें एक पक्ष तो तलाक के लिए तैयार है, लेकिन दूसरा नहीं? यूं तो कानून कहता है कि तलाक पति–पत्नी दोनों की रजामंदी से ही हो सकता है। लेकिन जब एक पक्ष अड़ा हो और दूसरा पक्ष दोबारा साथ रहने का मन भी बनाना नहीं चाहे तब बड़ी समस्या पैदा हो जाती है।
बेटे की शादी में मां क्यों नहीं जाती?
बता दें कि बेटे की शादी में मां का शामिल न होने का कारण घर की देखभाल करना होता था। क्योंकि घर के सभी लोग शादी में चले जाते थे। पीछे से घर की देखभाल और मेहमानों की जरूरतों का ध्यान रखने के लिए मां घर पर ही रूक जाती थी।
पति की बहन क्या लगती है?
पति की बहन को ननद कहते हैं।
किस देश में मस्जिद नहीं है?
स्लोवाकिया एक मस्जिद के बिना यूरोपीय संघ का एकमात्र सदस्य राज्य है । 2000 में, ब्रातिस्लावा में एक इस्लामिक केंद्र के निर्माण के बारे में विवाद छिड़ गया: राजधानी के मेयर ने स्लोवाक इस्लामिक वक्फ्स फाउंडेशन के ऐसे प्रयासों से इनकार कर दिया।
अल्लाह का फोटो क्यों नहीं है?
जानकारों के मुताबिक़ क़ुरान के 42वीं सूरे की 42 नंबर आयत में कहा गया है, “अल्लाह ही धरती और स्वर्ग को पैदा करने वाला है. उसकी तस्वीर जैसी कोई चीज़ नहीं है.” क़ुरान में लिखी गई इन बातों के आधार पर इस्लाम के जानकार मतलब निकालते हैं कि अल्लाह को किसी मनुष्य के हाथों से बनाई गई तस्वीर में क़ैद नहीं किया जा सकता.
दुनिया का पहला मुसलमान कौन था?
इस्लाम के पहले नबी, मुसलमानों के अनुसार, पहला आदमी, हजरत एडम (अरबी में, आदम) और बाइबल में उल्लेखित थे, उन्हें भी मुसलमानों को पैग़म्बर के रूप में माना जाता है, हजरत मुहम्मद साहब को इस्लाम के अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण पैग़म्बर के रूप में माना जाता है।
मुस्लिम लोग अपनी बहन से शादी क्यों करते हैं?
मुसलमान अपनी बहन (कजिन) से शादी क्यों करते हैं? इस्लाम धर्म में अपने चाचा और मामा की लड़की से शादी करने का हुक्म है लेकिन अपनी सगी बहन की और सगे भाई की लड़की से शादी नहीं होती । मां और पिता की बहन से शादी नहीं होती। यदि माँ ने किसी लड़की को अपना दूध पिलाया हो तो उस लड़की से भी शादी नही हो सकती।
क्या इस्लाम में गैर मुस्लिम से शादी कर सकते हैं?
हालांकि, अगर लड़की इस्लाम को सच्चा धर्म मानकर कुबूल करती है और इस पर दृढ़ रहती है तो इस्लामिक रीति रिवाज से किया गया निकाह जायज है। गैर मुस्लिम निकाह की इजाजत नहीं।
मुस्लिम महिलाएं बिंदी क्यों नहीं लगती है?
कुरान में बताया गया है कि महिलाओं को बुर्का पहनना इसलिए जरूरी है क्योंकि अल्लाह का यह कहना है कि अपने पति के अलावा किसी भी पराए मर्द को अपनी खूबसूरती नहीं दिखानी चाहिए इसलिए सभी लड़कियां और महिलाएं बुर्का पहनती है।
अल्लाह की तस्वीर क्यों नहीं होती?
सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। इसलाम में मूर्तिपूजा सबसे बड़ा पाप है। इसीलिए मस्जिदों में अल्लाह या सय्यद मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की तस्वीर नहीं होती। मुस्लिम मजहब इस बात की इजाजत नहीं देता.
इस्लाम के पांच नंबर क्या है?
इस्लाम के पाँच मूल स्तंभ हैं जिन्हें “अर्कान ई इस्लाम” या “अर्कन ई दीन” के रूप में जाना जाता है। इस्लाम के अंतिम दूत मुहम्मद साहब ने कहा “इस्लाम पांच स्तंभों पर बनाया गया है। शाहदा, सलात, जकात, हज, और रमजान का रोज़ा।