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कौन सा भगवान मांसाहारी है?

स्कंद पुराण के अलावा वराह पुराण में भी इस बात का वर्णन मिलता है जिसके अनुसार भगवान विष्णु के वराह अवतार पृथ्वी देवी के पूछने पर कहते है कि जो मनुष्य मांस का भक्षण करते है मैं ना तो उसकी पूजा स्वीकार करता हूँ और ना ही उसको अपना भक्त मानता हूँ।

क्या भगवान राम मांस खाते थे?

अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।

क्या कृष्ण मांस खाते थे?

श्रीकृष्ण मांसाहारी नही थे। वह मक्खन मिस्री खाते थे। विदुर के यहां साग खाया। दुर्योधन ने मेवे मिष्ठान्न की दावत दी थी मासाहार की नही।

भगवान राम का गोत्र क्या है?

रामानंद संप्रदाय के जगतगुरु राम दिनेशाचार्यजी महाराज कहते हैं कि भगवान राम अच्युत गोत्र से संबंध रखते थे। इस क्षत्रिय संत को गोत्र को भगवान राम का वंशज माना जाना चाहिए।

विवाह के समय सीता जी की उम्र कितनी थी?

वाल्मीकि रामायण में बताया गया है कि विवाह के समय भगवान राम की आयु 13 वर्ष और माता सीता की आयु 6 वर्ष थी। विवाह के बाद देवी सीता 12 वर्ष की आयु तक अपने पिता राजा जनक के यहां रहीं थी। इसके बाद उन्हें अयोध्या के लिए विदा किया गया।

अंडा खाने से क्या पाप होता है?

अंडा खाना पाप नहीं है, लेकिन सनातन पूजा पद्धति के कुछ नियम हैं जिनका अनुसरण करके हम ईश्वर के नजदीक जा सकते हैं। सनातनी पूजा में हम सीधे ईश्वर से संपर्क या आशीर्वाद पा सकते हैं यदि हम ठीक तरीके से उसे करें। उसके लिए हमें पूर्णरूपेण तन और मन से शुद्ध और सात्विक होना होता है।

क्या ब्राह्मणों ने मांस खाया था?

प्राचीन भारत में हिन्दू ही नहीं बल्कि ब्राह्मणों ने भी गौ मांस खाया हैं। उनके धर्मग्रंथो में इसका स्पष्ट उल्लेख हैं। पंडित राहुल सांस्कृत्यायन यह हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृति और हिन्दू भाषा के ज्ञाता थे। उनकी विद्वता को सभी ब्राह्मण दाद देते थे।

भगवान श्री राम की लंबाई कितनी थी?

रामायण के अनुसार भगवान राम की लंबाई छह फीट के करीब थी। भगवान राम को त्रिशीर्षवान के नाम से भी जाना जाता है। रामायण के अनुसार इसका मतलब सिर में तीन आवृत होता है।

क्या भगवान राम मांसाहारी थे?

अर्थात राम ने कभी मांस सेवन नहीं किया न ही उन्होंने मदिरा का पान किया है। हे देवी, वे हर दिन केवल संध्यासमय में उनके लिए एकत्रित किए गए कंद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अयोध्याकांड में निम्मिलिखित श्लोक निहित है जिसका कथन भोजन का प्रबंध करने के पश्चात लक्ष्मण ने किया था।

कौरवों की जाति क्या थी?

कौरव, पौरव और यादव तीनों ही चन्द्रवंशी थे।

कंदमूल कौन सा फल है?

कंदमूल को कई जगहों पर राम फल के नाम से भी जाना जाता है. वैसे तो यह एक जंगली फल है, जिसकी खेती नहीं की जाती है, क्‍योंकि यह खेतों और जगंलों में अपने आप ही उगता है. लेकिन इसी जंगली फल में कई ऐसे आयुर्वेदिक लाभ छिपे हैं जिससे मनुष्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं.

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अंडे का पीला भाग क्यों नहीं खाना चाहिए?

अंडे के पीले भाग खाने के ये होते हैं नुकसान

अंडे में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है, जिससे हार्ट को नुकसान हो सकता है. – इसके अलावा जिन लोगों को ब्लड शुगर बढ़ा रहता है वह भी इस पीले भाग को खाने से बचे नहीं तो आपकी दिक्कत बढ़ जाएगी. – ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी अंडे के पीला भाग से परहेज करना चाहिए.

क्या अंडा शाकाहारी में आता है?

इस गलतफहमी को दूर करने के लिए वैज्ञानिकों ने भी साइंस के जरिए इस सवाल का जवाब देने की कोशिश की है। उनके मुताबिक, अंडा शाकाहारी होता है।

कौन सा भगवान मांस खाता है?

साथ ही भगवान विष्णु के वराह अवतार पृथ्वी देवी से यह कहते हैं कि जो मनुष्य मछली या दूसरे पशुओं के मांस का सेवन करता है मेरे लिए उससे बड़ा अपराधी और कोई भी नहीं। इसके अलावा भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने यह भी बताया है कि मनुष्य को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

हिन्दू धर्म मांस क्यों नहीं खाता?

हर धर्म में अहिंसा को सबसे परम धर्म माना गया है। लेकिन वह हिंसा जो अत्याचारी से अपनी रक्षा के लिए ना की गई हो, उसे सबसे बड़ा अधर्म माना जाता है और मांस का भोजन इसी प्रकार की हिंसा से प्राप्त होता है। इस तरह हिंदुओं के लिए मांस खाना सबसे बड़ा पाप माना जाता है। मांसभक्षण को लेकर महाभारत में घोर निंदा की गई है।

मांस कौन से भगवान खाते हैं?

इस टेलीविज़न विज्ञापन में ऑस्ट्रेलिया के एक मांस उत्पादक समूह ने भगवान गणेश को मेमने का मांस खाते दिखाया है. हालांकि विज्ञापन में अन्य धर्मों के प्रतीक भी खाने पर साथ बैठे हुए दिखाए गए हैं.

कौन से दिन मांस नहीं खाना चाहिए?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि हिंदू धर्म के लोगों को मंगलवार के दिन मांस के सेवन से बचना चाहिए। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मंगलवार के दिन ही मांस का सेवन नहीं किया जाता। शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के साथ गुरुवार और शनिवार को भी पवित्र दिन माना जाता है। इन दिनों में मांस का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।

भगवान राम कितने वर्ष जीवित रहे?

त्रेता युग के दौरान अपने दूसरे जीवन में, वे रावण (जया) और कुंभकर्ण (विजया) के रूप में पैदा हुए थे, और दोनों राम द्वारा मारे गए थे। द्वापर युग के दौरान अपने तीसरे जीवन में, वे शिशुपाल (जया) और दंतवक्र (विजया) के रूप में पैदा हुए और दोनों कृष्ण द्वारा मारे गए।

रावण अपने अगले जन्म में कौन था?

सीता और राम के विवाह के वक्त रामजी की आयु सिर्फ 14 साल थी, जबकि सीताजी की मात्र 6 साल की थीं. शादी के बाद दोनों 12 वर्षों तक अयोध्या में रहे, इसके बाद उन्हें वनवास भोगने के लिए वन जाना पड़ा. इस समय तक सीताजी 18, राम जी 26 साल के हो गए थे. जब वे वनवास से लौटे तो सीता की आयु 32 और रामजी की उम्र 40 हो गई थी.

राम की उम्र कितनी होती है?

अतः द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अबतक बीते 5,100 वर्ष = कुल 8,80,100 वर्ष। अतएव परंपरागत रूप से राम का जन्म आज से लगभग 8,80,100 वर्ष पहले माना जाता है।

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भगवान राम की उम्र कितनी है?

पांडवों को सूर्यवंशी माना जाता रहा है. सैकड़ों सालों से माना जाता रहा है कि पांडव सूर्यवंशी क्षत्रिय थे. महान कुरु राजवंश से ताल्लुक रखते थे.

पांडव की जाति क्या है?

चूंकि पांडव क्षत्रिय थे, इस तरह की आत्म-पहचान पांडवों के साथ रिश्तेदारी के एक रूप का दावा करती है और यह निहित है कि ये बहुपत्नी आदिवासी समुदाय वास्तव में कुछ मायनों में पांडवों के वंशज थे, यह दावा उच्च जाति के हिंदुओं को कहीं और स्वीकार्य नहीं है। .

पांडव कौन सी जाति के हैं?

दूध मांसाहार का हिस्‍सा है। दूध मांसाहारी है, क्‍योंकि मां के खून और मांस से निर्मित होता है। शुद्धतम मांसाहार है इसलिए जैनी, जो अपने को कहते हैं हम गैर-मांसाहारी हैं, कहना नहीं चाहिए, जब तक वे दूध न छोड़ दें। केव्‍कर ज्‍यादा शुद्ध शाकाहारी है, क्‍योंकि वे दूध नहीं लेते।

क्या दूध शाकाहारी है?

यदि कोई भ्रूण का भोजन करें तो वह महा पापी होता है क्योंकि उसने जीव के धरती पर आने से पहले ही उसे मार डाला है। उसी प्रकार अंडा भ्रूण अवस्था में जीव होता है और जीव की हत्या करके उसके शरीर का भोजन मांसाहार की श्रेणी में आता है।

अंडा खाना पाप क्यों है?

शिव पुराण में इस संबंध में एक बहुत ही दिलचस्प कहानी मिलती है. एक संत था जो खूब तपस्या करके शक्तिशाली हो चुका था. वह केवल फल और हरी पत्तियां खाते थे इसलिए उनका नाम प्रनद पड़ गया था. अपनी तपस्या के जरिए उस साधु ने जंगल के सभी जीव-जंतुओं पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था.

भोलेनाथ क्या खाते थे?

हालांकि हिन्दू धर्म मांसाहार खाने की सलाह या अनुमति नहीं देता है। खासकर हिन्दू धर्म में अश्‍व, नर, गाय, श्वान, सर्प, सुअर, शेर, गज और पवित्र पक्षी (हंसादि) का मांस खाना घोर पाप माना गया है।

हिंदू कौन सा मांस खा सकता है?

रावण मांसाहारी था। इसका प्रमाण वाल्मीकि रामायण में मिलता है। जब हनुमान रावण के महल में माता सीता की तलाश कर रहे थे, तो उन्होंने वहां एक बार देखा जिसमें भैंस, जंगली सूअर और प्रिय थे।

क्या रावण मांस खाता था?

साथ ही भगवान विष्णु के वराह अवतार पृथ्वी देवी से यह कहते हैं कि जो मनुष्य मछली या दूसरे पशुओं के मांस का सेवन करता है मेरे लिए उससे बड़ा अपराधी और कोई भी नहीं। इसके अलावा भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने यह भी बताया है कि मनुष्य को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

मछली खाने से क्या पाप होता है?

यह वेदो मे बताये गये मनुष्य के भोजन शाकाहार के विधान से विपरीत है अतः मीट मांसाहार व मच्छी खाने वालो मनुष्य को पाप ही लगता है। यह नियम सृष्टि रचियाता ब्रह्मा जी ने बनाकर वेदो मे लिखवाये है ऋषि महर्षि व मुनियो से । यही विधाता का विधान व नियम है । जी हाँ।

कौन सा देश है जहां आदमी का मांस खाया जाता है?

ब्राजील के सर्गिपे के स्थानीय लोगों में इसके प्रचलन को दर्ज किया गया है, “वे मिलने पर मानव मांस का भक्षण किया करते हैं और अगर किसी महिला का गर्भपात हो जाय तो अकालप्रसूत को बड़े शौक से तुरंत खा लिया जाता है।

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रावण मरते समय क्या कहा था?

ये राम मैं शक्ति में कही भी तुमसे पीछे नही था बल्कि में हर चेत्र में मैं तुमसे आगे ही था । फिर भी में तुमसे युद्ध यार गया क्यों क्योंकि मेरे पास लक्षण जैसा भाई नही था। इस लिए मैं ये युद्ध तुमसे हार गया। यही बात रावण ने राम से मरते वक्त कही होगी।

मृत्यु के समय रावण की उम्र कितनी थी?

श्रीराम के हाथों अंत होने तक रावण की आयु लगभग 39000 वर्ष 16 माह और 9 दिन थी

सीता माता की मृत्यु कैसे हुई?

लोग यह भी जानते हैं कि कैसे अग्नि परीक्षा से गुजरने के बाद सीता ने अपने जीवन का त्याग कर दिया था. राम अपने पुत्रों के साथ अयोध्या लौट आए और महल में उनके लिए एक नया घर बनाया. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि सीता मां के पृथ्वी में समा जाने के बाद राम के शेष जीवन का क्या हुआ?

द्रोपदी की जाति क्या है?

इन क्षेत्रों में, द्रौपदी की पूजा मुख्य रूप से कोनार (यादव), वन्नियार (किसान) और मुतलियार जाति के लोग करते हैं।

अर्जुन की मृत्यु कैसे हुई?

अर्जुन ने बभ्रुवाहन के साथ युद्ध किया और उसका पलड़ा भारी रहा। बब्रुवाहन ने अर्जुन को हरा दिया और एक शक्तिशाली अस्त्र से उसका वध कर दिया

महाभारत में सत्य की कौन था?

सात्यकि महाभारत में एक वीर जो यादवों का सेनापति थे। सत्यकि यादवों के एक कुल का राजकुमार, वासुदेव कृष्ण का अभिन्न मित्र एवं महाभारत के समय पाण्डवों की ओर से लडने वाला एक योद्धा था। वह उन चंद लोंगों में से था जो कि महाभारत के बाद जीवित बच गए थे।

कौरवों कौन सी जाति है?

कौरव, पौरव और यादव तीनों ही चन्द्रवंशी थे।

कंदमूल कितने प्रकार के होते हैं?

शलजम लाल और सफेद दोनों प्रकार का होता है। इसके स्वाद में कोई अंतर नहीं होता। इसकी एक किस्म बिल्कुल गोल होती है, पर दूसरी थोड़ी चपटी और लंबी। दोनों की सब्जी बनती है और सलाद के काम भी आती है।

करौंदे को इंग्लिश में क्या कहा जाता है?

करोंदा का अंग्रेजी में क्या नाम है? – Quora. करौंदा को अंग्रेजी में क्रैनबेरी (cranberry ) कहा जाता है। इसका सेवन मुख्य रूप से यूरीन से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है।

सबसे शक्तिशाली सब्जी कौन सी है?

विश्व की सबसे ताकतवर सब्जी कंटोला है। कंटोला को औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। कंटोला को कम कैलोरी वाली सब्जी माना जाता है. ऐसे में यह शरीर के अतिरिक्त फैट को कम करने में मददगार होती है.

फलों का राजा कौन सी सब्जी है?

बैंगन को कौन नहीं जानता? बतौर सब्जी लगभग हर हिन्दुस्तानी रसोई में इसका इस्तमाल होता है। सब्जियों का राजा कहलाने वाले इस पौधे और इसके फल के कई नायाब औषधीय गुण भी हैं। अलग अलग आकार और बैंगनी, हरा, सफेद और नीले रंगों में दिखाई देने वाला बैंगन हमारी सेहत से जुड़ी अनेक समस्याओं के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है।