Q. बौद्ध धर्म का कौन सा अंग मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करता है? Notes: हीनयान बौध्द धर्म की शिक्षाओं पर विश्वास करता है। हीनयान मूर्तिपूजा पर विश्वास नहीं करता है और न ही यह विश्वास करता है कि बुद्ध भगवान थे।
क्या हिंदू धर्म में मूर्ति पूजा अनिवार्य है?
स्पष्ट है कि वेद के अनुसार ईश्वर की न तो कोई प्रतिमा या मूर्ति है और न ही उसे प्रत्यक्ष रूप में देखा जा सकता है। किसी मूर्ति में ईश्वर के बसने या ईश्वर का प्रत्यक्ष दर्शन करने का कथन वेदसम्मत नहीं है। जो वेदसम्मत नहीं वह धर्मविरुद्ध है।
वेदों के अनुसार मूर्ति पूजा क्या है?
वेदों में प्रतिमा पूजा का विधान है या नहीं। महर्षि ने वेद और शास्त्रों के प्रमाण देकर सिद्ध किया कि वेदों में मूर्ति पूजा का कोई विधान नहीं है। उन्होंने कहा कि काशी शास्त्रार्थ में महर्षि दयानंद ने चालीस पौराणिक विद्वानों को हराया। चारों वेद में एक भी ऐसा मंत्र नहीं है जिससे मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जा सके।
सबसे पुराना धर्म क्या है?
हिन्दू धर्म (संस्कृत: हिन्दू धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे 'वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म' भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है।
हिंदू धर्म में मूर्ति पूजा क्यों होती है?
साकार ईश्वर की उपासना में मूर्ति पूजा का विशेष महत्व है. बिना मूर्ति या प्रतीक के साकार ब्रह्म की उपासना नहीं हो सकती. सबसे पहले हड़प्पा की खुदाई में पशुपति की मूर्ति के प्रमाण मिलते हैं. इसके बाद सुविधा और समर्थन के कारण , मूर्ति पूजा तेजी से प्रचलित होती गई.
कौन सा धर्म मूर्ति पूजा नहीं करता?
Q. बौद्ध धर्म का कौन सा अंग मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करता है? Notes: हीनयान बौध्द धर्म की शिक्षाओं पर विश्वास करता है। हीनयान मूर्तिपूजा पर विश्वास नहीं करता है और न ही यह विश्वास करता है कि बुद्ध भगवान थे।
भारत में सबसे अच्छा धर्म कौन सा है?
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आँकड़े (सांख्यिकी)
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हिंदू धर्म कितने नंबर पर आता है?
दुनियाभर में अनुयायियों की संख्या के लिहाज से ईसाई सबसे बड़ा, जबकि हिंदू धर्म तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. इस्लाम दूसरे स्थान पर है.
घर के मंदिर में माचिस रखने से क्या होता है?
घर में बना मंदिर घर का सबसे पवित्र स्थान होता है यहां पर माचिस रखना घर में नकारात्मकता लाता है और अपशगुन का कारण बनता है. घर के मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्ति-तस्वीरें रखी जाती हैं, उनकी पूजा की जाती है इसलिए यहां पर हमेशा पवित्र और सकारात्मकता लाने वाली चीजें ही रखनी चाहिए.
घर में कौन से भगवान की पूजा करनी चाहिए?
कौन से देवी देवता रखने चाहिए
घर के पूजनस्थल में किन देवी-देवताओं को स्थापित करना चाहिए यह भी वास्तु के लिहाज से आवश्यक होता है। वास्तुशास्त्र कहता है कि गुडलक पाने के लिए पूजाघर में विष्णु, लक्ष्मी, राम-सीता, कृष्ण, एवं बालाजी जैसे सात्विक एवं शांत देवी देवता का यंत्र, मूर्ति और तस्वीर रखना शुभ फलदायी होता है।
दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है?
हिन्दू धर्म (संस्कृत: हिन्दू धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म‘ भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है।
हिंदू धर्म कहां जमा हुआ है?
हिंदू धर्म मुख्य रूप से भारत में समूहीकृत है। अनुयायियों की सबसे बड़ी संख्या वाले अन्य जातीय धर्मों को एशिया में कहीं और समूहबद्ध किया गया है।
मूर्ति पूजा क्यों गलत है?
स्पष्ट है कि वेद के अनुसार ईश्वर की न तो कोई प्रतिमा या मूर्ति है और न ही उसे प्रत्यक्ष रूप में देखा जा सकता है। किसी मूर्ति में ईश्वर के बसने या ईश्वर का प्रत्यक्ष दर्शन करने का कथन वेदसम्मत नहीं है। जो वेदसम्मत नहीं वह धर्मविरुद्ध है।
क्या हिन्दू दो शादी कर सकता है?
दूसरी पत्नी: दूसरी शादी की वैधता
हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 5 के अनुसार, किसी व्यक्ति का किसी अन्य व्यक्ति से विवाह अवैध है यदि वह अभी भी किसी और से विवाहित है। इसका अर्थ यह है कि इस मामले में दूसरी पत्नी और पति के बीच दूसरी शादी अवैध है।
ज्यादा पूजा पाठ करने से क्या होता है?
इसका सीधा सा उत्तर यह है कि ज्यादा पूजा पाठ करने वाला भक्ति के स्वरूप को नही समझने के कारण पूजा पाठ तो करता है, लेकिन वह अनजाने में सकाम पूजा ही करता है जिसका फल उसे सुख दुख के रूप में ही मिलता है। ज्यादा पूजा पाठ करने वाला बेशक ज्यादा पूजा पाठ या भक्ति करता हुआ नजर आता है लेकिन वह कर्मकांड को ठीक से नही करना जानता है।
पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए?
पूजा में क्षमा मांगने के लिए बोला जाता है ये मंत्र
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥ मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन।
घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?
माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल
ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए।
भगवान की पूजा कब नहीं करनी चाहिए?
यदि हम ज्योतिष के नियमों की मानें तो दोपहर 12 से 3 बजे का समय देवताओं के आराम का समय माना जाता है और इस समय यदि पूजन किया जाता है तो पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसके साथ ही, इस समय को अभिजीत मुहूर्त कहा जाता है और ये पितरों का समय माना जाता है। इस वजह से इस विशेष समय अवधि में देवताओं की पूजा का विधान नहीं है।
हिंदू धर्म कौन से नंबर पर आता है?
दुनियाभर में अनुयायियों की संख्या के लिहाज से ईसाई सबसे बड़ा, जबकि हिंदू धर्म तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. इस्लाम दूसरे स्थान पर है.
हिंदू धर्म के संस्थापक कौन हैं?
* अक्सर यह कहा जाता है कि हिन्दू धर्म का कोई संस्थापक नहीं। इस धर्म की शुरुआत का कुछ अता-पता नहीं। हालांकि धर्म के जानकारों अनुसार वर्तमान में जारी इस धर्म की शुरुआत प्रथम मनु स्वायम्भुव मनु के मन्वन्तर से हुई थी।
दुनिया का पहला मुसलमान कौन था?
इस्लाम के पहले नबी, मुसलमानों के अनुसार, पहला आदमी, हजरत एडम (अरबी में, आदम) और बाइबल में उल्लेखित थे, उन्हें भी मुसलमानों को पैग़म्बर के रूप में माना जाता है, हजरत मुहम्मद साहब को इस्लाम के अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण पैग़म्बर के रूप में माना जाता है।
विश्व में हिंदुओं के कितने देश हैं?
1. विश्व में भारत, नेपाल और मॉरीशस में हिन्दू बहुसंख्यक हैं। 2. अनुमानित रूप से विश्व के करीब 52 से अधिक देशों में हिंदू रहते हैं, जिसमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, रशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, दक्षिण कोरिया, जापान, दक्षिण अफ्रीका, नॉर्वे, जर्मन, सूरीनाम, मॉरीशस और हालैंड का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।
पृथ्वी पर सबसे पहला धर्म कौन सा है?
हिन्दू धर्म (संस्कृत: हिन्दू धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म‘ भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है।
पुरानी मूर्ति को क्या करें?
नई मूर्ति की स्थापना के बाद पुरानी मूर्तियों का भूलकर भी अपमान न करें. इन्हें किसी कागज या साफ कपड़े में लपेटकर सुरक्षित रख दें. फिर जब भी आपको मौका मिले, आप अपने घर के पास किसी नदी या नहर में उन्हें विसर्जित कर दें.
बिना नहाए पूजा कैसे करें?
जी हाँ बिना नहाए पूजा की जा सकती है और इससे परमेश्वर को कोई फर्क नई पड़ता कि हम नहाए है या नही ओर कोई भी चीज़ हमे बाहर से लग कर इस तरह असुद्ध नही कर सकती कि हम उस स्थिति में परमेश्वर से पूजा या प्राथना न कर सके या परमेश्वर हमारी प्राथना पूजा ग्रहण न करे वो हमारी प्राथना विनती तब भी सुनता है और हमे क़बूल भी करता है जब …
रोज किसकी पूजा करनी चाहिए?
शास्त्रों के अनुसार इन पंचदेवों की पूजा करनी चाहिए—सूर्य, गणेश, दुर्गा, शंकर एवं विष्णु। सबसे पहले सूर्य की पूजा की जाती है। अब समयानुसार यह क्रम थोड़ा परिवर्तित हो गया।
कैसे पता करें कि भगवान हमारे साथ है या नहीं?
अगर आपको रात में नींद के दौरान बार-बार सपने आते हैं और सपनों में मंदिर, भगवान की मूर्ति या फोटो दिखाई देती हैं तो इसका मतलब है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी चीज को लेने के लिए आगे बढ़ते हैं, लेकिन लेते वक्त आपके मन में उसे लेकर कुछ संशय आ जाता है।
घर के पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?
माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल
ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए।
रात को सोते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?
-ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। -राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें.