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किसकी गलती से कलयुग का आरंभ हुआ?

कलयुग किसी गलती से नहीं आया, कलयुग अपने समय पर विधि के विधान अनुसार ही उपस्थित हुआ है . राजा परीक्षित न होता तो कोई और होता परंतु कलयुग को तो आना ही था और जिस तरह कलयुग आया उसी प्रकार इसे जाना भी है . यह अटल सत्य है .

कलयुग का पहला राजा कौन था?

द्वापर युग समाप्त हो रहा था और कलियुग प्रवेश कर रहा था उस समय राजा परीक्षित थे,इसलिए कलियुग के पहले राजा परीक्षित को कहा जा सकता है।

कलयुग की शुरुआत किसने की थी?

भगवान कृष्ण द्वापरयुग के अंत में अपने दिव्य निवास पर चले गए और तुरंत कलियुग 3102 ईसा पूर्व में शुरू हुआ। कृष्ण 125 से अधिक वर्षों तक जीवित रहे।

कलयुग की उत्पत्ति कैसे हुई?

गणना की जाए तो कलियुग का आरंभ 3102 ईसापूर्व हो चुका था। जब धर्मराज युधिष्ठिर अपना पूरा राजपाठ परीक्षित को सौंपकर अन्य पांडवों और द्रौपदी समेत महाप्रयाण हेतु हिमालय की ओर निकल गए थे। उन दिनों स्वयं धर्म, बैल का रूप लेकर गाय के रूप में बैठी पृथ्वी देवी से सरस्वती नदी के किनारे मिले।

कलयुग का अंतिम राजा कौन था?

राजा ने दिया कलियुग को आदेश

राजा परीक्षित बहुत ज्ञानी भी थे। वह चंद शब्दों से बैल के रूप में धर्म और गाय के रूप में धरती मां को पहचान गए थे। कलियुग को जीवनदान देने के बाद राजा परीक्षित ने कहा- कलियुग, तू ही पाप, झूठ,चोरी, कपट और दरिद्रता का करण तू ही है।

कलयुग का देव कौन है?

लेकिन हनुमान जी (Hanuman ji) एक ऐसे देवता हैं जिन्हें कलयुग के देवता के नाम से जाना जाता है.

कलयुग किसका बेटा है?

जीवनसंगीसंतानपितामाता
परीक्षित

कलयुग की देवी कौन है?

बाबा काल भैरव की आरधना में विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है देवी महाकाली, काल भैरव और शनि देव ये तीनों ही देव बहुत कड़क, क्रोधी और कड़ा दंड देने वाले माने जाते है ये तीनो ही देवी देवता धर्म की रक्षा के लिए नियुक्त किये गए है लेकिन ये तीनों ही देवगण अपने उपासकों और साधकों की मनाकामनाएं भी तुरंत पूरी करते हैं।

कलयुग में भगवान कौन है?

धर्म ग्रंथों के अनुसार कलयुग में भगवान विष्णु कल्कि रूप में अवतार लेंगे। कल्कि अवतार कलियुग व सतयुग के संधिकाल में होगा। पुराणकथाओं के अनुसार कलियुग में पाप की सीमा पार होने पर विश्व में दुष्टों के संहार के लिये कल्कि अवतार प्रकट होगा।

कलयुग का पिता कौन है?

यह हैं उनके माता-पिता

भगवान श्री कल्कि निष्कलंक अवतार हैं। भगवान कल्कि के पिता भगवान विष्णु के भक्त होंगे, साथ में वह वेदों और पुराणों के ज्ञाता होंगे। उनके पिता का नाम विष्णुयश और माता का नाम सुमति होगा। उनके भाई जो उनसे बड़े होंगे उनके नाम सुमंत, प्राज्ञ और कवि नाम के नाम के होंगे।

हनुमान जी कहाँ रहते हैं?

श्रीमद् भगावत् पुराण में बताया गया है कि ऐसा पवित्र स्थान गंधमादन पर्वत है। यहीं पर राम जी के दुलारे और कलियुग में धर्म के रक्षक हनुमान जी निवास करते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि गंधमादन पर्वत कैलास पर्वत के उत्तर में स्थित है।

घर में किसकी पूजा करनी चाहिए?

घर के पूजनस्थल में किन देवी-देवताओं को स्थापित करना चाहिए यह भी वास्तु के लिहाज से आवश्यक होता है। वास्तुशास्त्र कहता है कि गुडलक पाने के लिए पूजाघर में विष्णु, लक्ष्मी, राम-सीता, कृष्ण, एवं बालाजी जैसे सात्विक एवं शांत देवी देवता का यंत्र, मूर्ति और तस्वीर रखना शुभ फलदायी होता है।

कलयुग के अंत में कौन आएगा?

कलियुग में भगवान कल्कि का अवतार होगा, जो पापियों का संहार करके फिर से सतयुग की स्थापना करेंगे। कलियुग के अंत और कल्कि अवतार के संबंध में अन्य पुराणों में भी इसका वर्णन मिलता है।

सबसे सुंदर देवता कौन सा है?

कामदेव को हिंदू शास्त्रों में प्रेम और काम का देवता माना गया है। उनका स्वरूप युवा और आकर्षक है। वे विवाहित हैं और रति उनकी पत्नी हैं।

कलयुग में हनुमान जी के दर्शन कैसे होंगे?

भगवान राम से वरदान पाने के कारण हनुमान जी अमर हो गए। तुलसीदास जी ने कलियुग में हनुमान जी की मौजूदगी का उल्लेख किया है और बताया है कि हनुमान जी की कृपा से ही उन्हें राम लक्ष्मण जी के दर्शन प्राप्त हुए। राम जी से अमरता का वरदान पाने के बाद हनुमान जी ने अपना निवास उस स्थान को चुना जो पवित्र और ईश्वरीय कृपा प्राप्त हो।

कलयुग में कौन से देवता जिंदा है?

कलयुग में कौन से भगवान जिंदा (अमर) है? इस कलयुग में सात देवता आज भी मौजूद हैं। इन्हीं 7 देवताओं को कलयुग में सप्त चिरंजीवी के रूप में भी समझा जाता है। इन सात चिरंजीवी में भगवान हनुमान, श्री वेद व्यास, परशुराम, कृपाचार्य, अश्वत्थामा, बलि, विभीषण आज भी अमर हैं।

हनुमान की मृत्यु कैसे हुई?

हिंदू किंवदंती के एक संस्करण में, देवताओं के राजा इंद्र ने हस्तक्षेप किया और हनुमान को अपने वज्र से मारा। यह हनुमान के जबड़े पर लगा और वह टूटे हुए जबड़े के साथ पृथ्वी पर गिर पड़े। हनुमान के पिता वायु (वायु) परेशान हो गए और उन्होंने पृथ्वी की सारी हवा निकाल दी।

हनुमान जी के नीचे कौन है?

हनुमानजी के पैर तले स्त्री रूप में विराजे हैं शनिदेव | हनुमानजी के पैर तले स्त्री रूप में विराजे हैं शनिदेव – Dainik Bhaskar.

बुद्धिमान भगवान कौन है?

भगवान गणेश बुद्धि के अधिष्ठाता और साक्षात् प्रणव रूप हैं। इन्हें विघ्नहर्ता और ऋद्धि-सिद्धि का स्वामी भी कहा जाता है। इसलिए हिन्दू धर्म के अनुसार किसी काम को करने से पहले या किसी नए कार्य की शुरुआत से पूर्व गणेश जी की पूजा करना आवश्यक माना गया है। इसके अलावा गणेश जी को सभी देवों में सबसे अधिक बुद्धिमान माना जाता है।

हिंदू धर्म में सबसे सुंदर भगवान कौन है?

आइकनोग्राफी। कामदेव को एक युवा, सुंदर व्यक्ति के रूप में दर्शाया गया है जो धनुष और बाण धारण करता है। उनका धनुष गन्ने से बना है, और उनके बाण पाँच प्रकार के सुगंधित फूलों से सुशोभित हैं।

हनुमान जी खुश होने पर क्या संकेत देते हैं?

इन 10 बातों या संकेतों से जानिए कि हनुमानजी प्रसन्न हैं आप पर
  • यदि आपके हाथों में मंगल रेखा स्पष्ट नजर आ रही है तो निश्‍चित ही हनुमानजी की आप पर कृपा है। …
  • यदि कुंडली में मंगल मेष, वृश्चिक या मकर राशि में है या सूर्य-बुध एक ही जगह पर बैठे हैं या दसवें भाव में मंगल है तो माना जाता है कि यह मंगल नेक है।

हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

चालीसा में से किसी भी एक पंक्ति का चुनाव अपनी आवश्यकता के अनुसार करें और नित्य प्रातः तुलसी की माला पर , मंत्र की तरह तीन से लेकर ग्यारह माला तक जाप करें. जितने समय तक यह प्रयोग किया जाय , खान पान और आचरण की शुद्धता पर ध्यान दिया जाय. बिना श्रीराम की पूजा के हनुमान जी की पूजा न करें.

हनुमान जी की मृत्यु कैसे हुई?

उन्‍होंने पहचान लिया कि यह तो श्रीराम के सेवक है। इसके बाद ग्रामदेवी हनुमानजी के गले में बैठ गई जिससे हनुमानजी का गला प्यास से सूखने लगा। पवनपुत्र ने जलपान किया और जल ग्रहण करते ही उनके पूरे शरीर में विष फैल गया और उन्‍होंने अपने प्राण त्‍याग दिए।

हनुमान जी की कौन सी फोटो घर के लिए अच्छी नहीं है?

वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर अपवित्र स्थान, सीढ़ियों के नीचे, किचन में हनुमान जी की फोटो लगाने से बचना चाहिए. कहते हैं कि घर की दक्षिण दिशा में हनुमान जी की लाल रंग की बैठी हुई फोटो लगाने से नेगेटिव एनर्जी का प्रभाव कम होता है.

शनिदेव हनुमान जी से क्यों डरते हैं?

शनिदेव को कर्मों का हिसाब करने वाला माना जाता है। जिस भी व्यक्ति पर शनि देव की वक्र दृष्टि पड़ जाती है, उसे बहुत सारे कष्ट झेलना पड़ते हैं। पर एक सच यह भी होता है, कि हनुमान जी के आगे शनिदेव की नहीं चलती। माना जाता है, कि जो भी हनुमान जी पूजा- अर्चना सच्चे मन से करता है, शनिदेव उसका बाल भी बांका नहीं कर सकते।

बिना नहाए पूजा कैसे करें?

जी हाँ बिना नहाए पूजा की जा सकती है और इससे परमेश्वर को कोई फर्क नई पड़ता कि हम नहाए है या नही ओर कोई भी चीज़ हमे बाहर से लग कर इस तरह असुद्ध नही कर सकती कि हम उस स्थिति में परमेश्वर से पूजा या प्राथना न कर सके या परमेश्वर हमारी प्राथना पूजा ग्रहण न करे वो हमारी प्राथना विनती तब भी सुनता है और हमे क़बूल भी करता है जब …

क्या हम बिना नहाए पूजा कर सकते हैं?

इसलिए सुबह पूजा करने के लिए पुरुषों को विवाहित होने पर स्नान करने की आवश्यकता होती है। ब्रह्मचारियों और ब्रह्मचारियों को स्नान करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उनके पास विकल्प है, और महिलाओं को सुबह पूजा से पहले स्नान करने की आवश्यकता नहीं है, जब तक कि उन्होंने रात को या अपने मासिक धर्म से पहले सेक्स नहीं किया हो

घर के पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?

माचिस रखने से नहीं मिलता है पूजा का फल

ऐसा माना जाता है कि घर के मंदिर में कोई भी ज्वलनशील सामग्री जैसे माचिस या लाइटर नहीं रखना चाहिए। ये अपनी और नेगेटिव ऊर्जा को आकर्षित करती हैं। माचिस को आप घर में किचन या किसी अन्य स्थान पर रख सकते हैं, लेकिन माचिस कभी भी बेडरूम में भी नहीं रखनी चाहिए

पूजा घर में क्या नहीं करना चाहिए?

ऐसी मान्‍यता है कि घर के पूजा स्‍थल में हमें मूर्तियां नहीं स्‍थापित करनी चाहिए। इसे गृहस्‍थ लोगों के लिए अच्‍छा नहीं माना जाता है। आप इसके स्‍थान पर तस्‍वीरों या फिर बहुत छोटी मूर्तियां रख सकते हैं और किसी भी भगवान की एक से अधिक तस्‍वीर या फिर प्रतिमा न रखें।

भगवान से बड़ा कौन है?

यानी माता पिता का स्थान सर्वोपरि है। शास्त्र की व्याख्या करते कथा व्यास कहते हैं कि शास्त्र कहता है कि सबसे बड़ा भगवान, उससे बड़ा गुरु, गुरु से बड़ा पिता तथा पिता से भी बड़ा है मां का स्थान।

भगवान में सबसे ताकतवर कौन है?

भगवान शिव के इस विकराल रूप को देखकर दोनों विष्णु और ब्रह्मा समझ गए कि शिव की शक्ति उन दोनों से अधिक है और वे इस सृष्टि के सबसे शक्तिशाली प्राणी है. कहा जाता है यही वो पल था जब महादेव पहली बार धरती पर अवतरित हुए.

मुस्लिम का सबसे बड़ा भगवान कौन है?

अल्लाः (अरबी: الله‎) अरबी भाषा में ईश्वर के लिए शब्द है। इसे मुख्यतः मुसलमानों और अरब ईसायों द्वारा एक ईश्वर का उल्लेख करने के लिए प्रयोग में लिया जाता है। जिसे फ़ारसी में ख़ुदा भी कहा जाता है।

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