कवयित्री का ‘घर जाने की चाह’ से क्या तात्पर्य है? उत्तर: ‘घर जाने की चाह’का तात्पर्य है-इस भवसागर से मुक्ति पाकर अपने प्रभु की शरण में जाना। वह परमात्मा की शरण को ही अपना वास्तविक घर मानती है।
कवयित्री का घर जाने की चाह से क्या तात्पर्य है MCQ?
कवयित्री का घर जाने की चाह से तात्पर्य है प्रभु से मिलना। कवयित्री इस भवसागर को पार करके अपने परमात्मा की शरण में जाना चाहती है क्योंकि जहाँ प्रभु हैं वहीं उसका वास्तविक घर है।
कवयित्री का घर जाने की चाह से क्या तात्पर्य है वाख़ के आधार पर उत्तर दीजिए?
Answer: कवयित्री का 'घर जाने की चाह' से तात्पर्य प्रभु से मिलन है। उसके अनुसार जहाँ प्रभु हैं वहीं उसका वास्तविक घर है।
कवयित्री द्वारा मुक्ति पाने के लिए किये जाने वाले प्रयास व्यर्थ क्यों हो रहे है?
कवयित्री के कच्चेपन के कारण उसके मुक्ति के सारे प्रयास विफल हो रहे हैं अर्थात् उसमें अभी पूर्ण रुप से प्रौढ़ता नहीं आई है जिसकी वजह से उसके प्रभु से मिलने के सारे प्रयास व्यर्थ हैं।
कवयित्री के दुख का कारण क्या है?
उत्तर:- कवयित्री इस संसारिकता तथा मोह के बंधनों से मुक्त नहीं हो पा रही है ऐसे में वह प्रभु भक्ति सच्चे मन से नहीं कर पा रहीं है। अत: उसे लगता है उसके द्वारा की जा रही सारी साधना व्यर्थ हुई जा रही है इसलिए उसके द्वारा मुक्ति के प्रयास भी विफल होते जा रहे हैं।
खा खाकर कुछ पाएगा नहीं का क्या भाव है?
कवयित्री कहती है कि मनुष्य को भोग विलास में पड़कर कुछ भी प्राप्त होने वाला नहीं है। प्रस्तुत पंक्तियों में कवयित्री मनुष्य को ईश्वर प्राप्ति के लिए मध्यम मार्ग अपनाने को कह रही है। मनुष्य जब सांसारिक भोगों को पूरी तरह से त्याग देता है तब उसके मन में अंहकार की भावना पैदा हो जाती है।
कवि क्यों आह भरेगा?
समाधान: कविता आह के साथ शुरू होती है क्योंकि वह शायद उस रास्ते पर जाने के लिए पछताता है जिसे उसने चुना था और अब पीछे मुड़कर देखता है, तो उसने जो चुनाव किया था उसके कारण वह आह भरता है। वह चाहता है कि उसे वापस जाने और नई शुरुआत करने का एक और मौका दिया जाए।
बंद द्वार की शक्ल खोलने का क्या उपाय है?
बंद द्वार की साँकल खोलने के लिए ललदय ने उपाय सुझाया है कि भोग-विलास और त्याग के बीच संतुलन बनाए रखना, मनुष्य को सांसारिक विषयों में न तो अधिक लिप्त और न ही उससे विरक्त होना चाहिए बल्कि उसे बीच का मार्ग अपनाना चाहिए। जिस दिन मनुष्य के हृदय में ईश्वर भक्ति जागृत हो गई अज्ञानता के सारे अंधकार स्वयं ही समाप्त हो जाएँगे।
न खाने से मनुष्य अहंकारी क्यों बनता है?
मनुष्य जब सांसारिक भोगों को पूरी तरह से त्याग देता है तब उसके मन में अंहकार की भावना पैदा हो जाती है। अत:भोग-त्याग, सुख-दुःख के मध्य का मार्ग अपनाने की बात यहाँ पर कवयित्री कर रही है। भाव यह की भूखे रहकर तू ईश्वर साधना नहीं कर सकता।
1 अभी न होगा मेरा अंत कवि ने ऐसा क्यों कहा?
‘अभी न होगा मेरा अंत‘ कवि ने ऐसा क्यों कहा? Answer: ‘अभी न होगा मेरा अंत‘ कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि वे बताना चाहते हैं कि अभी अंत नहीं होने वाला है। अभी अभी तो वसंत का आगमन हुआ है जिससे उसका जीवन खुशियों से भर गया है। वह उमंग से भरा हुआ है।
आशा को बावली क्यों कहा गया है?
Solution : (i) कवि ने आशा को बावली इसलिए कहा है, क्योंकि वह जीवन के यथार्थ को न समझते हुए भ्रम में पड़ी रहती है।
कवयित्री का घर जाने की इच्छा से क्या तात्पर्य है?
कवयित्री का ‘घर जाने की चाह’ से क्या तात्पर्य है? उत्तर: ‘घर जाने की चाह‘का तात्पर्य है-इस भवसागर से मुक्ति पाकर अपने प्रभु की शरण में जाना। वह परमात्मा की शरण को ही अपना वास्तविक घर मानती है।
मनुष्य का पतन कैसे होता है?
काम, क्रोध, लोभ व मोह मनुष्य के प्रबल शत्रु हैं जो मनुष्य का जीवन नष्ट कर देते हैं। मनुष्य मदिरा के नशे की भांति जीवन में इनके वशीभूत रहता है। इनसे बचने का उपास केवल अविद्या का नाश है जिसके अनेक उपाय हैं, परन्तु बहुत से लोगों को इन उपायों का ज्ञान नहीं है।
मनुष्य अहंकारी कब हो जाता है?
अहंकार कब और क्यों आता है मनुष्य के अंदर थोडा सा बल, बुद्धि, धन, ऐश्वर्य, और पद मिलने से मानव अहंकारी बन जाता है और हर समय अपना ही गुणगान करता रहता है। उसे अपने से श्रेष्ठ कोई नहीं दिखता। इन्हीं कारणों से उसका पतन होता है। इसलिए कभी अपने बल और धन पर घमंड नहीं करना चाहिए।
कोमल कोमल हरे हरे ऐसे शब्द जो दो बार लगातार आते हैं उन्हें व्याकरण की दृष्टि से कौन सा शब्द कहा जाता है?
विशेषण जिस संज्ञा (या सर्वनाम) की विशेषता बताता है, उसे विशेष्य कहते हैं। ऊपर दिए गए वाक्यांशों में गात, वसंत और पात शब्द विशेष्य हैं, क्योंकि इनकी विशेषता (विशेषण) क्रमश: कोमल, मृदुल और हरे–हरे शब्द बता रहे है।
कवि का संसार से नाता क्यों नहीं बन पाता?
(ग) कवि को संसार इसलिए अच्छा नहीं लगता क्योंकि उसके दृष्टिकोण के अनुसार संसार अधूरा है। उसमें प्रेम नहीं है। वह बनावटी व झूठा है। मैं यौवन का उन्माद लिए फिरता उन्मादों में अवसाद लिए फिरता हूँ, जो मुझको बाहर हँसा, रुलाती भीतर, मैं, हाय, किसी की याद लिए फिरता हूँ !
बड़ी आशा या लता कौन है?
शुरुआती ज़िंदगी और पेशा
आशा जब नौ साल की थीं, तभी उनके पिता का देहांत हो गया। परिवार पुणे से कोल्हापुर और फिर मुंबई चला गया। उन्होंने और उनकी बड़ी बहन लता मंगेशकर ने अपने परिवार का समर्थन करने के लिए गायन और फिल्मों में अभिनय करना शुरू किया।
आशा की मुख्य भूमिका क्या है?
आशा गाँव के स्वास्थ्य विकास हेतु बीमारियों से बचाव तथा स्वास्थ्यवर्धन के कार्य करती है। * ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को आयोजित करने में आशा की प्रमुख भूमिका है। इस दिन बच्चों को टीकाकरण के लिए केन्द्र लाना, माता तथा गर्भवती स्त्रियों को आंगनबाड़ी केन्द्र लाकर उनकी जांच तथा स्वास्थ्य षिक्षा करने में मदद करना।
पृथ्वी पर कितने मनुष्य हैं?
विश्व जनसंख्या घड़ी: 8 अरब लोग (लाइव, 2022) – वर्ल्डोमीटर।
मनुष्य अच्छे कार्य कब करता है?
<br> मनुष्य अच्छे कार्य कब करता है? जब वह सुबुद्धि में होता है जब वह दुर्बुद्धि में होता है जब वह कुमति में होता है जब वह अविवेकपूर्ण स्थिति में होता है।
अहंकार क्या नष्ट करता है?
अहंकार से मनुष्य की बुद्धि नष्ट हो जाती है। अहंकार से ज्ञान का नाश हो जाता है। अहंकार होने से मनुष्य के सब काम बिगड़ जाते हैं। जब हम कामयाबी की ओर बढ़ते हैं, तो हमारे साथ अहंकार भी बढ़ता है और जब हम असफल होते हैं, तो अहंकार भी उतरता जाता है।
अहंकार छोड़ने पर सब क्या करते हैं?
- ध्यान का अभ्यास करें ध्यान एक ऐसी चीज है जो आपके जीवन में संतुलन जोड़ती है; यह आपको अपने मस्तिष्क के साथ-साथ भावनाओं को भी नियंत्रित करने में मदद करता है। …
- कहानियां बनाना बंद करें …
- अति-आत्मविश्वासी न बनें …
- आभार व्यक्त करने का अभ्यास करें …
- माफ़ करना सीखें …
- दूसरों की सराहना करें
हरे हरे शब्द क्या है?
कविता के ‘हरे–हरे ये पात’ वाक्यांश में ‘हरे–हरे‘ शब्द युग्म पत्तों के लिए विशेषण के रूप में प्रयुक्त हुए हैं। यहाँ ‘पात’ शब्द बहुवचन में प्रयुक्त है। ऐसा प्रयोग भी होता है जब कर्ता या विशेष्य एक वचन में हो और कर्म या क्रिया या विशेषण बहुवचन में; जैसे- वह लंबी-चौड़ी बातें करने लगा ।
शब्द के जिस रूप से उनकी संख्या का पता चले वह क्या कहलाता हैं?
संज्ञा या सर्वनाम शब्द के जिस रूप से उसकी संख्या का पता चले, वह वचन कहलाता है। वचन के भेद – वचन दो प्रकार के होते हैं। एकवचन – संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से किसी व्यक्ति या वस्तु के एक होने का बोध होता है, उसे एक वचन कहते हैं; जैसे-कपड़ा, स्त्री, बकरी, पुस्तक, कीड़ा, पत्ता, पंखा आदि।
स्त्री कवि किसे कहते हैं?
कवयित्री (बहुवचन कवयित्री) (दिनांक) एक महिला कवयित्री।
स्त्री कवि को आप कैसे कहते हैं?
एक कवयित्री एक महिला कवयित्री होती है। अधिकांश महिला कवियों को कवि कहलाना पसंद है।
आशा मानता क्या है?
सामाजिक सन्दर्भों में समानता का अर्थ किसी समाज की उस स्थिति से है जिसमें उस समाज के सभी लोग समान (अलग-अलग नहीं) अधिकार या प्रतिष्ठा (status) रखते हैं।
आशा मंगेशकर के कितने बच्चे हैं?
आशा ताई ने की दो शादियां
आशा ने बेहद छोटी उम्र 16 साल में अपनी बहन लता मंगेशकर के सेक्रेटरी गणपत राव भोंसले से शादी कर ली थी। मगर कुछ साल बाद दोनों के रिश्तों में खटास आ गई और दोनों अलग हो गए। गणपत और आशा के तीन बच्चे हेमंत, वर्षा और आनंद हैं।
आशा का दूसरा नाम क्या है?
आशा भोंसले |
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आशा भोंसले |
आशा ताई |
आशा बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
(ग) (घ) आशा की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं उत्तीर्ण है । आशा की उम्र चयन हेतु आहूत आम सभा के दिन को न्यूनतम – 25 वर्ष तथा अधिकतम – 45 वर्ष होगी । आशा उस गाँव की स्थायी निवासी होनी चाहिए । आशा गाँव / टोले की बहु होगी ।