अक्खड़ता कबीर का गुण नहीं है। जब वे योगी को संबोधन करते हैं तभी उनकी अक्खड़ता पूरे चढ़ाव पर होती है।
कबीर अपने साथ चलने वालों का घर जलाने की बात कहकर क्या कहना चाहते हैं समझाइए?
Solution : कबीर ईश्वरीय ज्ञान की प्राप्ति हेतु साथ चलने वाले लोगों के घरों को जलाना चाहते हैं, क्योंकि घर सांसारिक मोह, माया, बंधन का निमित्त होता है। ये सब ईश्वर प्राप्ति के मार्ग के बाधक होते हैं। इन बंधनों को तोड़कर ही ईश्वर में मन लगाया जा सकता है।
कबीर के अनुसार गलती होने के लिए दो जिम्मेदार तत्त्व?
Answer: समाज में फैले धार्मिक अंधविश्वासों के चलते उन्होंने अपनी आलोचना में हिन्दू या मुसलमान नहीं देखा सबके मिथ्याचारों पर कटाक्ष किये । कबीर जाँति-पाँति, उँच-नीच को नहीं मानते । ऊँच- नीच, जाति- पाति का भेद मिटाकर सबको एक समान सामाजिक स्तर देने का कार्य किया ।
कबीर के अनुसार प्रेम पाने की शर्त?
प्रेम पाने के लिये सिर देने से कबीर का आशय है कि प्रेम रूपी प्याले को वही व्यक्ति पी सकता है जो अपने सिर का बलिदान करने तक को तत्पर हो, जो लोग लोग लोभी हैं, वो लोग अपने सिर का बलिदान नही कर सकते और उन्हे प्रेम रूपी प्याले का पान करना नसीब नही होता है।
कबीर कौन थे कबीर शब्द का अर्थ क्या है?
ताकतवर; महान; आदरणीय । कबीर एक प्रसिद्ध भारतीय रहस्यवादी और कवि का नाम था। उनका जन्म 1440 में हुआ था और उनकी मृत्यु 1518 में हुई थी और हिंदुओं, मुसलमानों और सिखों द्वारा बहुत सम्मानित थे।
मनुष्य ईश्वर को कब नहीं देख पाता?
ईश्वर सब ओर व्याप्त है। वह निराकार है। हमारा मन अज्ञानता, अहंकार, विलासिताओं में डूबा है। इसलिए हम उसे नहीं देख पाते हैं।
मैं और हरि के निवास में क्या अंतर है?
Answer. कबीर कहते हैं कि ईश्वर तो हम सबके अंदर वास करते हैं लेकिन हम उस बात से अनजान होकर ईश्वर को तीर्थ स्थानों के चक्कर लगाते रहते हैं। जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाँहि। उत्तर: जब मनुष्य का मैं यानि अहँ उसपर हावी होता है तो उसे ईश्वर नहीं मिलते हैं।
कबीर जी ने असली ज्ञानी किसे कहा है?
कबीर कहते हैं कि बड़ी बड़ी पुस्तकें पढ़ कर संसार में कितने ही लोग मृत्यु के द्वार पहुँच गए, पर वे सभी विद्वान न हो सके। यदि कोई प्रेम या प्यार के केवल ढाई अक्षरअच्छी तरह पढ़ ले, तो वही सच्चा ज्ञानी होगा।
कबीर के अनुसार मनुष्य का मन कैसा है?
Answer. Answer: कबीर के अनुसार मनुष्य को अपनी वाणी और व्यवहार को शीतल बनाए रखना चाहिए | हमे ऐसी मधुर वाणी बोलनी चाहिए जिससे हमें शीतलता का अनुभव हो और साथ ही सुनने वाले का मन भी प्रसन्न हो उठे। हमें कटुर वचन नहीं बोलने चाहिए | हमेशा सबसे प्यार से और हंस के बात करनी चाहिए | खुद को भी सुख की अनुभूति होती है।
प्रेम गली में दो क्यों नहीं समा सकते?
प्रेम की गली इतनी संकरी है कि इसमें एक साथ दो नहीं समा सकते अर्थात् गुरू के रहते हुए अंहकार नहीं उत्पन्न हो सकता। साधू भूखा भाव का, धन का भूखा नाहिं। धन का भूखा जो फिरै, सो तो साधू नाहिं।। अर्थात (Meaning in Hindi): साधु संत प्रेम रूपी भाव के भूखे होते हैं, उन्हें धन की अभिलाषा नहीं होती किन्तु जो धन के भूखे होते हैं।
कबीर ने दीवाना किसे कहा है?
उत्तर:- कबीर अपने आप को दीवाना कहता है क्योंकि उनके अनुसार ईश्वर निर्गुण, निराकार, अजय-अमर और अविनाशी है और उन्होंने ने इस परमात्मा का आत्म साक्षात्कार कर लिया है अब वे राग-द्वेष, अंहकार और मोह-माया से दूर होकर निर्भय हो चुके हैं अत: ईश्वर के सच्चे भक्त होने के कारण दीवाने हैं।
डूबने से डरने वाला व्यक्ति कहाँ बैठा रहता है?
उत्तर : डूबने से डरने वाला व्यक्ति पानी के किनारे बैठा रहता है ।
कबीर का मतलब उर्दू में?
kabiir. बड़ा, महान्, श्रेष्ठ, उत्तम, आ’ला।
मनुष्य ईश्वर को कहाँ कहाँ ढूंढते है?
मनुष्य ईश्वर को देवालय (मंदिर), मस्जिद, काबा तथा कैलाश में ढूँढता फिरता है।
जो भगवान को नहीं मानता उसे क्या कहना चाहिए?
जो भगवान और परलोक को नहीं मानता, उसे नास्तिक कहते हैं।
हरि का शाब्दिक अर्थ क्या है?
हरी का मतलब सूर्य, यार, ग्रीन, लाइट, चंद्रमा, इंद्र के लिए एक और नाम है, ब्रह्मा विष्णु और शिव होता है। ” हरि ” भगवान् श्री विष्णु जी का ही एक नाम है। यह भगवान विष्णु का एक नाम है।
निवास का मतलब क्या होगा?
बसने या रहने की क्रिया या अवस्था 2. रहने की जगह या स्थान 3. मकान; घर 4. कुछ समय तक ठहरने या विश्राम करने का स्थान 5.
कबीर के अनुसार गाली अनेक हो जाती है –?
Answer: कबीर ने गालियों के संबंध में कहा कि यदि कोई व्यक्ति एक गाली देता है तो दूसरा कई गाली देकर उत्तर देता है। इस प्रकार गालियों का सिलसिला चल पड़ता है। एक से अनेक गालियाँ हो जाती हैं? Answer: जब हमें कोई व्यक्ति एक गाली देता है और हम उसके जवाब में उसे पलटकर गाली देते हैं।
कबीर दास जी के 10 दोहे?
- मैं जानूँ मन मरि गया, मरि के हुआ भूत | …
- भक्त मरे क्या रोइये, जो अपने घर जाय | …
- मैं मेरा घर जालिया, लिया पलीता हाथ | …
- शब्द विचारी जो चले, गुरुमुख होय निहाल | …
- जब लग आश शरीर की, मिरतक हुआ न जाय | …
- मन को मिरतक देखि के, मति माने विश्वास | …
- कबीर मिरतक देखकर, मति धरो विश्वास |
कबीर मनुष्य की श्रेष्ठता मानते?
उत्तर- (क) कबीर मनुष्य की श्रेष्ठता उसके ऊँचे कुल का होने में नहीं, वरन् उसके द्वारा किए गए उच्च कर्म के आधार पर मानते हैं।
कबीर मनुष्य को किन किन दोषों से बचने की चेतावनी देते हैं?
प्रश्न 4: परमात्मा को पाने के लिए कबीर किन दोषों से दूर रहने की सलाह देते हैं? उत्तर- परमात्मा को पाने के लिए कबीर मोह, माया, अज्ञान, घमंड आदि से दूर रहने की सलाह देते हैं। वे जीवन-यापन के भय से मुक्ति की चेतावनी भी देते हैं। क्योंकि मोह, माया, अज्ञान, घमंड तथा भय आदि परमात्मा को पाने में बाधक हैं।
प्रेम की गली की क्या विशेषता है?
Answer: कवि के अनुसार प्रेम गली का मुख्य गुण यह है कि वह इतनी तंग है कि उस मै अहंकार और ईश्वर का एक साथ वास नहीं हो सकता ।
सूरज डूबने के समय परिवार के लोग क्या चिंता करते हैं?
सूरज डूबने के समय घर पर कोई इसलिए प्रतीक्षा इसलिए करता है क्योंकि परिवारजन चाहते हैं कि रात होने से पूर्व परिवार के सभी सदस्य घर पहुँच जाएँ। कविता में जीवन को कठिन नहीं कहते हुए इसे साबित करने के लिए अंतरिक्ष के पार की दुनिया की कल्पना और संभावना व्यक्त की गई है।
सूरज डूबने का वक्त हो गया है से क्या अभिप्राय है?
Answer. सूरज डूबने का वक्त हो गया है इसका अभिप्राय है की शाम होनेवाली है।
कबीर के दोहों को कहते हैं *?
Solution : कबीर के दोहों को साखी कहा जाता है, क्योंकि . साखी. शब्द का अर्थ है-साक्षी, गवाह या प्रत्यक्ष रूप से, अर्थात् उन्होंने इस संसार-समाज को अपनी खुली आँखों से जैसा देखा, उसे वैसा ही व्यक्त किया है।
कबीर किसका त्याग करने के लिए कहते?
Answer: कवि ने मनुष्य को अहंकार त्यागने का संदेश इसलिए दिया है जो व्यक्ति अहंकार त्याग देता है उस पर सभी कृपा भाव बनाए रखते हैं।
कैसे पता करें कि भगवान हमारे साथ है या नहीं?
अगर आपको रात में नींद के दौरान बार-बार सपने आते हैं और सपनों में मंदिर, भगवान की मूर्ति या फोटो दिखाई देती हैं तो इसका मतलब है कि आप पर भगवान की कृपा बनी हुई है। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी चीज को लेने के लिए आगे बढ़ते हैं, लेकिन लेते वक्त आपके मन में उसे लेकर कुछ संशय आ जाता है।
भगवान को कैसे बुलाया जा सकता है?
भगवान को पाने के 3 रास्ते गीता में बताए गए हैं। इनमें पहला है कर्म योग। दूसरा ज्ञान और तीसरा भक्ति याेग। भगवान श्रीकृष्ण जब अर्जुन को इन तीनों तरीके के बारे मे बताते हैं तब अर्जुन कहते हैं कि वे इन तीनों रास्तों पर नहीं चल पाएंगे।
मूल निवास से क्या होता है?
मूलनिवासी किसी भी देश, क्षेत्र में रह रहे वो लोग जो बहुत पहले से या उनके पूर्वज वहां पर रहकर अपना जीवन यापन करते आये हो वहां के मूलनिवासी कहलाते है। ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी के जिस हिस्से पर जो पहले से रहता आया है वो उस जगह का मूलनिवासी कहलाता है।
वास और निवास में क्या अंतर है?
निवास भी एक प्रकार से ठहरने का ही स्थान होता है निवास को किसी विशेष प्रकार की ढांचे की आवश्यकता नहीं होती बस इसमें व्यक्ति जहां ढहरता हो अब वो कहीं भी रुके पर उसके लिए निश्चित स्थान होना चाहिए उसे निवास कहेंगे। बस आवास और निवास में फर्क बहुत है आवास एक घर हुआ निवास को रहने का स्थान समझ को।
साधु से जाति के विषय में क्यों नहीं पूछना चाहिए?
साधु की जाति क्यों नहीं पूछनी चाहिए? साधु की जाति इसलिए नहीं पूछनी चाहिए क्योकि हमें उनसे ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। ज्ञानवान मनुष्य तो किसी भी जाति का हो सकता है और उसकी दृष्टि में सभी समान महत्त्व रखते हैं।
कबीर संसार को पागल क्यों कहा है?
कबीर जग को पागल इसलिए कहते हैं कि यदि सच कहते है तो यह संसार मारने के लिए दौड़ता है और झूठ कहते है तो विश्वास कर लेता है। कबीर ने ऐसा इसलिए कहा है कि क्योंकि संसार के लोग सच को सहन नहीं कर पाते और न उस पर विश्वास करते हैं।
कबीर मंत्र इन हिंदी?
इस पर कबीर दास जी उठ खड़े हुए और कहा कि यह शब्द ‘राम राम’ ही मेरा गुरुमंत्र है और आप मेरे गुरु हैं। राम नाम के मंत्र ने ही कबीरदास को संत कबीर में बना दिया। आगे चलकर संत कबीर ने अपनी रचनाओं में राम के साथ रहीम को जोड़कर भक्ति मार्ग की विशिष्ट व्याख्या की। यही वजह है कि कबीर दास को किसी एक धर्म का नहीं माना जाता।
कबीर मनुष्य को किन किन से बचने की चेतावनी देते हैं?
प्रश्न 4: परमात्मा को पाने के लिए कबीर किन दोषों से दूर रहने की सलाह देते हैं? उत्तर- परमात्मा को पाने के लिए कबीर मोह, माया, अज्ञान, घमंड आदि से दूर रहने की सलाह देते हैं। वे जीवन-यापन के भय से मुक्ति की चेतावनी भी देते हैं। क्योंकि मोह, माया, अज्ञान, घमंड तथा भय आदि परमात्मा को पाने में बाधक हैं।
प्रेम गली अति सांकरी इसमें एक साथ कौन नहीं समझ सकता?
प्रेम न बाड़ी ऊपजे, प्रेम न हाट बिकाय ! राजा पिरजा जेहि रुचे, शीश देई लेजाए !! प्रेम पियाला जो पिये शीश दक्षिणा देय !
कवि ने प्रेम की गली को क्या कहा है?
Answer: कवि के अनुसार प्रेम गली का मुख्य गुण यह है कि वह इतनी तंग है कि उस मै अहंकार और ईश्वर का एक साथ वास नहीं हो सकता ।
ईश्वर का वास कहाँ होता है?
संसार के कण-कण में ईश्वर का वास है। हर जीव, पेड़-पौधे में परमपिता परमेश्वर का अंश है।
कबीर ने ईश्वर को सबसे?
साखियाँ एवं सबद
कबीर ने ईश्वर को ‘सब स्वाँसों की स्वाँस’ में क्यों कहा है? ‘सब स्वाँसों की स्वाँस में’ से कवि का तात्पर्य यह है कि ईश्वर कण-कण में व्याप्त हैं, सभी मनुष्यों के अंदर हैं। जब तक मनुष्य की साँस (जीवन) है तब तक ईश्वर उनकी आत्मा में हैं। तीसरे दोहे में कवि ने किस प्रकार के ज्ञान को महत्त्व दिया है?
क्या कृष्ण ही ईश्वर है?
वेदों का ईश्वर सृष्टि निर्माता, पालनकर्ता या ध्वंस कर्ता नहीं है परंतु उसके उपस्थित होने से ही यह ब्रह्मांड उसी में से उत्पन्न होकर उसी में लीन हो जाने वाला है। यह सभीकुछ उसकी शक्ति से ही संचालित हो रहा है। ईश्वर ही है श्रीकृष्ण : अंतत: कहना होगा की सभी अवतारों में श्रीकृष्ण ही पूर्णावतार हैं।
सूर्य का रंग लाल क्यों होता है?
ब्लूमर कहते हैं, “जब क्षितिज पर सूर्य का ताप कम होता है, तो प्रकाश की नीले और हरे रंग की तरंगें बिखर जाती हैं, और ऐसे में हमें बची हुईं प्रकाश की नारंगी और लाल तरंगें ही दिखाई देती है.” बैंगनी और नीले रंग की किरणें अपनी छोटी वेवलेंथ के कारण ज़्यादा लंबी दूरी तक नहीं जा पातीं और ज़्यादा बिखर जाती हैं.
सूरज डूबने को हिंदी में क्या कहते हैं?
यह शब्द दो शब्दों — सूर्य और अस्त की सन्धि से बना है। इसका अर्थ है — सूर्य का अस्त होना या डूबना ।