यदि आप अपने जन्म के समय एक रेखा खींचते हैं, जहाँ से आप चंद्रमा में पैदा हुए थे तो तारों से होकर गुजरने वाली रेखा आपका नक्षत्र कहलाएगी। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में नक्षत्र को प्रमुख तत्व के रूप में माना गया है। सभी 27 नक्षत्र ज्योतिष शास्त्र के प्रमुख गणनाओं के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
जन्म मूल नक्षत्र कैसे जाने?
वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र की समाप्ति एक साथ होती हैं तथा धनु राशि और मूल नक्षत्र का आरम्भ यही से होता है। इसलिए इस स्थिति को ज्येष्ठा गण्ड और मूल नक्षत्र कहा जाता हैं। मीन राशि और रेवती नक्षत्र एक साथ समाप्त होते हैं तथा मेष राशि व अश्विनि नक्षत्र की शुरुआत एक साथ होती है।
सबसे शुभ नक्षत्र कौन सा होता है?
सत्ताइस नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है पुष्य। सभी नक्षत्रों में इस नक्षत्र को सबसे अच्छा माना जाता है।
जन्म समय ज्ञात न होने पर कैसे निकाले?
जन्म समय और लगन की गणना
सूर्य पर्वत पर तथा अनामिका के पहले पोर पर,गुरु पर्वत पर तथा मध्यमा के प्रथम पोर पर जितनी खडी रेखायें होती है,उन्हे गिनकर उस संख्या में ८११ जोडकर १२४ से गुणा करने के बाद ६० से भाग दिया जाता है,भागफ़ल जन्म समय घंटे और मिनट का होता है,योगफ़ल अगर २४ से अधिक का है,तो २४ से फ़िर भाग दिया जाता है।
एक नक्षत्र कितने समय तक रहता है?
जिस तरह सूर्य मेष से लेकर मीन तक भ्रमण करता है, उसी तरह चन्द्रमा अश्विनी से लेकर रेवती तक के नक्षत्र में विचरण करता है तथा वह काल नक्षत्र मास कहलाता है। यह लगभग 27 दिनों का होता है इसीलिए 27 दिनों का एक नक्षत्र मास कहलाता है।
मूल वाले बच्चे कैसे होते हैं?
मूल नक्षत्र में जन्म लेने वाला बालक शुभ प्रभाव में है तो वह सामान्य बालक से कुछ अलग विचारों वाला होता है यदि उसे सामाजिक तथा पारिवारिक बंधन से मुक्त कर दिया जाए तो ऐसा बालक जिस भी क्षेत्र में जाएगा एक अलग मुकाम हासिल करेगा। ऐसे बालक तेजस्वी, यशस्वी, नित्य नव चेतन कला अन्वेषी होते है। यह इसके अच्छे प्रभाव हैं।
सुबह में जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं?
–सुबह जन्म लेने वाले जातक
हिन्दू धर्म में इस प्रहर में पूजा-पाठ और अन्य मंगल कार्य किए जाते हैं. इस प्रहर में जन्म लेने वाला व्यक्ति जीवन में सदैव उन्नति करता है, लेकिन जीवन के प्रारंभिक काल में इनका स्वास्थ्य थोड़ा ख़राब रहता है. प्रथम प्रहर में जन्मे व्यक्ति जल्द ही इस समस्या से उबर कर उन्नति करते हैं.
मैं कैसे पता लगा सकता हूं कि मेरा जन्म किस समय हुआ था?
अपने जन्म प्रमाण पत्र की एक प्रति प्राप्त करें – आपके जन्म के समय का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने जन्म प्रमाण पत्र को देखें। ये अक्सर जन्म के समय को सूचीबद्ध करते हैं, लेकिन यदि आपको एक सूचीबद्ध नहीं दिखाई देता है तो आपके पास एक संक्षिप्त रूप का जन्म प्रमाण पत्र हो सकता है जिसमें केवल नाम और जन्म तिथि जैसी आवश्यक जानकारी शामिल होती है।
2022 में गुरु पुष्य नक्षत्र कब है?
नवंबर 2022 पुष्य नक्षत्र का समय
हिंदू पंचांग के अनुसार सोम पुष्य नक्षत्र 14 नवंबर 2022 को दोपहर 01 बजकर 15 मिनट पर शुरू हो रहा है जो 15 नवंबर 2022, मंगलवार को शाम 04 बजकर 13 मिनट पर समाप्त होगा।
कौन से नक्षत्र में विवाह नहीं करना चाहिए?
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 27 नक्षत्रों में 10 ऐसे नक्षत्र होते है, जो विवाह के लिए वर्जित है। जैसे-आर्दा, पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा, मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाती आदि।
दिन में पैदा होने वाले बच्चे कैसे होते हैं?
-सुबह जन्म लेने वाले जातक
हिन्दू धर्म में इस प्रहर में पूजा-पाठ और अन्य मंगल कार्य किए जाते हैं. इस प्रहर में जन्म लेने वाला व्यक्ति जीवन में सदैव उन्नति करता है, लेकिन जीवन के प्रारंभिक काल में इनका स्वास्थ्य थोड़ा ख़राब रहता है.
रात में पैदा होने वाले बच्चे कैसे होते हैं?
सूर्यास्त के बाद जन्मे बच्चे दिमाग में काफी तेज होते हैं. इनका तीव्र दिमाग होता है. ऐसे बच्चे हमेशा आशावादी होने के साथ-साथ आगे रहते हैं. कठिन समय में वे कभी भी अपना आत्मविश्वास नहीं खोते और उनका आशावादी स्वभाव ही उन्हें कठिन समस्या को पार कराने में मदद करता है.
शुक्रवार के दिन जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं?
कैसा होता है शुक्रवार के जन्मे लोगों का स्वभाव? शुक्रवार के जन्मे लोग हंसमुख स्वभाव के होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इनमें बातों-बातों में किसी को भी अपनी ओर आकर्षित करने की अच्छी योग्यता होती है, जिससे इनकी मित्रता का दायरा बड़ा होता है। साथ ही अपने हंसी-मजाक वाले स्वभाव के कारण मित्रों में लोकप्रिय होते हैं।
पुष्य नक्षत्र में जन्मे बच्चे कैसे होते हैं?
पुष्य नक्षत्र में जन्मे जातक शांत हृदय, सर्वप्रिय, विद्वान, पंडित, प्रसन्नचित्त, माता-पिता का भक्त, ब्राह्मणों और देवताओं का आदर और पूजा करने वाला, धर्म को मानने वाला, बुद्धिमान, राजा का प्रिय, पुत्रयुक्त, धन वाहन से युक्त, सम्मानित और सुखी होते हैं। इन जातकों का कद लंबा होता है। साथ ही इनका श्याम वर्ण होता है।
मार्च 2022 में पुष्य नक्षत्र कब है?
आज का नक्षत्र (Aaj Ka Nakshatra) : 14 मार्च 2022 को पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र है.
शादी के लिए कौन से दिन अच्छे हैं?
सोमवार, मंगलवार और बुधवार को बेहतर विकल्पों के रूप में उद्धृत किया गया है: “सोमवार धन के लिए, मंगलवार स्वास्थ्य के लिए, बुधवार सबसे अच्छा दिन, गुरुवार घाटे के लिए, शुक्रवार क्रॉस के लिए, और शनिवार बिल्कुल भी भाग्य नहीं है।”
शादी के लिए कौन सा महीना अच्छा है?
जून, सितंबर और अक्टूबर शादी के लिए सबसे अच्छे महीने माने जाते हैं। जून, परंपरागत रूप से, शादी करने के लिए सबसे लोकप्रिय महीना है, केवल हल्के मौसम के कारण। इसके साथ ही कहा जा रहा है, अपने जीवन के प्यार से शादी करने का कोई गलत समय नहीं है (हालांकि यह अच्छा मौसम होने में मदद करता है)।
विवाह के लिए कौन सा दिन शुभ होता है?
Vivah Muhurat 2022, Marriage Dates: कार्तिक मास के देव उठनी एकादशी पर भगवान विष्णु के जागने के बाद मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो चुकी है. बता दें कि हरिशयनी एकादशी के कार्तिक मास की एकादशी तक शुभ कार्यों पर रोक लगी रहती है. इसके बाद देवउठनी एकादशी के बाद से शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं.
नक्षत्र कौन चलाता है?
सूर्य भी इन नक्षत्रों से निकलता है सूर्य को एक नक्षत्र पार करने में लगभग 13से14 दिन लगते है. सूर्य जिस नक्षत्र पर होता है उसे सूर्य नक्षत्र कहते है. हर नक्षत्र के 4 भाग होते है इन भागो को चरण कहते है. प्रत्येक नक्षत्र का एक स्वामी व एक ग्रह स्वामी होता है.
कौन सा नक्षत्र सबसे महत्वपूर्ण है?
सत्ताइस नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है पुष्य। सभी नक्षत्रों में इस नक्षत्र को सबसे अच्छा माना जाता है।
कौन से महीने के बच्चे भाग्यशाली होते हैं?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन के महीने में जन्मे लोग भाग्यशाली होते हैं।
सबसे अच्छा जन्म नक्षत्र कौन सा होता है?
पवित्र है पुष्य नक्षत्र
सत्ताइस नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है पुष्य। सभी नक्षत्रों में इस नक्षत्र को सबसे अच्छा माना जाता है।
क्या पुष्य नक्षत्र स्त्री के लिए अच्छा है?
स्वास्थ्य महिला
पुरुष जातक की तरह पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाली स्त्री को भी 20 वर्ष की आयु तक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है । त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे मुंहासे और फुंसियां आपको परेशान कर सकती हैं। हालांकि, दवा इन समस्याओं का इलाज नहीं है, बल्कि समय है।
पुष्य नक्षत्र के दिन क्या करना चाहिए?
Pushya Nakshatra पुष्य नक्षत्र का दिवाली से पहले आगमन बेहद बहुत शुभ माना जाता है। इस दौरान किए गए शुभ कार्य और खरीदारी लंबे समय तक स्थिर रहती है। इस दिन शुभ मुहूर्त में भवन वाहन भूमि आभूषण और अन्य चीजों की खरीदारी करना सबसे अच्छा होता है।
शादी के रात क्या करता है?
इसलिए यह देखा गया है कि शादी की पहली रात को दोनों एक दूसरे से दिल खोल कर बात करतें हैं। यह काम ज्यादातर नव वर वधू शादी की पहली रात को करते हैं। इससे उनकी थकान तो दूर होती ही है साथी एक दूसरे के और करीब आने का मौका भी मिलता है।
शादी से पहले चेहरे पर क्या लगाएं?
चलिए जानते हैं. शादी से पहले अपनाये ये होम रेमेडीज –शादी से पहले आप अपने स्किन केयर रूटीन में विटामिन सी से युक्त प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल कर सकती है. खीरे और शहद को मिक्स करके उसका पैक बनाकर भी चेहरे पर लगा सकती हैं. इसके साथ-साथ आप चाहें तो गुलाब जल और एलोवेरा जेल का भी इस्तेमाल कर सकती हैं.
सुबह जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं?
–सुबह जन्म लेने वाले जातक
हिन्दू धर्म में इस प्रहर में पूजा-पाठ और अन्य मंगल कार्य किए जाते हैं. इस प्रहर में जन्म लेने वाला व्यक्ति जीवन में सदैव उन्नति करता है, लेकिन जीवन के प्रारंभिक काल में इनका स्वास्थ्य थोड़ा ख़राब रहता है. प्रथम प्रहर में जन्मे व्यक्ति जल्द ही इस समस्या से उबर कर उन्नति करते हैं.
कितने दिन में बच्चा पैदा होता है?
एक पूर्ण गर्भावस्था की अवधि 40 हफ्ते (280 दिन) होती है। इस अवधि के दौरान महिलाओं के गर्भ में कई चीजें घटित होती है और इसकी समाप्ति जन्म लेने वाले ऐसे बच्चे के रूप में होती है जो स्वतंत्र जीवन के लिए तैयार होता है। जब गर्भावस्था के 37 हफ्ते पूरे होने से पहले एक बच्चे का जन्म होता है तो उसे अपूर्णकालिक शिशु माना जाता है।
कौन से दिन संबंध बनाने से लड़का पैदा होता है?
शास्त्रों के अनुसार सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को संतान प्राप्ति के लिए बनाए गए संबंध सबसे ज्यादा शुभ माने जाते हैं। इन हफ्ते के चार दिनों के गर्भधारण से उत्पन्न हुई संतान गुणी और मानसिक रुप से तेज होती है।
गर्भ में लड़का रहता है तो क्या खाने का मन करता है?
लेकिन ऐसा माना जाता है कि मीठा खाने की क्रेविंग का संबंध गर्भ में लड़की होने से होता है जबकि नमकीन खाने की इच्छा होने का मतलब है लड़का होगा।
नक्षत्र के देवता कौन है?
१-अश्विनी नक्षत्र के देवता अश्विनी कुमार जी और स्वामी केतु हैं ! २-भरणी नक्षत्र के देवता यमराज जी और स्वामी शुक्र हैं ! 3-कृत्तिका नक्षत्र के देवता अग्नि देव जी और स्वामी सूर्य है ! ४-रोहिणी नक्षत्र के देवता ब्रह्मा जी और स्वामी चन्द्रमा है !
कौन सा नक्षत्र खराब होता है?
शुभ नक्षत्र – रोहिणी, अश्विनी, मृगशिरा, पुष्य, हस्त, चित्रा, उत्तराभाद्रपद, उत्तराषाढा, उत्तरा फाल्गुनी, रेवती, श्रवण, धनिष्ठा, पुनर्वसु, अनुराधा और स्वाति ये नक्षत्र शुभ हैं। इनमें सभी मांगलिक कार्य सिद्ध होते हैं। अशुभ नक्षत्र – भरणी, कृत्तिका, मघा और आश्लेषा नक्षत्र अशुभ होते हैं।